nadani shayari: आपके महबूब की नादानी आपको हमेशा ही पसंद आती है. उनकी हर बात पर आपको बस प्यार ही प्यार उमड़ कर आया है. जो आपसे दिल लगा कर इतनी खुश है कि जैसे उनकी खुशियों का कोई ठिकाना ही नहीं रहा है. Nadani means Innocence in English.
और इतनी खुशियों के चलते कभी-कभी वह अपने नादानी भरे बर्ताव से अपनी मोहब्बत को छलकाती है. और इसी के चलते आपके दिल में भी अब नई रौनक भर आती है. उनकी प्यार भरी बातें आपके दिल को सुकून दिलाती है. दिल में ऐसी बातें आने की वजह से आप हर वक्त उनसे अब किसी तरह से रिश्ता यूंही कायम करना चाहते हो.
दीदार ना हो तुम्हारा तो मेरे दिल में बेकरारी जगती है.. महबूबा तुम्हारी यही नादानी मुझे बड़ी प्यारी लगती है.. -Dipti
didar na ho tumhara to mere
dil mein bekarari jagati hai..
mehbooba tumhari yahi nadani
mujhe badi pyari lagti hai..
Listen to Nadani Shayari | Voice-Over: Sanket Mahindrakar
इन Nadani Shayari को Sanket Mahindrakar इनकी आवाज में सुनकर उनकी नादानी पर गुस्सा करना छोड़ दोगे!!
Nadani Shayari: नादानी उनकी इतनी है कि बात-बात पर वह रो देती हैं..
आपको पता है कि आपका दिलबर कितना नादान है. आए दिन वो अपनी मासूमियत के कारण खुद ही खुद को जैसे परेशान करता रहता है. कभी-कभी बाप से ठीक से बात भी नहीं करता. और कभी-कभी वह आप पर ही तो रूठा हुआ अकेले गुमसुम बैठता है. लेकिन आपको उसकी यह बातें पसंद नहीं आती.
तुम्हारे ही प्यार का नशा छाया है जानेमन मुझ पर.. नादान हो दिलरुबा इसीलिए तो प्यार आता है तुम पर..! -Santosh
tumhare hi pyar ka nasha
chhaya hai jaaneman mujh per..
nadan ho dilruba isiliye
to pyar aata hai tum per..!
और आप जब भी उनसे इस बारे में बात करते हो तब भी वह आपको इस पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं देती है. और इसी में जैसे उसका लड़कपन झलकता है. आप खुद ही उनके दिल के हालात समझ लेते हो. कभी-कभी तो उसकी नादानी की जैसे हद ही हो जाती है.
आंखों में अपने महबूब का ही तो चेहरा हमेशा रवा होता है.. दिल में नादानी रखो तो प्यार भी जवान रहता है.. -Supriya
aankhon mein apne mehboob ka hi
to chehra hamesha rawaa hota hai..
dil mein nadani rakho to
pyar bhi jawan rahata hai..
जैसे बात करते करते खुद ही रुक जाती है. और अपने आप को दोषी मानते हुए रोने लगती है. और आपको भी उनके लिए सोचने पर बार-बार परेशान कर देती है. इसी वजह से आप भी कभी-कभी उनके ऐसे बर्ताव से हैरान रह जाते हो.
नादानी और अनुभव की रिश्तो को साथ लेकर चलना ही जिंदगी होती है…
आजकल आपको अपने यार के बर्ताव का कोई अंदाजा नहीं आ रहा है. कभी आपकी माशूका आपसे हंसकर बातें करती है. तो कभी वह खुद ही अपने आप पर जैसे रूठ जाती है. लेकिन उसकी तमन्ना यही होती है कि आप उसे मना लेंगे. और आप भी उसकी किसी तमन्ना को खाली नहीं जाने देते हो.
मोहब्बत में ऐसे कई मकाम आते हैं.. नादान दिल ही मगर खुश रह पाते हैं.. -Dipti
mohabbat mein aise kai makaam aate hain..
nadan dil hi magar khush reh paate hain..
और इसी वजह से कभी कभी आपको ऐसा लगता है कि आपका और आपके महबूब का रिश्ता दुनिया से हटकर है. एक तरफ वो दिल की मासूम और लड़कपन से भरपूर है. और दूसरी तरफ आप दुनिया के हर तरह के तारीफों एव तोहीन को सहकर उसका पूरी तरह से तजुर्बा लेकर आए हुए हैं.
मोहब्बत की रवानी दुनिया से जुदा होती है.. नादान दिलों की कहानी बड़ी दिलचस्प होती है.. -Santosh
mohabbat ki rawani
duniya se judaa hoti hai..
nadan dilon ki kahani
badi dilchasp hoti hai..
और आपको इस बात का भी पता है कि ऐसे अलग अलग बर्ताव के लोगों का ही रिश्ता बने रहने की आसार ज्यादा होते हैं.
उनके नादानी भरे बर्ताव पर आपको आजकल गुस्सा नहीं बल्कि प्यार आ रहा है..
वैसे तो आप अपने यार को अच्छी तरह से पहचानते हो. और आपकी माशूका भी आपके रग रग से वाकिफ है. और जब दो अपने आप को और एक दूसरे को पहचानने वाले इंसान मिल जाते हैं तो उनके रिश्ते अक्सर कायम होते हैं. और कुछ इसी तरह का रिश्ता आपके यार के साथ आपका है.
छोड़ भी दो गुस्सा जाना अब तो इंसाफ करना.. हो गई है गलती मुझसे नादानी में माफ करना.. -Supriya
chhod bhi do gussa jana
ab to insaaf karna..
ho gai hai galti mujhse
nadani mein maaf karna..
इसी वजह से अब जब वह आप पर किसी तरह से नादानी से भरा हुआ गुस्सा करती है तो आजकल आपको उसका कोई बुरा नहीं लगता है. उल्टा वह जब आप पर मासूमियत से छलकी हुई हंसी को दिखाती है तो आपको भी उसके लड़कपन पर हंसी आती है. आपको उनके ऐसे बर्ताव पर गुस्सा नहीं बल्कि और प्यार आता है. और आप उनके लिए और भी मासूम होने की ही आरजू रखते है.
तुम जो मुस्कुराई तो मैं इजहार कर बैठा.. नादानी में दिल तुझे ही अपना प्यार समझ बैठा.. -Dipti
tum jo muskurayi to
main izhaar kar baitha..
nadani mein dil tujhe hi
apna pyar samajh baitha..
Nadani Shayari Collection
नादानी की हद तो
तब हो जाती है..
जब बातों ही बातों में
वो रोने लगती है..
nadani ki had to
tab ho jaati hai..
jab baton hi baton mein
vah rone lagti hai..
क्या खूब लगता है
तेरा मेरा रिश्ता..
नादानी और तजुर्बे का
जैसे एक प्यारा गुलदस्ता..
kya khoob lagta hai,
tera mera rishta..
nadani aur tajurbe ka
jaise ek pyara guldasta…
नादानी पर शायरी
नादानी से तेरी मैं
कभी खफा नहीं होता..
जब महसूस करता हूं तुझे,
दिल मेरा बच्चा बन जाता..
nadani se teri main
kabhi khafa nahin hota..
jab mahsus karta hun tujhe,
dil mera baccha ban jata…
1) प्यार में हर लम्हा बस मुझ पर ही मरती थी वो.. मोहब्बत में मगर बड़ी नादानी करती थी वो.. -Dipti
pyar mein har lamha bus
mujh per hi marti thi vo..
mohabbat mein magar badi
nadani karti thi vo..
2) याद करता रहता हूं मैं सिर्फ उसे ही पल पल.. सोचता हूं उसकी नादान मोहब्बत को हर पल.. -Santosh
yad karta rahata hun main
sirf use hi pal pal..
sochta hun uski nadan
mohabbat ko har pal..
3) मेरे दिल के अरमानों को बस तेरी ही चाहत होती है.. मेरी दुआओं में तुम्हारी नादान मोहब्बत होती है.. -Supriya
mere dil ke armaanon ko
bus teri hi chahat hoti hai..
meri duaon mein tumhari
nadan mohabbat hoti hai..
4) मोहब्बत के जज्बात दिल में ही रह गए.. नादान ये चेहरा देखकर मेरे होश उड़ गए.. -Dipti
mohabbat ke jazbaat
dil mein hi rah gaye..
nadan ye chehra dekhkar
mere hosh ud gaye..
5) तन्हाइयों में भी ओ महबूबा हरदम आहें भरता रहता हूं.. तेरी नादान मोहब्बत को ही यारा मैं याद करता रहता हूं.. -Santosh
tanhaiyon mein bhi o mahbuba
hardam aahen bharta rahata hun..
teri nadan mohabbat ko hi
yaara main yad karta rahata hun..
6) बस इक तेरी ही नादानी पर जानम उम्र भर मैं मरता रहूंगा.. मेरी सांसे जब तक चलेगी यारा तुझसे ही मोहब्बत करता रहूंगा.. -Supriya
bus ek teri hi nadani per
janam umra bhar main marta rahunga..
meri saanse jab tak chalegi yara
tujhse hi mohabbat karta rahunga..
7) उसके मोहब्बत की तस्वीर छप गई है.. नादान सी सूरत मेरे दिल में बस गई है.. -Dipti
uske mohabbat ki
tasvir chhap gai hai..
nadan si surat mere
dil mein bus gai hai..
8) एक तुझे ही यारा अपना हमसफर उम्र भर कहूंगा.. तुम्हारी नादानी से बार-बार मोहब्बत करना चाहूंगा.. -Santosh
ek tujhe hi yaara apna
humsafar umra bhar kahunga..
tumhari nadani se baar-baar
mohabbat karna chahunga..
9) मोहब्बत पर तरस खाओ यारा जल्दी मिलने चले आओ तुम.. अब और ना जानेमन मेरी इस नादान रूह को तड़पाओ तुम.. -Supriya
mohabbat per taras khao yara
jaldi milane chale aao tum..
ab aur na jaaneman meri is
nadan ruh ko tadapaao tum..
10) मोहब्बत में न जाने क्यों बार-बार मुझे तड़पाती है.. वो नादान आज भी मुझसे बेवजह रूठ जाती है..! -Dipti
mohabbat mein na jaane kyon
bar bar mujhe tadapaati hai..
vo nadan aaj bhi mujhse
bewajah rooth jaati hai..!
11) सच्ची चाहत में एक दूसरे के लिए तड़पना सिखाया है.. तुमने ही इस नादान दिल को धड़कना भी सिखाया है..! -Santosh
sacchi chahat mein ek dusre ke
liye tadapna sikhaya hai..
tumne hi is nadan dil ko
dhadakna bhi sikhaya hai..!
12) हर वक्त सपना देखता रहता हूं इजहार का.. वादा करो जानम तुम मेरे नादान दिल से प्यार का.. -Supriya
har waqt sapna dekhta
rahata hun izhaar ka..
wada karo janam tum mere
nadan dil se pyar ka..
13) दिल मेरा हरदम तुमसे बस मोहब्बत मांगता है.. नादान है ये जिंदगी भर तुम्हारा साथ चाहता है.. -Dipti
dil mera har dum tumse
bus mohabbat mangta hai..
nadan hai ye jindagi bhar
tumhara sath chahta hai..
14) मेरे मोहब्बत की सच्ची पहचान भी तुम हो.. नादान इस दिल की मुस्कान भी तुम हो.. -Santosh
mere mohabbat ki sacchi
pahchan bhi tum ho..
nadan is dil ki
muskan bhi tum ho..
15) तुम ही हो चाहत की इंतिहा यारा, तुमसे ही मेरे धड़कन की सदा है.. कैसे बताऊं ओ नादान दिलरुबा तू ही तो मेरी आखरी वफ़ा है.. -Supriya
tum hi ho chahat ki intiha yaara,
tumse hi mere dhadkan ki sada hai..
kaise bataun o nadan dilruba
tu hi to meri aakhri wafa hai..
16) मोहब्बत में जानेमन, तुझ बिन जिंदगी जीना हमें नहीं आता.. नादान इस दिल को आज भी प्यार छुपाना नहीं आता.. -Dipti
mohabbat mein jaaneman, tujh bin
jindagi jina hamen nahin aata..
nadan is dil ko aaj bhi
pyar chhupana nahin aata..
17) तुझसे ही है मोहब्बत यारा, तू ही जिंदगी की जरूरत है.. तू ही तो जानेमन मेरे इस नादान दिल की आदत है..! -Santosh
tujhse hi hai mohabbat yaara,
tu hi jindagi ki jarurat hai..
tu hi to jaaneman mere is
nadan dil ki aadat hai..!
18) तुझ बिन एक पल भी यारा मैं रह ना पाऊं.. इस नादान दिल को अब मैं कैसे समझाऊं.. -Supriya
tujh bin ek pal bhi
yara main rah na paau..
is nadan dil ko
ab main kaise samjhaun..
19) नादान इस दिल को सिर्फ तुमसे ही मोहब्बत रहेगी.. मेरी चाहत को उम्र भर यारा बस तुम्हारी जरूरत रहेगी.. -Dipti
nadan is dil ko sirf
tumse hi mohabbat rahegi..
meri chahat ko umra bhar yaara
bus tumhari jarurat rahegi..
20) बस एक तुम ही हो जरूरी यारा मेरी चाहत के लिए.. हरदम दुआएं करता रहता हूं तुम्हारे नादान दिल के लिए.. -Santosh
bus ek tum hi ho jaruri
yara meri chahat ke liye..
hardam duaaen karta rahata hun
tumhare nadan dil ke liye..
21) घायल हुआ है तुम्हारी नजरों से बस एक तुमसे ही प्यार कर गया है.. अब तो नाज़ुक और नादान सा दिल मोहब्बत की हदें पार कर गया है..! -Supriya
ghayal hua hai tumhari najron se
bus ek tumse hi pyar kar gaya hai..
ab to nazuk aur nadan sa dil
mohabbat ki haden paar kar gaya hai..!
22) हरदम ख्वाब देखता है तुम्हारे, इसे प्यार बस तुमसे हो रहा है.. नादानी में मोहब्बत का एहसास यारा सिर्फ एक तुमसे हो रहा है.. -Dipti
hardam khwab dekhta hai tumhare,
ise pyar bus tumse ho raha hai..
nadani mein mohabbat ka ehsas
yaara sirf ek tumse ho raha hai..
23) मोहब्बत में जानेमन कब तुम्हें दिल दे बैठा कुछ पता ना चला.. प्यार में तुमसे यह कब नादानी कर बैठा कुछ पता ना चला.. -Santosh
mohabbat mein jaaneman kab tumhen
dil de baitha kuch pata na chala..
pyar mein tumse yah kab nadani
kar baitha kuch pata na chala..
24) मोहब्बत में तुमसे बिछड़ने से ख्वाबों में भी मैं डरने लगा.. जानेमन ख्यालों में भी तुमसे दिल ये नादानी करने लगा.. -Supriya
mohabbat mein tumse bichadne se
khwabon mein bhi main darne laga..
jaaneman khyalon mein bhi tumse
dil ye nadani karne laga..
25) तहे दिल से चाहो दिलबर को, उसे बाहों में जरूर भर लो.. सच्चे प्यार में चाहे कितनी भी नादानी तुम क्यों ना कर लो.. -Dipti
tahe dil se chaho dilbar ko,
use bahon mein jarur bhar lo..
sacche pyar mein chahe kitni bhi
nadani tum kyon na kar lo..
26) मोहब्बत की राहों पर हाथ कभी छूटते नहीं.. सच्चे प्यार के नादान रिश्ते कभी टूटते नहीं.. -Santosh
mohabbat ki rahon per
hath kabhi chhutte nahin..
sacche pyar ke nadan
rishte kabhi tutte nahin..
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दोस्तों हमारी रोमांटिक लव Nadani Shayari को सुनकर अगर आपके नादान महबूब की नादानी को समझने में आपको आसानी हो रही है, तो हमें comment box में comment करते हुए बताना ना भूलियेगा.
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