Jab aapko pyar karne ke baad kisi wajah se malaal (regret) hota hai tab aap internet par Malaal Shayari ka collection dhundte ho. Aapke yisi dukh bhare jazbato ko baya karne ke liye yin मलाल शायरी post ko likha gya hai.
दोस्तों, अगर आपको किसी बात पर मलाल हो तो आप अपने चहेते इंसान से जरूर कह देना. क्योंकि दिल में अगर मलाल बाकी रह गया, तो वह आपकी चाहत के बीच भी आ सकता है. कुछ इसी तरह मलाल का माहौल मैं अपने दिल में महसूस कर रहा हूं.
ना हो तुझे कोई मलाल मुझसे बिछड़ते हुए हमने देखे हैं टूटते कई सितारों को उभरते हुए -Moeen
na ho tujhe koi malal
mujhse bichdte huye
humne dekhe hai tutate kai
sitaron ko ubharte huye
जैसे अब मैं कुछ अधूरे सपने लेकर ही जी रहा हूं. अब तो मुझसे ये मलाल दिल में रखा नहीं जाता. और इस वजह से अब इसे मैं मेरे अपने, यानी कि आपको सुनाना चाहता हूं. यहां मैं आपको मलाल इस शब्द का मतलब बताना चाहूंगा. malaal meaning किसी बात का दुख, रंज या फिर पछतावा भी कह सकते हैं.
वक़्त चल गया ये चाल क्या
मुझे खोने वाले अब मलाल क्या
हौसला हैं तो अब देख मुझे
तेरे बिन मेरा हैं हाल क्या
waqt chal gya ye chaal kya
mujhe khone wale ab malaal kya
hausala hai to ab dekh mujhe
tere bin mera haal kya
Malaal Shayari Collection for Regret

इससे पहले कि मैं आपसे कुछ कहूं, मलाल पर मुझे एक बहुत ही हसीन शायरी याद आ रही है दोस्तों. आपकी इजाजत से पेश करना चाहूंगा. अर्ज करता हूं कि,
तु मेरा ना होने का मलाल नहीं.. बस अब तेरे अलावा कोई ख्याल नहीं.. -Sanjay
tu mera na hone ka..malaal nhi
bas ab tere alawa koi khayal nhi
मेरा यार भी बड़ा कमाल था
वो हूरों का कोई जमाल था
कल शब जो मिला ख्वाब में
मुझे खोने का उसे मलाल था
mera yaar bhi bada kamaal tha
wo huron ka koi jamaal tha
kal shab jo mila khwab me
mujhe khone ka use malaal tha
वाह दोस्तों, यह शायरी आपके दिल को छू गया होगी, है ना! ये शायरी सुनने के बाद शायद आपके दिल में भी किसी बात के लिए कोई मलाल नहीं रहेगा. कुछ इसी तरह का मलाल मेरे दिल में है, जबसे मैं अपने यार से बिछड़ गया हूं.

वो सोचती होगी मुझे तन्हाई में कितना बचकाना सा ये खयाल हैं.. महफिलों में मेरा मज़ाक उड़ाने वाले तेरे बिछड़ने का मुझे मलाल हैं.. -Moeen
wo sochti hogi mujhe tanhai me
kitna bachkana sa yeh khyal hai..
mehfilon mein mera majak udane wale
tere bichadne ka mujhe malal hai..
शायद यह अफसोस उससे दिल की बात ना कर पाने का है या फिर मेरे खुद के अरमानों को मैंने ही खुद दबा दिया है. लेकिन दिल का जो बोझ है वह कम होने का नाम नहीं ले रहा है. अब तो बस इन शायरियों के अंदाज से ही मैं अपनी रंजिशे से आपके सामने पेश करना चाहूंगा दोस्तों…
मलाल होता है, उसे जाने दिया.. खुशी होती है, उसे रोका नहीं.. -Rohan
malaal hota haiuse jaane diya..
khushi hoti haiuse roka nahin..
मलाल करते हैं तुझे खोने का
सबब ढूंढते हैं जुदा होने का
जिसे ना थी कदर मेरे होने की
उसे क्या रंज मेरे ना होने का
malaal karte hai tujhe khone ka
sabab dhundte hai juda hone ka
jise na thi kadar mere hone ki
use kya ranj mere na hone ka

Malal Shayari in Urdu
जब उससे मुझे प्यार ही नहीं था तो वह मुझसे यू टकराई ही क्यों? जब उसे कोई वफा ही नहीं करनी थी, तो उसने मिलने का वादा किया ही क्यों? इस तरह के कई मलाल लिए मैं बैठा रहता था उन दिनों. लेकिन उसकी तरफ से मेरे लिए कोई गिला शिकवा भी तो नहीं था.
दिल याद में, हलाल होता है, इजहार नहीं किया, मलाल होता है.. रिश्ते में जो जलाल होता है, उससे ही ज़िंदगी मे मलाल होता है.. -Rohan
dil yad mein, halat hota hai
izhaar nahin kiya, malal hota hai..
rishte mein jo jalal hota hai
usse hi jindagi mein malaal hota hai..
और मैं था ही पहले से नादान और सीधा इंसान. तो मैं कैसे जान जाता उसके दिल की हालात. लेकिन जैसे-जैसे वक्त गुजरता गया, मेरे भी दिल के हालात सुधरते गए. और अब तो उसके जाने का भी अफसोस नहीं होता. और ना ही उसके प्यार ना मिलने का कोई पछतावा होता है.
मेरा यार भी बड़ा कमाल था वो हूरों का कोई जमाल था.. कल शब जो मिला ख्वाब में मुझे खोने का उसे मलाल था.. -Moeen
mera yaar bhi bada kamal tha
vah huron ka koi jamal tha..
kal shab jo mila khwab mein
mujhe khone ka use malal tha..
अब अगर वह मेरा है ही नहीं, तो मैं उसके लिए क्यों मेरा वक्त जाया करूं. अब तो मैंने किसी भी तरह का रंज मनाना बंद कर दिया है. ना अब मेरा कोई मैखाना है, और ना ही अब मैं किसी नशे में हूं..!

मलाल हुआ सपनो को पाकर, मलाल हुआ इतने आगे आकर.. अक्सर जिनका हाथ थामे चलता, मलाल हुआ उनका हाथ छोड़कर.. -Rohan
malaal hua sapnon ko pakar
malal hua itne aage aakar..
aksar jinka hath thame chalta
malal hua unka hath chhod kar..

मलाल शायरी
जब हुई थी मुझे तुमसे मोहब्बत, तो मैं खुशी के सातवें आसमान पर उड़ रहा था. मेरे दिल पर मेरा जरा सा भी काबू नहीं रह पाता था. तुम्हारे साथ मैं कुछ पल बिता लूंगा, तुम्हारी जुल्फों को सवार लूंगा, तुम्हारी बालों की महक मेरे जेहन में बिठा लूंगा, कुछ इस तरह से मैं अपने ही खयालों में खोया रहता था.
वो सोचती होगी मुझे तन्हाई में कितना बचकाना सा ये खयाल हैं महफिलों में मेरा मज़ाक उड़ाने वाले तेरे बिछड़ने का मुझे मलाल हैं -Moeen
wo sochti hogi mujhe tanhai me
kitna bachkana sa ye khayal hai
mahfilon me mera majak udane wale
tere bichdne ka mujhe malaal hai
लेकिन मेरे ख्वाब तो आखिरकार ख्वाब ही रह गए. मेरे सपनों में देखी हुई तेरी तस्वीर को मैं यूं निहारता ही रह गया. तुम्हारी उस तस्वीर को मैं अपने सपनों में भी गले से ना लगा पाया. मुझे तुमसे प्यार हुआ था, यह मेरे दिल का दुख नहीं है. रंज तो इस बात का है कि मुझे बस एक तुम से ही चाहत हुई थी. और वह भी पूरी होने की कगार पर ही आधी अधूरी रह गई थी.
हमारा बिछड़ना इत्तेफाक नहीं
ये रकीबों की कोई चाल हैं
मेरे जज़बात को ना समझने वाले
मुझे अब तक इस का मलाल हैं
humara bichdna ittefaq nhi
ye rakibo ki koi chaal hai
mere jazbat ko na samjhne wale
mujhe ab tak iss ka malaal hai

बिछड़कर उसका भी हाल हुआ होगा, तब उसे मेरा ख़्याल हुआ होगा.. जो गया वापस कहा लौटता है, चाहे फिर उसे मलाल हुआ होगा.. -Rohan
bichad kar uska bhi hal hua hoga
tab use mera khyal huwa hoga..
jo gaya wapas kahan lautataa hai
chahe fir use malaal hua hoga..
किस तरह के मलाल-ए-रंजिश की
बात कर रहे आप..
भुगतते रहे हम और
सितम करते रहे आप..
kis tarah ke malaal e ranjish ki
baat kar rahe aap..
bhugatate rahe ham aur
sitam karte rahe aap…
उसके प्यार में अब मुझे कोई गिला नहीं है. उससे मोहब्बत तो हुई थी लेकिन मुलाकात ना हो पाई इस बात का भी कोई मलाल नहीं है. वो बेवफा है बात को भी मैं नहीं मानता. लेकिन मुझे इस बात की जरूर खबर है कि वह जब मुझसे दूर होगी, तो उसकी आंखों में भी वही आंसू होंगे, जो मेरे थे.

हमारा बिछड़ना इत्तेफाक नहीं ये रकीबों की कोई चाल हैं.. मेरे जज़्बात को ना समझने वाले मुझे अब तक इस का मलाल हैं.. -Moeen
hamara bichadna ittefaq nahin
ye raqeebo ki koi chaal hai..
mere jazbaat ko na samajhne wale
mujhe ab tak iska malaal hai..
उसकी दिल को भी वही दर्द होगा, जो मेरे सीने में मैंने छुपाया था. अब तो मैं बस एक ही ख्वाहिश लिए बैठा हूं कि वह जहां भी रहे खुशहाल रहे. उसे मैं ख्वाबों में भी जो खुशियां ना दे पाया, खुदा उसके दामन को उन से भर दें. मुझे यह भी यकीन है कि एक न एक दिन उसे मेरी सच्ची चाहत का एहसास जरूर होगा.
मलाल नहीं था हमें,
जो वो हमसे दूर हो गये थे..
दर्द तो तब हुआ, जब वो
दूर होकर भी खुश हो रहे थे…
malaal nahin tha hamen,
jo vo humse dur ho gaye the..
dard to tab hua, jab vo
dur hokar bhi khush ho rahe the…
मलाल करते हैं तुझे खोने का सबब ढूंढते हैं जुदा होने का.. जिसे ना थी कदर मेरे होने की उसे क्या रंज मेरे ना होने का.. -Moeen
malal karte hain tujhe khone ka
sabab dhundhte hain judaa hone ka..
jise na thi kadar mere hone ki
use kya ranj mere na hone ka..
उस दिन तुम मेरी मोहब्बत को रो-रो कर बुलाओगी. तेरे हाथों की मेहंदी भी जैसे फीका रंग दिलाएगी. तेरे हाथों के कंगन भी तुझसे रूठ जाएंगे. तेरा दिल बार-बार बस मेरा ही नाम दोहराएगा. लेकिन तब तेरे दिल को यह मलाल होगा कि मैं तेरा ना हो पाऊंगा.
तार्रुफ़ हो गया हमारा तनहाई से,
दर्द ने इत्तिला कर दिया हमें..
खुशियों के लिए तपड़ते रहें नैन,
बस मलाल रहेगा आपके जानेका हमें..
taarruf ho gaya hamara tanhai se,
dard ne ittila kar diya hamen..
khushiyon ke liye tadap rahe nain,
bas malaal rahega aapke jaane ka hamen…

दिल में मेरे अब और कोई मलाल नहीं.. जब तुम मेरे हो ही नहीं तो अब कोई सवाल नहीं.. -Sanjay
dil mein mere ab
aur koi malal nahin..
jab tum mere ho hi nahin
to ab koi sawal nahin…
मलाल ये नहीं था की मोहब्बत तुम से थी.. दरअसल मलाल ये है की, मोहब्बत सिर्फ तुम से ही थी.. -Sanjay
malal ye nahin tha ki
mohabbat tumse thi..
darasal malaal ye hai ki,
mohabbat sirf tum se hi thi…
तेरे सच्चे प्यार का अहसास एक दिन उसे भी होगा.. तेरे दूर जाने का मलाल उसे भी होगा.. -Malaal
tere sacche pyar ka ehsas
ek din use bhi hoga..
tere dur jane ka
malal use bhi hoga..

वक़्त चल गया ये चाल क्या मुझे खोने वाले अब मलाल क्या.. हौसला हैं तो अब देख मुझे तेरे बिन मेरा हैं हाल क्या.. -Moeen
waqt chala gaya ye chaal kya
mujhe khone wale ab malal kya..
hosla hai to ab dekh mujhe
tere bin mera hai haal kya..
Final words on Malaal Shayari
दोस्तों हमारी Malaal Shayari, दर्द भरी शायरियों को सुनकर आपके दिल का मलाल दूर हो गया हो, तो हमें कमेंट करते हुए जरूर बताइए! अगर आपको किसी फरेबी यार से प्यार करने के बाद मलाल हो रहा है तो आपको ये फरेब शायरी को भी एकबार विजिट करना होगा, उस पोस्ट में भी आपके जज़्बातो को हम हूबहू आवाज़ देने की कोशिश करेंगे. शायरी सुकून की बेहतरीन शायरियों को अपने Twitter handle पर प्राप्त करने के लिए शायरी सुकून अकाउन्ट को Follow जरूर करें.
3 Comments
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एकदम सटीक, कातिल आवाज़ और हरकते दर्द मानों एक एक शब्द से झलक रहा हो।संजय जी हम तो आपकी आवाज के दीवाने हो गए। आंखरी शायरी ने दिल छू लिया।
वाह संजू जी,
इन शायरियों को सुनकर सचमें ऐसा लगा, जैसे आपने भी अपने दिल में कोई रंज जरूर छिपा रखा है..