Jagah Shayari: आप की जगह हमेशा से आपकी महबूब के दिल में ही रही है. उसने खुद ही आपका तहे दिल से प्यार करना देखकर यह जगह आपको दी थी. आप भी उनके दिल में प्यार बना कर बहुत खुश थे. आप हमेशा उन्हें भी यूं ही हंसता खेलता और खुश देखना चाहते थे. आपको किसी के दिल में जगह बनानी है तो आपको ये जगह शायरी (Teri Jagah Shayari) पोस्ट को जरूर शेयर करना चाहिए.
पाने कोई खास जगह चली थी मैं होके बेपरवाह तेरी मोहब्बत ने जो ठुकराया हो गई हूं दुनिया से रुसवाह
paane koi khas jagah
chali thi mai hoke beparwah
teri mohbbat ne jo thukraya
ho gyi hun duniya se ruswah
हो सकता है कोई जगह ना ले तुम्हारी... पर क्या तुम आखिरी महोबत बनोगे हमारी... -Arzoo Bishnoi
ho sakta hai koi jagah na le tumhari
par kya tum aakhri mohabbat banoge humari
आपने अपनी जान और अपने दिल को कुर्बान करते हुए जो जगह आपने यार के दिलो-दिमाग में बनाई थी. उसी को ठुकरा कर आज आपका दिलबर आपको फिर एक बार अकेला छोड़कर चला गया है. और इसी वजह से आपके दिल में मातम भरा माहौल मच गया है.
Jagah Shayari in Hindi
आपने जब पूरी कोशिश करते हुए तहे दिल से प्यार किया था तो आपको इस प्यार की कीमत पता चल गई थी. आपको यह भी ज्ञात हो गया था कि किसी के दिल में जगह बनाना यूं ही आसान नहीं होता. और इसी वजह से आपके दिल पर नहीं है आपको जो अहमियत दी थी, उसकी आपको कदर ही नहीं बल्कि फिक्र भी बहुत थी.
चांदनी रात कभी मुझे इतनी बदसूरत नहीं लगी जगह वही है आज भी बस तेरी कमी उतनी खली ही नहीं
chandi raat kabhi mujhe
itni badsurat nhi lagi
jagah wahi hai aaj bhi bas
teri kami utni khali hi nhi
तेरे दिल में जगह पा लू थोड़ी तो खुदा की रहमत मिल जाए तेरी आंखों किसी और को देखूं तो दर पे मुझे मौत नजर आए
tere dil me jagah pa lu thodi
to khuda ki rahmat mil jaye
teri aankho kisi aur ko dekhu
to dar pe mujhe mout najar aaye
Teri Jagah Shayari | तेरी जगह पर शायरी
तेरी जगह किसी और को दूं ये अब मुमकिन नहीं सफ़र अधूरा ही सही मगर थम जाए ये मंजूर नहीं -Vrushali
teri jagah kisi aur ko du ye ab mumkin nahi
safar adhura hi sahi magar tham jaaye ye manjur nahi
दिल में आरज़ू थी तुझे पाने की कभी, एक खास जगह थी तेरी कभी ख्वाहिशें तन्हा रह गयी यूँ ही, शायद ज़िन्दगी होते तुम मेरी कभी -Neha
dil me arzoo thi tujhe pane ki kabhi
ek khas jagah thi teri kabhi
khwahishe tanha rah gyi yu hi
shayad zindagi hote tum meri kabhi
ज़रा संभल कर जाना मेरी जान.... ये दिल में जगह तुम्हारी है.... अगर छोड़ दिया एक तलब ... तो वापस ना आने देंगे ये मर्जी हमारी है... -Arzoo Bishnoi
jara sambhal kar jaana meri jaan
ye dil me jagah tumhari hai
agar chor diya ek talab
to wapas na aane denge ye marji humari hai
हर जगह दिखे तेरा ही चेहरा ऐसी मोहब्बत मैंने हैं पा ली ना हो तू मेरे पास तो लगे घर का हर एक कोना ख़ाली
har jagah dikhe tera hi chehra
aisi mohbbat maine pa li
na ho tu mere paas to lage
ghar ka har ek kona khali
तेरी तस्वीर हर जगह में दिल से लगाए घूमती हूं जब याद आए बेइंतेहा तेरी तेरी तस्वीर को ही चूम लेती हूं
teri tasvir har jagah me
dil se lagaye ghumti hu
jab yaad aaye beinteha teri
teri tasvir ko hi chum leti hu
Dil mein Jagah Shayari
जाने कौन सी जगह हैं वो जहा तेरा दिल ऐसे लग गया ना आई तुझे मेरी याद कभी तू तो मुड़कर देखना ही भूल गया
jaane kon si jagah hai wo
jaha tera dil aise lag gya
na aayi tujhe meri yaad kabhi
tu to mudkar dekhna hi bhul gya
दिल पर जोर किसी का कब चला है तेरी जगह कोई और कब ले पाया हैं.... तेरी यादों से धड़कने तेज़ हो रही है बड़ी मुश्किलों से मैने इन्हें समझाया है -Vrushali
dil par jor kisi ka kab chalta hai
teri jagah koi aur kab le paaya hai
teri yaado se dhadkne tez ho rhi hai
badi mushkil se maine inhe samjhaya hai
हर फ़िक्र में ज़िक्र तुम्हारा, धड़कन नहीं मेरी नब्ज़ हो तुम शामिल तेरी जगह किसे मैं करू, इबादत नहीं मेरा ईमान हो तुम -Neha
har fikra me jikra tumhara
dhadkan nahi meri jabz ho tum
shamil teri jagah kise mai karu
ibadat nahi mera imaan ho tum
जगह वो दिल में तेरी थी.. पर तुझे रहना नहीं आया.. प्यार तो तुझे भी बेशुमार था हमसे.. पर तुझे कहना नहीं आया.. -Arzoo Bishnoi
jagah wo dil me teri thi
par tujhe rahna nahi aaya
pyar to tujhe bhi beshumar tha humse
par tujhe kahna nahi aaya
आना कभी तू इस गली बैठी हूं आज भी उसी जगह जहा छोड़ा था तूने मेरा हाथ दास्तां ताजा हैं अब भी इस तरह
aana kabhi tu iss gali
baithi hu aaj bhi usi jagah
jaha chora tha tune mera haat
daasta taaja hai ab bhi iss tarah
Jagah par Shayari
दिल से उनके हम यूं बेदखल हो गए हैं.. जगह पाने कि कोशिश में अपना वजूद खो चुके हैं...
dil se unke ham yun
bedakhal ho gaye hain..
jagah pane ki koshish mein
apna wajood kho chuke hain…
यूं हमारी जगह किसी और ने ले ली.. देखते रह गए हम और पनाह किसी गैर को नसीब हुई..
yun hamari jagaah
kisi aur ne le li..
dekhte reh gaye ham aur
panah kisi gair ko naseeb hui…
आसान नहीं तेरी जगह को सुना देखना तेरी यादों का यहां मुझे घर है बनाना कब तलक बुनती रहूं मैं ख़्वाबों के महल तेरे संग जिंदगी का अब हर पल है बिताना -Vrushali
aasan nhi teri jagah ko suna dekhna
teri yaado ka yaha mujhe ghar hai banana
kab talak bunti rahu mai khwab ke mahal
tere sang zindagi ka ab har pal hai bitana
सुबह की अब्र सा खिला हुआ, बेवजह ही गुनगुनाता हुआ मौसम भी आज साथ है हमारे, तेरी जगह इठलाता हुआ *अब्र - बादल,घटा,मेघ -Neha
subah ki abra sa khila hua
bewajah hi gungunata hua
mausam bhi aaj sath hai humare
teri jagah ithlata hua
जगह पाई थी बड़ी शिद्दत से थोड़ी सी.. छीन ली गई वो भी गुस्ताखी से दिल की..
jagah payi thi badi
shiddat se thodi si..
chhin li gai vah bhi,
gustakhi se dil ki..
दुआएं देता हूं हाथ उठाकर सजदे में तुझे.. दिल में जो थोड़ी सी जगह दे देते तुम मुझे.. -Dipti
duaaen deta hun hath
uthakar sajde mein tujhe..
dil mein jo thodi si
jagah de dete tum mujhe..
छत पर आकर यारा अपना दीदार तू मुझे करा देता.. इसी बहाने मैं तुम्हारे दिल में थोड़ी सी जगह पा लेता.. -Santosh
chhat per aakar yara apna
didar to mujhe kara deta..
isi bahane main tumhare dil mein
thodi si jagah paa leta..
कोसता हूं खुद को प्यार के सफर में तू क्यों मेरे साथ ना थी.. कमबख्त तुम्हारे दिल में तो मेरे लिए जरा सी जगह ना थी.. -Supriya
kosta hun khud ko pyar ke
safar mein tu kyon mere sath na thi..
kambakht tumhare dil mein to
mere liye jara si jagah na thi..
कम हो गई तेरे जज्बातों की आरजू तो जानम तू मुझे भूलती गई.. शायद इसीलिए समय के साथ तेरे दिल में मेरी जगह बदलती गई.. -Dipti
kam ho gai tere jazbaaton ki aarzu
to janam tu mujhe bhulti gai..
shayad isiliye samay ke sath tere
dil mein meri jagah badalti gai..
तमन्ना थी, शायद हम दुनिया को जिंदा नजर आते.. काश आपके दिल में कभी हम थोड़ी जगह ढूंढ पाते.. -Santosh
tamanna thi, shayad ham
duniya ko jinda najar aate..
kash aapke dil mein kabhi
ham thodi jagah dhundh paate..
तुमने दिल की जगह से जो मुझे निकाल दिया है.. दुनिया ने हमारे जीने का वजूद ही छीन लिया है.. -Supriya
tumne dil ki jagah se
jo mujhe nikal diya hai..
duniya ne hamare jeene ka
wajood hi chhin liya hai..
जानम प्यार में तुम्हारी बेवफाई को कैसे सहता रहा.. अब दिल में दर्द की जगह कुछ भी बाकी ना रहा.. -Dipti
jaanam pyar mein tumhari
bewafai ko kaise sahta raha..
ab dil mein dard ki jagah
kuchh bhi baki na raha..
अपने महबूब के बिना वो न जाने कैसे गुजारा करते हैं.. पता नहीं लोग यहां प्यार की जगह नफरत क्यों करते हैं? -Santosh
apne mehboob ke bina vo
na jaane kaise gujara karte hain..
pata nahin log yahan pyar ki
jagah nafrat kyon karte hain?
यकीन मानो ओ बेवफा दिलबर तुम्हें मैं भी जरूर भूल पाती.. काश मोहब्बत की जगह मेरे दिल में भी नफरत होती..! -Supriya
yakin mano o bewafa dilbar
tumhen main bhi jarur bhul pati..
kash mohabbat ki jagah
mere dil mein bhi nafrat hoti..!
सच कहती हूं जिंदगी में इतने गम हमें कभी ना मिलते.. मंजिल की जगह बस रास्ते भर तक जो तुम साथ चलते.. -Dipti
sach kahati hun jindagi mein itne
gam hamen kabhi na milte..
manjil ki jagah bus raste
bhar tak jo tum sath chalte..
प्यार से भरा आशियाना कहीं छुपा नहीं सकता.. मेरे दिल में तुम्हारी जगह और कोई ले नहीं सकता.. -Santosh
pyar se bhara aashiyana
kahin chhupa nahin sakta..
mere dil mein tumhari jagah
aur koi le nahin sakta..
प्यार से जो देखो तुम तो दिल में हम उतर जाएंगे.. दिलबर, आइने की जगह तुम्हें हम नजर आएंगे..! -Supriya
pyar se jo dekho tum to
dil mein ham utar jaenge..
dilbar, aaine ki jagah
tumhen ham najar aaenge..!
यकीन है मुझे कभी तू बाहों में जरूर बुलाएगा.. मोहब्बत में दुख की जगह मुझे सुख जरूर दिलाएगा.. -Dipti
yakin hai mujhe kabhi tu
bahon mein jarur bulaaega..
mohabbat mein dukh ki jagah
mujhe sukh jarur dilaaega..
दिलरुबा मेरा प्यार तुम्हें उम्र भर यूं ही याद आएगा.. चाह कर भी कभी इश्क में मेरी जगह कोई ले ना पाएगा..! -Santosh
dilruba mera pyar tumhen
umra bhar yun hi yad aaega..
chah kar bhi kabhi ishq mein
meri jagah koi le na payega..!
न जाने क्यों सनम तूने इश्क में मुझे बेकरारी दे दी.. यकीनन दिल में मोहब्बत की जगह नफरत ने आज ले ली.. -Supriya
na jaane kyon sanam tune
ishq mein mujhe bekarari de di..
yakinan dil mein mohabbat ki
jagah nafrat ne aaj le li..
महबूब को प्यार में दिल की कसमें याद दिलाते हैं.. मोहब्बत में बातों की जगह इशारों से बुलाते हैं..! -Dipti
mehboob ko pyar mein dil ki
kasme yad dilate hain..
mohabbat mein baton ki jagah
isharon se bulate hain..!
प्यार में इस कदर उसने तनहाइयां दे दी.. खुशियों की जगह आज मातम ने ले ली.. -Santosh
pyar mein is kadar usne tanhaiyan de di..
khushiyon ki jagah aaj matam ne le li..
मोहब्बत में हर पल एक तुम्हें ही हम अपना बुलाना चाहते थे.. दिल में अपने दर्द की जगह हम खुशियों को रखना चाहते थे.. -Supriya
mohabbat mein har pal ek tumhen hi
ham apna bulana chahte the..
dil mein apne dard ki jagah ham
khushiyon ko rakhna chahte the..
तुम्हारे दिल में जानम, जो जगह ना पाऊंगा मैं.. दुनिया से अब और झूठ नहीं बोल सकूंगा मैं.. -Dipti
tumhare dil mein janam,
jo jagah na paunga main..
duniya se ab aur jhooth
nahin bol sakunga main..
न जाने क्यों जिंदगी में अब बेवफाई दे दी उसके प्यार ने.. गलती हुई शायद खुशियों की जगह ले ली दिल के दर्द ने.. -Santosh
na jaane kyon jindagi mein ab
bewafai de di uske pyar ne..
galti hui shayad khushiyon ki
jagah le li dil ke dard ne..
नफरत को फिर एक बार कैसे चाहत से मिलाऊं.. अपने दिल को दर्द की जगह कैसे खुशियां दिलाऊं.. -Supriya
nafrat ko phir ek baar
kaise chahat se milaaun..
apne dil ko dard ki jagah
kaise khushiyan dilaaun..
तुम्हारे सिवा यह दिल अब किसी और का होने को राजी नहीं है.. अब तो दिल में दर्द की जगह कोई और आने को राजी नहीं है.. -Dipti
tumhare siva yah dil ab kisi
aur ka hone ko razi nahin hai..
ab to dil mein dard ki jagah
koi aur aane ko razi nahin hai..
प्यार में जबसे ओ दिलबर तू हमें बेवफा कहने लगा.. अब जिंदगी में आंसुओं की जगह दर्द छलकने लगा.. -Santosh
pyar mein jabse o dilbar
tu hamen bewafa kahane laga..
ab jindagi mein aansuo ki
jagah dard chhalakne laga..
जबसे धोखा खाया है दिलरुबा से, ये दुनिया हमें ही हरजाई बुलाती है.. महबूबा की आंखों में मोहब्बत की जगह बस बेवफाई नजर आती है.. -Supriya
jab se dhokha khaya hai dilruba se,
ye duniya hamen hi harjaai bulati hai..
mehbooba ki aankhon mein mohabbat ki
jagah bus bewafai najar aati hai..
मेरी जगह किसी और को ही आजकल वह अपना बुलाते.. बेवफाई के नाम पर मगर वो दिल का दर्द भी नहीं सुनाते.. -Dipti
meri jagah kisi aur ko hi
aajkal vah apna bulate..
bewafai ke naam per magar vo
dil ka dard bhi nahin sunate..
जब दिलरुबा के दिल से मोहब्बत के अल्फाज निकले.. मुस्कुराहट की जगह आज आंखों से मेरे आंसू निकले.. -Santosh
jab dilruba ke dil se
mohabbat ke alfaz nikale..
muskurahat ki jagah aaj
aankhon se mere aansu nikale..
Final words on Jagah Shayari
दोस्तों अगर हमारी दर्द भरी Jagah Shayari को सुनकर आपकी दिल में भी अपने यार के लिए थोड़ी सी जगह बन गई हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए यह जरूर बताएं. फेसबुक पर शायरी के अपडेट्स पाने के लिए इस शायरी सुकून पेज को Like जरूर करें.
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वाह कल्याणी मॅम
क्या खूब कहा आपने, कोई अपना हमें छोड़ जाता है तो हमारी दुनिया उजड़ जाती है..
बहोत बढ़िया😊👌👌
So nice liked so much listen you
Wonderful script and beautiful recording Kalyani ji👌🙂
Amazing thoughts of Shayari’s and you presenting very beautifully kalyani ji 😍👌love Shayari’s suited on your voice 😍😍👌