दोस्तों, बेबसी ऐसे हालत होते है, जिसमे आपका कुछ वश चलता नहीं, आप लाचार, असहाय, विवश, मजबूर महसूस करते है. ऐसे हालातों को बयां करने हेतु, हमने Bebasi Shayari की पोस्ट लिखी है. अगर आपको अपने बेबस दिल के हाल को आवाज़ देनी है तो इन बेबस शायरियों को जरूर पढ़ें एवं शेयर करें.
जब आपके दिल को किसी बात की बेबसी होती है, तो आप मन की उस अवस्था को ना किसी को बता सकते हो और ना ही किसी को दिखा सकते हो. क्योंकि आपके दिल की यह बेबसी आपके दिलबर ने ही तो आपको दी है.
Voice-Over & Script: Sonam Sonar
मेरी बेबसी है कि तुझ से बात किए बिना चैन नहीं आता और एक तू है जो काम के सिवा मुझसे बात ही नहीं करता
meri bebasi hai ki tujhse
baat kiye bina chain nhi aata
aur ek tu hai jo kaam ke siwa
mujhse baat hi nhi karta
Bebas Shayari aapke bebasi ko bayan karegi
और आपके यह दिल का बेबसी भरा आलम न जाने और कितने दिन रहेगा. क्योंकि आपके दिल को जो ठेस लगी है उसकी भरपाई या फिर उसकी कीमत तो अब शायद आप का दिल भर भी नहीं चुका पाएगा. और इसी वजह से अब कोई भी आपके दिल की बेबसी को समझ नहीं पा रहा है. बेबसी अर्थात किसी बात को कहने में आपको हो रही मजबूरी, बेकसी या फिर आपके दिल को आई हुई विवशता.
बेबसी का आलम हमें
इस क़दर तन्हा कर गया..
यादों में आपकी, हमारे
अश्कों का समंदर बह गया..
bebasi ka aalam hame,
is kadar tanha kar gaya..
yadon mein aapki, hamare
ashqon ka samandar beh gaya..
बेबसी से भरा हुआ यह आलम आपके दिल को नया नहीं है. लेकिन इससे पहले आपके दिल में इतनी बेबसी भरी हुई परिस्थिति का शायद अनुभव ही नहीं किया है. क्योंकि अब तो आपको जैसे प्यार से ही नफरत होने लगी है. अब तो आपका दिल किसी से प्यार करने के लिए हो ही नहीं रहा है.

जब भी आप किसी की अच्छाइयों के बारे में या फिर किसी सच्चे दिल के प्यार के बारे में सोच रहे हो तो आपके दिल की बेबसी आपके मन पर हावी हो रही है. वह आपको कुछ अच्छा सुझाव देने से भी परास्त कर रही है.
बेबसी शायरी इन हिंदी
जब से आप ने अपने दिलबर का नाराज सा चेहरा देखा है, तब से आपके दिल को भी एक बेचैनी सी महसूस हो रही है. आप उससे बस हरदम यही पूछा कर रहे हो कि उनके इस मजबूरी की वजह क्या है. उनके चेहरे की मुस्कान न जाने कहां खो गई है. आज तक आपने उन्हें इतना मायूस और बेकसी से भरा हुआ कभी नहीं देखा है.
ये कैसी बेबसी हैं अब के
तक़दीर ने कैसा नगमा गुनगुनाया हैं
मुझे भूले जिसे मुद्दतें गुज़री
हर पल मुझे वही याद आया हैं
ye kaisi bebasi hai ab ke
takdir ne kaisa nagma gungunaya hai
mujhe bhule jise muddate gujri
har pal mujhe wahi yaad aaya hai
Sad Collection of Bebasi Shayari in Urdu
जिस तरह से आपकी महबूबा आपसे खफा, नाराज हो रही है, उस तरह से तो आपका दिल अब और भी मायूसी का एहसास कर रहा है. और इसी वजह से आप उनसे हरदम खुश रहने के लिए ही कोशिश करते रहते हो. आप उनसे हरदम अपने चेहरे पर मुस्कान बनाए रखने की दुआ कर रहे हो. लेकिन उनके दिल में कुछ तो मायूसी जरूर छुपी हुई है. उनके दिल की जो भी मजबूरी है, वो आपसे उसे शायद बयां नहीं कर पा रही है.

तुझे हमनवां, मुझे बेबसी मुबारक, अलविदा तेरे शहर में फिर ना आएँगे मुझे दाग-ए-फुरकत* देने वाले तुझे नगमों की तरह लबों पर सजाएंगे [*दाग-ए-फुरकत - जुदाई का दर्द] -Moeen
tujhe hamnava, mujhe bebasi mubaraq
alvida tere shahar me fir na aayenge
mujhe daag-e-furqat dene wale
tujhe nagmo ki tarah labop par sajayenge
मेरी बेबसी थी तुझे ना पा सका
मुद्दतें गुज़री तुझे ना भुला सका
कब के अमीर हो जाते हम
मगर अपना सर ना झुका सका
meri bebasi thi tujhe na pa saka
muddate gujari tujhe na bhula saka
kab ke amir ho jate hum
magar apna sar na jhuka saka
चेहरे पर तेरे मुस्कान
की कमी खल रही है..
यूं बेबसी अपने प्यार में,
क्यों दस्तक दे रही है..?
chehre per tere muskan
ki kami khal rahi hai..
yu bebasi apne pyar mein
kyon dastak de rahi hai..?
हालात कुछ ऐसे है की
फूलों जैसी नाजुक है तू..
खफा रहेगी तू दिनभर तो,
मेरी बेबसी को समझ ले तू..
halat kuchh aise hain ki
phoolon jaisi nazuk hai tu..
khafa rahegi tu din bhar to,
meri bebasi ko samajh le tu…
बेबसी के हालातों को,
बयां नहीं करना चाहूंगा..
मै तुझे उम्रभर बेइंतहा,
मोहब्बत करता रहूंगा..
bebasi ke halatonko
bayan nahin karna chahunga..
main tujhe umra bhar be intehaan,
mohabbat karta rahunga…

बेबसी तो तब होगी.. जब सामने होकर भी तू मुझसे दूर होगी…
bebasi to tab hogi..
jab samne hokar bhi
tu mujhse dur hogi…
ये कैसी बेबसी है, ना तू पूरी तरह मेरी है, और ना मैं अपना हूं…!
ye kaisi bebasi hai,
na tu puri tarah meri hai
aur na main apna hun…!
हद ना पूछो मेरी बेबसी की तुम.. मै दर्द बयां करता हूं और तू हंसकर सुनती है..!
had na poochho meri bebasi ki tum,
mein dard bayan karta hoon
aur tu hanskar sunti hai…!

दोस्तों, हमारी इन Bebasi Shayari की मदद से अगर आपके दिल का बेबसी भरा आलम ही आपको याद आ गया हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए बताना ना भूलें. अगर आप अपने बेबस दिल को राहत पोहचाने के लिए और भी शायरियां पढ़ना चाहते है, तो आप हमारी ये दिल का दर्द शायरी पोस्ट को जरूर विजिट कर सकते है.
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Superb Voice
बहोत खूब
#सुकुन
वाह मिलिंद जी
आपकी आवाज़ में बेबसी का दर्द साफ़ दिखाई दे रहा है..
बहोत ख़ूब
Strong yet soulful voice
Very nice Milind ji
Bahot khub mailing Ji
Bebasi ko aapki aawaj me
Is kadar baya kiya aapne
Dilaka chupa hua dard bhi
Najane kaise pahchan liya aapne
Bahut khub, Sonam ji aapki aawaz me dard bhari shayariya sunna humesha hi accha lagta hai, in bebasi shayariyon ko aapne behtreen tarike se pesh kiya hai, aur script bhi lajwab likhi hai. Shukriya aapka!
शायरी और पेशकश दोनो ही बहुत खूब ! 👌👌