Allama Iqbal Shayari : दोस्तों आपने अपने जिंदगी में अल्लामा इक़बाल शायरी को तो कही न कही तो सुना ही होगा, आज हम अल्लामा इक़बाल इनके कुछ चुनिंदा शायरियों का नजराना आपके सामने लेकर आये है. आपको ये Allama Iqbal Shayari सुनकर और पढ़कर उनके लिखाण की गहराई का पता चलेगा.
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इन अल्लामा इक़बाल शायरी को Shahin Anwar इनकी आवाज़ में सुनकर मोहब्बत की पुराणी यादें ताजा होगी!
Allama Iqbal Shayari पर लिखी गयी यह हमारी पहली पोस्ट है. इसके बाद भी हम उनके शायरियों को हमारे आनेवाले पोस्ट में पब्लिश करेंगे, अगर आप शायरी सुकून को प्रतिदिन विजिट करते है तो आपको उसकी अपडेट मिल ही जाएगी, या फिर अगर आप हमारे व्हाट्सप्प चैनल को ज्वाइन करते हो तो आपको उसकी अपडेट अपने फ़ोन पर ही मिल जाएगी
तो चलिए शुरू करते है अल्लामा इक़बाल शायरी का ये बेहतरीन collection जिन्हे पढ़कर आप अल्लामा इक़बाल इनके सोच के बारे में पता चलेगा
हज़ारों साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पे रोती है
बड़ी मुश्किल से होता है चमन में दीदा-वर पैदा
Hajaron sal Nargis apni be-nuri pe roti hain
Badi mushkil se hota hain chaman main dida-var paida
अपनी बदसूरती पर रोने वाले यह बात समझ जाए कि उनकी तारीफ करने वाला बड़ी मुश्किल से पैदा होगा. इसीलिए खुद को खूबसूरत समझे. खुद में खूबियां ढूंढे. खुद को काबिल बनाने की कोशिश करें. अपने आप को दूसरों से कम समझ कर रोते रहने की भूल ना करें.
Allama Iqbal Shayari
अपने मन में डूब कर पा जा सुराग़-ए-ज़ि़ंदगी
तू अगर मेरा नहीं बनता न बन अपना तो बन
Apne man mein doob kar pa ja surag ye jindagi
Tu agar Mera nahin Banta Na ban apna to ban
जब हम खुद के अंदर जानते हो तो हमें बहुत कुछ अपने बारे में पता चलता है. हम क्यों जी रहे हैं यह सवाल अगर हमारे मन में उठ रहा है तो उसका जवाब हमें मिल जाता है. जिंदगी को नया मोर मिलता है. हमारा जिंदगी की तरफ देखने का नजरिया बदलता है. हमें हमेशा अपने दिल के अंदर झांकना चाहिए. ताकि हम कम से कम खुद को अच्छे से जान लेते हैं. किसी और के बनने से अच्छा है हम खुद के बने.
दिल से जो बात निकलती है असर रखती है
पर नहीं ताक़त-ए-परवाज़ मगर रखती है
Dil se jo baat nikalati hain asar rakhati hain
Par nhi takat-e-parvaj magar rakhati hain
दिल से निकली हुई बात कोई ना कोई असर जरूर करती है. ऐसा कहते हैं दिल से निकली हुई दुआ जरूर पूरी होती है. यह बात भी कुछ ऐसी ही है. जैसे दिल से हम किसी को चाहते हैं तो पूरी कायनात उसे हमारे करीब लाने की कोशिश करती है. हमें बस दिल से उसकी चाहत रखनी है.
Allama Iqbal Shayari in Urdu
तेरे सझ्दे कहीं तुझे काफ़िर ना कर दे ऐ इकबाल
तो झुकता कहीं और है सोचता कहीं और है.
Tere Sajde kahin tujhe kafir na karde e Iqbal
Tu jhukta kahin aur hai sochta kahin aur hai
दोस्तों हम कौन से लोगों को अपना आदर्श मानते हैं उस पर अपना बर्ताव निर्भर करता है. यदि हम गलत लोगों को प्रणाम करते हैं उनका मान सम्मान करते हैं तो जाहिर सी बात है हमें वह पसंद है. ऐसा करने से जो बाकी लोग अच्छे हैं वह हमारे बारे में जरूर ही गलत सोचेंगे. खुदा को ना मानने वाले लोग हमारे आदर्श है तो जाहिर सी बात है हम भी खुदा को नहीं मानते हैं. इसीलिए हमें हमारी सोच के लोगों से ही राब्ता रखना चाहिए.
जानते हो तुम भी फिर भी अजनान बनते हो
इस तरह हमें परेशान करते हो
पूछते हो तुम्हे किया पसंद है
जवाब खुद हो फिर भी सवाल करते हो
Jante ho tum phir bhi Anjaan bante Ho
Is tarah hamen pareshan karte ho
Puchte Ho tumhen kya pasand hai
Jawab khud Ho fir bhi sawal karte ho
Allama Iqbal Shayari कितनी सुंदरता से अपने जज्बात बयां करती हैं यह तो आपने इस शायरी से देख लिया. जो इंसान हमें पसंद है वहीं अगर हमारी पसंद पूछे तो हम क्या जवाब देंगे. हमारे महबूब को ऐसे सवाल पूछ कर हमें छेड़ना पसंद हो सकता है. आपके साथ भी कभी ऐसा हुआ होगा.
Allama Iqbal Poetry Urdu
मत पूछ के हम मोहब्बत कि किस रह से गुज़रे है
ये देख के तुझ पर कोई इलज़ाम ना आने दिया
Mat poochh ke ham Mohabbat ki kis rah se gujre Hain
Yeh dekh ke tujh par koi ilzaam na aane diya
सच्चा प्यार करने वाले कभी अपने महबूब की बेज्जती नहीं करते. बाकी लोगों के सामने उसकी बुराइयां नहीं करते. उसके छोड़ जाने के बावजूद वह अपने हालातों का इल्जाम उस पर नहीं लगाते. अपने हालातों को खुद ही सवारते रहते हैं.
Allama Iqbal Shayari Hindi
बात सझ्दों कि नहीं खुलूस दिल कि होती है इकबाल
हर मयखाने में सराबी और हर मस्जिद में कोई नमाजी नहीं होता
Baat sajdon ki nahin khulus Dil ki Hoti hai Iqbal
Har mein khane mein Sharaabi aur masjid mein koi namaji nahin hota
Allama Iqbal Shayari Hindi
हम किस के सामने झुकते हैं यह जरूरी नहीं होता. जरूरी यह होता है कि हमारा दिल किस के सामने झुकता है. मस्जिद में नमाज पढ़ते हुए अगर हमारे दिल में बुरे ख्याल हो तो खुदा के सामने सजदा करने का क्या फायदा…? शराब पी रहे शराबी के दिल में अगर उसका महबूब बस्ता हो तो वह एक सच्चा आशिक है. जिसके दिल में खुदा है. क्योंकि प्यार ही खुदा का दूसरा रूप है.
तेरे इश्क़ की इन्तहा चाहता हूँ मेरी सादगी देख क्या चाहता हूँ
भरी बज़्म में राज़ की बात कह दी बड़ा बे-अदब हूँ सज़ा चाहता हूँ
Tere Ishq ki Inteha chahta hun meri sadgi dekh kya chahta hun
Bhari bajm mein Raj ki baat kah Di bada be- adab Hu sada chahta hun
दिल में अगर प्यार हुआ तो हम उसे पानी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. अपना प्यार हम जाहिर करते हुए शर्माते नहीं है. क्योंकि हम सच्चे आशिक होते हैं. प्यार झूठा हो तो उसे सबके सामने बताते हुए शर्म आएगी. लेकिन दिल में कोई झूठ ना हो तो वह सर ऊंचा करके अपने प्यार की गवाही देगा.
Allama Iqbal Shayari in Hindi
हम वक़्त गुज़ारने वाले नहीं रौनक महेफिल में
ज़िन्दगी भर याद करोगे के ज़िन्दगी में आया था कोई
Ham waqt gujarne wale nahin Raunak mahfil mein
Jindagi bhar yad karoge ke jindagi mein aaya tha koi
महफिल में रौनक देखकर कोई भी वक्त बिताने वाला चला आता है.लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जो महफ़िल की रौनक होते हैं. जिन्हें सब लोग याद रखते हैं.ठीक वैसे ही हमारी जिंदगी में भी कुछ लोग आते हैं जो हमारी जिंदगी की रौनक होते हैं.वह हमारे साथ केवल समय बिताने के लिए नहीं होते. बल्कि हमारी जिंदगी में खास बन कर रह जाते हैं. जो हमारे लिए जिंदगी भर की याद बन जाते हैं.
इक़रार .ऐ.मुहब्बत ऐहदे.ऐ.वफ़ा सब झूठी सच्ची बातें हैं .इक़बाल.
हर शख्स खुदी की मस्ती में बस अपने खातिर जीता है
Ikrar e muhabbat ehde e vafa sab jhuti sacchi bate hain Iqbal
Har shaks khudi ki masti main bas apne khatir jita hain
दोस्तों देखा जाए तो दुनिया में सभी लोग अपने लिए जीते हैं. कोई किसी से प्यार करता है तो कहता है कि उसी के बिना नहीं जी पाएगा. लेकिन उसके छोड़ जाने के बाद भी वह इंसान जिंदा रहता है. उसके प्यार में वह जीता तो है लेकिन खुश नहीं रहता. फिर भी यह उसी के दिल का प्यार होता है जो उसे जिंदा रखता है.
किसी से प्यार करना भी खुद से प्यार करने के बराबर है. हम खुद से प्यार नहीं करते हैं तो किसी से प्यार नहीं कर सकते. इसलिए हम जब खुद के लिए जीते हैं तभी तो किसी और के लिए भी जी सकते हैं.
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शाहीनजी, बहोत ही खूब पेशकष!!!!
💐💐
सरलता और सहजता से इतना लाजवाब इम्पॅक्ट किया जा सकता है, व्वाह !!!!!!!
Shandar peshkash Shahin ji!!
jis rubab se aap ne shayriyan padhi hei ..Kamaal!!!
Maja aagaya sun ka…
Best wishes!!
-Kalyani
You have very beautiful voice and u expressed also very beautifully👌👌👌Shahin ji
Beautiful shayari 😍❤️
Luv ur voice shahin 🤗
heart melting lines and beautifully described by your voice, keep up the good work shahin.