Zulmi Shayari: आपका यार तो इतना जुल्मी है कि आपको देखते ही वो आपको उसकी एक हसीन मुस्कान से घायल कर देता है. आप तो उसकी बस एक हल्की सी मुस्कान के भी कायल हो जाते हो. उसके ज़ुल्मी होने की आप उन्हें सजा तो जरूर देना चाहते हो. ऐसे ही ज़ुल्मी सनम पर ये ज़ुल्मी शायरियों को लिखा गया है.
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Zulmi Shayari | ज़ुल्म पर शायरियां
अपने यार का जुल्मी अंदाज देखकर तो आपके दिल में उनके लिए एक कसक सी जाग उठी है. आज तक आपने दुनिया के कई सारे जुल्म सहे हैं. दुनिया ने आपको कई बार ठुकराया है. आपको हर बार नाकारा ठहराया है. और इसी वजह से दुनिया के ऐसे सितम के कई सारे निशान आपके दिल पर गहरी चोट की तरह लग चुके हैं.
जुल्म सहने को तो हम हज़ार सह लेंगे, सारे ज़माने से तुम्हारा ज़िक्र तक नहीं करेंगे ज़ुल्मी बनकर इन वफ़ाओं की खातिर, हर इल्ज़ाम तुम्हारा अपने नाम कर लेंगे -Neha
zulm sahne ko to hum hajar sah lenge
saare zamane se tumhara jikra tak nahi karenge
julmi bankar inn wafao ki khatir
har iljaam tumhara apne naam kar lenge
Voice-Over: Deepti
बेइंतेहा इश्क़ है तुमसे और चाहत की भी कमी नहीं तुम थोड़ा भी न चाहो मुझे तुम इतने भी ज़ुल्मी तो नहीं -Arzoo Bishnoi
Beintehaa ishq hai tumse….
Or chahat ki bhi kami nahi….
Tum thoda b na chaho mujhe…
Tum itne bhi zulmi nahi….
क्या जुल्मी अंदाज है यह आपका.. दीवाना हो जाता है, दिल बस आपका..
kya zulmi andaaz hai yah aapka..
deewana ho jata hai, dil bas aapka..
जुल्मी शायरी
उनकी कातिलाना नजरों में छिपे जुल्मों सितम आपको हमेशा लुभाते रहते हैं. आपको उनकी तरफ खींचते रहते हैं. और आप भी उनकी इन्हीं कातिल नजरों की वजह से उनकी ही ओर हमेशा दौड़े चले जाते हो. उन्हें देखते ही आप न जाने किसी अलग दुनिया में चले जाते हो.
उफ्फ़, ये आपकी जुल्मी अदायें,
एक नशा छिपा है आपकी निगाहों में..
आपके प्यार की नज़्म अब भी,
गूंजती है हमारी धड़कनों में..
uff ye aapki zulmi adayein,
ek nasha chhipa hai
aapki nigahon mein..
aapke pyar ki nazm ab bhi,
goonjti hai hamari dhadkanon mein..
चेहरे पर अपने कब तक नक़ाब रखोगे, ज़ुल्फ़ें तुम्हारी मन को मोह लेती ही है उस पर ये ज़ुल्मी आँखें तुम्हारी, कैसे बताये क्या सितम हम पर ढाती है -Neha
chehre par apne kab tak naqab rakhoge
julfe tumhari man ko moh leti hi hai
uss par ye zulmi aankhe tumhari
kaise bataye kya sitam hum par dhaati hai
तेरे चेहरे की कशिश ने यूँ ज़ुल्मी बना दिया कुछ और पसंद भी ना आये ये तूने क्या किया -Arzoo Bishnoi
Tere chehre ki kashish ne..
yu zulmi bna diya….
Kuch or psand b na aaye..
Ye tune kya Kiya…
Julmi Shayari in Hindi
इस जमाने में रहते हुए आपके दिलो-दिमाग पर न जाने जुल्मों की कितनी बरसात हुई है, इस बात का आपका यार तो सिर्फ अंदाजा ही लगा सकता है. क्योंकि आपके दिल पर लगे हुए इन गहरे जख्मों को आप यूं ही हर किसी को जाहिर नहीं करते हो. लेकिन आपने अपने दिलबर से आज तक कोई भी बात छुपाई नहीं है.
ये जुल्मी जमाना क्या,
याद करेगा हमारा अफसाना..
फिर भी जिंदा रहेगा,
हमेशा हमारे प्यार का तराना..
ye zulmi jamana kya
yad karega hamara afsana..
fir bhi zinda rahega
hamesha hamare pyar ka tarana..
ज़ुल्मी कहो या कोई और नाम दो, ख्वाबों में आकर तुम सताते बहुत हो हक़ीक़त में मगर मिलने की ख़ातिर, मिन्नतें हज़ार तुम हमसे करवाते बहुत हो -Neha
zulmi kaho ya koi aur naam do
khwabo me aakar tum satate bahut ho
hakiqat me magar milne ki khatir
minnate hajar tum humse karvate bahut ho
तेरी ज़ुल्मी निगाहो ने क्या कमाल किया है एक दफा देख कर भी दिल का बुरा हाल किया है -Arzoo Bishnoi
Teri zulmi nigahon ne kya kmal kiya hai…
Ik dfa dekh kr bhi dil ka bura haal kiya hai…
Final words on Zulmi Shayari
दोस्तों, हमारी Zulmi Shayari की मदद से अगर आपके भी सपनों में अपने यार की जुल्मी निगाहें सताने लगी हो, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए हमें जरूर बताएं. अगर आपको चाहिये कि अपने Twitter हैन्डल पर शायरी सुकून अपडेट्स मिले, तो हमें शायरी सुकून अकाउन्ट पर Follow जरूर करें.
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Nice love shayri dear best of you my vrushali dear friend
वाह वृषाली जी,
आपकी शायरियों ने तो जैसे ज़ुल्म का कहर बरपाया है
Wah bahot hi Julmi Shayriya hai…aur Gudiya ki avaaj ne toh pehle hi ghayal kar diya hai…superb