Qayamat ka arth hota hai pralay ya fir koi aafat. Qayamat Shayari bhi aise hi pyar se judi pyari ya fir dukh bhari aafaton ko jahir karti hai. क़यामत पर लिखीं इन नायब और चुनिंदा शायरियों को सुनकर आपको अपने महबूब की याद जरूर आएगी, और अगर ये पोस्ट आपको पसंद आये तो आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ या फिर फेसबुक आदि सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं.
दोस्तों, सच्चे प्यार में ही इतनी ताकत होती है, कि बिन कुछ कहे भी अपने महबूब पर क़यामत ला सकती है. आप तो बस इसी उलझन में पड़े होते हो कि आखिर आपके दिलबर ने ये कयामत भरी अदायेें आखिर कहाँसे सीखी होगी. वो आँखें झुकायें तो कयामत, वो बालों को सहलाये तो कयामत, उसने अपनी चूड़ियां खनकाई, तो भी आप पर एक तरह से कयामत ही तो आती है.
Voice-Over & Script: Vanshika Navlani
तुझे जो माँगू खुद से, तो मंज़ूर कर लेना दीदार से मेरी बेनूर आँखों को, नूर कर लेना क़यामत जो टूटे तुझ से, दूरी की दिलबर कभी बात ना कर सको, खुद को ना कभी इतना मजबूर कर लेना -Moeen
tujhe jo mangu khud se to manjur kar lena
deedar se meri benoor aankho ko noor kar lena
qayamat jo tute tujh se duri ki dilkar kabhi
baat na kar sako.. khud ko na kabhi itna majbur kar lena
उसकी निगाहों में मुझे, कयामत नजर आती है जब भी देखूं उसके तरफ़, तो वो शरमा जाती है दिल संभालता नही है, मेरा उसको देखे बिना उसे पल भर ना देखूं तो, धड़कन थम सी जाती है -Sagar
uski nighaho me mujhe, qayamat nazar aati hai
jab bhi dekhu uske taraf, to wo sharma jati hai
dil sambhlta nhi hai, mera usko dekhe bina
use pal bhar na dekhu to, dhakdan tham si jaati hai
Qayamat Shayari in Hindi
जब वह आपके सामने आ जाता है, तो आपके मानो अल्फाज ही खत्म से हो जाते हैं. आप की धड़कन जोरो से चलने लगती है. वक्त जैसे थम सा जाता है और आपको ये लम्हा बार-बार जीने की तमन्ना होती है. कई बार आपकी ये तमन्ना पूरी भी हो जाती है.
तुझ से छुपाया ना कुछ, कर दिया ज़ाहीर सब रूह वगैरह सौंप दी हम ने, तेरी खातीर सब तेरी क़यामत ख़ेज़ सादगी का, जो ज़िक्र करता हूँ जलने लगे है मुझ से, ज़माने के शाईर सब -Moeen
tujh se chupaya na kuch, kar diya jahir sab
rup vagairah saup di hum ne, tere khatir sab
teri qayamat khej sadgi ka, jo jikra karta hu
jalne lage hai mujh se, jamaane ke shaayir sab
शामों सहर उसकी यादों का पहरा है जख्म बेवफाई का दिल में गहरा है.. किसी गैर की बाहों में उसका होना, मेरे लिए सिर्फ कयामत का सहरा है.. -Sagar
shaamo saher uski yaado ka pahra hai
jakhm bewafayi ka dil me gahara hai
kisi gair ki baho me uska hona
mere liye sirf qayamat ka sahera hai..
आपके महबूब ने आपसे सिर्फ नजरे भी मिलाई या होठों से कुछ कहने के लिए लब हिलाए तो भी आपके दिल पर कयामत आ सकती है. सोचिए अगर उसने आपको कुबूल कर लिया आपके प्यार का इजहार कर लिया तो आपका हाल क्या होगा!
Qayamat Shayari in Urdu Collection
वैसे तो उसकी मासूमियत की कोई हद नहीं होती. उसका छोटी-छोटी बात को लेकर सोचना, आप से झगड़ना, रूठना, और फिर से आपसे मिलना यह सारी बातें आप पर उनका कहर बरसाने के लिए काफी होती है, है ना?
देखा है ज़माना, मेरे महबूब से सादा कोई नहीं ज़माने में उस दिलबर से, प्यारा ज़्यादा कोई नहीं साथ माँगा है तेरा, जन्नत तलक क़यामत तलक किया तुझ से कभी, बिछड़ने का इरादा कोई नहीं -Moeen
Dekha hai jamana, mere mahbub se saada koi nahi
jamaane me uss dilbar se, pyara jyada koi nhi
sath manga hai tera, jannat talak qayamat talak
kiya tujh se kabhi, bichdne ka iraada koi nhi
उनकी बाल सुलझाने की, उनकी हंसने की उनकी रूठने की और न जाने ऐसी कितनी अदाएं देखकर आपकी दिल पर तो जैसे छुरिया ही चल जाती है. आपकी होठ जैसे सिल जाते हैं. आपके पास कहने के लिए कोई शब्द कोई अल्फाज नहीं होते. एक तरह से उनको देखते ही आप पर ना जाने कोई कयामत ही आ जाती है.
मेरी रूह को जिस्म से अलग कर गया.. वो शख्स कुछ ऐसी क़यामत कर गया..
meri ruh ko jism se alag kar gaya..
vo shakhs kuch aisi qayamat kar gaya…
बेइंतहा ख़ूबसूरत हो, जरूरत नहीं सवरने की..
आपकी सादगी भी है, बड़ी ही क़यामत की..
beinteha khubsurat ho zaroorat nahin sawarne ki..
aapki sadgi bhi badi hi qayaamat ki…
उसकी बातों में मुझे नादानी की झलक दिखती है.. बात ना हो पाए उस से, तो गुस्सा हो जाती है.. जब कभी देर हुई मुझे, उस से मुलाकात करने में.. फिर समझों के जमाने में कयामत आ जाती है.. -Sagar
uski baato me mujhe nadani ki jhalak dikhti hai
baat na ho paaye usse, to gussa ho jati hai
jab kabhi der huyi mujhe, us se mulaqat karne me
fir samjho ke jamane me qayamat aa jati hai
Wallpaper on Qayamat Shayari
आपकी दिलबरा जहां जहां जाती है. अपनी हर एक अदाओं से सबको घायल करती जाती है. उसकी खुशबू लेकर ही तो सवेरा होता है. उसकी मुस्कुराहट देखकर ही तो कलियां खिल जाती हैं. उसकी आंखों में एक ऐसा नशा है, जिसे देखकर मानो तितलियां भी अपने रंग भर लेती हैं. उसकी नजरों का नशा देखकर तो कई नशे में चूर होने वालों ने मयखाने में जाना ही बंद कर दिया है.
जरासे होंठ हिलने पर
क़यामत आ जाती है..
क्या हाल होगा मेरा
जब तू बोलेगी कुबूल है…
zara se hot hilne per
qayamat aa jaati hai,
kya hal hoga mera
jab tu bolegi qubool hai…
तेरी मासूमियत देखकर
मेरे अल्फ़ाज़ खो जाते है..
जब मुस्कुराएगी मेरे सामने
तब सचमे कयामत आएगी…
teri masumiyat dekhkar
mere alfaz kho jate hain
jab muskurayegi
mere samne
tab sach mein
qayamat aayegi…
कोई अगर पूछे के क़यामत कब आती है.. मै बताऊंगा, जब वो रूठ जाती है..
koi agar puche ke qayamat kab aati hai..
main bataunga jab wo rooth jaati hai…
कयामत ना बरसाए वो हुस्न-ए-मलिका नहीं है हम हमारी अदाओं से परेशान ना हो सके वो जाम नहीं है हम
qayamat na barsaye wo
husn-e-malika nhi hai hum
humari adao se pareshan
na ho sake wo jaam nhi hai hum
कयामत शायरी हिंदी उर्दू
सोचना जरा मेरी आंखो
में आंखे मिलाने से पहले..
अगर झुकाओगी नज़रे
तो क़यामत होगी…
soch na zara
meri aankhon
mein aankhen
milane se pahle
agar jhukaogi nazre
to qayamat hogi…
Conclusion
Toh dosto? kaise lagi ye kamaal ki Qayamat par Shayariya? agar acchi lage to hume comment karke jarur bataye, aur agar aap yis post ko apne premika ke sath share karte ho to usko behad accha lagega.
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Waah kya baat!…. khubsurat shayari aur peshkash!
इनोसन्स नटखट अदाएं जिस में शामिल है ऐसी सुनते ही सीधे दिल तक पहुंचने वाली आवाज का जादू वह है Vanshika ji ….बहुत खूबसुरत अंदाज
Wah kya behtreen andaz hai inn Qayamat Shayari ko pesh karne ka!
Bahut khub Vanshika ma’am, shukriya aapka!
बहुत सुंदर रिकॉर्डिंग वंशिका मैम…! लाजवाब स्क्रिप्ट! सुनकर मजा आ गया 😊😊😊😊।