Sorry Shayari: आशिक से प्यार में जब कोई खता होती है. तो उसे अपने महबूब से तहे दिल से माफी जरूर मांगने पढ़ती है. क्योंकि वह अपनी प्यार की इस रिश्ते को कभी तोड़ना नहीं चाहता है. और जिस तरह से उस नहीं अब तक मोहब्बत भरा सफर तय किया है. उस सफ़र को वह अपने दिलबर के साथ बीच रास्ते में ही छोड़ना नहीं चाहता है.
और इन शायरियों की मदद से किसी भी यार को अपने प्रेमी को मनाना आसान हो सकता है. क्योंकि हम आपके लिए दिल को छू जाने वाली Sorry Shayari लेकर आए हैं. जिनकी मदद से आप अपने दिल से भी प्यार महबूब को जरूर मना लोगे.
Listen to Sorry Shayari | Voice-Over: Aishwarya Pewal
और वह भी उतने ही शिद्दत से प्यार करता है. इसी वजह से वह भी आपके आप पर ज्यादा देर तक नाराज है बिल्कुल भी रह नहीं पाएगा. और आप अपने दिलबर को मना कर उसे प्यार की खुशियों से भरा कोई तोहफा दे सकते हो. ताकि आपका यार आपसे प्यार में फिर कभी भी रूठना सकेगा.
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Sorry Shayari Image – सॉरी शायरी इमेज
जो तुझ तक पहुँचाए ऐसी कोई राह होगी चीर दे जो अर्श का सीना ऐसी कोई आह होगी.. रिश्ते निभाने की खातीर माँगते रहे सदा माफीयाँ न जाने किस के नसीब में फिर तेरी चाह होगी.. *अर्श : आसमान -Moeen
jo tujh tak pahunchaye aisi koi raah hogi
chir de jo arsh ka sina aisi koi aah hogi..
rishte nibhaane ki khatir mangte rahe sada mafiya
na jaane kiske naseeb mein fir teri chaah hogi..
अपने दिलबर के लिए प्यार में आशिक अपनी जान तक देने के लिए तैयार होता है. लेकिन जब उसे अपने महबूब की नाराजगी का पता चलता है. तो वह उसे कई बार मनाने की कोशिश करता है. वह खुद बार-बार अपने प्यार की कसम और वादे देकर उसे मनाना चाहता है.
साथ ही वह अपने दिल की हालत बता कर उससे माफी भी मांगता है. साथ ही वह इसी बात की उम्मीद करता है कि किसी भी हालत में वह अपने महबूब के दिल तक पहुंच सके. ताकि वह उसे अपने प्यार का इजहार और उसकी बात को पूरी तरह से समझा सके.
तेरे प्यार में मेरे दिल ने की होंगी कई गुस्ताखियां.. अब मान भी लो मेरी मोहब्बत सह नहीं पा रहा दिल ये दूरियां..
tere pyar mein mere dil ne
ki hogi kai gustakhiyan..
ab maan bhi lo meri mohabbat,
sah nahin pa raha dil ye dooriyan…
जब वो आँचल अपना हवाओं में लहराती थी नीले गगन तले भटके परिंदों को राह दिखाती थी.. रूठने पर माँगना उस से माफी पहरों याद हैं मुझ से मिलने वो छुट्टीयों में भी कॉलेज आती थी.. -Moeen
jab vo aanchal apna hawaon mein lahrati thi
neele gagan taley bhatke parindon ko rah dikhati thi..
ruthne par mangna usse mafi pahro yad hai
mujhse milane vo chhutiyon mein bhi college aati thi..
Sorry Shayari Image की मदद से आशिक अपने यार को मनाना चाहता है. लेकिन उसके मन में जब भी अपने दिलबर का ख्याल आता है. वह हर बार उसकी यादों में ही खो जाता है. उसे अपने महबूब का हवा में उड़ता हुआ आंचल याद आता है. और साथ ही जिस तरह से आसमान में उड़ते हुए पंछियों को अपने घर की याद आती है.
मेरे अल्फाज गर
आपका कत्ल कर दे,
तो गुस्ताखी माफ हो हुजूर..
वफा से भरी महफिल में कही,
टूट ना जाए आपका गुरुर..
mere alfaaz gar aapka katla kar de
to gustakhi maaf ho hujur..
wafa se bhari mehfil mein kahin
tut na jaaye aapka guroor…
ठीक उसी तरह से प्यार में आशिक को अपने यार की याद सताती रहती है. जिस तरह से वह उसे हर बार नाराजगी को दूर करने के लिए मनाता रहता था. उन सभी दिनों की उसे आज याद सता रही है. और साथ ही उसे यह भी याद आ रहा है कि किस तरह से उसका महबूब उससे मिलने के लिए छुट्टियों में भी कॉलेज आ जाता था.
Sorry Shayari In Hindi – सॉरी शायरी इन हिंदी
अब ज़िंदगी की राहों में बिखर जाए तो क्या फिर देर रात हम अपने घर जाए तो क्या.. किस्मत के फैसले भी माँगते हैं माफी मुझ से अब बिगड़ा मुकद्दर फिर संवर जाए तो क्या.. -Moeen
ab jindagi ki rahon mein bikhar jaaye to kya
fir der raat ham apne ghar jaaye to kya..
kismat ke faisla bhi mangte hain mafi mujhse
ab bigda muqaddar fir savar jaaye to kya..
एक बार किसी इंसान पर भरोसा उठ जाए. और वह इंसान किसी की नजरों में एक बार गिर जाए. तो वह चाहे कितनी भी लाख कोशिशें कर ले. लेकिन अपने लिए जो प्रतिमा दूसरों के मन में तैयार होती है. उसे वह कभी भी बदल नहीं सकता है. कुछ इसी तरह का अनुभव आशिक के महबूब को आ रहा है.
गलतियों से भरी हमारी जिंदगी में
एक गुस्ताखी और कर दी हमने..
दिल दे दिया आपको बस
आपका दिल चुराना भूल गए..
galtiyo se bhari hamari zindagi mein,
ek gustakhi aur kar di humne..
dil de diya aapko bas
aapka dil churana bhul gaye…
क्योंकि उसके जिंदगी का मुकाम जैसे पूरी तरह बिखर चुका है. वह अपने यार की यादों में हमेशा अब आंसू ही रो देता है. अब उसके दिल को पूछने वाला और उसके आंसू पोछने वाला कोई भी उसके पास नहीं है. अगर कोई उसे इस तरह का अनजान आदमी मिल भी जाए. तब भी उसे उस पर कोई भरोसा आने वाला नहीं है.
4) अपनी आदतों को तेरे मुताबीक हम बदल ना सके तुम भी तो राहे मोहब्बत में दो कदम चल ना सके.. कभी ना खत्म होने वाले सिलसिले हैं माफीयों के कर ना सके बगावत, हदों से निकल ना सके.. -Moeen
apni aadaton ko tere mutabik ham badal na sake
tum bhi to rahe mohabbat mein do kadam chal na sake..
kabhi na khatm hone wale silsile hain mafiyaon ke
ke karna sake bagavat hadon se nikal na sake..
Sorry Shayari In Hindi को सुनकर कोई भी आशिक अपने रूठे महबूब की माफी मांगना चाहेगा. लेकिन अब तो इन माफियाओं की सारी बातें अब उसके लिए हर हमेशा की हो चुकी है. इसी वजह से वह अब अपने दिल से ही इस बात की बगावत करने की सोच रहा है.
मेरे नाम की मेहंदी अब भी वो लगाती होगी गज़ले मेरी अपनी सहेलीयों को सुनाती होगी.. माफ़ीया माँगती होगी ख़ुद से वो तन्हाई में सँवरते वक्त अहसास से मेरे शरमा जाती होगी.. -Moeen
mere naam ki mehandi ab bhi vo lagati hogi
gazalen meri apni saheliyon ko sunati hogi..
mafiya mangti hogi khud se vah tanhai mein
sanvarte waqt ehsas se mere sharma jaati hogi..
आसमान रोया था साथ मेरे तेरी जुदाई पर तेरे होंठ खिल उठे थे, मेरी तबाही पर.. हालात ने कर दिया मुझे माफ़ मुद्दतों बाद रोते रहे महफिलों पर, हँसते रहे तन्हाई पर.. -Moeen
aasman roya tha sath mere teri judaai per
tere hot khil uthe the meri tabahi per..
halat ne kar diya mujhe maaf muddaton baad
rote rahe mehfilon per, hanste rahe tanhai per..
लेकिन वह बगावत भी करेगा तो आखिर किस से करेगा. क्योंकि उसे दगा भी तो अपने चाहने वाले से ही मिला है. और इसी वजह से वह अपने यार को दो बातें समझाने के सिवा और कुछ भी नहीं कर सकता है. वह उसे प्यार के राहों में मंजिल तक भी ना चलने की बात को याद दिलाना चाहता है. ताकि उसके यार को इस बात का पता चल सके.
फिरता हुँ कंधों पर लिए तन्हा ज़िंदगी ले कर अंधेरों का किया सौदा हम ने ये रौशनी ले कर.. ऐ गमे आशिकी माफ़ कर मैं तेरा मुजरीम हुँ अपनों को गँवा बैठा मैं ये पराई खुशी ले कर.. -Moeen
phirta hoon kandhon par liye tanha zindagi lekar
andheron ka kiya sauda humne ye roshni lekar..
ae gam e aashiqui maaf kar main tera mujrim hun
apnon ko gawaa baitha mein yah paraai khushi lekar..
अपने महबूब की भूली यादों में खो जाना अब महबूब का जैसे काम हो चुका है. वह चाहे कितनी भी बार इस बात को टालने की कोशिश करता है. लेकिन फिर भी उसकी सिर पर जो जिंदगी का बोझ है. उसे वह कभी अलग नहीं कर पाता है. वह जिस तरह से भी अपने आशिकी के गम को खुद याद करता है.
तेरी रहेगुज़र का सुहाना मंज़र नहीं हुँ मैं अफ़सोस तकदीर पर तेरा हमसफ़र नहीं हुँ मैं.. माफ़ कर देना मेरी ख़ताएँ, ऐ ज़िन्दगी तेरे साथ हुँ, मगर अक्सर नहीं हुँ मैं.. I am Sorry! -Moeen
teri rehguzar ka suhana manzar nahin hun main
afsos takdeer per tera humsafar nahin hun main..
maaf kar dena meri khataye aye zindagi
tere sath hun magar aksar nahin hun main..
जब कभी वो साड़ी में अपनी सजती थी आसमानों से ज़मीं पर उतरी हूर लगती थी.. हालात मांगते रहे माफ़ीया बरसों तलक मुद्दतों वो साँज सवेरे मेरी राह तकती थी.. -Moeen
jab kabhi vah sadi mein apni sajhti thi
aasmanon se jameen per utaari hur lagti thi..
halat mangte rahe mafia barso talak
muddaton vo sanjh sawere meri raah takti thi..
लेकिन अपने प्यार की बातों को अब वह भुला चुका है. जिस तरह से कोई इंसान अपने मन की खुशी ढूंढने के लिए बाहरी बातों में कोशिशें करता रहता है. कुछ उसी तरह से आशिक भी अपने दिल को सुकून दिलाने के लिए कुछ अलग बातों का विचार कर रहा है. और एक तरह से वह अपनों को छोड़कर पराए लोगों पर भरोसा कर रहा है.
खता हो गई है सुना दो कोई सजा क्यों है शिकवा दिल में वजह तो बता.. हर वक्त याद ना कर पाए मानते हैं आखिर क्यों दे गई तन्हाईयों का पता.. -Santosh
khata ho gayi hai suna do koi saja
kyon hai shikva dil mein wajah to bata..
har waqt yad na kar paye mante hain
aakhir kyon de gai tanhai ka pata..
जिसे वह कभी भी मन में सोच भी नहीं सकता था. लेकिन इस बात की सजा तो आशिक को ही भुगतनी पड़ रही है. उसका महबूब उसे एक पल के लिए भी अब याद नहीं कर रहा है. और ना ही प्यार में उसे उसके गलती की कोई वजह बता रहा है. लेकिन आशिक उसकी माफी मांगने पर अड़ा हुआ है.
दिल ने ज़ख्म और नैनों ने आँसूं पाए हैं ज़माने ने चाहत पे मेरी सवाल उठाए हैं.. होते रहे रुसवा मांगते रहे माफ़ीया ख़ुद ही मोहब्बत में ऐसे भी हादसे पेश आए हैं.. -Moeen
dil ne zakhma aur naina ne aansu paye hain
jamane ne chahat pe meri sawal uthe hain..
hote rahe ruswa mangte rahe mafia khud hi
mohabbat mein aise bhi hadse pesh aaye hain..
मत हो उदास जानम, कब तक रहोगी यूं ही रुठे.. मांगते है माफी तुमसे मान लिया हम हैं झूठे.. So Sorry..!
mat ho udas janam
kab tak rahogi yun hi ruthe..
mangte hain mafi tumse
man liya ham hain jhuthe..
क्यों नहीं मानती हो, तुम मेरे मनाने से.. टूट चुका हूं पूरी तरह, एक तुम्हारे जाने से..
kyon nahin manati ho tum
mere manane se..
tut chuka hun puri tarah ek
tumhare jaane se..
बुलाओ ना जानम हमें फैलाकर अपनी बाहें.. तहे दिल से माफी तुम्हारी, हम मांगना चाहें.. I am Sorry..!
bulao na janam hamen
failakar apni bahen..
tahe dil se maafi
tumhari, ham mangna chahe..
Sorry Shayari – सॉरी शायरी
नाराज क्यों हो जान आखिर यू हम पर सितम तो ना करो.. मांगना चाहते हैं हम माफी दिल पर यू जुलम तो ना करो.. -Santosh
naraj kyon ho jaan aakhir
yu ham per sitam to na karo..
mangna chahte hain ham mafi
dil per yun julm to na karo..
चाह कर भी उस की यादें मिटा ना सके वो भूल चूका मगर हम उसे भुला ना सके.. टूट कर चाहने की माँग ली माफ़ी उस से वक़्ते रुखसत दाग दिल के उन्हें दिखा ना सके.. -Moeen
chaha kar bhi uski yaden mita na sake
vah bhul chuka magar ham use bhula na sake..
tut kar chahane ki mangli mafi usse
waqt e rukhsat daag dil ke unhen dikha na sake..
दिल तड़पता रहा हम खत तेरे जलाते रहे गीत बेवफाई के तन्हाई में गुनगुनाते रहे.. तेरी तरफ से माँग ली माफ़ी ख़ुद से ख़ुद रूठते रहे, फिर ख़ुद को मनाते रहे.. -Moeen
dil tadapta raha ham khat tere jalate rahe
geet bewafai ke tanhai mein gungunate rahe..
teri taraf se mangli mafi khud se
khud ruthe rahe, fir khud ko manate rahe..
आशिक तो अपने पूरे दिलो जान से महबूब की माफी मांगना चाहता है. लेकिन उसका नाराज यार उस पर जरा भी करम नहीं करना चाहता है. उस पर वह प्यार की सजा में प्रावधान ही करना चाहता है. लेकिन वह उसे माफ बिल्कुल भी नहीं करना चाहता है. और साथ ही वह अपने यार पर मुसीबतों की कहर बरसाना चाहता है.
हुई क्या हमसे खता आखिर क्या हमारा कुसूर है.. दोगे प्यार में जो भी सजा हमें तहे दिल से मंजूर है.. -Santosh
hui kya humse khata aakhir
kya hamara kusur hai..
doge pyar mein jo bhi saja hamen
tahe dil se manjur hai..
क्या हैं हकीकत, क्या हैं फ़साना भूल गए तेरे बाद दुआओं को हाथ उठाना भूल गए.. जाते जाते वो माफ़ी भी ना दे सका मुझे उस के बाद हम गम, हर पुराना भूल गए.. -Moeen
kya hai hakikat, kya hai fasana bhul gaye
tere bad duaon ko hath uthana bhul gaye..
jaate jaate vo maafi bhi na de saka mujhe
uske bad ham gam, har purana bhul gaye..
टूट कर चाहने की मुझे सज़ा क्यों नहीं देते समझ कर एक ख्वाब मुझे भुला क्यों नहीं देते.. कर दिया तुझे माफ़ दिल को तड़पाने वाले मैं मुजरिम हुँ तो मुझे मिटा क्यों नहीं देते.. -Moeen
tut kar chahane ki mujhe saja kyon nahin dete
samajh kar ek khwab mujhe bhula kyon nahin dete..
kar diya tujhe maaf dil ko tadpane wale
main mujrim hun to mujhe mita kyon nahin dete..
Sorry Shayari की मदद से आशिकों उससे प्यार की सजा मांगना चाहता है. वह खुद तो अपने दिलबर से तब भी तहे दिल से उतना ही प्यार करता है. जितना प्यार वह अपने यार से पहली नजर में मिलने के बाद करने लगा था.
हो अगर गलती कोई हमसे, तो जरूर सजा दीजिए.. खुद को मगर कोस कर, खुद खता ना कीजिये..
ho agar galti koi humse
to jarur saja dijiye..
khud ko magar kos kar
khud khata na kijiye..
किया नहीं दिखावा प्यार का, चाहत मेरी है सच्ची.. महबूब से इसीलिए अपने नाराजगी नहीं है अच्छी..
kiya nahin dikhava pyar ka
chahat meri hai sachhi..
mehboob se isiliye apne
narajagi nahin hai achhi..
मेरी यादों में तुम आस्तीन अपनी भिगोया करोगे याद कर के मेरी चाहत, तुम पहरों रोया करोगे.. आएगे जब याद लम्हे, मेरे माफ़ी मांगने के तुम अश्कों से फिर चेहरा अपना धोया करोगे.. -Moeen
meri yadon mein tum aasteen apni bhigoya karoge
yad karke meri chahat tum pahron roya karoge..
aaenge jab yad lamhe, mere maafi mangne ke
tum ashqon se fir chehra apna dhoya karoge..
सितम कर प्यार में हमने तुझे अकेला छोड़ा.. देना माफी गुनाहगार को अनजाने में दिल तोड़ा.. I am Sorry..!
sitam kar pyar mein humne
tujhe akela chhoda..
dena mafi gunehgar ko
anjane mein dil toda..
लेकिन वह उस पर अपने प्यार करने की जबरदस्ती बिल्कुल भी नहीं कर सकता है. इसी वजह से वह हमेशा उससे माफी मांगने की कोशिश करता रहता है. और अपने यार के लिए वह किसी भी सजा को भुगतने के लिए तैयार रहता है. उसे जो सजा भी मिलेगी वह तहे दिल से सहने के लिए तैयार होता है.
Sorry Shayari For GF – सॉरी शायरी फॉर जीएफ
बेचैन और नादान इस दिल पर आज गिरी गाज है.. क्यों रूठे हो हमसे, आखिर क्यों आप नाराज हैं..?
bechain aur nadan is dil per
aaj giri gaaj hai..
kyon ruthe ho humse, aakhir
kyon aap naraj hai..?
धड़कनें हुई बंद, सांसों की माला टूट गई है.. जो तुम हो खफा, हमसे जिंदगी रूठ गई है..
dhadkane hui band, sanson ki
mala tut gai hai..
jo tum ho khafa humse
jindagi ruth gai hai..
दिल हुआ है उदास मेरा रूठ कर जाने के असर से.. माफ कर दो ना जानू, देखो ना प्यार की नजर से.. -Santosh
dil hua hai udaas mera
ruth kar jaane ke asar se..
maaf kar do na jaanu,
dekho na pyar ki najar se..
कोई आशिक अपनी माशूका के लिए कितना बेताब होता है. इस बात का उदाहरण यह की मदद से आप समझ सकते हो. जिस तरह से अपने यार के जाने के बाद कोई भी आशिक अपने दिल को समझा नहीं पाता है. उसी तरह से प्रेमि का दिल अब हमेशा नाराज ही रहने लगा है.
दुनिया की कोई भी चीज अब उसके दिल को बहला नहीं पाती है. और साथ ही वह खुद भी अपने रूठे यार को मनाने के सिवा अपने जिंदगी में कुछ भी सोच नहीं रहा है. इसी वजह से वह उसे कभी खत लिख कर माफी मांगता है. तो कभी उसके पसंदीदा उपहार को देकर माफी मांगता है.
माफ भी कर दो अब सनम जो तू मुझसे रूठा.. आखिर क्या होगा साबित कह कर मुझे झूठा.. -Santosh
maaf bhi kar do ab sanam
jo tu mujhse rootha..
aakhir kya hoga sabit
kah kar mujhe jhutha..
Sorry Shayari For GF की मदद से दिलबर से आशिक जब माफी मांगना चाहता है. तब उसके दिल का हाल बहुत बुरा होता है. क्योंकि खुश का सबसे पसंदीदा यार ही उससे रूठ कर दूर चला जाता है. और वह प्रेमी से एक पल के लिए भी चाहत की बात नहीं करना चाहता है.
देना हमें माफी, इस दिल में सदा तुम रहोगे.. आज से करेंगे हम वैसा ही, जैसा तुम कहोगे.. Maaf Karna..!
dena hamen mafi, is dil mein
sada tum rahoge..
aaj se karenge ham vaisa hi,
jaisa tum kahoge..
देकर माफी एक बार, हो जाना दूर तकरार से जरा.. छोड़ो भी ये नाराजगी अब मुस्कुराना प्यार से जरा.. Dil Se Sorry...!
dekar mafi ek bar, ho jana
dur taqrar se jara..
chhodo bhi ye narazgi ab
muskurana pyar se jara..
और इस वजह से वह आशिक भी तो अपने महबूब के बिना अपनी जिंदगी जीने के लिए तैयार नहीं होता है. उसका मन ना खाने की किसी चीज में लगता है. और ना ही उसे आजकल नींद आती है. वह बस हर दम अपने यार की मुस्कुराती सूरत को ही याद करता रहता है.
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Conclusion
Sorry Shayari की मदद से अपने यार को आशिक मनाना चाहता है. तब वह जमाने को अपने दिल के हालात का अंदाजा बताना चाहता है. ताकि उसको भी पता चल सके कि उसके दिल को कितनी ठेस पहुंची है. क्योंकि बात-बात पर रूठने से प्यार में कुछ हासिल नहीं होगा. यही बात आशिक अपने महबूब से कहना चाहता है.
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ऐशवर्याजी ,
बहुत खूब.. बेहतरीन अंदाज में बयां की है माफी की दास्तां..
शायरीयां और स्क्रिप्ट भी उमदा!!
शुभेच्छा
– कल्याणी
Kamal ki aawaz uspe khoobasoorti se kahi gayi shayari 👌😊