sagar shayari : फ्रेंड्स, आप जब sagar किनारे बैठी हुई थी, तो आप ने उस सागर में उठती हुई पानी की लहरों को कई बार देखा है. कई बार उसके तूफान को महसूस किया है. लेकिन आज आपके दिल में भी उसी sagar की तरह एक सैलाब आया हुआ है.
लेकिन यह सैलाब sagar के पानी का नहीं है. वो तो आज तक आपके दिल में छुपाई हुई भावनाओं का सैलाब है. वो तो अपने प्रेमी की याद में, रोते हुए दिल का सैलाब है. जिस तरह सागर में आया हुआ तूफान कुछ देर बाद लहरों के साथ कम हो जाता है. और सागर शांत हो जाता है.
इक दिन खारा होना ही है
-Pooja
नदी को सागर मे मिलकर
सोचती है, मिठी हूँ जबतक
“क्यू ना औरों की प्यास बुझाती चलूँ”
ek din khaara hona hi hai
nadi ko sagar me milkar
sochti hai, mithi hu jabtak
kyu na auro ki pyas bujhati chalun
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इन Sad Sagar Shayari को Miss Poonam Vaidya इनकी आवाज़ में सुनकर आपके प्रेमी के दिल के सागर का खारा पन दूर हो जाएगा!
लेकिन आपके दिल में आया हुआ यह तूफान पानी की तरह कम होने वाला नहीं है. वह तो आपके दिल में उमड़ कर आई हुई भावनाओं को और भी तेज धारा में परिवर्तित कर देता है. इस तूफान के, तेज बहाव का तो, आपकी आंखें भी, सामना नहीं कर पाती. आपकी आंखों से अश्कों का सागर जैसे बहता ही चला जाता है.
Sagar 1: Love Shayari आपके दिल में प्यार का सागर भर देगी!
आप चाहे लाख कोशिश कर लें, लेकिन इस सागर के बहाव को आप चाह कर भी रोक नहीं पाती है. क्योंकि इस तूफान में आपके दिल को चुभने वाले, हक़ीकत के आंसू होते हैं. येे वही आंसू होते हैं, जो आपके दिलबर ने आपके साथ, ये प्यार का खेल खेलते हुए, आपको दिए हुयेे हैं. और आप उन्हें आज तक अपने दिल में छुपाए हुए थी.

लेकिन जब आपको, अपने दिल के जैसा ही, भरा हुआ सागर दिखाई दिया, तो आपके दिल में भी उसी सागर की तरह तूफान उमड़कर आ गया. आंखों में एक बड़ा सा सैलाब घिरते नजर आया. जिसे अब आप रोक नहीं पा रही है.
खारे सागर में मिलती सरिता का दर्द कौन जाने..
जब भी सागर की तरफ कोई प्रेमिका देखती है, तो उसे उसकी विशालता का अनुभव अपने आप हो जाता है. उसकी गहराई और उसके खारे पानी को देखते हुए उसके मन में भी कहीं ना कहीं यह ख्याल जरूर आता है कि उसका प्रेमी भी क्यों इस सागर की तरह बड़े दिलवाला नहीं निकला.
Sagar-2: Sad Shayari सागर किनारे बिताये पल याद दिला देगी!
वो आपको बीच रास्ते में ही उसे क्यों छोड़ कर चला गया. अगर वह खुद को सागर समझता और उसके प्रेमिका को नदी या सरिता समझता तो शायद उनके मिलन का रास्ता आसान होता. लेकिन उस प्रेमी ने अपनी प्रेमिका के प्यार को कभी माना ही नहीं. उसके दिल को कभी जाना ही नहीं.
अब तो वो सोच रही है कि शायद इस सागर के जैसा ही खारा पन उसके मन में भी आ गया है. और वह है कि ऐसे खारे सागर के पानी में भी मीठी सरिता बनकर उसमें मिलती ही जा रही है. उसे दुनिया का ये दस्तूर पता भी है की बहती हुई नदी को आखिर मेंं जाकर सागर से ही मिलना होता है.
और इसी वजह से वह इस बात को, इस रिवाज को बार-बार दोहराती हैं. उस सागर में मिलने के अलावा उसके पास और दूसरा कोई रास्ता भी तो नहीं है.
सागर (Sagar) सा खारा है तेरा मन, जिसमें कभी मिठास नहीं आ सकती..
जब भी वह प्रेमिका सागर किनारे बैठ कर अपने प्रेमी के बारे में सोचती है, तो उसके मन में भी यही विचार आता है कि यह बड़ा सा सागर जैसे उसका प्रेमी है. और यह दूर से बहकर आती हुई नदी वो खुद है. जैसे इस नदी का दूर से बहकर आते हुए आखिर में सागर से मिलन होता है.
ठीक उसी प्रकार से दोनों का प्यार का पवित्र मिलन हुआ था. लेकिन सागर का खारा पन, दूरसे बहकर आती हुई मीठी नदी, कभी दूर नहीं कर सकती. उसी तरह से, उसके प्रेमी के मन में आया हुआ धोखे का भाव, वह प्रेमिका दूर नहीं कर पाई. उसे जान नहीं पाई. पहले ही समझ नहीं पाई.
और इस वजह से उसने अपने प्रेमी से सच्चा प्यार तो किया था. लेकिन अब उसने उसेे प्यार में धोखा दे दिया है. और इस वजह से वह बहुत दुखी है. और सोच रही है कि चाहे कितनी भी मीठी नदियां बहकर इस सागर में मिले. लेकिन सागर का खारा पन कभी दूर नहीं कर सकती.
इसी तरह से वो अपने प्रेमी में कितनी भी मिठास भरने की कोशिश करें. उसे कितना भी प्यार देने की कोशिश करें. लेकिन उसका धोखेबाज प्रेमी कभी अच्छा नहीं बन सकता. उसका दिल कभी साफ नहीं हो सकता.
खुद की मिठास अश्कों के रूप में मिल जाने के वजह से ही शायद सागर में इतना खारापन है..
यह तो उस प्रेमिका के प्यार को मिला हुआ धोखा ही है, जो उसकी आंखों से बहते अश्कों में छलक कर सामने आ रहा है. वो तो अपने आशिक के ही खयालों में हरदम डूबी हुई रहती है. और बस यही बात सोचती रहती है कि शायद उसका भी हाल उस बहती हुई सरिता के जैसा ही है.
जो किसी पर्वत की बड़ी सी चोटी से एक मिठास लेकर बहती है. और उसके किनारे बसे सारे लोगों के की प्यास बुझाती हुई बहती रहती है. और आखिर में जाकर इस बड़े से सागर से मिल जाती है. लेकिन जब वह खारे सागर से मिलती है, तो उसकी मिठास न जाने कहां गुम हो जाती है.
वो तो अपने ही अस्तित्व को, अपनी जिंदगी को इस तरह मिटता हुआ देख शायद बहुत दुखी होगी. वो अपनी आंखों से आंसू बहा रही होगी. और शायद उसके इन्हीं आंसुओं की बदौलत सागर में इतना खारापन आया है. सारी नदियां अपनी मिठास उस सागर में ही छोड़ जाती है. और शायद इसी वजह से वो सागर इतना खारा है.
ocean rivar hindi poetry | sad shayari in hindi
सागर सा खारा पन है तुझ में
फिर भी नदी सी तुझ में समाती हूं..
शायद दुनिया का यही रिवाज है,
जो मैं बार-बार दोहराती हूं..
sagar sa kharapan hai tujh me
fir bhi nadi si tujh mein samati hun..
shayad duniya ka yahi riwaj hai
jo main bar bar doharati hun..
sagar shayari quotes, poetry
कितनी भी नदियां क्यों न मिले
सागर कभी मीठा नहीं हो सकता..
मैं तुझ में लाख अच्छाईया भर दूं,
तू कभी अच्छा नहीं बन सकता..
kitni bhi nadiya kyon na mile
sagar kabhi meetha nahin ho sakta..
main tujh mein lakh achchaiya bhar dun,
tu kabhi achha nahin ban sakta..
best sad shayari on sagar | whatsapp sad shayari status
अपने अस्तित्व को यू मिटता
देखकर सरिता बहुत रोई होगी..
शायद वही सागर के खारे
होने की असली वजह होगी..
apne astitva ko yu mitata
dekh kar sarita bahut royi hogi..
shayad wahi sagar ke khare
hone ki asali vajah hogi…

हमारी इन दर्द भरी Sagar Shayari को सुनकर अगर आपके दिल में भी, प्यार के सागर का सैलाब उमड़ आया हो, तो नीचे comment box में comment करते हुए हमें जरूर बताइएगा.
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Very nice presentation … , i like your voice modulation.Keep it up poonam
Soothing voice Poonam, Nice going..
बहोत,,,खूब पूनम जी,,,,सागर जैसे शायरी को आपणे बाखूदी अंजाम दिया,,,,,
Welldone poonam
Keep going on
Nice poonam….