Chai Shayari: चाय! यह शब्द सुनकर ही आपको कहीं chai की तलब ना लग जाए दोस्तों! हमारे जीवन में चाय का महत्व ही उतना है, जितना किसी पेड़ को सूरज की आवश्यकता होती है. जैसे सूरज की किरणों के बिना पेड़ की पत्तियां मुरझा जाती है.
ठीक उसी तरह चाय की लत लगे हुए इंसान को chai के बिना दिन भी अधूरा सा लगता है. और जब यह chai आपके महबूब के हाथों से बनी हुई हो, तो उसे तो आप बिना शक्कर की भी पी लोगे! सच कहा ना दोस्तों?
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आपको अपने दिलबर के साथ, कहीं दूर जाते हुए, और बारिश में भीगते हुए, रास्ते के किनारे पी हुई चाय शायद याद आ रही होगी. उस चाय की मिठास आज तक आपके लबों पर बनी हुई है. क्योंकि वह चाय आपके लिए कुछ खास थी. उसी चाय के साथ आप का दिलबर आप पर फिदा हो गया था. उसी चाय के साथ आपने, अपने यार से प्यार भरी बातें की थी.
Chai Shayari
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1) जितना उबलती है उतनी बेहतर लगती है.. ये चाय भी ना मुझे मेरे गुस्सेवाली बाबू जैसे लगती है.. -Sagar
jitna ubalti hai
utani behtar lagti hai..
ye chai bhi na mujhe mere
gusse wali babu jaise lagti hai..
2) मेरे हाथों से तुम्हें अदरक की चाय पिलाऊंगा.. सुनो ना, तुम रूठो तो मैं तुम्हें मनाऊंगा..! -Santosh
mere hathon se tumhen
adrak ki chai pilaunga..
suno na, tum rutho
to main tumhe manaunga..!
3) अब उनसे बात नही होती.. जिनसे हररोज चाय पे चर्चा थी.. -Sagar
ab unse baat nahin hoti..
jinse har roj chai per charcha thi..
4) मेरे दिल को लगी चाय की प्यास हो तुम.. कैसे बताऊं मेरे लिए कितनी खास हो तुम.. -Anamika
mere dil ko lagi
chay ki pyas ho tum..
kasie bataau mere liye
kitni khaas ho tum..
5) जिम्मेदारियों का बोझ बहुत है.. इसलिए हर मोड़ पर चाय की जरूरत है.. -Sagar
jimmedaariyon ka bojh bahut hai..
isliye har mod per chai ki jarurat hai..
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6) हाथ में चाय और सामने तू.. बस और क्या चाहिए मुझे..! -Sapna
hath mein chai aur samne tu..
bus aur kya chahiye mujhe..!
7) हर दर्द का इलाज नहीं है शहरों के अस्पताल में.. कुछ दर्द भाग जाते है आपके साथ चाय पीने में.. -Sagar
har dard ka ilaaj nahin hai
shehron ke aspataal mein..
kuch dard bhag jaate hain
aapke sath chai peene mein..
8) चाय हो तो किसी कुल्हड़ की.. और बात हो तो बस प्यार की.. -Anamika
chai ho to kisi kulhad ki..
aur baat ho to bas pyar ki..
9) मैं शराब नही जो पलभर में उतर जाऊ.. चाय हूं मैं जो तुझे जिंदगी भर याद आऊं.. -Sagar
main sharab nahin jo
pal bhar mein utar jaaun..
chay hu main jo tujhe
jindagi bhar yad aaun..
10) चाय का स्वाद हर रोज लेना.. हर कोई चाहता सेहत देखना.. -Sapna
chai ka swad har roj lena..
har koi chahta sehat dekhna..
उसी चाय की बदौलत आपका मेहबूूूब आपके साथ समय बिताने के लिए तैयार हो गया था. और आज भी वही चाय आपको अपने महबूब के साथ कुछ प्यार भरे पल बिताने पर मजबूर करती है. कितने संजोग की बात है ना! चाय तो एक ही है. उसे पीते वक्त आपके दिल में आ रही भावनाएं भी वहीं हो सकती है. आपका यार भी वही होता है. बस वक्त बदल जाता है. शायद उस बदलते वक्त के साथ चाय का अंदाज बदल गया हो.
आपकी झूठी चाय पी कर ही, हमें अपने दिल की प्यास बुझानी है..
आपको अपने दिलबर पर कभी-कभी हद से ज्यादा प्यार आ जाता है. और आप उससे प्यार जताने के लिए बस एक कप चाय की भी मांग कर सकते हो. और जब वह अपने प्यारे हाथों से आपके लिए चाय बनवा भी दे, तो भी आपका दिल उससे नहीं भरता. और आप एक और नई मांग खड़ी कर देते हो.
Chai Shayari in Hindi
11) बदल देती है चेहरे की रंगत.. चाय भी सर्जरी से कम नही है..! -Sagar
badal deti hai chehre ki rangat..
chai bhi surgery se kam nahin hai..!
12) जिंदगी को तुम खुल कर जीना.. हर रोज सेहतमंद चाय जरूर पीना.. -Santosh
jindagi ko tum khulkar jina..
har roj sehatmand chai jarur pina..
13) तन्हाई अच्छी है अब बगावती इश्क से.. चाय अच्छी है अब आगे सफर के लिए.. -Sagar
tanhai achhi hai
ab bagavathi ishq se..
chai acchi hai ab
aage safar ke liye..
14) दिलबर से बात किए बिना दिल नहीं भरता.. चाय के बिना मेरा कोई दिन नहीं गुजरता.. -Anamika
dilbar se baat kiye
bina dil nahin bharta..
chai ke bina mera
koi din nahin gujarta..
15) चाय की चाहत में मैंने खुदको भुला दिया.. किसी ने मेरा नाम पूछा तो मैने चाय बता दिया.. -Sagar
chai ki chahat mein
maine khud ko bhula diya..
kisi ne mera naam poochha
to maine chai bata diya..
16) रात हो और तुम्हारी याद ना हो, ऐसा नहीं होगा.. चाय हो और तुम्हारी बात ना हो, ऐसा नहीं होगा.. -Santosh
raat ho aur tumhari yad
na ho, aisa nahin hoga..
chai ho aur tumhari baat
na ho, aisa nahin hoga..
17) बताओ कैसे ना मोहब्बत होती उससे.. पहली मुलाकात में चाय पिलाई उसने.. -Sagar
batao kaise na mohabbat hoti usse..
pehli mulakat mein chai pilai usne..
18) पहली बार तुम उस कुल्हड़ पर मुझे मिल गई.. चाय के खुशबू की तरह तुम जिंदगी में घुल गई.. -Sapna
pehli bar tum us
kulhad par mujhe mil gai..
chai ke khushbu ki tarah
tum jindagi mein ghul gai..
19) बेहद मीठी चाय वो पिलाती शुक्र है मेरे बीवी का जो.. हर रोज कड़वा बोल कर डायबिटीज कंट्रोल कर देती.. -Sagar
behad meethi chai vo pilati
shukr hai mere biwi ka jo..
har roj kadva bol kar
diabetes control kar deti..
20) जब से देखा है तुम्हें दिल को पसंद हो.. मुझे चाय और तुम, दोनों पसंद हो.. -Anamika
jab se dekha hai tumhe dil ko pasand ho..
mujhe chai aur tum, donon pasand ho..
और इस मांग से तो शायद आपका महबूब भी शर्म से चूर चूर हो जाएगा. क्योंकि आपकी तमन्ना ही कुछ ऐसी होती है. आप उन पर बेहद खुश होते हो और इस वजह से उन पर अपना प्यार बरसाना चाहते हो. इसके लिए आप उनके साथ बिताया कोई भी पल, कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहते. और इसी वजह से आप उनके सामने एक इच्छा रखते हो.
जिंदगी के लिए मेरी सुबह की चाय जैसी ही हो तुम..
जब तक नहीं मिलती, आता नहीं दिल को सुकून..
zindagi ke liye meri subah ki chay jaisi hi ho tum
jab tak nhi milti, aata nhi dil ko sukun
भले ही उन्होंने चाय में अच्छी तरह से शक्कर मिलाकर मीठी चाय बनाई हो. लेकिन फिर भी आपका शरारती दिल उनकी हाथ से बनी मीठी चाय में और मिठास जोड़ना चाहता है. एक और शरारत करना चाहता है. इसलिए आप उनसे यह गुजारिश करते हो, कि इस चाय को और अधिक मीठा करने के लिए आप इस चाय के कप को अपने होठों से लगालो. और एक घूंट पीकर इसे झूठा कर दो. इसके बाद आप इस चाय के कप को मेरे हवाले कर दो. तब जाकर ही मेरे दिल की प्यास बुझेगी और मुझे मीठी चाय पीने का अनुभव आएगा!
करते हैं कितना याद हम तुम्हें,
यह दिल ना जाने..
घर बुला लो कभी हमें,
साथ चाय पीने के बहाने..
karte hai kitna yaad hum tumhe
yah dil na jaane
ghar bula lo kabhi hume
sath chay pine ke bahane
इतनी मिठास ना भर दो, अपने हाथों से हमारी चाय में..
आपको चाय से भी उतना ही लगाव है, जितना किसी भंवरे को फूल से होता है. भंवरा भी अपनी पंख फड़फड़ाते हुए कमल के फूल में घुस जाता है. उसे पता होता है कि वह कमल का फूल उसकी जान ले सकता है. लेकिन फिर भी वो भंवरा उस फूल की तमन्ना, उसे पाने की कोशिश नहीं छोड़ता.
गर्म मिजाजी है तो क्या हुआ दोस्तों..
लगाता हूं होठों से सुकून तभी तो मिलता है..
garm mizaz hai to kya hua dosto
lagta hu hoton se sukun tabhi to milta hai
ठीक इसी तरह आपको चाय पीने की दुष्परिणाम पता होते हैं. लेकिन फिर भी आपकी चाय की लत, आपको चाय छोड़ने से मना करती है. और इस वजह से आप हमेशा अपने दिलबर से भी चाय की गुजारिश करते रहते हैं. और अब तो आप अपनी चाय से अपने दिलबर की भी तुलना करने लगे हो. आप उन्हें शक्कर से भी मीठा कहते हो. और उन पर आपको इतना प्यार आता है.
Chai Shayari Love
21) दर्द का सहारा तो चाय ही है.. वरना ये सर्द रातें कैसे गुजरती..? -Sagar
dard ka sahara to chay hi hai..
varna ye sard raaten kaise gujarati..?
22) हर रोज तुम और तुम्हारी चाय याद आती है.. दिन ढलते हुए मुझे दोनों की तलब लग जाती है.. -Santosh
har roj tum aur tumhari
chaay yad aati hai..
din dhalte huye mujhe dono
ki talab lag jaati hai..
23) मत दूर कर मेरे लबों से चाय का प्याला तू इस तरह.. बेरंग सी जिंदगी में एक वही है किसी सहारे की तरह.. -Sagar
mat dur kar mere labon se
chai ka pyala tu is tarah..
berang si jindagi mein ek
vahi hai kisi sahare ki tarah..
24) चाय पर छेड़ी है जो बात पुरानी.. याद आ गई मुझे बीती कहानी.. -Santosh
chai per chhedi hai jo baat purani..
yad aa gai mujhe beeti kahani..
25) तेरे यादों का पीछा छुड़ाने.. चाय की तरकीब काम आई.. -Sagar
teri yadon ka picha chudane..
chai ki tarkeeb kaam aayi..
26) चाय की तलब हर किसी को होती है.. मगर नसीब में दिलबर, हर किसी के नहीं.. -Sapna
chai ki talab har
kisi ko hoti hai..
magar naseeb mein dilbar,
har kisi ke nahin..
27) एक उम्दा महक है तुझमें जो मुझमें बसर कर रही.. चाय की तरह तुम भी सीधा दिल में उतर रही.. -Sagar
ek umda mehak hai tujhme
jo mujhmein mein basar kar rahi..
chai ki tarah tum bhi
sidha dil mein utar rahi..
28) जब भी पियूं मैं चाय.. तू मुझे याद आ जाए.. -Santosh
jab bhi piyoon mai chay..
tu mujhe yaad aa jaaye..
29) चाय के हर बूंद में तू ही दिखती है.. मैं कैसे कहूं के, तुझसे इश्क नहीं है..? -Sagar
chai ke har boond mein tu hi dikhti hai..
main kaise kahun ke, tujhse ishq nahin hai..?
30) बस इतनी सी मेरी कहानी है.. चाय ही मेरी जिंदगानी है.. -Sapna
bas itni si meri kahani hai..
chay hi meri jindgani hai..
आप उनके हाथों से बनी हुई चाय में उन्हें शक्कर भी कम डालने के लिए ही कहते हो. क्योंकि जब भी वह उनके हाथ से चाय लेकर आती है, तो वह अपने आप मीठी हो जाती है. और इस वजह से अब आप उन्हें ताना भी मारने लगे हो, कि वह जब भी आपके लिए चाय लेकर आए. तो हाथ में ग्लब्ज पहन कर आएं. ताकि उनके हाथों की मिठास उस चाय के कप में घुल कर वह चाय और मीठी ना हो जाए!
एक ही प्याले में पी हुई चाय, कहीं आपके होश ना ले जाये…
आपको अपने महबूब के साथ पी हुई, हर एक चाय की याद है. जब आप पहली बार मिले थे. तो वह बारिश में भीगी हुई पहली रात की चाय और उसकी मिठास! आज भी जब आपका महबूब आपके लिए चाय बना कर लाती है, तो उसमें वही मिठास और वही स्वाद आपको नजर आता है.
कोई बड़ी शायरी नहीं करता हूं मैं दोस्तों..
बस मोहब्बत को अपनी चाय लिख देता हूं..
koi badi shayari nhi karta hu mai dosto
bas mohabbat ko apni chai likh deta hu
आप जब भी अपने दिलबर से चाय की गुजारिश करते हो. तो आपकी बस एक ही तमन्ना होती है, कि आपके दिलबर के साथ आप एक ही चाय साझा कर सको. उसी की झूठी की हुई चाय आप पी सको. आज भी आपकी यही एक तमन्ना है कि बारिश के भीगे मौसम में आप अपने यार के साथ एक ही कप में, एक ही प्याले में चाय पियो, तो आप का दिन बन जाए.
Chai Shayari Urdu
31) ये चाय जो है न ये मेरी जान है.. और तुझे तो पता है जान है तो जहान हैं.. -Sagar
ye chai jo hai n
ye meri jaan hai..
aur tujhe to pata hai
jaan hai to jahan hai..
32) मोहब्बत का कोई और किस्सा ना जाने.. हम आशिक सिर्फ चाय पर बात माने.. -Anamika
mohabbat ka koi
aur kissa na jaane..
ham aashiq sirf
chai per baat mane..
33) मुझे मा रने का इरादा है तो कोई खंज़र नही उठाना.. बस किसी गैर के साथ तुम मेरे सामने एक कप चाय पीना.. -Sagar
mujhe ma rne ka irada hai
to koi khanjar nahin uthata..
bus kisi gair ke sath tum
mere samne ek cup chai pina..
34) मेरी यादों में तुम रहती हो.. जैसे प्याली में चाय रहती हो.. -Santosh
meri yadon mein tum rahti ho..
jaise pyaali mein chay rahti ho..
35) सबसे खास मजा तो तब ही आता है.. जब "चाय पीकर जा" ऐसा कोई कहता है.. -Sagar
sabse khas maja to
tab hi aata hai..
jab “chai pee kar jaa”
aisa koi kahta hai..
36) चाहे जिंदगी में कितने भी बढ़ जाए गम.. चाय पीने का जज्बा मगर ना होगा कम.. -Sapna
chaahe jindagi me kitne
bhi badh jaye gam..
chai pine ka jajba
magar na hoga kam..
37) उसको जाना है तो जाए वो चाय थोड़ी है, जो छोड़ नही सकता.. -Sagar
usko jana hai to jaaye
vo chai thodi hai,
jo chhod nahin sakta..
38) जैसे दिलबर को अपना यार मिल जाता है.. चाय देखकर मेरे दिल को सुकून मिल जाता है.. -Anamika
jaise dilbar ko apna
yaar mil jata hai..
chai dekhkar mere dil ko
sukun mil jata hai..
39) एक चाय ही ऐसी है के पापा को बोल सकते चलिए पापा, साथ में पीते है..! -Sagar
ek chai hi aisi hai ke
papa ko bol sakte
chaliye papa, saath mein peete hain..!
40) दिलरुबा, तुम मिल जाना मुझे इस तरह.. चाय में अदरक मिलती है जिस तरह.. -Santosh
dilruba, tum mil
jana mujhe is tarah…
chai mein adrak
milti hai jis tarah..
41) इश्क से हार गए तो अब ऐसे जीने लगे है.. कॉफी के शौकीन भी अब चाय पीने लगे है.. -Sagar
ishq se haar gaye to
ab aise jeene lage hain..
coffee ki shaukin bhi
ab chai peene lage hain..
42) एक कप चाय पीना चाहूं मैं तुम्हारे साथ.. खूबसूरत ख्वाब देखना चाहूं मैं तुम्हारे साथ.. -Anamika
ek cup chai pina
chahu main tumhare sath..
khubsurat khwab dekhna
chahu main tumhare sath..
43) बिन तुम्हारे मेरी जिंदगी जैसे खाली खाली हो.. उफ़, तुम भी तो गर्म चाय की प्याली ही हो.. -Santosh
bin tumhare meri jindagi
jaise khali khali ho..
uff, tum bhi to garm
chai ki pyaali hi ho..
44) जिस तरह स्वाद में मिठास चाय लाती है.. वीरान जिंदगी में मिठास चाहत लाती है.. -Sapna
jis tarah swad mein
mithaas chai lati hai..
viran jindagi mein
mithaas chahat lati hai..
45) बेतुके लोगों की नसीहत भूल जाओ.. चाय पियो और मुसीबत भूल जाओ.. -Anamika
betuke logon ki nasihat bhul jao..
chai piyo aur musibat bhul jao..
46) महबूब के सपनों में खोने का अंदाज अलग होता है.. संग उसके चाय पीने का एहसास ही अलग होता है.. -Sapna
mehboob ke sapnon me
khone ka andaaj alag hota hai..
sang uske chai peene ka
ehsas hi alag hota hai..
47) कभी बुलाना घर अपने, चाय पर.. बातें करेंगे दिल की, प्यार पर.. -Santosh
kabhi bulana ghar apne, chai per..
baaten karenge dil ki, pyaar per..
आपके दिल के सारे अरमां जैसे पूरे हो जाए. और तब आपको खुद का भी होश नहीं रहेगा. आपको खुद की भी सुध नहीं होगी. क्योंकि उस चाय का नशा ही आपके सर चढ़कर बोलेगा.
हाथों में गर्म चाय की प्याली और साथ मेरे तुम हो..
खुश रहूंगा तमाम जिंदगी, चाहे कितनी भी गम हो..
haato me garm chay ki pyali aur sath mere tum ho
khush rahunga tamam zindagi chahe kitni bhi gam ho
दोस्तों, हमें यकीन है कि हमारी यह रोमांटिक लव शायरियां सुनकर आपके दिल में भी आपके महबूब के हाथ की चाय पीने की तमन्ना जाग उठी होगी. क्योंकि ये चाय ही तो आपके प्यार में दुआ बन कर आई है. जब भी आप दुआ करोगे, तो आपका महबूब आपके लिए चाय के साथ उनका प्यार भी जरूर लाएगा!
Chai par love shayari in hindi | whatsapp status on chai romantic shayari
आज हमें चाय को
बेहद मीठा है पीना..
आप बस एक घुट पीकर,
चाय का कप बाजूमे रख देना..
aaj hamen chai ko
behad meetha hai pina..
aap bus ek ghut pee kar
chai ka cup baju
mein rakh dena..
shayari on chai in hindi urdu | garam chai shayari
कहां था न हमने की
जब भी चाय लाओ..
ग्लब्ज पहने आना
ज्यादा मीठापन ठीक नहीं..
kahan tha na humne
ki jab bhi chai lao..
gloves pahne aana jyada
meetha pan thik nahin..
chai shayari in english | tea poetry in hindi
बारिश की रात में तुम्हारे
साथ एक ही कप में पी हुई चाय
समझो हमे अब..
कहीं हम बेहोश ना हो जाए..
barish ki raat mein
tumhare sath ek hi
cup mein pee hui chai..
samjho hamen ab..
kahin ham behosh na ho jaaye..
चाय की हर बूंद में तेरी तस्वीर दिखती है, कैसे कहूं की तुझ से बेइंतहा मोहब्बत नहीं है
Chay ki har bund me
Teri tasvir dikhti hai
Kaise kahu ki tujh se
Beinteha mohabbat nhi hai
उफ्फ़, ये तुम जो चाय बनाती हो.. जैसे उसमें अपनी मुलाकातें ही मिला देती हो...
uff, yeh tum jo chaai banati ho..
jaise usme apni mulakatein hi mila deti ho…
तुम्हारी हाथों की चाय के सिवा मेरा कोई सवेरा ना हो.. एक तुम्हारी आँखों के सिवा मेरा कहीं और बसेरा ना हो...
tumhari hathon ki chay ke siva,
mera koi savera na ho..
ek tumhari aankhon ke siva
mera kahin aur basera na ho…
इस क़दर हो जाऊं मैं तुम्हारा, जैसे हर्बल चाय में लौंग का डेरा..
is qadar ho jao main tumhara,
jaise herbal chay mein laung ka dera..
दोस्तों, हमारी रोमांटिक लव शायरियों की मदद से अगर आपका भी मूड अपने दिलबर के हाथ से बनी चाय पीने का हो गया हो, तो नीचे comment box मेंं comment करते हुए हमें जरूर बताइएगा!
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Vaah sanket ji, aapki shayariya sunkar chhay pine ka man hua hai
Shukriya