Love, Sad

Raaz Shayari के जरिये अपने दिल के राज उन्हें बताना चाहोगे!

Raaz Shayari: वैसे तो आप अपने दिल के राज किसी को बताते नहीं हो, लेकिन आप दिलबर उन्हें जानता है. बस एक आप का महबूब होता है जिससे आप अपने दिल के सारे राज साझा कर सकते हो. क्योंकि आपका साथी ही आप पर पूरी तरह से भरोसा करता है.

उसे आप पर इतना यकीन है कि वह भी अपने दिल की किसी भी बात को राज की तरह छुपाता नहीं है. जिस तरह से वह अपने दिल के सारे राज आपको हमेशा बताता है बस उसी तरह से वो भी आपसे यही उम्मीद करता है. क्योंकि वो इस बात को अच्छी तरह से जानता है कि अगर प्यार में कोई बात राज की राज ही रह गई तो गलतफहमियां और ज्यादा बढ़ जाती है.

Top 4 Raaz Shayari Urdu by Moeen

01:
तुम्हारे इन खूबसूरत नैनों से जो बयाँ होते है
वो राज़ फलसफीयों की बातों में कहाँ होते है
ये है इश्क़ की राहें… ये है मोहब्बत की डगर
यहाँ चंद लफ़्ज़ों में कई मतलब निहाँ होते है

*फलसफी : philosopher
*निहाँ : निहित, छुपा हुआ

02:
मेरा दिलबर… मेरी चाहत… मेरा नाज़ है वो
जीवन के संगीत का….. हसीन साज़ है वो
हर तेहरीर में बिखरा पड़ा है हुस्न उस का
जिसे छुपाए रखा ज़माने से… वो राज़ है वो

03:
तेरे हसीन ख़यालों में… ये ज़िंदगी बसर हो जाए
ज़िंदगी बन जाए जन्नत जो तू हमसफर हो जाए
हमारा मिलना है खुदा के राज़ों में से एक
खुदा करे अकसर हमें सजदों में सहर हो जाए

*सहर : सुबह

04:
खोया रहूँ मैं सदा तेरी झील सी आँखों में
खुदा जाने क्या कशिश है उनकी बातों में
दास्ताने इश्क़ ज़माने की खातीर राज़ ठहरी
हमारा ही चर्चा है अब लोगों की मुलाक़ातों में

-Moeen


होठों में अपने हमने 
एक राज़ छिपाया है

मोहब्बत को अपनी हमने
दुनियां से चुराया हैं

-Vrushali

hoton me apne humne
ek raaz chipaya hai
mohabbat ko apni humne
duniya se churaya hai

Raaz Shayari Image
Raaz Shayari Image

Listen to Raaz Shayari | Voice-Over: Vrushali Suvarna Dnyandev


इन Raaz Shayari को Vrushali Suvarna Dnyandev इनकी आवाज में सुनकर, आप दिल में कोई राज छिपा नहीं सकोगे!!


Raaz Shayari: अपने प्यार के भरोसे पर हम आपके दिल का राज जरूर जान कर रहेंगे..

आपके दिलबर की निगाहों में कोई राज छुपा है इस बात का आपको पक्का यकीन है. क्योंकि आपको खुद से ज्यादा अपने यार पर और अपने इश्क पर भरोसा है. और इसी भरोसे के दम पर आप पूरी दुनिया को इस बात का यकीन दिलाना चाहते हो कि चाहे कुछ भी हो जाए आप प्यार में धोखा नहीं दे सकती हैं.

वो क्या राज़ है तुम बताना मुझे
वो क़रीब और मैं दूर क्यूं हूं बताना मुझे

शायद नहीं है तुम्हें मुझसे मोहब्बत
मगर क्या वज़ह है बताना मुझे

-Vrushali

wo kya raaz hai tum batana mujhe
wo kareeb aur mai dur kyun hun batana mujhe
shayad nhi hai tumhe mujhse mohabbat
magar kya wajah hai batana mujhe

नादान जो हूं मैं
कोई राज़ संभाल नहीं पाती

मगर तेरे दिल के राज़
मैं जान भी तो नहीं पाती

-Vrushali

nadan jo hun mai
koi raaz sambhal nhi pati
magar tere dil ke raaz
mai jaan bhi to nhi pati

मोहब्बत में कोई राज़ नहीं होता
महबूब किसी आईने से कम नहीं होता

हो जो साफ़, शफ़ाक़ दिल इंसान
फिर वो कोई धोखेबाज नहीं होता

-Vrushali

mohabbat me koi raaz nhi hota
mahbub kisi aaine ke kam nhi hota
jo ho saaf safak dil insan
fir wo dhokhebaaz nhi hota

ये राज़ अब मेरे साथ
मेरी कब्र तक जाएगा

जमाना मेरे महबूब का
नाम नहीं जान पायेगा

-Vrushali

ye raaz ab mere sath
meri kabra tab jayega
jamana mere mahbub ka
naam nhi jaan payega

raaz-shayari-love-status-quotes-1
Raaz Shayari | Shayari on Raaz

Shayari on Raaz: गर रह जाते आपके दिल में ही वो राज, तो ख्वाब हकीकत में कैसे बदलते..?

आप अपने दिलबर से इस बात की गवाही लेना चाहते हो कि उन्होंने अगर अपने दिल की बात बता दिए होते तो शायद आप क्यों पर पूरा भरोसा कर सकते थे. क्योंकि आपको पता है कि अगर आपकी दिल में दबी हुई यादें और वो बाते अगर पूरी हो जाती, तो आप पर यह प्यार के धोखे का इल्जाम ना लगता.

ये राज़ हैं मेरा और 
मेरी परछाई का

एक था मेरा और
एक मेरी सहेली का

-Vrushali

ye raaz hai mera aur
meri parchai ka
ek tha mera aur
ek meri saheli ka

दास्तां-ए-राज़ यूं दिल में
छिपाना अच्छी बात नही..

वो बात हम जान ना सके,
इस कदर इश्क़ हमारा भी कच्चा नहीं..

dasta-e-raz yun dil me, 
chhupana acchi baat nahin..
vo baat ham jaan na sake,
is kadar ishq hamara bhi kaccha nahin…

न जाने हमारे दिल को 
ये हुआ क्या है आज..

लेकिन हम इतना जानते हैं कि 
आपकी निगाहों में छुपा है कोई राज..

na jaane hamare dil ko
ye kya hua hai aaj.
lekin ham itna jante hain ki 
aapki nigahon mein chhupa hai koi raz

हमारे काश अगर हक़ीकत में बदल जाते,
तो सपनों की झील बहती रहती..

गर दिल में ही छुपाएं रखते राज तो,
आप की दुआएं कैसे पूरी होती..!

hamare kash agar haqeeqat mein badal jaate,
to sapnon ki jhil baithi rahti..
gar dil me hi chhipaye rakhte raaz to,
aap ki duayein kaise puri hoti..!

raaz-shayari-whatsapp-quotes-1
Raaz Shayari Image
दिल के राज़ यूं
महफ़िल में खोला नहीं करते

दर्द हो हज़ार दिल में
गैरों में यूं बांटा नहीं करते

-Vrushali

dil ke raaz yun
mahil me khola nhi karte
dard ho hajar dil me
gairo me yun bata nhi karte

1)

तुम्हारे प्यार के खातिर जानम
हमने कई सपने देखे हैं..

दिल में मेरे तुम्हारे लिए ही
ना जाने कितने राज छिपे है..

-Dipti

tumhare pyar ke khatir janam
humne kai sapne dekhe hain..
dil mein mere tumhare liye hi
na jaane kitne raaz chhipe hai..

2)

ओ दिलरुबा चाहत को
जेहन से मिलाना चाहता हूं..

राज-ए-गुलशन को अपने
दिल में खिलाना चाहता हूं..

-Santosh

wo dilruba chahat ko
jehan se milana chahta hun..
raaz-e-gulshan ko apne
dil mein khilana chahta hun..

3)

अपने दिल की सारी बातें
तुम्हारी तस्वीर से ही बोलूं..

बताओ महबूबा, दिल के राज
मैं किसके सामने खोलूं..

-Supriya

apne dil ki sari baten
tumhari tasvir se hi bolu..
batao mehbooba, dil ke raaz
main kiske samne kholu..

4)

हर किसी से हम प्यार से
बात किया नहीं करते..

राज-ए-दिल तुम्हारे सिवा
कहीं खोला नहीं करते..

-Dipti

har kisi se ham pyar se
baat kiya nahin karte..
raaz-e-dil tumhare siva
kahin khola nahin karte..

5)

प्यार में अपने दिल के राज
छुपाना जानम पसंद है तुम्हें..

इशारों इशारों में बात करना
तुम्हारा बड़ा पसंद है हमें..

-Santosh

pyar mein apne dil ke raaz
chhupana janam pasand hai tumhen..
isharon isharon mein baat karna
tumhara bada pasand hai hamen..

6)

वो बेवफ़ा मुझे शायद
अपना नहीं मानते..

मोहब्बत में मेरे दिल के
वो राज नहीं जानते..

-Supriya

vo bewafa mujhe shayad
apna nahin mante..
mohabbat mein mere dil ke
vo raaz nahin jante..

7)

प्यार में पागल होकर खुद
अपनी दुनिया में खो गया था..

अपने दिल के राज न जाने क्यों
मैं उसके दिल में ढूंढ रहा था..

-Dipti

pyar mein pagal hokar khud
apni duniya mein kho gaya tha..
apne dil ke raaz na jaane kyon
main uske dil mein dhundh raha tha..

8)

बेवफा वो मेरे दिल को
छोड़ कर चला गया..

मोहब्बत का राज आखिर
राज ही रह गया..

-Santosh

bewafa vo mere dil ko
chhod kar chala gaya..
mohabbat ka raaz aakhir
raaz hi rah gaya..

9)

प्यार की अधूरी कहानी
दुनिया को सुनाता रहा..

उसके राज ए उल्फत में
मैं दर-दर भटकता रहा..

-Supriya

pyar ki adhuri kahani
duniya ko sunata raha..
uske raaz e ulfat mein
main dar-dar bhatakta raha..

10)

कितनी है चाहत दिल में
मेरे तुम्हें जताऊंगा..

मैं अपने प्यार के राज
बस तुम्हें बताऊंगा..

-Dipti

kitni hai chahat dil mein
mere tumhe jataaunga..
main apne pyar ke raaz
bus tumhen bataunga..

11)

एक तुम्हें ही जानम अपने
दिल में हम है बसा गए..

निगाहें मिलाकर तुमने मेरे
दिल के राज जान लिए..

-Santosh

ek tumhen hi janam apne
dil mein ham hai basa gaye..
nigahen milakar tumne mere
dil ke raaz jaan liye..

12)

बड़ा अच्छा लगता है जब तुम
मुझे ही हमसफर मान लेती हो..

अपनी कातिल निगाहों से जानम
तुम मेरे सारे राज जान लेती हो..

-Supriya

bada achcha lagta hai jab tum
mujhe hi humsafar maan leti ho..
apni qatil nigahon se janam
tum mere sare raaz jaan leti ho..

13)

जबसे ओ बेवफा चाहत को
भूलाकर अकेले चल दिए..

मोहब्बत के सारे राज मैंने
दिल में दफन कर दिए..

-Dipti

jabse o bewafa chahat ko
bhulakar akele chal diye..
mohabbat ke sare raaz maine
dil mein dafan kar diye..

14)

मेरे जिंदगी का हर मोड़
यारा तुम्हारे साथ मुड़ा है..

मेरे दिल का हर अफसाना
तुम्हारे राज से जुड़ा है..

-Santosh

meri zindagi ka har mod
yara tumhare sath muda hai..
mere dil ka har afsana
tumhare raaz se juda hai..

15)

तुमने कभी अपना माना नहीं
फिर भी तुम्हें अपना बना लिया..

न जाने क्यों जिंदगी ने प्यार का
राज बस एक तुम्ही से छुपा लिया..

-Supriya

tumne kabhi apna mana nahin
fir bhi tumhen apna banaa liya..
na jaane kyon zindagi ne pyar ka
raaz bus ek tumhi se chhupa liya..

16)

मोहब्बत कहीं बदनाम ना हो
जाए दिल को सहमाता हूं..

दिल के राज खोलने से पहले
मैं अंजाम से घबराता हूं..

-Dipti

mohabbat kahin badnam na ho
jaaye dil ko sahmata hun..
dil ke raaz kholne se pahle
main anjam se ghabrata hun..

17)

दुनिया को ना पता चलने
देता हूं मोहब्बत के राज..

महफूज रखता हूं मेरे दिल में
तुम्हारी चाहत के खयालात..

-Santosh

duniya ko na pata chalne
deta hun mohabbat ke raaz..
mehfooz rakhta hoon mere dil mein
tumhari chahat ki khayalat..

18)

एक तुम्हें ही सनम मैं अपने
दिल का हमराज़ मानता हूं..

अपने दिल में मोहब्बत के
सारे राज छुपाए घूमता हूं..

-Supriya

ek tumhen hi sanam main apne
dil ka humraaz manta hun..
apne dil mein mohabbat ke
sare raaz chhupaye ghumta hun..

19)

मोहब्बत में हर महबूब अपने
यार के करीब नहीं होता..

हर किसी को दिल के राज
बताना मुनासिब नहीं होता..

-Dipti

mohabbat mein har mehboob apne
yaar ke kareeb nahin hota..
har kisi ko dil ke raaz
batana munasib nahin hota..

20)

हर किसी को प्यार का राज
बताया जाए जरूरी नहीं है..

हर सवाल का जवाब दिया
जाए यारों ये जरूरी नहीं है..

-Santosh

har kisi ko pyar ka raaz
bataya jaaye jaruri nahin hai..
har sawal ka jawab diya
jaaye yaaron ye jaruri nahin hai..

21)

दिल के अरमानों को अपने
अंदर ही दबाना सिखाती है..

जिंदगी अक्सर हमें प्यार के
कई राज छुपाना सिखाती है..

-Supriya

dil ke armaanon ko apne
andar hi dabana sikhati hai..
jindagi aksar hamen pyar ke
kai raaz chhupana sikhati hai..

22)

जो दिलबर को जानते हैं,
वही अपना मान लेते हैं..

जो इशारे समझते हैं अक्सर
वो सारे राज जान लेते हैं..

-Dipti

jo dilbar ko jante hain,
vahi apna maan lete hain..
jo ishare samajhte hain aksar
vo sare raaz jaan lete hain..

23)

न जाने कितनी बार छुपाई
दिल में मोहब्बत तेरी..

मेरे दिल के हर राज पर है
जानम अब हुकूमत तेरी..

-Santosh

na jaane kitni baar chhupai
dil mein mohabbat teri..
mere dil ke har raaz per hai
janam ab hukumat teri..

24)

दर्द इस दिल में कांटों की
तरह यारों चुभता ही रहा..

सच्ची मोहब्बत का राज
तो दिल में दबा ही रहा..

-Supriya

dard is dil mein kaanton ki
tarah yaaron chubhta hi raha..
sacchi mohabbat ka raaz
to dil mein daba hi raha..

25)

सर आंखों पर बनाकर
अपना सरताज रखा..

कोई फूल भी खिला तो
कांटो ने उसे राज ही रखा..

-Dipti

sar aankhon par banakar
apna sartaj rakha..
koi phool bhi khila to
kaanton ne use raaz hi rakha..

26)

तू अगर छुपाता सभी से
तो भी हम राज ना रखते..

झूठे तेरे वादे हम अपने
दिल में अब क्या रखते..

-Santosh

tu agar chhupata sabhi se
to bhi ham raaz na rakhte..
jhuthe tere vaade ham apne
dil mein ab kya rakhte..

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10 Comments

  1. दिल छू जाने वाली आवाज हैं आपकी मां💓💕

  2. Wow Ma’am Awesome…
    Amazing….
    घणी चौखी लागी थाकि ई बांता।
    बोहत बढ़िया लाग्यो सुण कर…

  3. Waah waah kya baat!! Raaz ki baat, aapki shayari ne dil chu liya, just lovely!!

  4. बेहद खुबसुरत पेशकश!!
    वाह वृषाली मॅम आप के बरेमें क्या कहा जाए..
    ‘हरफ़न मौला’!!
    आपका लिखने का अंदाज चाहे फिर कोई स्क्रिप्ट हो..
    या आपकी शयारियां..
    आपके शायरी बायांन करने का अंदाज..
    शायरी सुकून के प्रति एवं शायरी सुकून के सभी सदस्यों के प्रती आपका लगाव आप का प्यार..
    जितनी तारीफ की जाए वह कम है…
    हम दुआ करतें है आप के सभी ‘काश हक़ीकत में बदल जाएं!’

    – कल्याणी

  5. Bohot khoobsoorat peshkash ma’am 👌👌👌👍👍👍💕💕itni pyari awaz sunke toh koi raaz nahi chupa payenge ma’am 😊😊💕💕

  6. व्वाह….!!!! बढीया पेशकष वृषाली मॅम..
    गहरी पेशकष…👌👌
    शब्दो के अनुसार आवाज का लहेजा..
    👌👌👌👌👌👌💐💐💐

  7. Shayari ko aadhi raat mein sunne ka maza hi kuch aur hai aur khas kar ke itni behtareen ho toh kya hi kehna👌

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