The meaning of ‘Nazar Andaz karna’ in English means to ignore someone deliberately. This blog post contains the best Nazar Andaz Shayari to express your emotions.
When we are ignored by someone whom we love and respect the most. That hurts us most due to our affection for that person. So we have to try to get the faith of that person again. We hope that today’s Nazar Andaz Shayari will help you in such a situation.
तेरे नजर अंदाज करने के अंदाज से हम अच्छी तरह वाकिफ है.. बस कभी मैं कायल था इनका आज उनसे मेरा दिल घायल हैं.. -Vrushali
tere najar andaaz karne ke andaaz se
ham acchi tarah waqif hai..
bus kabhi mein kayal tha inka
aaj unse mera dil ghayal hai..
Listen to Nazar Andaz Shayari | Voice-Over: Reena Purohit
इन जख्मी दिल की नजर अंदाज शायरियों को Reena Purohit इनकी आवाज में सुनकर महबूब को भुलाना चाहोगे!
Nazar Andaz Shayari Image Ki Madad Se Apne Yaar Ko Ignore Na Karne Ki Gujarish Kijiye
1) सब कहते है की ये लड़का है मोर.. पर ना जाने क्यों करते इसे इग्नोर.. -Sagar
sab kahate hain ki ye ladka hai more..
per na jaane kyon karte ise ignore..
2) बार-बार करूं कॉल फिर भी ना उठाती हो.. इस तरह नजरअंदाज कर क्यों सताती हो..!
bar-bar karun call
fir bhi na uthati ho..
is tarah najarandaaz
kar kyon satati ho..!
3) उसका हमें यूं इग्नोर करना हमें अपनी अहमियत बता गया.. अब जान चुके हैं अपनी कीमत वो हमें ऐसा सबक सीखा गया.. -Vrushali
uska hamen yun ignore karna
hamen apni ahmiyat bata gaya..
ab jaan chuke hain apni kimat
vo hamen aisa sabak sikha gaya..
Vinita Khurana इनकी आवाज में इन नजर अंदाज करने वाली शायरियों को सुनकर अपने यार के इग्नोरेंस का मलाल मनाना चाहोगे!
4) देख कर भी ना जाने क्यों तू मैसेज ना करती है.. ऑनलाइन रहकर भी मगर मुझे इग्नोर करती है..
dekh kar bhi na jaane kyon
tu message na karti hai..
online reh kar bhi magar
mujhe ignore karti hai..
5) मोहब्बत के मुजरीम दर्दनाक सज़ा पाते हैं नज़र अंदाज़ होते हैं, ठुकराए जाते हैं.. कहाँ आसान होता हैं किसी को भूल जाना अजीब लोग हैं, अजीब ख्वाब दिखाते हैं.. -Moeen
mohabbat ke mujrim dardnak saja padhte hain
najar andaaz hote hain, thukraye jaate hain..
kahan aasan hota hai kisi ko bhul jana
ajeeb log hai, ajeeb khwab dikhate hain..
नजर अंदाज शायरी इमेज की मदद से अपने यार को इग्नोर ना करने की गुजारिश कीजिए
6) तेरी झुकती नजरों से मत कर मुझे इग्नोर.. तेरे नजर का जादू ये दिल मांगे मोर.. -Sagar
teri jhukti najron se
mat kar mujhe ignore..
tere najar ka jadu
ye dil maange more..
7) ना जाने किस बात पर रूठी है वो मुझसे.. इग्नोर करने की शिकायत करूं अब किससे..
na jaane kis baat per
ruthi hai vo mujhse..
ignore karne ki shikayat
karun ab kis se..
Listen to Najar Andaz Shayari | Voice-Over: Dr Rupeshkumar Chandore
8) वो हमें इस तरह इग्नोर करते रहे जैसे हम उनके लिए अजनबी थे.. किसी और का साथ वो ऐसे निभा गए जैसे हम से वो कभी बंधे ही नहीं थे.. -Vrushali
vo hamen is tarah ignore karte rahe
jaise ham unke liye ajnabi the..
kisi aur ka sath vo aise nibha gaye
jaise humse wo kabhi bandhe hi nahin the..
9) अपनी जान से भी ज्यादा चाहता हूं उसे.. शायद इसीलिए इग्नोर करती वो मुझे..
apni jaan se bhi
jyada chahta hun use..
shayad isiliye
ignore karti vo mujhe..
10) तेरी मोहब्बत हम से भुलाई ना गई तेरी तसवीर हाथों से जलाई ना गई.. नज़र अंदाज़ करती रही वो सदा मुझे हम से दुसरी दुनिया बसाई ना गई.. -Moeen
teri mohabbat humse bulai na gai
teri tasvir hathon se jalai na gai..
najarandaaz karti rahi vah sada mujhe
humse dusri duniya basai na gai..
You can Set as Whatsapp Status To This Nazar Andaz Shayari Pic
11) काफी मेसेज करती हूं लेकिन तू करता है इग्नोर.. शायद तुझे पसंद नही मैसेज इसलिए तू होता होगा बोर.. -Sagar
kafi message karti hoon
lekin tu karta hai ignore..
shayad tujhe pasand nahin message
isiliye to hota hoga bor..
12) इस तरह हमें नजरअंदाज कर दिल ना दुखाया करो जानम.. सताने का मुझे रोज नया बहाना ना ढूंढा करो सनम..
is tarah hamen najar andaaz kar
dil na dukhaya karo janam..
shaitan ka mujhe roj naya
bahana na dhundha karo sanam..
13) मत करो तुम इग्नोर मुझे मेरे भी सीने में एक दिल हैं.. जो जलता हैं तेरे ठुकराने से जो टूटता तेरी कड़वी बातों से हैं.. -Vrushali
mat karo tum ignore mujhe
mere bhi seene mein ek dil hai..
jo jalta hai tere thukrane se
jo tootata teri kadvi baton se hai..
14) अपना समझ कर दिल दिया था तुझे.. पराया समझ कर नजरअंदाज किया मुझे..
apna samajh kar
dil diya tha tujhe..
paraya samajhkar
najar andaaz kiya mujhe..
15) जाते जाते चाहत नज़र अंदाज़ कर गया निगाहों से अपनी बयाँ सारे राज़ कर गया.. खुदा जाने क्या कशिश थी उन निगाहों में निशाना खता अपना हर निशानेबाज़ कर गया.. -Moeen
jaate jaate chahat najarandaaz kar gaya
nigahon se apni baya sare raj kar gaya..
khuda jaane kya kashish thi un nigahon mein
nishana khata apna har nishanebaaz kar gaya..
इस नजरअंदाज शायरी पिक को आप व्हाट्सएप स्टेटस पर लगा सकते हैं
16) तेरा ध्यान मेरी तरफ खिचके लगता है की बनू मैं खास चोर.. क्या बताऊं दुख होता है जानू जब भी तू करता है मुझे इग्नोर.. -Sagar
tera dhyan meri taraf khinch ke
lagta hai ki banu main khaas chor..
kya bataun dukh hota hai janu
jab bhi tu karta hai mujhe ignore..
17) न जाने क्यों फेर ली निगाहें तुमने मुझसे.. न जाने क्या कसूर हुआ मेरी चाहत से..
na jaane kyon fer li
nigahen tumne mujhse..
na jaane kya kasoor
hua meri chahat se..
18) माना के बड़े वफादार हो तुम अपने पसंदीदा काम के साथ.. पर मुझे इतना इग्नोर न करो थोड़ी वफ़ा करो मेहबूब के साथ.. -Vrushali
mana ke bade wafadar ho tum
apne pasandida kam ke sath..
par mujhe itna ignore na karo
thodi wafa karo mehboob ke sath..
19) देकर दर्द मुझ पर एहसानों की बरसात कर दी.. फेर कर निगाहें, मेरे चाहत की तौहीन कर दी..
dekar dard mujh per
ehsanon ki barsat kar di..
fer kar nigahen, mere
chahat ki toheen kar di..
20) जिस की खातीर सारे ज़माने को ठुकराया था जिस की खातीर हाथ हसीनों से छुड़ाया था.. नज़र अंदाज़ कर के वो मुझे तड़पाते रहे जिसे पूजा था, जिसे अपना खुदा बनाया था.. -Moeen
jiski khatir sare zamane ko thukraya tha
jiski khatir hath hasinon se chudaya tha..
najarandaaz karke vah mujhe tadapaate rahe
jise pooja tha, jise apna khuda banaya tha…
Nazar Andaz Shayari Pic की मदद से प्रेमी अपने दिलबर के नजर अंदाज करने का गम मनाता है. उसे हमेशा यह बात चलती रहती है कि आखिर उसने जिसे जान से ज्यादा चाहा था. वही आज उसका दुश्मन बन गया है.
Nazar Andaz Karna Shayari In Hindi – नजरअंदाज करना शायरी इन हिंदी
21) बुरे को पास करते और अच्छे को इग्नोर.. हे भगवान क्या यही है तेरा कलियुग का दौर..? -Sagar
bure ko paas karte
aur acche ko ignore..
he bhagwan kya yahi hai
tera kalyug ka daur..?
22) चाहे जो तहे दिल से उसकी कदर किया करो.. पहचानो हाल-ए-दिल तुम ना इग्नोर किया करो..
chahe jo tahe dil se
uski kadar kiya karo..
pehchano hal a dil tum
na ignore kiya karo..
23) चाहत में तेरी हम दुनिया को अलविदा कह गए.. और आप हैं की दुनिया के लिए हमें ही इग्नोर कर गए.. -Vrushali
chahat mein teri ham
duniya ko alvida kah gaye..
aur aap hai ki duniya ke
liye hamen hi ignore kar gaye..
24) पता नहीं था होता है ऐसा भी चाहत का सिला.. इग्नोर कर मुझे आखिर तुम्हें क्या मिला..
pata nahin tha hota hai
aisa bhi chahat ka sila..
ignore kar mujhe
aakhir tumhe kya mila..
25) तेरे बाद मेरी हयात पर ज़िंदगी रोती रही चेहरा अश्कों से अंधेरों में रौशनी धोती रही.. हर मोड़ पर किया गया हमें नज़र अंदाज़ हम जागते रहे मुद्दतों तकदीर मगर सोती रही.. -Moeen
tere bad mein hayat per jindagi roti rahi
chehra ashko se andhero mein roshni dhoti rahi..
har mod per kiya gaya hamen najarandaaz
ham jaagte rahe muddaton takdir magar soti rahi..
नजर अंदाज करना शायरी इन हिंदी के साथ यार के इग्नोरेंस का दर्द बताइए
26) खत्म नहीं हो रहा तेरा इग्नोर करना.. भारी पड़ गया तुझ से इश्क लड़ाना..! -Sagar
khatm nahin ho raha tera ignore karna..
bhari pad gaya tujhse ishq ladana..!
27) तुम्हें क्या पता बेवफाई का सिला क्या होता है.. दिल सच्चे आशिक का इग्नोर करने से रोता है..
tumhe kya pata bewafai ka
sila kya hota hai..
dil sacche aashiq ka ignore
karne se rota hai..
28) इश्क़ होता तुम्हें हमसे तो यूं बार बार इग्नोर नहीं करते.. अपने दिल से लगा लेते हमें यूं पल भर में पराया नहीं करते.. -Vrushali
ishq hota tumhe humse to
yu bar bar ignore nahin karte..
apne dil se laga lete hamen
yun pal bhar mein paraayaa nahin karte..
29) शिकायत तो मुझे अपने आप से है.. ऐसे इग्नोर तो तुम, पहले भी करते थे.. -Sagar
shikayat to mujhe apne aap se hai..
aise ignore to tum, pahle bhi karte the..
30) मेरी मैय्य त पर ज़िंदगी मातम करती हैं मेरे अँधेरे कमरे में रौशनी मातम करती हैं.. तेरा नज़र अंदाज़ करना काती ल हैं मेरा मेरे ग़मों पर अब ख़ुशी मातम करती हैं.. -Moeen
meri maiya t per jindagi matam karti hai
mere andhere kamre mein roshni matam karti hai..
tera najar andaaz karna kati l hai mera
mere gamon per ab khushi matam karti hai..
Nazar Andaz Shayari Ki Madad Se Yaar Ke Najar Andaaz Karne Ka Tarika Batana Chahoge
31) तुम्हारे एक दीदार के लिए दिल मेरा बेजार होता.. यूं इग्नोर करना मुझे ना जाने तुम्हें कैसे आता..
tumhare ek didar ke liye
dil mera bezaar hota..
yu ignore karna mujhe
na jaane tumhe kaise aata..
32) इग्नोर करते हो मुझे और पूछते हो गम की वज़ह क्या हैं.. जानकर भी अनजान बनते हो और कहते हो करना क्या हैं.. -Vrushali
ignore karte ho mujhe aur
puchte ho gam ki vajah kya hai..
jaan kar bhi anjaan bante ho
aur kahate ho karna kya hai..
33) दिल को मेरे कितना दर्द हुआ इसकी तुम्हें खबर नहीं.. इग्नोर करती रही हमेशा तुम शायद मेरी कदर नहीं..
dil ko mere kitna dard hua
iski tumhen khabar nahin..
ignore karti rahi hamesha tum
shayad meri kadar nahin..
34) इग्नोरेंस का धीमा जहर दिया जा रहा है.. ना पिया जा रहा है, न जिया जा रहा है.. -Sagar
ignorance ka dhima
jahar diya ja raha hai..
na piya ja raha hai,
na jiya ja raha hai..
35) दीप चाहत के निगाहों में अपनी जलाते रहे तेरे बाद मुद्दतों हम दिल को बहलाते रहे.. हम नज़र अंदाज़ करते रहे तेरी बेवफाई बरसों खुद से रूठते रहे, खुद को मनाते रहे.. -Moeen
dip chahat ke nigahon mein apni jalate rahe
tere bad muddato ham dil ko balat rahe..
ham najarandaaz karte rahe teri bewafai
barso khud se roothte rahe, khud ko manate rahe..
नजर अंदाज शायरी की मदद से यार के नजरअंदाज करने का तरीका बताना चाहोगे
36) यू नजरअंदाज कर तुम्हें आखिर क्या हासिल हुआ.. मोहब्बत को ठुकरा कर शायद सुकून मिल गया..
yu najarandaaz kar tumhen
aakhir kya hasil hua..
mohabbat ko thukra kar
shayad sukun mil gaya.
37) मोहब्बत में हमने अपना ज़मीर भी दांव पर लगा दिया.. आप इग्नोर करते रहे हमें और हमने आपसे दिल लगा लिया.. -Vrushali
mohabbat mein humne apna
jamir bhi daav per laga diya..
aap ignore karte rahe hamen
aur humne aap se dil laga liya..
38) आखिर क्यों मुझपर तुम जुल्म करती रहती हो.. न जाने क्यों मुझे तुम इग्नोर करती रहती हो..
aakhir kyon mujh per tum
julm karti rahti ho..
na jaane kyon mujhe tum
ignore karti rahti ho..
39) भले ही इग्नोर हमे किया करो लेकिन, किसी और को तवज्जो न दिया करो.. -Sagar
bhale hi ignore
hamen kiya karo lekin,
kisi aur ko
tavajjo na diya karo..
40) उस का देखना मुझे सवालीया निगाहों से कहर ढहाना मुझ पर अपनी शोख अदाओं से.. वो दिन याद कर अब रो पड़ता हुँ मैं अकसर नज़र अंदाज़ किया, मुँह फेर लिया फ़िज़ाओं से.. -Moeen
uska dekhna mujhe sawaliya nigahon se
kahar dhahana mujh per apni shokh adaon se..
vah din yad kar ab ro padta hun main aksar
najarandaaz kiya munh fer liya fizaon se..
Nazar Andaz Shayari In Hindi Ke Sath Mehboob Ke Najarandaaz Na Karne Ki Dua Mango
41) ना करोगी प्यार तब भी दिल की चाहत ना हटेगी.. इग्नोर करने से पहले सोचना आशिक पर क्या बीतेगी..
na karogi pyar tab bhi
dil ki chahat na hategi..
ignore karne se pahle sochana
aashiq per kya bitegi..
42) जो लोग दिल में रहते हैं वही हमें इग्नोर करते हैं.. पता नहीं कैसे वो अपने प्यार का दिखावा करते हैं... -Vrushali
jo log dil mein rehte hain
wahi hamen ignore karte hain..
pata nahin kaise vo apne
pyar ka dikhawa karte hain..
43) अगर ना चाहो किसी को तो उस पर ना मरना.. यूं नजर अंदाज मगर किसी को कभी ना करना..
agar na chaho kisi ko
to use per na marna..
yu najar andaj magar
kisi ko kabhi na karna..
44) मर्द की बुरी निगाहों को इग्नोर करते है.. और इल्जाम औरत के हिज़ाब पे लगते है..! (हिज़ाब : मुस्लिम महिलाओं द्वारा धारण किया जाने वाला वस्त्र) -Sagar
mard ki buri nigahon ko ignore karte hain..
aur ilzaam aurat ke hijaab pe lagte hain..!
45) तेरा वो मेरा प्यार ठुकराना याद हैं मुझे शरारतों में रात भर जगाना याद हैं.. नज़र अंदाज़ कर के जज़्बातों को मेरे रकीबों संग तेरा हँसना, मुस्कुराना याद हैं.. -Moeen
tera vo mera pyar thukrana yad hai
mujhe shararaton mein raat bhar jagana yad hai..
najarandaaz karke jazbaaton ko mere
rakibo sang tera hasna muskurana yad hai..
नजरअंदाज शायरी इन हिंदी के साथ महबूब के नजरअंदाज ना करने की दुआ मांगो
46) इग्नोर कर मुझे दिल लगा लिया है किसी से तुमने.. सोचते रहते हमेशा ऐसा क्या गुनाह किया हमने..
ignore kar mujhe dil laga
liya hai kisi se tumne..
sochte rehte hamesha aisa
kya gunah kiya humne..
47) जिंदगी में किसी से उम्मीद ना रखो जो इग्नोर करें आपको वो यार ना रखो.. हो जाए मोहब्बत ऐसी बेरहम शक्सियत से तो इजहार मत करो बस अपने दिल में रखो.. -Vrushali
jindagi mein kisi se umeed na rakho
jo ignore karen aapko vo yaar na rakho..
ho jaaye mohabbat aisi beraham shakhsiyat se
to izhaar mat karo bus apne dil mein rakho..
48) न जाने मुझे क्यों तुम सताती.. इग्नोर करने की वजह तो बताती..
na jaane mujhe
kyon tum satati..
ignore karne ki
vajah to batati..
49) उनके दिल में हमारे लिए इज्जत हैं इग्नोर करके वो हमें ये जताते भी हैं.. ऐसी इज्जत से हम उब गए हैं दिखावे के लिए अब वक्त नहीं हैं.. -Vrushali
unke dil mein hamare liye ijjat hai
ignore karke vo hamen ye jatate bhi hai..
aisi izzat se ham ub gaye hain
dikhave ke liye ab waqt nahin hai..
50) ताल्लुक सारे मुझ से जाते जाते मिटा गया तबाहीयों को वक़्ते रुखसत पता मेरा बता गया.. हमें नज़र अंदाज़ होना था शायद चाहत में वो मेरी ख़ुशीयों के दामन में आग लगा गया.. -Moeen
talluk sare mujhse jaate jaate meeta gaya
tabahion ko waqte rukhsat pata mera bata gaya..
hamen najarandaaz hona tha shayad chahat mein
vah meri khushiyon ke daaman mein aag laga gaya..
51) मिल गया है शायद कोई और तुम्हें.. इसलिए इग्नोर करती रहती हो हमें..
mil gaya hai
shayad koi aur tumhen..
isiliye ignore
karti rahti ho hamen..
52) तू क्यों ना करता रहें मुझे इग्नोर पे इग्नोर.. मगर इस दिल में मचा हैं तेरे ही प्यार का शोर.. -Vrushali
tu kyon na karta rahe
mujhe ignore pe ignore..
magar is dil mein macha hai
tere hi pyar ka shor..
53) देखकर आंखें चुराना सीने में दर्द दे गया.. तेरा यु नजरअंदाज करना दिल दुखा गया..
dekh kar aankhen churana
seene me dard de gaya..
tera yu najar andaz
karna dil dukha gaya..
भुला देंगे प्यार के साथ-साथ ओ बेवफा सनम तुम्हें.. देख कर भी अगर यूं ही नजरअंदाज करते रहोगे हमें.. -Santosh
bhula denge pyar ke sath sath
o bewafa sanam tumhe
dekh kar bhi agar yu hi
nazar andaz karte rahoge hume
तड़पती मोहब्बत का वाकिया यह अजब हो गया.. इस कदर नजरअंदाज करना तुम्हारा गजब हो गया.. -Santosh
tadpati mohabbat ka wakiya
yeh ajab ho gya
iss kadar nazar andaz karna
tumhara gajab ho gya
नज़र अंदाज करना आपको गुस्ताख़ी थी हमारी.. खोना नहीं था आपको मगर ये हरकत थी हमारी.. -Vrushali
nazar andaz karna aapko
gustakhi thi hamari..
khona nahin tha aapko
magar yah harkat thi hamari..
चाहे तोड़ दो दिल मेरा नहीं होगा कोई ऐतराज़.. कर लेना कुछ भी मगर ना करना नजरअंदाज.. -Santosh
chahe tod do dil mera
nahi hoga koi yetraaz
kar lena kuch bhi magar
na karna nazar nadaz
सच्ची मोहब्बत में बेवफाई तो सिर्फ़ धोखेबाज करें.. उस प्यार की कीमत ही क्या, जो हमेशा नजरअंदाज करें..! -Santosh
sacchi mohbbat me bewafai to
sirf dhokhebaaz kare
uss pyar ki kimat ki kya jo
hume nazar andaz kare
मुझे खो दिया नज़र अंदाज़ करते करते दे गया रौशनी ज़माने को मरते मरते.. करार मिल ही जाएगा हमें भी थोड़ा वक्त लगेगा ज़ख्म भरते भरते.. -Moeen
mujhe kho diya nazar andaz karte karte
de gaya roshni jamane ko marte marte..
karar mil hi jayega hamen bhi
thoda waqt lagega zakhm bharte bharte..
चीर के देखना दिल मेरा, उसमें प्यार छुपाया सच्चा है.. मगर बेवफा, नजरअंदाज करने का हुनर तुम्हारा अच्छा है.. -Santosh
chir ke dekhna dil mera
usme pyar chupaya saccha hai
magar bewafa nazar andaz
karne ka hunar tumahra accha hai
नज़र अंदाज़ करने वाले वो बड़े कीमती थे मेरे जो सपने तूने तोड़े थे.. वक्त-ए-रुखसत आँसुओं ने पुकारा तुझे मेरे लहजे ने भी हाथ जोड़े थे.. -Moeen
nazar andaz karne wale wo bade kimti the
mere jo sapne tune tode the..
waqt -a- rukhsat aansuon ne pukara tujhe
mere laheje ne bhi hath jode the..
अपने ही किए वादे से मुकर जाना, तो कोई आपसे सीखे.. नजरअंदाज करते हुए रिश्ता निभाना, कोई आपसे सीखे.. -Santosh
apne hi kiye waade se mukar
jaana, to koi aapse sikhe
nazar andaz karte huuye rishta
nibhana koi aapse sikhe
नादान था इश्क़ मेरा, जो हर बार तुझे मांगता रहा.. लेकिन तू सौदागर की तरह मुझे नजरअंदाज करता रहा.. -Santosh
nadan tha ishq mera,
jo har baar tujhe mangta raha..
lekin tu saudagar ki tarah mujhe
najar andaaz karta raha..
नजरअंदाज यूं करने से वादा -ए- वफ़ा का क्या होगा.. गर भुला दें हम, तो दिल का हश्र आपके क्या होगा..? -Santosh
nazar andaz yu karne se
wada-e-wafa ka kya hoga
gar bhula de hume to dil
ka hashra aapke kya hoga
नजरअंदाज करने का तेरे अब हमें कोई मलाल नहीं.. दिल को जिंदगी में किसी बात का अब कोई जलाल नहीं.. -Santosh
nazar andaz karne ka tere
ab hamen koi malal nahin..
dil ko jindagi mein kisi baat ka
ab koi jalal nahin..
गर करते रहोगे यूं ही नजर अंदाज हमें.. सपनों में भी नजर नहीं आएंगे सनम तुम्हें.. -Santosh
gar karte rahoge yunhi
nazar andaz hamen..
sapnon mein bhi najar
nahin aaenge sanam tumhen…
इश्क में यार को नजरअंदाज करने का हुनर नहीं है अच्छा.. बहुत पछताते हैं जब दिल से चाहने वाला होता है सच्चा... -Santosh
ishq mein yaar ko nazar andaz
karne ka hunar nahin hai achcha..
bahut pachtate hain jab dil se
chahane wala hota hai saccha…
तोड़कर दिल हमारा तुम हमसे जान तो छुड़ाओगे.. लेकिन करोगे जानम यूं ही नजरअंदाज, तो बड़ा पछताओगे.. -Santosh
tod kar dil hamara tum
humse jaan to chhudaoge..
lekin janam karoge yun hi najar andaaz,
to bada pachtaoge..
नजरअंदाज करते हुए चैन हमारा छीन लेना.. छोड़ चले जाएंगे सब कुछ, हमें माफ कर देना.. -Santosh
nazar andaz karte huye
chain hamara chhin lena..
chhod chale jayenge sab kuchh
hamen maaf kar dena..
यूं हमें नजर अंदाज कर तू दे रहा है दिल पर घाव कभी इसी दिल ने तुझे दी थी प्रेम भरी छाँव --Vrushali
yun hume nazar andaz kar
tu de rha hai dil par ghaav
kabhi isi dil ne tujhe
di thi prem bhari chaav
मुझे यूँ नज़र अंदाज़ करने वाले तुझ को पुजा… तेरी इबादत की कैसे उठाऊँ अब हाथ दुआओं को तेरी खातीर खुदा से बगावत की --Moeen
mujhe yun nazar andaz karne wale
tujh ko puja..teri ibadat ki
kaise uthau ab haat duvao ko
teri khatir khuda se bagavat ki
नजर अंदाज होने से हम कभी कतराए नहीं मेरे दोस्त भरोसा है अपने प्यार पर लेकिन अब दिल को किया जमीनदोस्त '-Vrushali
anazar andaz hone se hum
kabhi tarrayenge nhi mere dost
bharosa hai apne pyar par
lekin ab dil ko kiya jamindost
नज़र अंदाज़ करने वाला बड़ा खास था तन्हाइयों में वहीं दिल के पास था जो गिराता था बिजलीयाँ औरों पर आज वो खुद बड़ा उदास था -Moeen
nazar andaz karne wala bada khas tha
tanhayi me wahi dil ke paas tha
jo giraata tha bijliya auron par
aaj wo khud bada udas pada tha
दिल के तार छेड़कर,
यूं नजरअंदाज कर जाना..
कहां से सीखा आपने,
ये पलभर में गैर हो जाना..
dil ke taar chhed karyun
nazar andaz kar jana..
kahan se sikha aapane,
ye pal bhar mein gair ho jana..
पता है, करोड़ों वजहें होती है,
गुमनाम सी आपके जिंदगी में..
क्या यही एक वजह है मशहूर,
अपने यार को नजरअंदाज करने में..
pata hai, karodon vajahe hoti hai,
gumnaam si apke jindgi me..
kya yahi ek vajah hai mashhur
apne yaar ko nazar andaz karne mein..
महसूस किया है हमनें आपका
अंदाज ए नजरअंदाज करना,
शिकायत नहीं है, बस ख़ुदको
हमेशा महफूज़ रखते जाना..
mahsus kiya hai humne aapka
andaaz e nazar andaz karna..
shikayat nahin hai,
bas khud ko hamesha
mahfuj rakhte jana..
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हमारी इन दर्दे दिल की nazar andaz shayari को सुनकर अगर आपको भी अपने यार का अंदाज याद आ गया हो. तो हमें comment section में यह बताना ना भूलें. आशिक अपने महबूब के नजर अंदाज करने से बहुत दुखी है. और उसे अब अपने प्यार पर भी बहुत ज्यादा तरस आ रहा है. इसी वजह से अब वह हमेशा Ignore Status सुनना चाहता है. क्या आपको भी प्यार में कभी ऐसा एहसास हुआ है दोस्तों?
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?????????? बढीया
I must say Shayari Sukun is exploding with talent .