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Read, Listen to Best 10+ Munawwar Rana Shayari On Maa

Munawwar Rana Shayari On Maa (Mother) ye ek sabse behtreen jazbaat hai apni maa (mother) ke saamne express karne ke liye. Agar aap ye shayari post ko apni maa ke sath share karte ho aap, yakeenan aapki maa ko jarur accha lagega.

दोस्तों आप जब भी मुनव्वर राना साब की माँ पर लिखी शायरी पढेंगे या सुनेंगे. तो आपकी आँखों में जरूर पानी आ जाएगा. क्योंकि मुनव्वर राना साहब ने अपनी विश्वप्रसिद्ध क़िताब ‘माँ’ में ऐसी शायरियां मुकम्मल की है. जिन्हें पढ़कर हर कोई अपनी माँ को याद कर सकता है. और उसके जीवन भर के, लिए हुए कष्टों को याद कर हर किसी का दिल जरूर रोयेगा.



मुनव्वर राना साहब की मां पर लिखी शायरियों को Avalokita Pandey इनकी आवाज में सुनकर अपने आप को खुशनसीब समझोगे

Table of Content

  1. Munawwar Rana Shayari On Mother – मुनव्वर राना शायरी ऑन मदर
  2. Munawwar Rana Maa Shayari In Hindi Lyrics – मुनव्वर राना मां शायरी इन हिंदी लिरिक्स
  3. Munawwar Rana Shayari On Maa In English – मुनव्वर राना शायरी ऑन मां इन इंग्लिश
  4. Munawwar Rana Shayari Maa – मुनव्वर राना शायरी मां
  5. Munawwar Rana Shayari On Maa – मुनव्वर राना शायरी ऑन मां
  6. Conclusion

Munawwar Rana Shayari On Mother – मुनव्वर राना शायरी ऑन मदर

Munawwar Rana Shayari On Mother
Munawwar Rana Shayari On Mother
1)

लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं आती..

बस एक मां है जो मुझसे खफा नहीं होती..

labon pe uske kabhi baddua nahin aati..
bus ek maa hai jo mujhse khafa nahin hoti..

अभी ज़िन्दा है माँ मेरी, मुझे कुछ भी नहीं होगा..

मैं जब घर से निकलता हूँ, दुआ भी साथ चलती है..

abhi jinda hai maa meri, mujhe kuch bhi nahi hoga..
mai jab ghar se niklata hun, dua bhi sath chalti hai..

दुआएं मां की पहुंचाने को मिलो मिल जाती है

कि जब परदेस जाने के लिए बेटा निकलता है..

duaayen maa ki pahunchane ko milo mil jaati hai..
ki jab pardes jaane ke liye beta nikalta hai..

2)

इस तरह वो मेरे गुनाहों को धो देती है

मां बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है..

is tarah vo mere gunahon ko dho deti hai
maa bahut gusse mein hoti hai to ro deti hai..

Munawwar Rana Shayari On Mother की मदद से मुनव्वर राणा साहब मां के चरणों में सजदा करना चाहते हैं. और वह किसी भी हाल में अपने बच्चों पर खफा नहीं होती है यही बात बताना चाहते हैं.

Munawwar Rana Maa Shayari In Hindi Lyrics – मुनव्वर राना मां शायरी इन हिंदी लिरिक्स

Munawwar Rana Maa Shayari In Hindi Lyrics
Munawwar Rana Maa Shayari In Hindi Lyrics
3)

चलती फिरती आंखों से अजां देखी है

मैंने जन्नत तो नहीं देखी है, मां देखी है..

chalti firti aankhon se azan dekhi hai
maine jannat to nahin dekhi hai, maa dekhi hai..

बर्बाद कर दिया हमें परदेस ने मगर

मां सबसे कह रही है कि बेटा मजे में है..

barbad kar diya hamen pardes ne magar
maa sabse kah rahi hai ki beta maje mein hai..

हादसों की गर्द से ख़ुद को बचाने के लिए

माँ! हम अपने साथ बस तेरी दुआ ले जायेंगे..

haadson ki gard se khud ko bachane ke liye
maa! ham apne sath bus teri dua le jaenge..

4)

ए अंधेरे! देख ले मुंह तेरा काला हो गया

मां ने आंखें खोल दी घर में उजाला हो गया..

ae andhere! dekh le munh tera kala ho gaya
maa ne aankhen khol di ghar mein ujala ho gaya..

Munawwar Rana Shayari On Maa in Hindi

Munawwar Rana Shayari On Maa
मुनव्वर राना साब की माँ पर लिखी शायरी
5)

मुझको हर हाल में बख्शेगा उजाला अपना
चांद रिश्ते में नहीं लगता है मामा अपना..

मैंने रोते हुए पोछे थे किसी दिन आंसू
मुद्दतों मां ने नहीं धोया दुपट्टा अपना..

mujhko har hal mein bakhshega ujala apna
chand rishte mein nahin lagta hai mama apna..
maine rote hue pochhe the kisi din aansu
muddaton maa ne nahin dhoya dupatta apna..

जब तक रहा हूँ धूप में चादर बना रहा

मैं अपनी माँ का आखिरी ज़ेवर बना रहा..

jab tak raha hoon dhup mein chaadar banaa raha
main apni maa ka aakhiri jevar banaa raha..

अब भी चलती है जब आँधी कभी गम की 'राना'

माँ की ममता मुझे बाहों में छुपा लेती है..

ab abhi chalti hai jab aandhi kabhi gam ki ‘rana’
maa ki mamta mujhe bahon mein chhupa leti hai..

6)

मेरी ख्वाहिश है कि मैं
फिर से फ़रिश्ता हो जाऊं..

मां से इस तरह लिपट जाऊं
कि बच्चा हो जाऊं..

meri khwahish hai ki main
fir se farishta ho jaaun
maa se is tarah lipat jaaun
ki baccha ho jaaun..

Munawwar Rana Shayari Maa – मुनव्वर राना शायरी मां

Munawwar Rana Shayari Maa
Munawwar Rana Shayari Maa
7)

खुद को इस भीड़ में तन्हा नहीं होने देंगे

मां तुझे हम अभी बूढ़ा नहीं होने देंगे..

khud ko is bheed mein tanha nahin hone denge
maa tujhe ham abhi budha nahin hone denge..

दिन भर की मशक्क़त से बदन चूर है लेकिन

माँ ने मुझे देखा तो थकन भूल गई है..

din bhar ki mashakkat se badan choor hai lekin
maa ne mujhe dekha to thakan bhul gai hai..

माँ के आगे यूँ कभी खुलकर नहीं रोना

जहां बुनियाद हो, इतनी नमी अच्छी नहीं होती..

maa ke aage yu kabhi khulkar nahin rona
jahan buniyad ho, itni nami acchi nahin hoti..

8)

खाने की चीज़ें माँ ने जो भेजी हैं गाँव से

बासी भी हो गई हैं तो लज़्ज़त वही रही..

khane ki chijen maa ne jo bheji hai gaon se
bansi bhi ho gai hai to lazzat vahi rahi..

Munawwar Rana Shayari On Maa – मुनव्वर राना शायरी ऑन मां

munawwar rana shayari maa poetry on mother 2
मुनव्वर राना शायरी ऑन मां
9)

यही रहूंगा कहीं उम्र भर ना जाऊंगा

जमीन मां है इसे छोड़कर ना जाऊंगा..

yahi rahunga kahin umra bhar na jaunga
jameen maa hai ise chhodkar na jaunga..

बुजुर्गों का मेरे दिल से अभी तक डर नहीं जाता

कि जब तक जागती रहती है माँ, मैं घर नहीं जाता..

bujurgon ka mere dil se abhi tak dar nahin jata
ki jab tak jaagti rahti hai maa, main ghar nahin jata..

ये ऐसा कर्ज़ है, जो मैं अदा कर ही नहीं सकता

मैं जब तक घर ना लौटूं, मेरी माँ सज़दे में रहती है..

yah aisa karz hai, jo main ada kar hi nahin sakta
main jab tak ghar na luatu, meri maa sajde mein hi rahti hai..

10)

कुछ नहीं होगा तो आंचल में छुपा लेगी मुझे

मां कभी सर पर खुली छत नहीं रहने देगी..

kuchh nahin hoga to aanchal mein chhupa legi mujhe
maa kabhi sar per khuli chhat nahin rahane degi..

munawwar rana shayari on maa status for mother 1
मुनव्वर राना शायरी

Munawwar Rana Shayari On Maa की मदद से अपनी मां के आशीर्वाद को तरसने वाले बेटे की याद जरूर आएगी. क्योंकि मां हर बार अपने बेटी को किसी भी हालत में अकेला नहीं छोड़ती है. यही बात मुनव्वर राना साहब बताना चाहते हैं.

Conclusion

मुनव्वर राना साब की माँ पर लिखी शायरियों को पढ़कर आपको माँ की ममता जरूर याद आ जाएगी. साथ ही आप अपनी माँ को शत शत नमन करना चाहोगे. हमने सच कहा ना दोस्तों?

हमारी इन Munawwar Rana Shayari On Maa को सुनकर आपको भी अपने मां की याद सताने लगे. तो हमें comment area में comments कर जरूर बताएं.

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मुनव्वर राना साहब की मां पर लिखी शायरियों को Aditi Kshirsagar इनकी आवाज में सुनकर दिल मां की यादों से भर जाएगा!

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3 Comments

  1. वाह वा अदिती मॅम
    सच कहा आपने माँ के बिना हमारा जीवन जैसे अधूरा ही होता है. और माँ के सामने बाकी सारी खुशियाँ फ़ीकी होती है 👌👌

    बहोत बढ़िया पेशकश आपकी

  2. Munnawar Rana ji ki shayariyan toh hain hi badhiya aur uspar aapki description is more like — sone pe suhaga👌👌
    Madhur peshkash Aditi ji with sahi therao👌🙂

  3. मेरी ख्वाहिश है कि मैं
    फिर से फ़रिश्ता हो जाऊं..
    मां से इस तरह लिपट जाऊं
    कि बच्चा हो जाऊं..
    बेहद खूबसूरत पेशकश अदिती मैम,
    मां का प्यार बहुत बढ़िया अंदाज़ में बयां किया है आप ने। Script भी बढ़िया।
    शुभेच्छा!
    – कल्याणी

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