Mehfil Shayari : जब भी आप अपनी mehfil सजाए बैठते हैं, तो आप अक्सर किसी अपने का इंतजार कर रहे होते हैं. फिर चाहे उस mehfil में आपके साथ बस आपकी तनहाई ही क्यों ना हो. लेकिन वह तन्हाई भी आप पर एक सजा बन कर टूट पड़ती है.
जब आपका साथी महफिल से रूठ कर आप से मुंह फेर लेता है. भरी हुई mehfil में आपको छोड़ कर चला जाता है. क्योंकि ये mehfil आपने उसके लिए ही तो सजाई थी. उसी का नाम लेकर आपने यह mehfil बनाई थी. और अपने दिलबर का एतबार करने के लिए, उसी के प्यार का इजहार करने के लिए ही तो आपने यह मेहफिल बुलाई थी.
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Mehfil mein kaise kehde kisi se?
Bhari mehfil me aap kisi khas vyakti se kuch khas baat bolna chahte ho to aap unke sath ye post ki shayariya share kar sakte ho. wo aapke haal e dil samjh hi jayenge.
Table of Content
बाते तो बहुत होती है यहां
पर हर बात खास नहीं होती
महफ़िल में शिरकत होती हैं आपकी
तब बात रूह से रूह तक हो जाती
baatein to bahut hoti hai yaha
par har baat khas nhi hoti
mehfil me shirkat hoti hai apki
tab baat ruh se ruh tak ho jati
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इन दर्द भरी शायरियों को Mr. Aniruddh Narkhedkar इनकी आवाज़ में सुनकर आप भी महफिल सजाना पसंद करेंगे!
Mehfil Shayari | महफ़िल शायरी स्टेटस
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और अब आप खुद भी सोच रहे हैं कि जिसके लिए महफिल सजाई थी. आज वो ही खुद उसमें शामिल नहीं है तो ये mahfil आपके किस काम की? आपका महबूब जहां ना हो, वहां आप भी एक पल रहना नहीं चाहते. उनके जाने से ऐसे कई सवाल आपको खाए जा रहे हैं. और इसीलिए आप भी उस भरी मेहफिल से अब रुखसत होना चाहते हो.
1) महफ़िल से आपकी हम यूं गुमशुदा हो जायेंगे.. ढूंढोंगे दिन रात हमें फिर भी नहीं मिलेंगे.. -Vrushali
mahfil se aapki ham
yun gumshuda ho jayenge..
dhundhoge din raat hamen
fir bhi nahin milenge..
2) महबूब की यादों में हम राह निहारे बैठे हैं.. अब तो अकेले ही महफिल सजाए बैठे हैं.. -Anamika
mehboob ki yaadon mein
ham raah nihare baithe hain..
ab to akele hi
mehfil sajaye baithe hain..
3) तेरी कहानी में हम भंग डाल दिए.. तेरी महफ़िल से जो रुसवा हो गए.. -Vrushali
teri kahani mein ham bhang daal diye..
teri mahfil se jo ruswa ho gaye..
4) नहीं मिलेगी मुझे, तुझ बिन मंजिल.. तेरे बिना सूनी है, मेरी हर महफिल.. -Santosh
nahin milegi mujhe, tujh bin manzil..
tere bina suni hai, meri har mahfil..
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5) हर चीज़ पर यहां नाम था हमारा हर ज़र्रे पर यहां राज़ था हमारा.. महफ़िल में होती थी रौनक हमसे हर शख़्स था यहां दीवाना हमारा.. -Vrushali
har chij per yahan naam tha hamara
har zarre per yahan raaj tha hamara..
mahfil mein hoti thi raunak humse
har shakhs tha yahan deewana hamara..
आप तो अपने महबूब के याद में बस खोए रहना चाहते हो. उन्हीं के नाम से अपनी पूरी जिंदगी बिताना चाहते हो. आप उन्हें अपनी आंखों के सामने बस यूं ही बिठा कर उनकी आंखों में अपनी दुनिया बसाना चाहते हो. उनके कांधे पर यूं ही सर रखकर सोना चाहते हो.
6) जो नजर आ जाए तुम्हारे आंखों की चमक.. महफिल ए तन्हाई में हमारी छा जाए रौनक.. -Sapna
jo najar aa jaaye
tumhare aankhon ki chamak..
mehfil e tanhai me
hamari chha jaye raunak..
7) सुकून भरी महफिलें भला अब कहा सजती हैं.. नकाबों की भीड़ में भला सच्चाई कहा मिलती हैं.. -Vrushali
sukun bhari mahfilen bhala
ab kahan sajati hai..
naqaabon ki bheed mein bhala
sacchai kahan milati hai..
8) तुझे फलक पर मैं बिठाऊंगा.. सितारों की महफिल सजाऊंगा.. -Anamika
tujhe falak per main bithaunga..
sitaron ki mahfil sajaunga..
9) गमों की महफिलें हैं यहां तो चांद भी तन्हा हैं.. अजीब सी भीड़ लगी हैं मगर दिल तो फिर भी सूना हैं.. -Vrushali
gamon ki mahfil hai
yahan to chand bhi tanha hai..
ajeeb si bheed lagi hai
magar dil to fir bhi suna hai..
10) इजहार ए इश्क का नसीब हम आजमाएंगे.. महफिल में प्यार का गीत हम भी गाएंगे.. -Santosh
izhar e ishq ka
naseeb ham aajmaayenge..
mahfil me pyar ka
geet ham bhi gayenge..
और इसके लिए आप दिल की mahfil सजा कर अपने महबूब का एक अरसे से इंतजार कर रहे हैं. लेकिन वह है कि आपकी इस महफिल में अभी शिरकत नहीं करना चाहता. शायद वह किसी दूसरे की mahfil का मेहमान बन चुका है. शायद वो आपकी महफिल में आना ही नहीं चाहता हो.
Mehfil Shayari in Hindi
अपने दिलबर की याद में आप न जाने कितने वर्षों से आंसू बहा रहे हो. चाहे महफिल में हो या चाहे तनहाई में हो. आप बस उन्हें ही याद करते रहते हो. आप उन्हीं को महसूस करना चाहते हो. क्योंकि उनकी यादें ही आपके उम्मीद की आखरी किरन है. फिलहाल तो वो आपसे रूठे हैं.
11) महफ़िल में आपके हम खुशियां बांटने आए हैं.. अपने हैं सब यहां बस उनको गले लगाने आए हैं.. -Vrushali
mehfil mein aapke ham
khushiyan baantne aaye hain..
apne hain sab yahan bus
unko gale lagane aaye hain..
12) दिल की दास्तान सुनो तो सही.. महफिल में कभी मिलो तो सही.. -Sapna
dil ki dastan suno to sahi..
mehfil mein kabhi milo to sahi..
13) वादियों में आज हम अपनी महफ़िल सजाएंगे.. कुदरत की गोद में अपनी परेशानियां भुलाएंगे.. -Vrushali
wadiyon mein aaj ham
apni mahfil sajayenge..
kudrat ki god mein
apni pareshaniyan bhulayenge..
14) टूटा है दिल यारों अब तो आंखों में नमी छा गई है.. जब से बिछड़ा हूं इश्क़ में महफिल भी सूनी हो गई है.. -Anamika
tuta hai dil yaaro ab to
aankhon me nami chha gayi hai..
jabse bichhada hun ishq me
mehfil bhi suni ho gai hai..
15) हर गीत तुम्हारा, मेरी महफ़िल सजाता है.. नींद में रहूं मैं तो मुझे प्यार से जगाता है.. -Vrushali
har geet tumhara, meri
mehfil sajata hai..
nind me rahun main to mujhe
pyar se jagata hai..
लेकिन उनकी यादें वो अपने पीछे छोड़ कर गए हैं. और उन यादों को ही आपने अब तक संभाले रखा है. लेकिन उनकी वो यादें भी, अगर आपसे, रूठ जाए तो क्या होगा? आप किसी के मेहफिल में जाने के लायक नहीं रहोगे. क्योंकि जब कोई आपको उनकी महफिल में बुलाता है, तो आप भी अपने दिलबर की यादें अपने साथ ले जाते हो. और सभी को उन यादों का मशवरा देते हो.
16) तू भी चेहरा अपना अश्कों से धोएगी.. जाएंगे जब हम तो ये महफिलें रोएगी.. -Santosh
tu bhi chehra apna ashqo se dhoyegi..
jayenge jab ham to ye mahfilen royegi..
17) आपके प्यार से बनी मेरी ये हसीं महफ़िल है.. हर कोई खुश है यहां अपने ही यहां शामिल है.. -Vrushali
aapke pyar se bani
meri ye haseen mahfil hai..
har koi khush hai yahan
apne hi yahan shamil hai..
18) महफिल में हम आए थे उससे मिलने.. महसूस भी नहीं किया उसके दिल ने.. -Sapna
mehfil me ham aaye the usse milane..
mehsoos bhi nahin kiya uske dil ne..
19) आना कभी हमारी महफ़िल में खुशियों से तुम्हारी पहचान कराएंगे.. हो कोई भी गहरा ज़ख्म तुम्हारा अपने हाथों से उस पर मरहम लगाएंगे.. -Vrushali
aana kabhi hamari mahfil me
khushiyon se tumhari pahchan karayenge..
ho koi bhi gehra zakhm tumhara
apne hathon se us per marham lagayenge..
20) उसके लिए फूलों की खुशबू हम भी लाते थे.. चांद तारों की महफिल अपने दिल में सजाते थे.. -Anamika
uske liye phoolon ki
khushbu ham bhi laate the..
chand taaron ki mehfil
apne dil mein sajaate the..
लेकिन कई बार आपने यह महसूस किया है कि जब भी आप किसी की महफिल में जाते हो, तो हर कोई बस अपनी ही यादों में, अपनी ही दुनिया में खोया हुआ रहता है, मशगूल रहता है. उसे बाकी दुनिया की कोई फिक्र नहीं होती. वह बस अपने ही तजुर्बे पर अपनी जिंदगी बिताना चाहता है. और आपका तो अब ये हाल है कि आप भी बस उन्हीं के इंतजार में, उनकी राह तक रहे हो. आपको एक उनके सिवा और दूसरा कोई सहारा भी तो नहीं है.
Mehfil Shayari Urdu
आप अपने महबूब की याद में हर रोज महफिल सजाए बैठे रहते हैं. आपकी बस एक ही तमन्ना है कि शायद वो कभी आपकी इस महफिल में शामिल हो जाए. और आपकी तन्हाई का उसे भी एहसास हो जाए. अगर ऐसा हुआ, तो ही शायद वो आपके दर्द-ए-दिल को समझ पाएगा.
21) गम ने हमारी महफ़िल जब उदास कर दी है.. तो दोस्त, आपने आकर हमारी आंखें नम कर दी है.. -Vrushali
gam ne hamari mahfil
jab udaas kar di hai..
to dost, aapane aakar
hamari aankhen nam kar di hai..
22) चाहत की महफिल को जो तू सताएगा.. दिल तेरा भी एक दिन जरूर पछतायेगा.. -Santosh
chahat ki mahfil ko jo tu satayega..
dil tera bhi ek din jarur pachhtayega..
23) आपके बिना यह महफ़िल मुझे खाली सी लगती है.. माहौल तो आप से बनता है वरना खुशियां अधूरी लगती हैं.. -Vrushali
aapke bina yah mahfil
mujhe khali si lagti hai..
mahaul to aap se banta hai
varna khushiyan adhuri lagti hai..
24) न जाने कितनी अश्कों की नदियां बह गई है.. हसरतों की महफिल अब अधूरी रह गई है.. -Sapna
na jaane kitni ashko ki
nadiya bah gai hai..
hasraton ki mehfil ab
adhoori rah gai hai..
25) खाली क्यों बैठे हो दोस्त आओ कोई महफ़िल सजाएं.. बुलाओ अपने मेहमान तुम कुछ दोस्तों को हम बुलाएं.. -Vrushali
khali kyon baithe ho dost
aao koi mahfil sajayen..
bulaao apne mehman tum
kuch doston ko ham bulaye..
लेकिन आज तक तो वो आपकी तन्हाई भरी महफिल में शामिल नहीं हुआ. इसीलिए आपकी रोज की महफिल के मेहमान बस आप और आपकी तन्हाई ही होती है. अब तो आपको अपनी तन्हाई ही पसंद आने लगी है. क्योंकि दुनिया की भरी महफिल में बस आपकी एक तन्हाई ही ऐसी है, जो आपकी सारी बातें सुनती है.
26) उनके होने से जिंदगी मेरी आबाद रही.. पूरी महफिल में बस एक नजर याद रही.. -Anamika
unke hone se jindagi meri aabad rahi..
puri mehfil me bas ek najar yaad rahi..
27) सोचता हूं कैसे हो जाऊं प्यार के काबिल.. अब तेरी ही महफिले सजाता रहता है दिल.. -Santosh
sochta hoon kaise ho
jaau pyar ke kabil..
ab teri hi mehfilen
sajata rahata hai dil..
28) तहे दिल से तुम्हें अपना बनाना चाहता हूं.. बस तेरे प्यार की महफिल सजाना चाहता हूं.. -Sapna
tahe dil se tumhen apna
banana chahta hun..
bas tere pyar ki mehfil
sajana chahta hun..
29) जब से दिल तोड़ने की तूने की है तैयारी.. सूनी हो गई है मेरी ये महफिल ए शायरी.. -Anamika
jabse dil todne ki
tune ki hai taiyari..
suni ho gai hai meri ye
mehfil a shayari..
30) महफिल से चले जाना मेरी, काफी नहीं होता.. दिल तोड़ने वालों को मैं कभी माफी नहीं देता..! -Santosh
mahfil se chale jana
meri, kafi nahin hota..
dil todne walon ko mai
kabhi mafi nahin deta..
और आपको अच्छी तरह से समझती है. इस रोज की महफिल में अपने महबूब की यादों से आपकी हर रोज मुलाकातें होती रहती है. उनकी मुस्कान से आपकी हर रोज गुफ्तगू होती रहती है. लेकिन फिर भी एक बात तो तय है कि उनकी कमी आपके महफिल में यूं ही हमेशा खलती रहती है.आप यह बात भली-भांति जानते हैं कि आपके महबूब की जगह और कोई नहीं ले सकता. भले ही वह आपसे दूर है, लेकिन आपके जिंदगी में उनके हिस्से का पल आज भी तन्हा ही गुजरता है.
Mehfil Shayari Status
जब से आप का दिलबर आपको अकेले तन्हा छोड़ कर चला गया है, उसी वक्त से आपको तो अपनी जिंदगी भी दुश्वार हो गई है. आपको ना खाना प्यारा लगता है, ना सोना पसंद होता है. बस उन्हीं की याद में महफिल सजाए आप अकेले बैठे हो. लेकिन उन्हें तो जैसे आपकी कोई फिक्र ही नहीं हो रही है.
31) अपने प्यार की ताकत से शमा को जरूर बुझाएंगे.. जांबाज परवाने हैं हम, तेरी महफ़िल में जरूर आएंगे..! -Sapna
apne pyar ki takat se
shama ko jarur bujhayenge..
janbaaz parwane hai ham, teri
mahfil mein jarur aayenge..!
32) दिल की दास्तान सुनाओ तुम्हारी.. कभी तो महफिल में आओ हमारी.. -Anamika
dil ki dastan sunaao tumhari..
kabhi to mahfil me aao hamari..
33) दोस्तों की हर महफिल में जाते हैं हम.. जाम को मगर नहीं हाथ लगाते है हम.. -Santosh
doston ki har mehfil mein jaate hain ham..
jaam ko magar nahin hath lagate hai ham..
34) वही होता है सच्चा इंसान, जिंदगी में जो साथ देता है.. महफिल में तो हर कोई किसी को आवाज देता है.. -Sapna
vahi hota hai saccha insan,
jindagi mein jo sath deta hai..
mehfil mein to har koi
kisi ko awaaz deta hai..
35) बड़ी अजीब महफिल होती है यारों की.. अधूरी रहने नहीं देती, दास्तां दिल की.. -Anamika
badi ajeeb mahfil hoti hai yaaron ki..
adhuri rahane nahin deti, dastan dil ki..
आप खुद की महफ़िल में ही हर रोज बस अपने आंखों से आंसू बहाते बैठे हो. आप की महफिल अगर सजी है तो बस आपके आंखों के अश्कों से ही सजी हुई है. अगर आपकी महफिल में कोई नशा है, तो वो बस आपके महबूब की यादों का ही तो नशा है. जब भी कभी उनके साथ बिताए हुए पलों की याद आपको सताती है, तो आपके आंखों से अश्कों की जैसे नदियां ही बहने लगती है.
36) महफिल में हमें किसी का सहारा नहीं चाहिए.. तूफानों को समुंदर का किनारा नहीं चाहिए.. -Santosh
mehfil mein hamen kisi ka
sahara nahin chahiye..
tufanon ko samundar ka
kinara nahin chahiye..
37) न जाने क्या खता हो गई इस दिल से.. खुद ही चले गए वो हमारी महफिल से.. -Sapna
na jaane kya khata
ho gai is dil se..
khud hi chale gaye vo
hamari mehfil se..
38) बेदाग दिल की कोई दास्तान नहीं होती.. सुना है, महफ़िल तेरी कभी तन्हा नहीं होती.. -Anamika
bedaag dil ki koi
dastan nahin hoti..
suna hai, mehfil teri
kabhi tanha nahin hoti..
39) कबसे उड़ रहा था पतंगा आसमां में, जो खो गया.. एक ही जल रहा था चिराग महफ़िल में जो बुझ गया.. -Santosh
kab se ud raha tha patanga
aasman me, jo kho gaya..
ek hi jal raha tha chirag
mahfil me jo bujh gaya..
40) दिल में एक बार ही इश्क की घंटी बजती.. प्यार की ये महफिलें हर रोज नहीं सजती.. -Anamika
dil me ek bar hi
ishq ki ghanti bajti..
pyar ki ye mehfilen
har roj nahin sajti..
41) दिलदार है हम, हमेशा दोस्तों को बुलाया करते हैं.. उन्हें अपनी महफिल में शामिल भी किया करते हैं.. -Sapna
dildar hai ham, hamesha
doston ko bulaya karte hain..
unhen apni mahfil me
shamil bhi kiya karte hain..
आप अपने दिल को भी हर बार बस यही समझाते हो कि वह आपकी महफिल में नहीं आएगा. लेकिन आपका दिल है कि आपकी एक भी नहीं सुनता. वह आपकी कोई बात नहीं मानता. वह हर रोज बस आपके दिलबर की याद में महफिल सजाए, उनकी राह देखता है. ताकि वह कभी आए और आप की महफ़िल में चार चांद लगाए. लेकिन आप की आंखों में उनकी यादों का बसेरा कुछ इस तरह है कि जब भी बिन बताए उनकी याद आ जाती है, तो आपकी आंखें उन अश्कों को रोक नहीं पाती.
mehfil shayari urdu | whatsapp shayari status on mehfil
मशगूल है हर कोई यहां
अपनी महफिल में..
और हम बैठे हैं गुमसुम
यहां किसी के इंतजार में..
mashgul hai har
koi yahan
apni mehfil mein..
aur ham baithe hain
gumsum yahan
kisi ke intezar mein..
mehfil shayari in english hindi
रोज़ महफ़िल सजती है,
रोज़ गुफ्तगू होती है..
लेकिन सच कहे तो,
आपकी कमी हमेशा होती है..
roj mehfil sajti hai
roj guftgu hoti hai..
lekin sach kahe to,
aap ki kami
hamesha hoti hai..
mehfil par shayari 2 line hindi urdu
अक्सर भर आती है
महफ़िल में मेरी आंखें,
जब बिना बताए,
चली आती है तेरी यादें..
aksar bhar aati hai
mehfil mein
meri aankhen..
jab bina batayen
chali aati hai
teri yaadein..
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Summary
हमारी टूटे हुए दिल की Mehfil Shayari ने आपको भी महफिल सजाने पर राज़ी कर लिया हो, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमें जरूर बताएं दोस्तों!
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Bahothi badhiya