दोस्तों, मां से हमारा सबसे गहरा रिश्ता होता है. जिनके पास मां होती है वह सबसे नसीब वाले होते हैं. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी मां को खो चुके होते हैं. आज हमारी Maa Shayari उन्हीं लोगों के जज्बात बयां करेगी. मां के बिना घर सुना हो जाता है. मां की याद हमारे दिल को तड़पाती है.
जब मा घर में होती है तो घर घर जैसा लगता है. जिस दिन मैं घर से चली जाती है उस दिन घर सिर्फ एक मकान बन कर रह जाता है. जहां हमारा दिल नहीं लगता. Maa Shayari हम सबको मां की याद दिलाती है. वैसे तो मां को याद करने के लिए किसी बहाने की जरूरत नहीं होती. हम अपनी मां की बनावट है.
मैं हुँ दीप दूसरों की खातीर जलता रहुँगा माँ का हैं यही सबक मैं सदा मचलता रहुँगा.. राह दिखाऊंगा उजालों में कभी चमकूंगा अंधेरों में मुझे पहचानों ना पहचानों मैं चोला बदलता रहुँगा.. -Moeen
main hun dip dusron ki khatir jalta rahunga
maa ka hai yahi sabak main sada machalta rahunga..
rah dikhaunga ujalon mein kabhi chamkunga andhero mein
mujhe pehchano na pehchano main chola badalta rahunga..
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माँ मेरी हैं रहमदिल उस खुदा की तरह रहती हैं मेरे लबों पर हमेशा दुआ की तरह.. मुसीबत में उस के दो बोल ही काफी हैं करती हैं काम उस की बातें दवा की तरह.. -Moeen
maa meri hai reham dil use khuda ki tarah
rahti hai mere labon per hamesha dua ki tarah..
musibat mein uske do bol hi kafi hai
karti hai kam uski baaten dava ki tarah..
माँ की ममता कैसे होती है?
माँ इस दुनिया में सबसे निस्वार्थ व्यक्ति है जो इस दुनिया में आने से पहले ही अपने बच्चों से प्यार करना शुरू कर देती है. इस दुनिया में मां के प्यार की तुलना किसी भी चीज से नहीं की जा सकती. क्योंकि यह प्यार का सबसे शुद्ध रूप है. माँ अपने बच्चे के लिए एक फरिश्ता की तरह होती है, जो हमेशा अपने बच्चे से प्यार करती है और उसका साथ देती है.
घर हैं मेरा रौशन माँ के मुस्कुराने से वो लड़ पड़ती हैं मेरी खातीर ज़माने से.. मैं रहूँ खामोश तो पढ़ लेती हैं आँखें मेरी कोई बात नहीं छुपती माँ से छुपाने से.. -Moeen
ghar hai mera roshan maa ke muskurane se
vah lad padti hai meri khatir jamane se..
main rahun khamoshi to padh leti hai aankhen meri
koi baat nahin chhupti maa se chhupane se..
माँ के कदम ही जन्नत का पता हैं माँ का वजूद अंधेरों में दीया हैं.. मुसीबतों में जब घिर जाओ तो बताओं उसे उस के पास हर मर्ज़ की दवा हैं.. -Moeen
maa ke kadam hi jannat ka pata hai
maa ka vajud andhero mein diya hai..
musibaton mein jab ghir jao to batao use
uske pass har marj ki dava hai..
मेरी खातीर तेरी आँखों में प्यार अकसर देखा तेरी दुआओं से हमेशा सँवरते मुकद्दर देखा.. माँ उठाती हैं मेरी खातीर हाथ दुआओं में दुआओं से आसान होता ज़िंदगी का सफर देखा.. -Moeen
meri khatir teri aankhon mein pyar aksar dekha
teri duaon se hamesha savarte mukaddar dekha..
maa uthaati hai meri khatir hath duaon mein
duaon se aasan hota jindagi ka safar dekha..
Maa Shayari | माँ शायरी
हम खुद की तरफ देखें तो भी हमें अपनी मां की याद आ जाती है. अपनी मां को हम कभी नहीं भूल पाते. हर इंसान को हम भूल सकते हैं लेकिन मां को भूलना किसी भी बच्चे के लिए मुमकिन नहीं है. मां ऐसा रिश्ता है जो हमारे पैदा होते ही हमारे साथ होता है.
माँ से हैं हमारा वजूद वरना हम ना हो जिससे मूँह फेर ले, वो कभी मोहतरम ना हो.. माँ लिखे अगर मेरी तकदीर का अफसाना तो फिर मेरी किस्मत में कभी कोई गम ना हो.. -Moeen
maa se hai hamara wajood warna ham na ho
jisse munh fer le vah kabhi mohtaram na ho..
maa likhe agr meri takdeer ka afsana
to fir meri kismat main kabhi koi gam na ho..
1) ममता के सागर से भरी हैं, वो मां की मूरत.. उसकी बनाई हर चीज़ होती हैं खूबसूरत.. -Vrushali
mamta ke sagar se bhari
hai, vo maa ki murat..
uski banai har chij
hoti hai khubsurat..
खुदा भी अपनी कभी सारी खुदाई नहीं देता माँ को देखा हैं खुदा तो दिखाई नहीं देता.. कभी जो लौटू किसी सबब मैं घर देर से राह तकती हैं मेरी उसे कुछ सुझाई नहीं देता.. -Moeen
khuda bhi apni kabhi sari khudai nahin deta
maa ko dekha hai khuda to dikhai nahin deta..
kabhi jo lautu kisi sabab main ghar der se
raah takti hai meri use kuchh sujhai nahin deta..
हाथ अपना सर पर फेर दे तो जैसे जन्नत मिल जाए.. मां तू सिर्फ मुस्कुरा दे तो जैसे मेरी मन्नत पूरी हो जाए..
hath apna sar per fer de to
jaise jannat mil jaaye..
maa tu sirf muskura de to jaise
meri mannat puri ho jaaye..
उसे हमारी खातीर हर आज़माइश में डाला गया उसे रसमों के अजीब साँचों में ढाला गया.. माँ का खून शामील था घर की बुनियादों में हुई तामीर मुकम्मल तो उसी को निकाला गया.. -Moeen
usse hamari khatir har aajmaish mein dala gaya
use rasmon ke ajeeb sanchon mein dhala gaya..
maa ka khoon shamil tha ghar ki buniyad mein
hui tameer mukmmal to usi ko nikala gaya..
2) मां ने जब-जब की है दुआ.. मुझे जन्नत का एहसास हुआ.. -Anamika
maa ne jab-jab ki hai dua..
mujhe jannat ka ehsaas hua..
3) तुझपे क्या शायरी लिखूं मेरी मां.. लिखने के लिए कम पड़ेगा आसमां.. -Sagar
tujhpe kya shayari likhun meri maa..
likhane ke liye kam padega aasman..
माँ की मुस्कुराहट बुलाती हैं ज़िंदगी की तरफ वो ले जाती हैं अँधियारों से रौशनी की तरफ.. उसे धकेलती हैं औलादें गमों की खाई में वो मासूम उन्हें बुलाती रही ख़ुशी की तरफ.. -Moeen
maa ki muskurahat bulati hai jindagi ki taraf
vah le jaati hai andhyaro se roshani ki taraf..
use dhakelti hai aulade gamon ki khai mein
vah masoom unhen bulati rahi khushi ki taraf..
4) दर्द हो बच्चे को, दिल माँ का रोता है.. रिश्ता मां के साथ कुछ ऐसा होता है.. -Santosh
dard ho bacche ko, dil maa ka rota hai..
rishta maa ke sath kuchh aisa hota hai..
5) मां बिना रुके बस चलती रहती हैं बच्चों के लिए हमेशा मौजूद रहती हैं.. कोई मुश्किल उसे रोक नहीं पाती क्योंकि उसके सीने में ममता रहती हैं.. -Vrushali
maa bina ruke bas chalti rahti hai
bacchon ke liye hamesha maujud rahti hai..
koi mushkil use rok nahin pati
kyunki uske seene mein mamta rahti hai..
6) जब भी दवा ना दिखाए असर.. माँ बच्चे की उतारती है नज़र.. -Sapna
jab bhi dava na dikhayen asar..
maa bacche ki utarti hai nazar..
7) तेरे आगे सर झुकाता है परमात्मा.. ऐसी शख्सियत होती है एक मां.. -Sagar
tere aage sar jhukata hai parmatma..
aisi shakhsiyat hoti hai ek maa..
वो लम्हा मिला था मुझे बड़े नसीब से माँ के चेहरे पर देखी झुर्रीयां करीब से.. जन्नत को रख दिया माँ के कदमों तले खुदा के फैसले होते हैं बड़े अजीब से.. -Moeen
wo lamha mila tha mujhe bade naseeb se
ma ke chehre par dekhi jhuriyan kareeb se..
jannat ko rakh diya maa ke kadmon tale
khuda ke faisle hote hain bade ajeeb se..
8) जब हो जाती है सारी बातें मन की फिज़ूल.. माँ की दुआ नज़र आती है होते हुए क़ुबूल.. -Anamika
jab ho jaati hai sari
baaten man ki fizool..
maa ki dua najar
aati hai hote huye qubool..
9) मां चूमकर हमारी आंखें ख़ुदा से ये दुआ करती हैं.. सलामत रहे हम यही खुदा से कहा करती हैं.. -Vrushali
maa chumkar hamari aankhen
khuda se ye dua karti hai..
salamat rahe ham yahi
khuda se kaha karti hai..
ढूंढो सारी खुदाई और जमाने में मगर नेक इंसान ना मिलेगा कोई.. देख लेना जाकर मंदिर या मस्जिद में मां जैसा भगवान ना मिलेगा कोई..
dhundho sari khudai aur jamane mein
magar nek insan na milega koi.,
dekh lena jakar mandir ya masjid mein
maa jaisa bhagwan na milega koi..
10) मांगी हुई दुआओं से लोग होते है अनजान.. नहीं जानते वो उनके लिए माँ होती है वरदान.. -Santosh
mangi hui duaon se
log hote hain anjan..
nahin jante vo unke liye
maa hoti hai vardan..
तेरे हाथों का लगाया दरख्त खामोश खड़ा हैं
Moeen
माँ बिन तेरे घर मेरा सुनसान पड़ा हैं
तेरे होते हुए आँधीया कुछ ना बिगाड़ पाई
तेरी औलादों के लिए अब वक्त कड़ा हैं
Tere hathon ko lagaya darakht Khamosh khada hai
Maa bin tere Ghar Mera sunsan pada hai
Tere hote hue Aandhiya kuchh Na bigaad payi
Teri auladon ke liye ab waqt kada hai
Maa Shayari में यह बताया गया है की, मां के जाने के बाद घर सुनसान हो जाता है. उस की औलादों के लिए बुरा वक्त शुरू हो जाता है. उन्हें प्यार करने वाला उनसे छीन लिया जाता है. दोस्तों मां हमसे जिस कदर प्यार करती है उतना प्यार कोई भी हमसे नहीं कर पाता. दुनिया के कई लोग भले ही हम से जान से ज्यादा प्यार करने की बात करें लेकिन हकीकत में सिर्फ मां ही ऐसा कर पाती है.
Maa Shayari Urdu
11) मां का सम्मान हमेशा करना.. उसको कभी रोने न देना.. -Sagar
maa ka samman hamesha karna..
usko kabhi rone na dena..
मां ही होती हर किसी के जन्नत का फूल है बच्चों को प्यार करना ही उसका उसूल है.. नाराज करेगा उसे कोई तो यह उसकी भूल है क्योंकि कदमों तले उसके ही जन्नत की धूल है..
maa hi hoti har kisi ke jannat ka phool hai
bacchon ko pyar karna hi uska usool hai..
naraj karega use koi to yah uski bhul hai
kyunki kadmo tale uske hi jannat ki dhul hai..
12) इस जालिम दुनिया से कैसे लड़ना.. माँ ही तो सिखाती है हमें चलना.. -Sapna
is zalim duniya se kaise ladna..
maa hi to sikhati hai hamen chalna..
ना किसी गैर से खुलेगा, ना ही अपनों से खुलेगा.. जन्नत का दरवाजा सिर्फ पैरों से मां के खुलेगा..
na kisi gair se khulega,
naa hi apnon se khulega..
jannat ka darvaja sirf
pairon se maa ki khulega..
होती है तकलीफ मुझे तो रात भर वह सोती नहीं. बताऊं कैसे उसके उपकार, शब्दों में मां बयां होती नहीं..
hoti hai takleef mujhe to
raat bhar vah soti nahin..
bataun kaise uske upkar,
shabdon mein maa baya hoti nahin..
13) शाम के साये देखकर मां रसोई में चली जाती हैं.. हर फरमाइश हमारी पूरी करने में जुट जाती हैं.. -Vrushali
shaam ke saaye dekhkar
maa rasoi me chali jaati hai..
har farmaish hamari
puri karne mein joot jaati hai..
बुलंदियों के हर निशान को आसानी से छुआ मैंने.. उठाया गोद में मां ने तो आसमान को छुआ मैंने..
bulandiyan ke har nishan ko
aasani se chhua maine..
uthaya god mein maa ne to
aasman ko chhua main..
14) जिंदगी को माँ हमारी आकार देती है.. अधूरे सपनों को वो ही साकार करती है.. -Anamika
jindagi ko maa hamari aakar deti hai..
adhure sapnon ko vo hi sakar karti hai..
15) जिंदगी मुक्कमल लगती है.. जब मेरी मां हँसने लगती है.. -Sagar
zindagi mukammal lagti hai..
jab meri maa hasne lagti hai..
16) भले ही किसी रिश्ते में कड़वाहट आएगी.. माँ के रिश्ते में मगर कोई मिलावट ना होगी.. -Santosh
bhale hi kisi rishte mein kadwahat aaegi..
maa ke rishte mein magar koi milavat na hogi..
17) मां की परवरिश कभी गलत नहीं होती हैं.. मगर बदनसीब संतान उसे समझ नहीं पाती हैं.. -Vrushali
maa ki parvarish kabhi
galat nahin hoti hai..
magar badnaseeb santan
use samajh nahin paati hai..
18) माँ मुझे तुम्हारी लोरी है सुनना.. तेरे आँचल तले है अब मुझे रहना.. -Sapna
maa mujhe tumhari lori hai sunna..
teri aanchal tale hai ab mujhe rahana..
19) मां की दुआ का असर होता है.. इसलिए मेरा दर्द बेअसर होता है.. -Sagar
maa ki dua ka asar hota hai..
isliye mera dard beasar hota hai..
20) जिंदगी मेरी बातें बनाने लगी है.. मां मुझे तेरी यादें सताने लगी है.. -Anamika
jindagi meri baaten banane lagi hai..
maa mujhe teri yaad satane lagi hai..
माँ की यादों में टुट कर बिखरती हैं
माँ के कपड़े पहन कर वो सँवरती हैं
अरसा हुआ उस की माँ को गुज़रे हुए
रोज़ माँ को अपनी वो याद करती हैं
-Moeen
Man ki yadon mein Tut kar bikharti hai
Man ke kapde pehan kar vah samvarti hai
Arsa vah uski man Ko gujre hue
Roj man ko apni vah yad karti hai
Maa Shayari की मदत से आप समझोगे की, जब हमारी मां गुजरती है तो हम फूट-फूटकर रोते हैं. हमें उसकी बहुत याद आती है. लड़कियां अपनी मां के कपड़े पहनती है ताकि उसके एहसास को महसूस कर सके. उसकी तरह सजने सवरने की कोशिश करती है.
क्योंकि मां की याद उन्हें बहुत ज्यादा सताती है. मां की यादें हम बहुत संभाल कर रखते हैं. दिल के करीब रखी हुई किसी चीज की तरह हम अपनी मां की यादें दिल से लगाए रखते हैं.
मेरी माँ मेरे लिए सजदों में रोती हैं
मैं जागू तो भला वो कहाँ सोती हैं
अपनी औलाद के सुकून की खातीर माँ
दिन का चैन रात की नींदें खोती हैं
-Moeen
Meri man mere liye sajdon mein roti hai
Main jaagu to bhala vo kaha soti hai
Apni aulad ke sukun ki khatir man
Din Ka chain Raat ki nindein khoti hain
Maa Shayari में कुछ इस प्रकार से बताया गया है की, दोस्तों एक मां ही होती है जो अपने बच्चों के लिए किसी के भी सामने झुकने के लिए तैयार हो जाती है. अपने बच्चों के सुकून के खातिर वह दिन रात काम करती है.
जब उसके बच्चे सुकून से सो नहीं पाते हैं तो वह भी बेचैन हो जाती है. अपने बच्चों से वह सबसे ज्यादा प्यार करती है. उसे अपने बच्चों की खुशियों के अलावा किसी भी चीज से कोई लगाव नहीं होता.
Maa Shayari in Shayari
21) दहलीज पर खड़ी होकर मां हमारा इंतज़ार करती हैं.. हर घड़ी उसके दिल में हमारी ही बातें चलती हैं.. -Vrushali
dehleez par khadi hokar
maa hamara intezar karti hai..
har ghadi uske dil mein
hamari hi baaten chalti hai..
22) चाहे उसे कितनी भी मजबूरियां सताती.. कोई मां कभी किसी को बद्दुआ नहीं देती.. -Santosh
chahe use kitni bhi majburiyan satati..
koi maa kabhi kisi ko baddua nahin deti…
23) खाने में वो मज़ा ही नहीं आता.. जबतक वो मां का बनाया नहीं होता.. -Sagar
khane mein vo maja hi nahin aata..
jab tak vo maa ka banaya nahin hota..
24) जोखिम पर संकट मोल ले सकती है.. बेटे के लिए मां जान भी दे सकती है.. -Sapna
jokhim per sankat mol le sakti hai..
bete ke liye maa jaan bhi de sakti hai..
25) मां से बनती हमारी पहचान हैं वहीं बुनती जो हमारे ख़्वाब हैं.. उसकी आदतें भी लगती हैं हमें उसी के पास हमारे सारे जवाब हैं.. -Vrushali
maa se banti hamari pahchan hai
vahi bunti jo hamare khwab hai..
uski aadatein bhi lagti hai hamen
usi ke pass hamare sare jawab hai..
26) बच्चों के गम सारे अपने हिस्से ले लेती.. मां कभी बेटे पर अन्याय नहीं होने देती.. -Anamika
bacchon ke gam sare
apne hisse le leti..
maa kabhi bete par
anyan nahin hone deti..
27) सारा जहां खफा होता है.. जब किसी मां का दिल दुखता है.. -Sagar
sara jahan khafa hota hai..
jab kisi maa ka dil dukhta hai..
28) उसके बिना एक पल भी अधूरा लगता है.. खफा हो जब मां तो मुझे बुरा लगता है.. -Santosh
uske bina ek
pal bhi adhura lagta hai..
khafa ho jab maa
to mujhe bura lagta hai..
29) फरिश्तों की सोहबत ना मांगो खुदा से दुआ में.. उससे ज्यादा सुकून मिलता हैं मां की गोद में.. -Vrushali
farishton ki sohabat na
mango khuda se dua me..
usse jyada sukoon
milta hai maa ki god mein..
30) उसके दिल की ख्वाहिश पूरी कर देना.. रूठ जाए मां तो उसे जल्द मना लेना.. -Sapna
uske dil ki khwahish puri kar dena..
ruth jaaye maa to use jald mana lena..
अपने भाईयों से भी अब हम कट गए
उसूल थे प्यारे अब रास्ते से हट गए
माँ का साया क्या उठा मेरे सर से
सिक्कों की तरह कई हिस्सों में बट गए
-Moeen
Apne bhaiyon se bhi ab ham cut Gaye
Usool the pyare ab raste se hat Gaye
Man ka saya kya utha mere sar se
Sikkon ki tarah Kai Hisse mein bat Gaye
Maa Shayari को पढ़कर आपको महसूस होगा की, मां हमें एक साथ बांध कर रखती है. जिस दिन मां गुजर जाती है उस दिन सब कुछ बिखर जाता है. दो भाई आपस में लड़ने लगते हैं. जो एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं वह आज एक दूसरे से नफरत करने लगते हैं.
मां के जाने के बाद जैसे सब कुछ बदल जाता है. मां कभी अपने बच्चों को एक दूसरे से लड़ने झगड़ने नहीं देती. उसके जाने के बाद उन्हें रोकने वाला कोई नहीं होता. दुनिया तो बस तमाशा देखती रहती है.
माँ रोज़ मिलने आती हैं ख़्वाबों में
तुझ बिन ज़िंदगी कटती हैं अज़ाबों में
जो कभी उदास रहूँ तनहा शामों को
तेरी यादें होती हैं मेरे खयालों में
-Moeen
Man roj milane aati hai khwabon mein
Tujh bin jindagi katati hain ajabon main
Jo kabhi udas rahu tanha shamon ko
Teri yaden Hoti hai mere khayalon mein
दोस्तों मां के जाने के बाद हम उसे अपने ख्वाबों में ही देखते हैं. हकीकत में भले ही वह हमारे साथ ना हो लेकिन उसके ख्वाब हमारे साथ होते हैं. हर शाम को हम उसकी याद से उदास हो जाते हैं. लेकिन फिर भी उसकी यादें हमारे ख्यालों में रहती है.हम उसे अपने ख्यालों से कभी दूर नहीं करना चाहते.
उसके ना होने से हम उदास जरूर होते हैं लेकिन उसके ख्वाब हमें सुकून पहुंचाते हैं. Maa Shayari यही बात आपको इस शायरी की मदत से समझने में आसानी होगी,
Shayari on Maa
31) मां के अभाव से परिवार सुनसान लगते है.. मां की मुस्कान से घर आंगन खिलते है.. -Sagar
maa ke abhav se
parivar sunsan lagte hain..
maa ki muskan se
ghar aangan khilte hain..
32) अपनी सारी खुशियां उस पर वार देती.. मां ही बेटे को सबसे ज्यादा प्यार देती.. -Anamika
apni sari khushiyan
us par war deti..
maa hi bete ko sabse
jyada pyar deti..
33) मां से की हर ख्वाइश पूरी हो जाती हैं.. खुदा के रूप में मां हमेशा साथ होती हैं.. -Vrushali
maa se ki har khwahish
puri ho jaati hai..
khuda ke roop mein maa
hamesha sath hoti hai..
34) मां के आशीर्वाद से ही होती है तरक्की.. उसकी दुआ से सफल होगी जिंदगी आपकी.. -Santosh
maa ke aashirwad se
hi hoti hai tarkki..
uski dua se safal
hogi jindagi aapki..
35) कहां आ फंसे है इन शहरों में.. मां दिखती नहीं गलियारों में.. -Sagar
kahan aa fanse hai in shahron mein..
maa dikhti nahin galiyaaron main..
36) मां का आशीर्वाद ही हमें जन्नत दिला दे.. आजकल मगर क्यों लोग मां को भुलाते.. -Sapna
maa ka aashirwad hi
hamen jannat dila de..
aajkal magar kyon
log maa ko bhulate..
37) चूमना मां के कदम तुझे वहां जन्नत मिलेगी.. आसान होगी राह मंज़िल तेरा इंतज़ार करेगी.. -Vrushali
choomna maa ke kadam
tujhe vahan jannat milegi..
aasan hogi raah
manzil tera intezar karegi..
38) जिंदगी खुद मेरे लिए बन गई मिसाल.. मां की दुआ ने कर दिया ये कमाल.. -Anamika
jindagi khud mere liye ban gayi misal..
maa ki dua ne kar diya ye kamal..
39) अगाध होती है जिसकी महिमा.. वो होती है हमारी प्यारी मां.. -Sagar
agadh hoti hai jiski mahima..
vo hoti hai hamari pyari maa..
40) बेटे के सुख को मन उसका तरसता है.. मां की दुआ से तो सावन भी बरसता है..! -Santosh
bete ke sukh ko man uska tarasta hai..
maa ki dua se to sawan bhi barsata hai..!
खुदा भी खुश हैं तुझे पास बुला कर
माँ कहाँ चली गई मुझे सुला कर
माँ की जगहों पर सो कर वो लड़की
चेहरा अपना धोती हैं आँसू बहा कर
-Moeen
Khuda bhi Khush hai tujhe paas bula kar
Man Kahi Chali gai Mujhe Sula kar
Man ki jagahon per sokar wo ladki
Chehra apna dhoti hai Aansu bahakar
बिना कुछ बताए मां हमें हमेशा के लिए छोड़ कर चली जाती है. तब हमारे पास बस उसकी यादें रह जाती है. हम हर जगह उसे ढूंढते हैं. जहां वह सोती थी वह हम सोते हैं. ताकि हमें उसके होने का एहसास हो जाए. उसे घर के हर कोने में ढूंढने की कोशिश करते हैं. उसके बिना हम मुस्कुरा भी नहीं पाते. हमारी आंखों से बस आंसू बहते रहते हैं.
मुझे खामोश देख कर उदास रहती हैं
माँ की नम आँखें कुछ कहती हैं
हसरतों के खून से पालती हैं औलादें
ख्वाहिशें माँ के सीने में दफन रहती हैं
-Moeen
Mujhe Khamosh dekh kar udaas rehti Hain
Man ki Nam Aankhen kuchh kahati hai
Hasraton ke khoon se palati hai auladein
Khwahish man ke seene mein dafan rahti hai
जिस दिन कोई औरत मां बन जाती है तो उसकी ख्वाहिश खत्म हो जाती है. बच्चों की ख्वाहिशें मां की ख्वाहिशें बन जाती है. बच्चों के सामने वह अपनी हर खुशी का गला घोट देती है. जिस बात में बच्चों की खुशी उसी बात में मां की खुशी होती है. बच्चों की खुशी के लिए वह हर मुश्किल से लड़ पड़ती है. खुद के बारे में एक पल भी नहीं सोचती लेकिन बच्चों के बारे में हर पल सोचती रहती है.
Best Maa Shayari
41) दर्द को मैं अपने दूर भगाता हूं.. जब मैं मां के गले लगता हूं.. -Sagar
dard ko main apne dur bhagata hun..
jab main maa ke gale lagta hun..
42) भले ही दुनिया खिलाफ हो.. मगर मां से मेरा मिलाप हो.. -Sapna
bhale hi duniya khilaf ho..
magar maa se mera milap ho..
43) हृदय से कोमल होती है.. मां सबकी अनमोल होती है.. -Sagar
hriday se komal hoti hai..
maa sabki anmol hoti hai..
44) याद रखना, मां अगर रुठे तो मुकद्दर भी रूठता.. बच्चों के लिए ही उसका मन है हमेशा टूटता.. -Anamika
yaad rakhna, maa agar ruthe
to mukaddar bhi ruthta..
bacchon ke liye hi uska
man hai hamesha tutata..
45) जिसे सबसे ज्यादा आपकी फिक्र होती है.. सारे जहां में एक सिर्फ अपनी मां ही होती है.. -Sagar
jise sabse jyada
aapki fikra hoti hai..
sare jahan mein ek sirf
apni maa hi hoti hai..
46) उसके बिना जिंदगी में कोई कमाल नहीं.. मां के ममता की दुनिया में मिसाल नहीं.. -Santosh
uske bina zindagi me koi kamal nahin..
maa ke mamta ki duniya me misal nahin..
47) चाहते हो जिंदगी को अगर आसान बनाना.. दिन में एक बार सही मां को जरूर हंसाना.. -Sagar
chahte ho jindagi ko
agar aasan banana..
din mein ek bar sahi
maa ko jarur hasana..
48) मां के दीदार से ही सुकून मिलता है.. उसके होने से ही मुझे जुनून मिलता है.. -Sapna
maa ke didar se hi sukun milta hai..
uske hone se hi mujhe junoon milta hai..
49) पैर छुने से जिसके अपार शांति मिलती है.. हम सब के घर में ऐसी मां ही होती है.. -Sagar
pair chhune se jiske
apaar shanti milati hai..
ham sab ke ghar mein
aisi maa hi hoti hai..
50) भले ही मां से रहता हूं मैं दूर.. उसकी ममता नहीं होती कमजोर.. -Anamika
bhale hi maa se rahata hun main dur..
uski mamta nahin hoti kamjor..
51) नसीब वाला हूं जो पाया है मां का दुलार.. करता हूं दुआ यूं ही मिलता रहे उसका प्यार.. -Santosh
naseeb wala hun jo
paya hai maa ka dular..
karta hun dua yun hi
milta rahe uska pyar..
उसे कभी कायनात तो कभी जन्नत लिखुँ
जो मुकम्मल हुई उसे ऐसी मन्नत लिखूँ
खुद रहे कर गुमनाम मुझे यहाँ तक पहुँचाया
अपनी माँ को मैं मेरी इज़्ज़त लिखुँ
-Moeen
Use kabhi kaynat to kabhi Jannat likhun
Jo mukammal Hui use aisi Mannat likhun
Khud rahe kar Gumnaam Mujhe yahan Tak pahunchaya
Apni man ko meri ijjat likhun
दोस्तों मां हमारी बिना मांगे कुबूल हुई दुआ है. हर किसी के नसीब में यह नहीं होती. मां खुद गुमनाम रहकर अपने बच्चों को नाम देती है. दुनिया में उनके अलग पहचान बने इसलिए दिन और रात काम करती है. मां हमारी हर मन्नत पूरी करने की कोशिश करती है. मां के बिना हमारा हर सपना अधूरा है. मां कायनात भी है और जन्नत भी है.
ख्वाहिशें मार कर हमारी खातीर जीती हैं
अमृत बाँट कर खुद वो ज़हर पीती हैं
माँ ने मुझे सजाया नये कपड़े पहना कर
तन्हाई में वो अपने पुराने कपड़े सीती हैं
-Moeen
Khwaishe markar hamari khatir jiti hai
Amrit bant kar khud jahar piti hai
Man ne Mujhe sajaya naye kapde pehna kar
Tanhai mein vo Apne purane kapde siti hai
दोस्तों हमारी मां कभी भी हमें दुख से रूबरू नहीं करवाती. खुद दर्द सह कर हमें खुशियां देती है. कभी उसके हाथ से रोटी जल जाए तो खुद जली रोटी खाकर हमें अच्छी रोटी खिलाती है. कभी खाना कम पड़ जाए तो खुद भूखा रहकर हमें भरपेट खाना खिलाती है. हमें कभी भी दर्द का एहसास नहीं होने देती. लेकिन खुद सारा दर्द सह लेती है.
माँ सुनाती थी जो वो कहानी याद हैं
उस की सारी नसीहतें मुँह ज़बानी याद हैं
बचपन में खेलते हुए मुझे चोट लगने पर
वो तेरी आँखों में आया पानी याद हैं
-Moeen
Man sunati thi Jo vah kahani yad hai
Uski sari nasihate munh jabani yad hai
Bachpan mein khelte hue Mujhe chot lagne per
Vah Teri aankhon mein aaya Pani yad hai
Maa Shayari Image
हो न जाने कितने भी गम, फिर भी खुशी मिल ही जाती है.. मुस्कुरा दे अगर मां, तो चेहरे पर हंसी मेरे भी खिल ही जाती है..
ho na jane kitne bhi gham
fir bhi khushi mil hi jaati hai..
muskura de agar maa
to chehre per hansi mere bhi khil hi jaati hai..
दुआ है खुदा से जब भी मिले मुकम्मल यही जहां मिले.. फिर से गोद मिले उसी की मुझे, और वही मां मिले..
dua hai khuda se jab bhi mile
mukmmal yahi jahan mile
fir se god mile usi ki mujhe
aur vahi maa mile..
लंबा है सफर और नजर आती मंजिल दूर है मुश्किलों से भरी जिंदगी की फिकर बहुत है.. जीने नहीं देती यह जालिम दुनिया हमें लेकिन दुआओं में मां की देखा असर बहुत है..
lamba hai safar aur najar aati manzil dur hai
mushkilon se bhari jindagi ki fikra bahut hain..
jeene nahin deti hai jalim duniya hamen
lekin duaon mein maa ki dekha asar bahut hai..
कर देना फ़ना जिंदगी अपनी मां के पैरों में दोस्तों.. एक यही होती है चाहत, जिसमें बेवफाई कभी नहीं होती..
kar dena fanaa zindagi apni
man ke pairon mein doston
ek yahi hai chahat jisme
bewafai kabhi nahin hoti..
तेरी चाह ने किसी का होने न दिया तेरे दर्द को कहीं हमने खोने न दिया तुझ को तड़पता देख टूट जाऊँगा इसी ख़यालने माँ के सामने रोने न दिया
Moeen
teri chah ne kisi ka hone n diya
tere dard ko kahi humne khone n diya
tujhko tadpata dekh tut jaunga
isi khayalne maa ke samne rone n diya
भूक से जब बच्चे मचलने लगे हैं दीप माँ की आग में जलने लगे हैं माँ ने दुआ दी थी कामियाबी की तब से ये खोटे सिक्के चलने लगे हैं
Moeen
bhuk se jab bacche machlne lage hai
deep maa ki aag me jalne lade hai
maa ne dua di thi kamiyabi ki
tab se ye khote sikke chalne lage hai
किसी के सामने कभी झुकने नहीं देती थकना चाहूँ भी तो वो रुकने नहीं देती माँ की दुआओं का समर तो देखों बिखर भी जाऊँ तो मुझे टूटने नहीं देती
-Moeen
kisi ke samne kabhi jhukne nhi deti
thakna chahu bhi to wo rukne nhi deti
maa ki duaoka samar to dekho
bikhar jau to mujhe tutne nhi deti
सफर आखरी होगा वापस आया ना जाएगा माँ तेरे दूध का कर्ज़ चुकाया ना जाएगा धुतकारती हैं तेरी औलादें अकसर तुझ को तुझ से उन्हें ऐसे कभी तड़पाया ना जाएगा
-Moeen
safar aakhri hoga aaya na jayega
maa tere dudh ka karz chukaya na jayega
dhutkari hai teri aulade aksar tujhko
tujhse unhe yese kabhi tadpaya nhi jayega
माँ... तू मेरा कामिल यकीन हैं मेरे दिल के महल की तू मकीन हैं वो मेरे लिए खुदा से झगड़ती हैं इसीलिए मेरी दुनिया इतनी हसीन हैं
-Moeen
maa tu mera kamil yakin hai
mere dil ke mahal ki tu makin hai
wo mere liye khuda se jhagdti hai
isliye meri duniya itni hasin hai
हों जाऊँ जो कभी नासाज़ मैं रातों को पौ फटे तक फिर कहा मेरी माँ सोती हैं जो लौटूँ उदास हो कर घर कभी अपने शब भर चुपके चुपके मेरी माँ रोती हैं
-Moeen
ho jau jo kabhi nasaaj mai raat ko
pao fate tak fir kaha meri maa soti hai
jo lautu udas hokar ghar kabhi apne
shab bhar chupke meri maa roti hai
तेरी नसीहत साथ होती हैं मशाल बन कर रोता हूँ तो चुप कराती हैं वो खयाल बन कर तेरा ये हक कैसे अदा कर पाउँगा मैं माँ मुश्किलें टाल देती है तेरी दुआ ढाल बन कर
-Moeen
teri nasihat sath hoti hai mashal ban kar
rota hu to chup karati hai wo khayal ban kar
tera ye hak kaise ada kar paunga mai maa
mushkile taal deti hai teri dua dhaal ban kar
माँ मेरे सारे अरमान तुझ से हैं ये सब मान सन्मान तुझ से हैं तू कभी खफा ना होना मुझ से मेरा ये सारा जहान तुझ से हैं
-Moeen
maa mere saare arman tujhse hai
ye sab maan sanman tujhse hai
tu khafa na hona mujhse
mera saara jahan tujhse hai
जब हालात कुछ ऐसे बन जाए.. के जुबान से कुछ ना कहा जाए, समझ लेती है अनकहा दर्द.. ऐसा सिर्फ माँ ही कर सकती है...!
Jab halaat kuch
aise ban jaye…
ki juban se kuch na kaha jaaye,
samajh leti hai ankahaa dard…
aisa sirf maa hi kar sakti hai…!
पूरी करने के लिए आपकी हर मन्नत.. जहां शुरू हो जाती है जद्दोजहत, मां के पैरो में होती है ऐसी जन्नत!
Puri karne ke liye
aapki har mannat,
jahan shuru ho jaati hai jaddojahat,
maa ke pairon mein
hoti hai aisi jannat…!
जिसके दूध तो क्या आँसुवन की भी.. कीमत नहीं चुका सकते है.. उसी को हम प्यार से माँ कहते है!
Jiske dudh to kya
aansuon ki bhi,
kimat nahin chuka sakte hain,
usi ko hum pyar se maa kahate hain!
माँ की दुआओं से तकदीरें करवट बदलती है वो मुसीबत में साया बन कर साथ चलती हैं दुःख के बाज़ार में आज तन्हा नहीं हूँ मैं माँ तेरी यादों की शमा सदा सीने में जलती हैं
-Moeen
maa ki duao se takdir karvat badlti hai
wo musibat me saya ban kar sath chalti hai
dukh ke nazar me aaj tanha nahi hu mai maa
teri yaado ki shama sada sine me jalti hai
दर्द अपने सारे अब ठिकाने लग गए डूबते सफीने भी अब किनारे लग गए माँ ने डाँटा था कभी मुझे मुद्दतों पहले उसे मुस्कुराने में फिर ज़माने लग गए
-Moeen
dard apne sare ab thikane lag gye
dubte safine bhi ab kinare lag gye
maa ne daata tha kabhi mujhe muddato pahle
use muskurane me fir jamane lag gye
बचपन का ज़माना कितना अच्छा था हर सपना तब लगता कितना सच्चा था तपती दोपहरी की तपिश से मुझे बचाने माथे पर माँ का आँचल खूब जचता था
-Moeen
bachpan ka jamana kitna accha tha
har sapna tab lagta kitna saccha tha
tapti dophari ki tapish se mujhe bachane
mathe par maa ka aanchal khub jachta tha
ज़माने भर ने धुतकारा, ठुकराया जिस को माँ के सिवा फिर किस ने अपनाया उस को जिस ने कद्र ना जानी माँ की ज़माने में मर्तबा माँ का फिर हालात ने बताया उस को
-Moeen
jamane bhar ne dhutkara, thukraya jis ko
maa ke siwa fir kisne apnaya usko
jis ne kadra na jani maa ki jamane me
martaba maa ka fir halat ne bataya usko
Summary
दोस्तों, अपनी मां के लिए हम जितने भी गम सहे. उतने कम ही होंगे. क्योंकि मां बचपन से लेकर हमारे बड़े होने तक हमें सिर्फ खुशियां ही देती है. और खुद सभी तरह के दर्द उठा लेती है. आज की Maa Shayari भी आपको कुछ यही बात बताती है.
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माँ की यादों में टुट कर बिखरती हैं
माँ के कपड़े पहन कर वो सँवरती हैं
अरसा हुआ उस की माँ को गुज़रे हुए
रोज़ माँ को अपनी वो याद करती हैं
वाह गजब शायरी!! बेहतरीन पेशकश!!
अनेक शुभकामनाएन्!!
– कल्याणी
वाह वा मनप्रीत जी
सच कहा आपने, दुनिया में सबसे खूबसूरत लफ़्ज “माँ” ही है..
बहोत ही बढ़िया पेशकश👍👍💐
Achchhi koshish. Manpreet madam, pronounciation par dhyan dijiye. Darakht sahi pronounce kijiye.
Lovely quotes for mom… God bless u Manpreet ji
Maa ki shayari ko aapne bahut achhe se pesh kiya Manpreet ji👌 Betiyan bilkul apni Maa ki parchai hoti hai😍
Very attractive Voice …
बढिया 👌👌👌
Thank you everyone for all your beautifull comments🤗❤