Jab aap par ishq ka bukhar chadhta hai to utarne ka naam nhi leta, aise haal me aapko ye Bukhar Shayari post ko padhkar apne haal e dil ko bayaa karna aaasan hoga.
दोस्तोंं, जब आप को बुखार हो जाता है, तो आपकी तबीयत एकदम से बिगड़ जाती है. आप शरीर में निर्बलता महसूस करते हो. ठीक उसी तरह जब आपको पहली बार प्यार हुआ. या यूं कहिए जब से आप पर प्यार का बुखार चढ़ गया है, मानो तब से आप खुद के नहीं रहे हैं.
Voice-Over & Script: Sonam Sonar
लेकिन आपको ऐसा कोई हकीम नहीं मिल रहा. आपको पता होता है कि जो बुखार शरीर पर हो, उसे तो हकीम दूर कर सकता है. लेकिन इस प्यार के बुखार को उतारने वाला हकीम और दूसरा कोई नहीं, बस आपका महबूब ही होता है. अब तो आप इस बात को भी जान चुके हो.
Ishq ka Bukhar Shayari
भटकते रहे हम दर बदर,
हक़ीम कहा है..
हमसे ये तेरे प्यार का बुखार
उतरने को राजी कहां है..
bhatakte rahe ham
dar badar hakeem
kahan hai..humse ye tere
pyar ka bukhar utarne
ko razi kahan hai..
बुखार शायरी फोटो
एक नज़ाकत से जब आपने
सर पर दुपट्टा ओढ़ लिया..
कसम से, हमें तो अपने
बुखार का इलाज़ मिल गया..
ek najakat se jab aapane
sar per dupatta odh liya..
kasam se hamen to
apne bukhar ka ilaj mil gaya..
Bukhar Shayari in Urdu Hindi
अब तो आप इस प्यार के चढ़े बुखार को ही अपना सब कुछ मान चुके हो. मोहब्बत के इस बुखार को ही अपनी जिंदगी में ढाल चुके हो. और इसी वजह से अगर यह बुखार आपके जहन से, दिल से उतरने के लिए राजी भी हो गया, तो भी आप उसे उतारने के लिए खुद तैयार नहीं हो.
हमारी नजर को बस
उनकी ही आदत सी हो गई है..
बुखार तो उन्हें चढ़ा है जो
हमारी नजरों को समझ गए...
hamari nazar ko bas
unki hi aadat si ho gai hai..
bukhar to unhen chadha hai
jo hamari najron ko samajh gaye…
Final words on Bukhar Shayari
हमारी इश्क़ का बुखार शायरियों को सुनकर अगर आपके दिलबर के प्यार का बुखार आप पर भी चढ़ गया हो, तो हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए जरूर बताइएगा दोस्तों..! अगर आप अपना इश्क़ का बुखार उतारना है, तो आपको इस डॉक्टर शायरी पोस्ट को जरूर विजिट करना चाहिए. अगर आप चाहते है की आपको फेसबुक पर शायरी सुकून अपडेट्स मिले, तो इस शायरी सुकून पेज को लाइक और शेयर जरूर करें.
“दिल को हमसे चुराया आपने,
दूर होकर भी अपना बनाया आपने,
कभी भूल नहीं पायेंगे हम आपको,
क्योंकि याद रखना भी तो सिखाया आपने.”
?मुहम्मद तस्लीमुद्दीन रज़ी।
Wah Sonam ji, kya baat hai, bahut hi shaandar tarike se pesh kiya hai aapne inn Ishq ka Bukhar Shayari peshkash ko, aapki script behad informative hai, sunkar accha lagta hai. Shukriya aapka!
Kya baat 👌 bahut khoob Sonam ji 👌👍