Jab hum apne pyar ke sathi ki baho me hote hai tab hume aisa lagta hai ki hum kisi gulshan me kho gye hai, aise bhavna ko Gulshan Shayari prastut karti hai. Agar aapko bhi mohabbat me gulshan ki tarah apne sathi ke jism se khushboo aati hai to yis गुलशन पर लिखी शायरी का नज़राना jarur padhe.
यहां हम आपको गुलशन का मतलब बताना चाहेंगे. gulshan meaning छोटी सी बाग या फूलों की फुलवारी, उद्यान या फिर पुष्प वाटिका भी कह सकते हैं. आपके घर के पास भी कोई गुलशन जरूर होगा ना दोस्तों. जिस तरह से उस बाग में कई प्रकार के फूल होते हैं, उसी प्रकार के गुल अब आपके दिल के बाग में भी खिलने लगे हैं.
Gulshan Shayari in Hindi
आपको जब भी अपना दिलबर याद आता है, तो आप उससे अपने ही मन में न जाने कितनी ख्वाहिशें कह देते हो. वह तो आपके जैसे दिल में ही रहता है. लेकिन कभी-कभी आप उसे अपने दिल से निकाल कर अपने सामने बिठाना चाहते हो.
माली भी आज कुछ यूँ उदास है, बहारों में उसका गुलशन वीरान है चारों और वहाँ फूल खिलें है मगर, दिल उसका उन रंगों से बेज़ार है -Neha
Maali bhi aaj kuch yu udaas hai
baharo me uska gulshan viraan hai
charo aur waha ful khile hai magar
dil uska un rango se bejaar hai
आपके कोमल हाथों से बने
हमारा यह प्यारा गुलशन..
अब हमारा हो जाने में
आपको कैसी उलझन..?
aapke komal hathon se
bane hamara ye pyara gulshan..
ab hamara ho jaane mein,
aapko kaisi uljhan..?
Gulshan Shayari Image
आपको तो बस अब उन्हें देखकर ही करार आता है. आपके दिल को बस एक उनके कारण ही तो चैन मिलता है. और इसी वजह से आप हर वक्त बस उन्हीं ही याद करते रहते हो. उन्हीं की बातों को आप सुनते रहते हो. उनसे और अपने खुदा से भी अब आप बस एक ही दुआ करते रहते हो कि, अब चाहे जो हो जाए आप किसी से नहीं डरेंगे.
ख़यालों में जब भी तुम्हारा चेहरा नज़र आता है, ज़मीं का जैसे माहताब सा नज़र आता है फ़लक के सितारों का इस सैर-ए-गुलशन में, हर तरफ़ इक यादों का मेला सा नज़र आता है -Neha
khayalo me jab bhi tumhara chehra nazar aata hai
jamin ka jaise maahtab saa nazar aata hai
falak ke sitaro ka iss sair-e-gulshan me
har taraf ek yaado ka melaa sa nazar aata hai

हो जाना यू हमारे आप
जान हाजिर कर देंगे कदमों में..
आपके होने से ही तो
खूमार है हमारे गुलशन में..
ho jana yu hamare aap
jaan hazir kar denge kadmon me..
aapke hone se hi to khumar
hai hamare gulshan mein..
Gulshan Shayari in Urdu
उनके बस एक बार मुड़ कर देखने से ही आपके दिल में गुलशन के न जाने कितनी ही फूल खिल उठे हैं. उन्हें देखकर ही ना जाने समा ने भी अपने कितने रंग बदल डाले हैं. और उनकी हर एक अदा से ही तो, घटाओं में नई जान सी आ गई है. गुलशन के बहारों में कई तरह के नए फूल खिले हैं.
रोशन है हमारा गुलशन
आपकी इन अदाओं से..
बस हां कह दीजिए ना,
अब दिल तड़प रहा है बेसब्री से..
roshan hai hamara gulshan
aapki in adaaon se..
bas haan kar dijiye na,
ab dil tadap raha hai besabri se..
जंगल के फूलों का अजीब फ़साना है, मौसम दर मौसम खुद ही सम्हलना है बाहर-ए-गुलशन हो या चाहे पतझड़, हर हाल में खिलना या फिर मुरझाना है -Neha
jungle ke fulo ka ajib fasana hai
mausam dar mausam khud hi sambhalna hai
bahar-e-gulshan ho ya chahe patjhad
har haal me khilna ya fir murjhana hai

Final words on Gulshan Shayari
हमारी इन गुलशन पर लिखी शायरियों का नज़राना को सुनकर अगर आपके भी दिल के गुलशन में बहार आई हो, तो नीचे कमेंट करते हुए हमें जरूर बताइएगा दोस्तों. हमारी ये रूबरू शायरी के साथ आप गुलशन की महक को आपको अपने साथी से रूबरू करवाएगी. अगर आप चाहते है की आपको फेसबुक पर शायरी सुकून अपडेट्स मिले, तो इस शायरी सुकून पेज को लाइक और शेयर जरूर करें.
वाह मिलिंद जी,
आपकी आवाज सुनकर ऐसा लगा जैसे गुलशन में बहार आ गयी हो