Exam Shayari: अपने दोस्तों के साथ एग्जाम की तैयारी करने का आनंद कुछ अलग ही होता है, है ना दोस्तों? फिर चाहे आपने जितनी पढ़ाई की है उतनी आपको याद हो या ना हो. लेकिन आपके दोस्तों ने और आप ने मिलकर जो मेहनत की होती है. उसका आपको अच्छा ही परिणाम मिलता है.
मेहनत करने वालो को मिलती हैं मंज़िलें सौगातों में बदनसीब हैं जो सोते हैं इम्तिहान की रातों में.. मायूसी और नाकामी के शोले भड़कते रहेंगे सदा इन्हें बहा ले जाओ तुम अपने हौसलों के सैलाबों में.. -Moeen
mehnat karne walon ko milati hai manjilen saugato mein
badnaseeb hote hai jo sote hain imtihan ki raaton mein..
mayusi aur nakaami ke shole bhadkte rahenge sada
inhe baha le jao tum apne hauslon ke sailabo me..
इन्ही एग्जाम पर आधारित कुछ ऐसी ही Shayari on Exam, हम आपके लिए लेकर आए हैं. जिन्हें सुनकर आपको भी अपने पढ़ाई और इम्तिहानों के दिन जरूर याद आ जाएंगे. और साथ ही आप अपने दोस्तों को भी बहुत ज्यादा मिस करोगे. हम आपके लिए Shayari Sukun के इस मंच की मदद से पढ़ाई का टेंशन कम करने वाली शायरियां लेकर आए हैं.
हमें यकीन है कि यह Exam Shayari आपको तहे दिल से पसंद आ जाएगी. और अगर आपको इन Imtihan Quotes In Hindi का मजा आ जाए. तो आप इन्हें अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा. और उन्हें भी इन शायरीयों का आनंद लेने का मौका दीजिएगा. तो चलिए, अब बिना वक्त गवाए सुनते हैं हमारी आज की प्रेरणादायक शायरियां!
हमारी इन इम्तिहान शायरियों को Manpreet Kaur इनकी आवाज में सुनकर दिल से इम्तिहानों का डर निकल जाएगा!!
Exam Shayari In Hindi
इम्तिहान से ना बेवजह घबराओं तुम
मेहनत से कामियाबी का झंडा लहराओं तुम..
पुकारती हैं तुम्हें ज़माने की ऊँचाइयाँ
लगन से अपनी… इन्हें छू आओ तुम..
Moeen
imtihaan se na bewajah ghabrao tum
mehnat se kamyabi ka jhanda lahrao tum..
pukarti hai tumhen jamane ki oonchaiyan
lagan se apni inhen chhu aao tum..
हम आपको अपने इम्तिहान से कभी ना डरने की सलाह देना चाहते हैं. ताकि आप जिंदगी में किसी भी एग्जाम से कभी ना घबराए. और ऊंचे से ऊंचे मुकाम हासिल करते रहे. आप अपनी पूरी इमानदारी से हर एक इम्तिहान की तैयारी करते रहे.
हमारी इन Exam Shayari को Vinita Khurana इनकी आवाज में सुनकर अपने दिल में जोश भर देना चाहोगे!
ताकि सफलता आपको जरूर हासिल हो सके. और यह बात सिर्फ किसी स्कूल या कॉलेज की एग्जाम तक सीमित नहीं है. इस बात की जड़ आपके जिंदगी में आने वाली हर एक इम्तिहान से जुड़ी होती है.
किसी का इम्तिहान से तय होता मुकद्दर नहीं
खुद को बदलो… तुम इंसान… हो पत्थर नहीं..
मंज़ीलें देती हैं सदाएँ बहुत कम लोगों को
कामियाब होने को मेहनत के सिवा डगर नहीं..
Moeen
kisi ka imtihan se tay hota mukaddar nahin
khud ko badlo.. tum insan ho.. pathar nahin..
manjilen deti hai sadayen bahut kam logon ko
kamyab hone ko mehnat ke siva dagar nahin..
Exam Shayari In Hindi की मदद से अपने इम्तिहान हल करना चाहोगे. आपको अपनी जिंदगी में आने वाले किसी भी इंतिहान से कभी डरना नहीं चाहिए. क्योंकि इम्तिहान ही आपकी जिंदगी में सब कुछ परिणाम तय नहीं करता है.
मंज़िल के राही राह से भटकते नहीं कभी टूटे पहाड़ मुसीबतों के अश्क छलकते नहीं कभी.. इम्तिहान नहीं पैमाना किसी की कामियाबी का जिन्हें हो जूनून मंज़िल का वो रुकते नहीं कभी.. -Moeen
manzil ke rahi raah se bhatkte nahin kabhi
tute pahad musibaton ke ashq chalakte nahin kabhi..
imtihaan nahin paimana kisi ki kamyabi ka
jinhen ho junoon manzil ka vah rukte nahin kabhi..
इम्तिहान से ही आपकी जिंदगी का कोई नसीब कभी बदलता नहीं है. क्योंकि आपको अपने अंदर का जो आत्मविश्वास होता है. उसी पर भरोसा करते हुए हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए. और यह बात सिर्फ इंसान ही कर सकते हैं. इसी वजह से आपको प्रयास हमेशा करते रहना चाहिए.
मेहनत करने वालो को मिलती हैं मंज़िलें सौगातों में बदनसीब हैं जो सोते हैं इम्तिहान की रातों में.. मायूसी और नाकामी के शोले भड़कते रहेंगे सदा इन्हें बहा ले जाओ तुम अपने हौसलों के सैलाबों में.. -Moeen
mehnat karne walon ko milati hai manjilen saugato mein
badnaseeb hote hai jo sote hain imtihan ki raaton mein..
mayusi aur nakaami ke shole bhadkte rahenge sada
inhe baha le jao tum apne hauslon ke sailabo me..
Exam Shayari
मंज़िल का जूनून कभी थकने नहीं देता
मेरा सपना मुझे कभी रुकने नहीं देता..
इम्तिहान कड़ी हैं कामियाबी के सिलसिलों की
मेरा हौसला मुझे कभी झुकने नहीं देता..
Moeen
manzil ka junoon kabhi thakne nahin deta
mera sapna mujhe kabhi rukne nahin deta..
imtihaan kadi hai hai kamyabi ke silsilon ki
mera hosla mujhe kabhi jhukne nahin deta..
हमें अपने जिंदगी में मंजिल हासिल करने के लिए इम्तिहान देना जरूरी होता है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता है कि अगर हम इम्तिहान में फेल हो जाए. तो हमारा अस्तित्व ही मिट जाएगा. क्योंकि इम्तिहान तो हमारे जीवन में आते जाते रहते हैं.
एग्जाम्स हमारी जिंदगी की कोई मंजिल नहीं होते हैं. या फिर एग्जाम्स हमारी मुकद्दर को भी तय नहीं करते हैं. इसी वजह से आपके अंदर एग्जाम का डर नहीं बल्कि उन्हें सफल करने का जुनून होना चाहिए. आपको एग्जाम के सफर को हमेशा बरकरार रखना चाहिए.
नाकामी और कामियाबी हिस्सा हैं ज़िन्दगी का
देता नहीं हर इम्तिहान मौका ख़ुशी का..
ख़ुदकुशी नहीं हैं किसी मसले का हल
कामियाबी मंज़िल नहीं… सफर हैं आदमी का..
Moeen
nakami aur kamyabi hissa hai jindagi ka
deta nahin har imtihan mauka khushi ka..
khudkhushi nahin hai kisi masle ka hal
kamyabi manjil nahin.. safar hai aadami ka..
Exam Shayari को सुनकर एग्जाम्स का महत्व जानोगे. देखा जाए तो हमारी पूरी जिंदगी ही जैसे इम्तिहानो की कड़ी होती है. उसमें हम लगातार एक के बाद एक एग्जाम देते ही रहते हैं. लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आपको एग्जाम्स से डरकर दूर रहना चाहिए.
चंद तसवीरों से कभी मुकम्मल मंज़र नहीं बना एक जीत से कभी कोई सिकंदर नहीं बना.. नाकामी इम्तिहान में सदा हैं कामियाबी की दरिया को रोके, कभी ऐसा पत्थर नहीं बना.. *सदा - आवाज़ -Moeen
chand tasviron se kabhi mukammal manzar nahin banaa
ek jeet se kabhi koi sikandar nahin banaa..
nakami imtihan mein sada hai kamyabi ki
dariya ko roke kabhi aisa pathar nahin banaa..
और अगर आप किसी एग्जाम में फेल भी हो जाओ. तो उसका मातम बिल्कुल भी नहीं मनाना चाहिए. क्योंकि हो सकता है कि आप इसके बाद जो भी एग्जाम होगी उसमें जरूर पास हो जाएंगे. और इस हार को आपको बिल्कुल भी अपने मन से नहीं लगाना चाहिए.
Exam Shayari Image
मंज़िलों की तरफ से तुम्हारे नाम पैगाम आएगा
जो चाहते हो ज़िन्दगी में, वो मुकाम आएगा..
कर लो मेहनत दिल से कॉलेज के ज़माने में
इम्तिहान की रातों में जागना तुम्हारे काम आएगा..
Moeen
manzilon ki taraf se tumhare naam paigam aaega
jo chahte ho jindagi mein, vah mukam aaega..
kar lo mehnat dil se college ke jamane mein
imtihan ki raaton mein jagna tumhare kam aaega..
आपको जिंदगी की मंजिलें हमेशा बुलाती रहती है. लेकिन उन मंजिलों को पाने के लिए आपको कड़ी से कड़ी एग्जाम को पास करना ही होगा. तभी जाकर आप उस मंजिल के खुशी को जान सकते हो. और जिस तरह से आप अपने कॉलेज में पढ़ाई करते हो.
डटे रहो, नाकामी से ना कभी भागों तुम सीने पर नाकामी के कामियाबी का झंडा गाड़ो तुम.. ये इम्तिहान सीढ़ीयाँ हैं तुम्हारी राहे मंज़िल की वक्त कर बरबाद अपना मुकद्दर ना बिगाड़ो तुम.. -Moeen
date raho, nakami se na kabhi bhago tum
sine per nakami ke kamyabi ka jhanda gado tum..
yah imtihan sidhiyan hai tumhari rahe manzil ki
waqt kar barbad apna muqaddar na bigado tum..
उसी तरह से आपके जिंदगी की भी पढ़ाई आपको जारी रखनी चाहिए. तभी यह सारी बातें आपको अपनी जिंदगी में काम आती है. आपको जिंदगी की सारी यादें इम्तिहान के जरिए ही याद रहती है. क्योंकि आप जब भी दिन रात एक करते हुए किसी एग्जाम की तैयारी करते हो. तब उसका परिणाम आपके लिए अच्छा ही होता है.
इम्तिहान में किसी अगर आज तू हारा है
कामयाबी का कल जरूर आएगा..
हौसला कम ना होने देना मन का
सब्र का परिणाम ही काबिलियत बताएगा..
imtihan mein kisi agar tu aaj to hara hai
kamyabi ka kal jarur aaega..
hosla kam na hone dena man ka
sabra ka parinaam hi kabiliyat bataega..
Exam Shayari Image की मदद से जिंदगी के इम्तिहान की तैयारी करना चाहोगे. हम अपनी जिंदगी में हर रोज कोई ना कोई एग्जाम देते ही रहते हैं. उसमें से अगर हम किसी एक ध्यान में हार भी गए.
तो हमें उस हार को अपने मन से ज्यादा नहीं लगाना चाहिए. बल्कि उस हार से हमें कुछ ना कुछ सबक लेकर सीखना चाहिए. तभी हम अपने आगे की जीत की तैयारी को अच्छी तरह से चालू रख सकते हैं. और हार का एक कदम ही हमें जीत की ओर बढ़ाने के लिए मददगार साबित होता है.
Exam Shayari DP
अब ना वक्त इतना हैं कि सिलेबस एग्जाम का पूरा किया जाए
ना तरकीब है कोई के पास कैसे हो जाए..
क्या बताऊं कैसा दर्द है इस पढ़ाई में
ना किसे बताया जाए और ना ही किसी को दिखाया जाए..
ab na waqt itna hai ki syllabus exam ka pura kiya jaaye
na tarkeeb hai koi ke pass kaise ho jaaye..
kya bataun kaisa dard hai is padhai mein
na kise bataya jaaye aur na hi kisi ko dikhaya jaaye..
हम जब भी अपनी इम्तिहान की तैयारी करते हैं. तब हमें पूरी तरह से उस पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए. तभी हम अपने कामयाबी की तमन्ना कर सकते हैं. और साथ ही हमारे मन में हमेशा हौसला कायम करना चाहिए. क्योंकि यही हौसला हमें इम्तिहान के परिणाम का सब्र देता है.
तुम्हारी राहें और हैं ज़माने की सदा और तुम्हारा चलन और हैं ज़माने की अदा और.. इम्तिहान मरहले हैं ख्वाबों के सफर के मंज़िल पुकार रही हैं बस चलो थोड़ा और.. -Moeen
tumhari rahi aur hai jamane ki sada aur
tumhara chalan aur hai jamane ki adar aur..
imtihan marhale hain khwabon ke safar ke
manjil pukar rahi hai bus chalo thoda aur…
क्योंकि कई बार हमें अपने एग्जाम के तैयारी का कोई भी बोध नहीं होता है. और ना ही उसे पास होने की कोई तरकीब हमें पता चलती है. और उस वक्त हमारे दिल को जो दर्द होता है. उसे हम ना किसी से साझा कर सकते हैं. और ना ही उसके बारे में किसी को कुछ कह सकते हैं.
जो मिल जाए आसानी से
ख्वाहिश उसकी किसे हैं..
जिद तो इस बात की ही है
मुकद्दर में जो मेरे नहीं है..
jo mil jaaye aasani se
khwahish uski kise hai..
jid to is baat ki hi hai
muqaddar mein jo mere nahin hai..
Exam Shayari In DP की मदद से अपनी ख्वाहिश पूरा करना चाहोगे. आप अपनी नसीब से ही जिद करते रहते हो. क्योंकि आपको अपनी जिंदगी में जो बात आसानी से मिल रही है. उसे लेने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं है.
नहीं है मुश्किल इम्तिहान कोई भी तुम जरा हिम्मत तो करो.. हो जाएंगे ख्वाब मुकम्मल तुम जरा कोशिश तो करो..
nahin hai mushkil imtihan koi bhi
tum jara himmat to karo..
ho jaenge khwab mukammal
tum jara koshish to karo..
लेकिन जो बात आपको शायद मिलना बहुत मुश्किल होता है. उसी बात के पीछे आप चलते रहते हो. और शायद इसी बात की चाह होना ही जिंदगी में बड़ी कामयाबी हासिल करने के लिए काफी होता है. तभी आप जिंदगी में आने वाली मुश्किलों को आजमा सकते हो.
Exam Shayari
मंजिल ही इंसान के हौसले आजमाती है
पर्दे सपनों के आंखों से हटाती है..
हिम्मत ना हारना जिंदगी में कभी
ठोकर ही तो इंसान को चलना सिखाती है..
manzil hi insan ke hausle aazmaati hai
parde sapnon ke aankhon se hatati hai..
himmat na harna jindagi mein kabhi
thokar hi to insan ko chalna sikhati hai..
हमें अपनी जिंदगी में खुद होकर ही कुछ बातें सीखनी होती है. और इन्हीं बातों में से इम्तेहान को देना भी शामिल होता है. और साथ ही हमें अपने मन में हौसले को कायम करना भी खुद ही सीखना होता है. क्योंकि हमें इस बात को याद रखना चाहिए.
हौसला बनना तुम एक दूजे का यक़ीन के साथ.. गुजरेगा यह बुरा वक्त भी, कड़े इम्तिहानो के बाद..
hosla banana tum ek
duje ka yakin ke sath..
gujrega ye bura waqt bhi,
kade imtihano ke bad..
जब भी हम किसी इम्तिहान के बारे में सोचते हैं. तब आने वाले परिणाम ही हमें अपनी सफलता की ओर ले जा सकते हैं. लेकिन हमें सपने देखना भी छोड़ना नहीं चाहिए. जिंदगी में मन का आत्मविश्वास होना भी एक तरह की हार ही होती है. और अगर ऐसी हार हमें मिल भी जाए. तब भी हमें उससे सीख पाकर आगे चलते रहना चाहिए.
जो चाहते हो महफिलों में तुम्हारी बात चले जो चाहते हो दुनिया सारी तुम्हारे साथ चले.. लहराओं कामियाबी के परचम हर इम्तिहान में जो चाहते हो तुम्हारे इशारों पर कायनात चले.. -Moeen
jo chahte ho mehfilon mein tumhari baaten chale
jo chahte ho duniya sari tumhare sath chale..
lehrao kamyabi ke parcham har imtihan mein
jo chahte ho tumhare isharon per kaynaat chale..
मांगती है अगर कामयाबी वक्त
तो मुझे उसे जरूर देना पड़ेगा..
करनी है जो हासिल ऊंचाई
तो प्रयास फिर से मुझे करना पड़ेगा..
mangti hai agar kamyabi waqt
to mujhe use jarur dena padega..
karni hai jo hasil unchai
to prayas fir se mujhe karna padega..
Exam Shayari की मदद से मंजिल पाने की तैयारी करना चाहोगे. हमें पता है कि जिंदगी की मंजिल इतनी आसानी से नहीं मिलती है. और इसके लिए हमें कड़ी मेहनत करने की तैयारी करनी होती है.
जरा कामयाब तो होने दो मुझे दोस्तों देखना दिन मेरे जरूर बदल जाएंगे.. लोग जो पीठ पीछे बातें करते हैं मेरी हात मसलते वही मेरे पीछे आएंगे..
zara kamyab to hone do mujhe doston
dekhna din mere jarur badal jaenge..
log jo peeth piche baten karte hain meri
hath masalte vahi mere piche aaenge..
जो देखो तो एक ख्वाब हैं दुनिया जो समझो तो मुकम्मल जवाब हैं दुनिया.. इम्तिहान कुंजी हैं कामियाबी की पढ़ो इसे ध्यान से एक किताब हैं दुनिया.. -Moeen
jo dekho to ek khwab hai duniya
jo samjho to mukmmal jawab hai duniya..
imtihan kunji hai kamyabi ki
padho ise dhyan se ek kitab hai duniya..
और यही बात इम्तिहान देते वक्त भी हमें करना होता है. अगर सफलता मिलने के लिए हमें कुछ वक्त देना पड़े. तो वह वक्त हमें जरूर देना चाहिए. क्योंकि वह वक्त जाया करने से कई ज्यादा अच्छा होता है. और अगर हमें जिंदगी में सफलता हासिल करनी ही है. तो अपने प्रयासों को हमें छोड़ना नहीं चाहिए.
देकर इम्तिहान जो मंजिलों को पाने की चाह रखते हैं.. लोग वो समुंदरों पर पत्थरों के बड़े पुल भी बना देते है..
dekar imtihaan jo manjilon ko
pane ki chah rakhte hain..
log vo samundron per pattharon ke
bade pul bhi banaa dete hain..
हारा नहीं हूं इम्तिहानो से अभी, थम गया हूं जरा धोखो से.. टकराता हूं तूफानों से मैं, ना डराना मुझे तुम झोंकों से..
hara nahin hun imtihano se abhi,
tham gaya hun zara dhoko se..
takrata hun tufano se main,
na darana tum mujhe jhokon se..
दिल पर छाया कामियाबी का सुरूर हैं उठो के अभी मंज़िल तुम से बहुत दूर हैं.. इम्तिहान सीढ़ी हैं मंज़िल की मत भूलो जो ना मिले मंज़िल तो तुम्हारा कसूर हैं.. -Moeen
dil per chhaya kamyabi ka suroor hai
utho ke abhi manzil tumse bahut dur hai..
imtihan sidhi hai manjil ki mat bhulo
jo na mile manjil to tumhara kasoor hai..
ओहदे से अपने ज़माने में तुम पहचाने जाओगे मंज़िल कोसेगी तुम्हें कॉलेज में अगर दिल बहलाने जाओगे.. इम्तिहान के लिए करो कुरबान नींदें रातों की दुनिया में एक दिन अपने नाम से जाने जाओगे.. -Moeen
ohade se apne zamane mein tum pahchane jaaoge
manjil kosegi tumhen college mein agar dil behlane jaaoge..
imtihan ke liye karo kurban ninde raaton ki
duniya mein ek din apne naam se jaane jaaoge..
देखे हैं आँखों से जलते कई आशियाँ मैंने देखी हैं गिरते सपनों पर कई बिजलीयाँ मैंने.. अभी वक्त हैं कर लो तुम तैयारीयाँ इम्तिहान की देखे हैं राहों में लुटते कई कारवाँ मैंने.. -Moeen
dekhe hain aankhon se jalte kai aashiyan maine
dekhi hai girte sapnon per kai bijaliyaan maine..
abhi waqt hai kar lo tum taiyariyan imtihan ki
dekhe hain rahon mein lutate koi karva maine..
सब्र से इम्तिहान दूंगा सारे, ताकि मुसीबत के दिन भी गुजर जाएंगे.. हंस रहे हैं जो आज, पता है कल वो मुझे देखते रह जाएंगे..
sabr se imtihan dunga sare,
taki musibat ke din bhi guzar jayenge..
hans rahe hai jo aaj,
pata hai kal vo mujhe dekhte rah jaenge..
परिंदे की उड़ान अभी बाकी है इस बाज का इम्तिहान भी बाकी है.. अभी तो लांघा है सिर्फ एक समंदर अभी पूरा आसमान बाकी है..
parindey ki udan abhi baki hai
is baaj ka imtihan bhi baki hai..
abhi to laangha hai sirf samandar
abhi pura aasmaan baki hai
नहीं होता है जिंदगी में कोई भी इंतिहान मुश्किल न जाने क्यों लोग इरादे तोड़ देते हैं.. गर हो दिल में हौसला कुछ कर गुजरने का सितारे भी जगह अपनी तब छोड़ देते हैं..
nahin hota hai jindagi mein koi bhi imtihan mushkil
na jaane kyon log irade tod dete hain..
gar ho dil mein hosla kuch kar guzarne ka
sitare bhi jagah apni tab chhod dete hain..
कर जाओ कुछ काम ऐसा कि पहचान बन जाए राह चलो ऐसे की पैरों के निशान बन जाए.. जिंदगी जीता तो हर कोई है मगर जियो ऐसे के तुम्हारी मिसाल बन जाए..
kar jao kuch kaam aisa ki pahchan ban jaaye
raah chalo aise ki pairon ke nishan ban jaaye..
jindagi jita to har koi hai magar
jiyo aise ki tumhari misal ban jaaye..
अफसाने कई है और मंजिलें भी बहोत है गर देखो तो इम्तिहान जिंदगी में बहुत है.. मत करना शोक अगर ना मिले कोई चीज़ खुश रहने के बहाने जिंदगी में बहुत है..
afsane kai hai aur manjile bhi bahut hai
gar dekho to imtihan jindagi mein bahut hai..
mat karna shok agar na mile koi chij
khush rahane ke bahane jindagi mein bahut hai..
मुझ से बिछड़ कर वो उदास रहती होगी
वो इम्तिहान के ज़ुल्म अब तन्हा सहती होगी..
देर तक रुलाती होगी तन्हाई में यादें उसे
दिन भर की बातें वो किस से कहती होगी..
Moeen
mujhse bichhad kar vah udaas rahti hogi
vah imtihan ke julm ab tanha sahti hogi..
der tak rulati hogi tanhai mein yadein use
din bhar ki baaten vah kis se kehati hogi..
तेरे बाद फिर किसी पर भरोसा नहीं किया
किसी की चौखट पर फिर सजदा नहीं किया..
ज़िंदगी के इम्तिहानों से थे बहोत बेचैन हम
मगर ज़माने के सामने कभी तमाशा नहीं किया..
Moeen
tere baad fir kisi per bharosa nahin kiya
kisi ki chokhat per fir sajda nahin kiya..
jindagi ke imtihaanon se the bahut bechain ham
magar jamane ke samne kabhi tamasha nahin kiya..
आज़माईश और इम्तिहान में दिन रात कट गए
हुआ सामना हकीकतों से तो उसूलों से हट गए..
कभी सजाते थे हम भी खुशीयों का दरबार
फिर इश्क की राह में हम लूट गए..
Moeen
aazmaish aur imtihan mein din raat kat gaye
hua samna hakikaton se to usulon hat gaye..
kabhi sajate the ham bhi khushiyon ka darbar
fir ishq ki raah mein ham lut gaye..
उस ने मोहब्बत का हर वादा भुलाया तो क्या
मँझधार में हाथ अपना मुझ से छुड़ाया तो क्या..
जवानी गुज़र जाएगी मोहब्बत के इम्तिहानों में
उस ने किसी गैर को हमसफर बनाया तो क्या..
Moeen
usne mohabbat ka har vada bulaya to kya
majhdhaar mein haath apna mujhse chhudaya to kya..
javani gujar jayegi mohabbat ke imtihan mein
usne kisi gair ko humsafar banaya to kya..
तेरी कहानीयों का मैं उनवान हुआ करता था
कभी तेरे दिल का मैं मेहमान हुआ करता था..
तेरी बेवफाई अजीब इम्तिहान में डाल गई
मैं ज़माने में कभी तेरी पहचान हुआ करता था..
Moeen
teri kahaniyon ka main unwan hua karta tha
kabhi tere dil ka main mehman hua karta tha..
teri bewafai ajeeb imtihan mein dhal gai
main zamane mein kabhi teri pahchan hua karta tha..
हो जाए बेअसर जब मन्नतों के धागे..
समझ लो इम्तिहान जिंदगी का बाकी है आगे..
ho jaaye beasar jab mannaton ke dhaage..
samajh lo imtihan jindagi ka baki hai aage..
चाहत के बदले मेरी, बेवफाई ना दिया करो
उम्मीद को ठुकरा कर मेरा, इंकार ना किया करो..
चाहत में तेरी, मैं सब कुछ भुला बैठा हूं
जान ना निकल जाए कहीं, इम्तिहान ना लिया करो..
chahat ki badle meri, bewafai na diya karo
ummid ko thukra kar mera inkar na kiya karo..
chahat mein teri main sab kuchh bhula baitha hun
jaan na an nikal jaaye kahi, imtihan na liya karo..
जिंदगी के ऐसे मोड़ पर खड़े हैं हम
जहां बात ये समझ नहीं आ रही है..
मजे जिंदगी के हम ले रहे हैं
या मजाक जिंदगी हमारा बना रही है..
jindagi ke aise mod per khade hain ham
jahan baat yah samajh nahin aa rahi hai..
maje jindagi ke ham le rahe hain
yah majak jindagi hamara bana rahi hai..
जिंदगी का शायद यही इम्तिहान होता है
हर कोई, किसी दूसरे का गुलाम होता है..
ढूंढता है जिंदगी भर कोई मंजिलों को
तो कोई मंजिल को पाकर भी मुसाफिर होता है..
jindagi ka shayad yahi imtihan hota hai
har koi, kisi dusre ka gulam hota hai..
dhundhta hai jindagi bhar koi manjilon ko
to koi manzil ko pakar bhi musafir hota hai..
वो बेवफा क्या हमारा इम्तिहान लेगी
मिला कर आंखें मुझसे नजरें अपनी झुका लेगी..
कब्र पर मेरी उसे दीया मत जलाने देना
नादान है वो यारों, हाथ अपना जला लेगी..
woh bewafa kya hamara imtihan legi
milakar aankhen mujhse nazre apni jhuka legi..
kabra per meri use diya mat jalane dena
nadan hai vah yaaron, hath apna jala legi..
तुझ से बिछड़ कर ज़िंदगी उदास रहती हैं तेरी यादें खयालों में नदी सी बहती हैं.. घबरा गया हुँ इम्तिहानों की शिद्दत से शाम ढले घर लौट चलो, ज़िंदगी ये कहती हैं.. -Moeen
tujhse bichhad kar jindagi udaas rahti hai
teri yaden khayalon mein nadi si bahti hai..
ghabra gaya hun imtihano ki shiddat se
shaam dhale ghar laut
chalo jindagi yah kahati hai..
मुझे झुका दे…ये इम्तिहानों की क्या मजाल फिर हारे…समझ ना सके मोहब्बत की चाल.. पुरानी ख्वाहिशों को मुकम्मल करने में उम्र बीती फिर एक नई ख्वाहिश बिछाएँ हुए हैं जाल.. -Moeen
mujhe jhuka de..yah imtihan ki kya majaal
fir hare..samajh na sake mohabbat ki chaal..
purani khwahishon ko
mukammal karne mein umra biti
fir ek nayi khwahish bichaye hue hain jaal..
अब खुद से भी मुद्दतों मुलाक़ात होती नहीं रात सो जाती हैं मगर आँख सोती नहीं.. तेरे बगैर अजीब इम्तिहानों से गुज़रा हुँ तेरी यादें मेरे घर का पता खोती नहीं.. -Moeen
ab khud se bhi muddaton mulakat hoti nahin
raat so jaati hai magar aankh soti nahin..
tere bagair ajeeb imtihano se gujara hun
teri yaadein mere ghar ka pata khoti nahin..
तेरे बाद ज़िंदगी में भला क्या रहे जाएगा दूर तक इम्तिहानों का सिलसिला रहे जाएगा.. चाहे तू अपनी कहानी से मिटा दे मुझे मगर तेरी दास्ताँ में मेरा निशाँ रहे जाएगा.. -Moeen
tere bad jindagi mein bhala kya raha jayega
dur tak imtihano ka silsila reh jayega..
chahe tu apni kahani se mita de mujhe
magar teri dastan mein mera nishan reh jayega..
ज़िंदगी की हकीकतों से अभी अनजान हैं वो इसीलिए वक्त के इम्तिहानों से हैरान हैं वो.. उस के बाद नींदें रूठ गई मुझ से सुना हैं मेरे बगैर बहोत परेशान हैं वो.. -Moeen
jindagi ki hakikaton se abhi anjan hai vah
isiliye waqt ke imtihano se hairan hai vah..
uske bad ninden ruth gai mujhse
suna hai mere bagair bahut pareshan hai vah..
जिंदगी भर लिए इम्तिहान, तब मुझे यह पता चला.. किस्मत मेरी फूटी जब नतीजे में वह किसी और का निकला..
jindagi bhar liye imtihan,
tab mujhe yah pata chala..
kismat meri futi jab natije mein
vah kisi aur ka nikala..
ए जिंदगी, मत ले मेरे सब्र का इतना भी इम्तिहान.. जलजला जब आएगा, तो दूर गुरुर तेरा हो जाएगा..
ae jindagi, mat le mere sabar ka
itna bhi imtihan..
jaljala jab aaega
to dur guroor tera ho jaega..
सुना था यह हमने की लेती है जिंदगी इम्तिहान.. लेकिन हमारी तो इम्तिहानों में ही निकल रही है जान..
suna tha ye humne ki leti hai
zindagi imtihaan..
lekin hamari to imtihanon mein hi
nikal rahi hai jaan..
इम्तिहानो में क्या भरोसा करना गैरों पर.. क्योंकि चलना होता है हमें खुद अपने पैरों पर..
imtihanon mein kya
bharosa karna gairon per
kyunki chalna hota hai
hamen khud apne pairon per..
ना जाने कैसे परखता रहता है खुदा मुझे.. इम्तिहान तो लेता है सख्त, लेकिन हारने कभी नहीं देता मुझे..
na jaane kaise parakhta rahata hai
khuda mujhe
imtihaan to leta hai sakht,
lekin harne kabhi nahin deta mujhe..
Conclusion
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Sukun shayari .com ki aisi achchi pahel ke shukriya.. Achcha laga padh ke.. Aap aise hi kaam karte rahain
इम्तिहान कड़ी हैं कामियाबी के सिलसिलों की
मेरा हौसला मुझे कभी झुकने नहीं देता..
वाह !! क्या खूब कहा है.. बेहद खूबसुरत और
हौसला बुलंद करने वाली पेशकश मनप्रीत जी ..
बेहतरीन शायरीयां और script भी लाजवाब..
शुभेच्छा!
कल्याणी
Unique tone of presenting shayari Manpreet ji 👌👌👍
Unique tone of presenting shayari 👌👌👍Manpreet ji 🤩