Anjuman ko hum jab apne pyar ke sathi se relate karte hai tab humare labo se Anjuman Shayari nikalkar aati hai. Aise hi romantic jazbato ko in अंजुमन पर शायरी लव शायरियों ke jariye humne aapke sath share kiya hai.
आपकी आंखों को पूरी अंजुमन में सारी महफिल में एक उनकी नजर के सिवा और कोई नजर नहीं भाती. आप उन्हीं के आंखों के कजरेे को, उनकी ही बालों की गजरे को, निहारना चाहते हो. जैसे वो आपकी पूरी अंजुमन ही बन गए हो. उर्दू के शब्द अंजुमन का हिन्दी में अर्थ होता है सभा.
Voice-Over: Shilpa Ram
Anjuman Shayari
आपके अंजुमन में उनके आते ही आपको जैसे बहार के आने की खबर हुई. और आपका दिल भी मानो खुशी से अपने आप झूमने लगा था. आपके चेहरे पर पहली बार एक नई मुस्कान सी छा गई थी. आपकी आंखों में एक अजब सी चमक नजर आ रही थी.
फूल एहसास के चमन मे था लब पे आया ख्याल मन मे था आप थे ही नहीं मगर मेरी आपका जिक्र अंजुमन में था -Kalim
ful ahesaas ke chaman me tha
lab pe aaya khyal man me tha
aap the hi nhi magar meri
aapka jikra anjuman me tha
लेकिन उसे देखकर आपको यही ख्याल आता है, की उसका और आपका जनमो जनम का नाता है. सदियों पुराना रिश्ता है. और इसी वजह से आपको इस बात की पुरी तरह से तसल्ली हो जाती है, कि उनकी ही अंजुमन से आपको, दुनिया को नई तरह से देखने का नजरिया मिला है. आपको उन्हीं की महफ़िल से यह अंदाजा मिला है, की दुनिया का किस तरह दस्तूर है.
अंजुमन शायरी
जब से आपके प्यार को आपने महफिल में सजाया है. इतने अंजुमन में सरताज पर बिठाया है. आपको तो उनका हर एक लफ्ज़ सर आंखों पर लेने की चाहत हुई है. आपने उन्हें जब से देखा है, तो आपकी आंखों को दूसरा कोई चेहरा भाता ही नहीं है. आपके दिल को किसी और की यादें लुभाती ही नहीं है.
ना किसी के गुलाम हुए
ना कभी मोहताज हुए..
जबसे अंजुमन में शिरकत हुई है आपकी
बस आपके ही सरताज़ हुए..
na kisi ke gulam huye..
na kabhi mohtaj huye..
jabse anjuman me shirkat hui hai
aapki bas aapke hi sartaj huye..
Anjuman ki Shayari
जब आपको किसी से प्यार नहीं था. जब आप दुनिया में अपने चाहने वाले को ढूंढ रहे थे. तो आप चाहत से बिल्कुल भी वाकिफ नहीं थे. मोहब्बत का आपको किसी भी तरह का कोई स्वाद नहीं था. आपकी जिंदगी जैसे बेरुखी सी, बेजान सी बन गई थी. आपके अंजुमन में भी तो आपके यार दोस्तों के सिवा और कोई शामिल नहीं था.
फ़साने बहोत देखे है
तराने बहोत देखे है..
आपकी अंजुमन में हमने
जिंदगी के सही मायने देखे है..
fasane bahut dekhe hain
tarane bahut dekhe hain..
aapki anjuman mein humne
jindagi ke sahi maine dekhe hain..

आपकी ख़िदमत में यू ही अफ़साना बनाने चले थे हम.. दीदार-ए-अंजुमन से वाकिफ़ ना थे हम.. छोड़ दिये हमने मयख़ाने सभी वरना हकीकत तो ये है कि जाम सीने से लगाते थे हम...
aap ki khidmat mein yun hi
afsana banane chale the ham..
didar -e- anjuman se
waqif na the hum..
chhod diye humne maykhane
sabhivarna hakikat to ye hai
ki jaam sine se laga the hum..

Final Words on Anjuman Shayari
इन अंजुमन पर शायरी लव शायरियों को सुनकर अगर आपकी अंजुमन में भी आपके यार की शिरकत हो गई हो, तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए हमें जरूर बताना दोस्तों.. अगर आपको ऐसे ही अजुमन या फिर महफ़िल पर शायरी चाहिए तो आप हमारी वेबसाइट पर उस पोस्ट को सर्च करके विजिट कर सकते है. फेसबुक पर शायरी के अपडेट्स पाने के लिए इस शायरी सुकून पेज को Like जरूर करें.
बहोत खूब गणेश, वाकई आपने आपके दिल की अंजुमन से ही दीदार करवाया है..
Wah Shilpa ma’am, aapne yis Anjuman Shayari ko behtreen tarike se pesh kiya hai. Shukriya aapka!
वाह क्या बात शिल्पा जी! बहुत खूब ..