Shayari Sukun Presents
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कभी दुनिया मुक्कमल बन के आएगी निगाहों में कभी मेरी कमी दुनिया की हर एक शय में पाओगे.. कहीं पर भी रहें हम तुम मोहब्बत फिर मोहब्बत है तुम्हें हम याद आयेंगे, हमें तुम याद आओगे..
तोड़ना टूटे हुए दिल का बुरा होता है जिस का कोई नहीं उस का तो ख़ुदा होता है.. लोग नाहक किसी मजबूर को कहते हैं बुरा आदमी अच्छे हैं पर वक़्त बुरा होता है..
बेचैन बहुत फिरना, घबराए हुए रहना इक आग सी जज़्बों की दहकाए हुए रहना.. आदत ही बना ली है तुमने तो 'मुनीर' अपनी जिस शहर में भी रहना, उकताए हुए रहना..
अपने घर को वापस जाओ रो रो कर समझाता है जहाँ भी जाऊँ मेरा साया पीछे पीछे आता है.. उस को भी तो जा कर देखो उस का हाल भी मुझ सा है चुप चुप रह कर दुख सहने से तो इंसान मर जाता है.. -Moeen
अपना तो ये काम है भाई दिल का ख़ून बहाते रहना जाग जाग कर इन रातों में शेर की आग जलाते रहना.. अपने घरों से दूर वनों में फिरते हुए आवारा लोगों कभी कभी जब वक़्त मिले तो अपने घर भी जाते रहना.. -Moeen
आ गई याद शाम ढलते ही बुझ गया दिल चिराग जलते ही.. खुल गए शहरे गम के दरवाज़े इक ज़रा सी हवा के चलते ही.. -Sagar shayarisukun.com
इतने खामोश भी रहा न करो गम जुदाई में यूं किया न करो.. ख्वाब होते हैं देखने के लिए उन में जा कर मगर रहा न करो.. -Moeen
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शायरियां पढ़ने के लिए शुक्रिया!