Shaam Shayari : दोस्तों, हमारी इन शाम शायरी को सुनकर आपके दिल को राहत जरूर मिलेगी. जैसे आपके दिल का गुजरा आलम ही आपको याद आ जाएगा.
क्योंकि हम अक्सर देखते हैं कि जो सच्चे आशिक होते हैं. उनका दिन तो जैसे तैसे निकल जाता है. लेकिन उनकी शाम का आलम और रात ढल नहीं पाती. वह अपने मन में हमेशा एक बेचैनी का एहसास करते रहते हैं.
और इसी बेचैनी में अगर उनका महबूब उनके आंखों के सामने ना हो. तब तो उनके दर्द का एहसास और कोई समझ ही नहीं पाता है. लेकिन आज हम आपके इसी दर्द के आलम को Shaam Shayari की मदद से कम करना चाहते हैं.
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हमारी इन दर्द से भरपूर शाम शायरी को Vrushali Suvarna Dyandev इनकी आवाज में सुनकर आपके दर्द का कही ठिकाना ही नहीं रहेगा!
हमें यकीन है कि आपको हमारी Shaam Shayari In Hindi पेशकश पसंद आएगी. अगर आप सभी को Shayari Sukun का यह प्रयास अच्छा लगा हो. तो आप हमारे व्हाट्सएप एवं ट्विटर चैनल को जरूर फॉलो करें. तो चलिए दोस्तों बिना वक्त गवाएं सुनते हैं आज की दर्द भरी पेशकश!
Shaam Shayari Gulzar
लगा था आँखों में मेला अश्कों का
Moeen
दिया था उसे वास्ता सब रिश्तों का..
शाम का वक्त अब किसी को नहीं देता
तन्हाई में गुज़रता हैं वक्त तेरे हिस्सों का..
laga tha aankhon main mela ashkon ka
diya tha use vasta sab rishton ka
shaam ka vakt ab kisi ko nahi deta
tanhai main gujarta hai vakt tere hisson ka
Shaam Shayari की मदद से जब भी आप अपने महबूब को याद करते हो. आपको उसके साथ गुजारे हुए सारे पल याद आ जाते हैं. और ऐसे प्यारे से दिलबर के साथ बिताया हुआ वक्त भला कौन भूलना चाहेगा? इसी वजह से आज कल आप अपना सारा वक्त उसकी यादों के साथ बिता रहे हो.
जो मासूम सी लड़की मेरे करीब थी
Moeen
उस की जुदाई लिखी मेरे नसीब थी..
सँवरती थी शामों को मेरी खातीर
मुझ से बिछड़ने वाली लड़की अजीब थी..
jo masoom si ladki mere karib thi
us ki judai likhi mere naseeb thi
sawarti thi shaamon ko meri khatir
mujh se bichdne wali ladki ajeeb thi
Shaam Shayari 2 Lines की मदद से आप अपने ही दिल के अरमान बताना चाह रहे हो. आपको आजकल खुद से बिछड़े हुए दिलबर की याद आने लगी है. क्योंकि आपका वही तो ही यार था, जो आपसे मिलने के लिए हमेशा बेताब रहता था. और आप भी उसी की बाहों में अपने सारे पल बिताना चाहते थे.
Shaam Shayari
वो थामती थी बिखरते हुए अनजानों को
Moeen
चाँदनी रातों में सताती थी दिवानों को..
ढलती शामों को अकसर यहीं सोचता हूँ
उस की ज़रूरत हैं मेरे अफसानों को..
wo thamti thi bikhrte hue anjaanon ko
chandani raaton main satati thi diwanon ko
dhalti shaamon ko aksar yahi sochta hu
us ki jarurat hai mere afsanon ko
Shaam Shayari In Hindi की मदद से हम आपको आपके ही दिल के जज्बात सुनाना चाहते हैं. ताकि आप भी अपनी भूले बिसरे अफसानों को याद कर सकें. जो महबूब आपके हाथ को थाम कर रातों का सफर तय करना चाहता था. आज वही आप को अकेला छोड़ कर कहीं अलग रास्ते पर चला गया है.
मेरी आँखों में अब भी ख्वाब वहीं हैं
Moeen
सवाल बदल गए मगर जवाब वहीं हैं..
तेरा पैगाम लाती हैं शाम की लाली
मेरी दास्ताँ ख़त्म हुई… किताब वहीं हैं..
meri aankho main ab bhi khwab vahi hai
sawal badal gaye magar jawab vahi hai
tera paigam lati hai shaam ki lali
meri dastan katm hui… kitab vahi hai
Shaam Shayari Gulzar की मदद से आप अपने यार को हमेशा याद करना चाहोगे. ताकि आपके दिल में जो अधूरे ख्वाब है. उन्हें आप अपने महबूब के सामने पेश कर सको. और आपके मन में दिलबर के छोड़ जाने जाने से कई सारे सवाल उभर रहे हैं. उनके जवाब भी तो आप को ढूंढना बाकी है. लेकिन यह रंगीन शाम आपको अपने दिलबर की यादों में खोने से नहीं रोक सकती है.
Shaam Shayari In Hindi
शाम ढले तुझे याद करते रहे
Moeen
तेरे मिलन की फरियाद करते रहे..
ज़िन्दगी की दुआ दे गई वो लड़की
हम थे इसे बरबाद करते रहे..
shaam dhale tujhe yaad karte rahe
tere milan ki fariyaad karte rahe
jindagi ki dua de gai wo ladki
hum the ise barbad karte rahe
शाम शायरी की मदद से आप अपने यार को जब भी याद करोगे. उसके साथ बिताए सारे पल आपको जिंदगी भर याद रहेंगे. क्योंकि वही आपका दिलबर आपका सब कुछ था.
कभी ऐसा भी पल था जब आप अपने उसी दिलबर को बस दुआएं देती थी. लेकिन वह तो हमेशा खुदा से आपकी खुशी की फरियाद करता है. और इसी वजह से अब आप भी उससे मिलने की दुआएं मांग रहे हो.
शाम की लाली फैले जब गगन तले
Moeen
जब सुहानी रुत में सर्द हवा चले..
काश इधर मेरी नब्ज़ थम रही हो
उधर तेरी बगीया में कोई फुल खिले..
shaam ki lali faile jab gagan tale
jab suhani rut me sard hawa chale
kash idhar meri nabz tham rahi ho
udhar teri bagiya main koi phool khile
Shaam Shayari In Hindi को सुनकर आपके दिल में भी सुहानी शाम की तरह नए ख्याल आएंगे. क्योंकि जब भी धरती पर शाम होती है. तो आपके मन में भी सूरज की रोशनी एक नई उमंग ले आती है. लेकिन आपके महबूब का यूं आपको बिन बताए छोड़ जाना आपके दिल को गहरी ठेस पहुंचा गया है.
Shaam Shayari 2 Lines
ठोकरें खा कर सँभलते हैं चलने वाले
Moeen
रंग बदलते हैं अपना अकसर बदलने वाले..
तन्हाई जिन का मुकद्दर हो शामों को
सागर उन की आँखों में होते हैं मचलने वाले..
thokre kha kar sambhalte hai chalne wale
rang badalte hai apna aksar badalne wale
tanhai jin ka mukaddar ho shaamon ko
sagar un ki aankho main hote hai machlane wale
शाम शायरी के दर्द को याद कर जबसे महबूब ने आपको अकेला छोड़ा है. तबसे आपने ठोकरे खा कर जिंदगी जीना सीख लिया है. लेकिन आपके दिल में अपने यार के लिए जरा भी शोक नहीं है.
क्योंकि अब आपको पता चल चुका है कि आपके यार को आपसे सच्चा प्यार ही नहीं था. अब आपकी आंखों में जिंदगी के इस दुख के सिवा और कुछ भी नहीं है.
बुझा बुझा सा शाम का मंज़र लगता हैं
Moeen
थका थका सा ज़िंदगी का सफर लगता हैं..
अब अपनी खुशीयों पर मातम मनाता हूँ
ये मेरी अधूरी मोहब्बत का असर लगता हैं..
bujha bujha sa shaam ka manjar lagta hai
thaka thaka sa jindagi ka safar lagta hai
ab apni khushiyon par matam manata hu
ye meri adhuri mohabbat ka asar lagta hai
Shaam Shayari Urdu की मदद से आप अपने महबूब के दिल की बातों को लिखना चाहते थे. लेकिन अब तो आपकी जिंदगी की दास्तान जैसे अधूरी रह गई है. आपके प्यार की कहानी शायद अब कभी पूरी होने वाली नहीं है.
क्योंकि आपका यार तो आपकी जिंदगी का हसीन साथ छोड़ चला गया है. और शायद इसी वजह से अब आप अपने दिल पर कहीं छोड़ जाने का मातम मना रहे हो. और खुद के नसीब को ही आप अब कोसते रहते हो.
Shaam Shayari Urdu
तेरी यादों में दिन रात खोया रहता हूँ
Moeen
दिन भर के किस्से चाँद से कहता हूँ..
वो आखरी शाम भुलाई नहीं जाती
ज़माने के सारे इलज़ाम चुपचाप सहता हूँ..
teri yaadon main din raat khoya rahta hu
din bhar ke kisse chnd se kahta hu
wo aakhri shaan bhulai nahi jaati
jamane ke sare ilajaam chupchap sahta hu
Shaam Shayari 2 Lines ही अब आपके जीने का एक आखरी सहारा रह गई है. क्योंकि अब आपके दिल में अपने महबूब की यादों के सिवा और कोई बात नहीं रही है. आपका दिलबर तो आपके प्यार को ठुकरा कर ही चला गया है.
और तब से न जाने आपकी जिंदगी की कई शामें किस तरह से अकेली गुजर रही है. यह बस आप ही जानते हो! लेकिन फिर भी आप अपने दिल की इस दास्तान को आसमान के चांद और तारों को बताना चाहते हो. ताकि वे भी आपके दुख दर्द को समझ सके सके.
जन्नत में भी मुझे तेरी आरज़ू हो
Moeen
जिधर भी देखू तू मेरे रूबरू हो..
किसी शाम मेरी नब्ज़ थमे इधर
खुदा करें मेरे सामने उधर तू हो..
jannat main bhi mujhe teri aarzoo ho
jidhar bhi dekhu tu mere rubaroo ho
kisi shaam meri nabz thame idhar
khuda kare mere samne udhar tu ho
Shaam Shayari Urdu को आप जब भी पढ़ते हो. तो आपके मन में अपने दिलबर के लिए जन्नत का एहसास होता है. आप दुनिया में किसी को भी देखती हो. तब आपको बस अपने यार के चेहरे का ही आभास होता है.
और जब भी आप परवरदिगार से कोई दुआ मांगते हो. तो अपने यार के खुशियों के सिवा आपके मन में और कुछ भी नहीं होता. शायद यही सब बातें हैं जिनकी मदद से आप अपने पहले प्यार को कभी भुला नहीं सकते.
हमारी इन Shaam Shayari -3 को सुनकर अगर आपके दिल में भी दर्द जाग उठा हो, तो हमें comment section में comments करते हुए बताना ना भूलें. और हाँ, साथ ही अपना पूरी तरह से खयाल भी जरूर रखें.
शाम शायरी पर लिखी गयी हमारी ये पोस्ट भी आपको अच्छी लगेगी
- Shaam Shayari -1: सुनकर आपकी शाम भी सुहानी हो जाएगी!
- Shaam Shayari -2: आपके यार का हसीन चेहरा याद दिलायेगी
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Shayari Sukun – शायरी सुकून एक ऐसा मंच है जहाँ आपको अलग अलग शायर एवं शायरा की नायब और खूबसूरत शायरियां पढ़ने, सुनने और डाउनलोड करने को मिलती है. इन्ही में से कुछ शायरी सुकून फॅमिली के प्रमुख सदस्य है सु. श्री. वृषाली जी, जो की एक उम्दा शायरा है, वौइस् ओवर टैलेंट है और शायरी सुकून की प्रेजिडेंट है. श्रीमान संतोष जी, जो की SEO एक्सपर्ट है, हुनहार शायर है और वौइस् ओवर टैलेंट है. वंशिका नवलानी मैडम Human Administrator पदभार को संभाले हुए है.
वाह वृषाली मॅम
सच कहा आपने जिंदगी में प्यार के सिवा हसीन शाम नहीं गुजरती
लाज़वाब पेशकश..👌👌
Relatable script and touching shayariyan👌
Beautifully expressed ma’am 🙂
लगा था आँखों में मेला अश्कों का
दिया था उसे वास्ता सब रिश्तों का..
शाम का वक्त अब किसी को नहीं देता
तन्हाई में गुज़रता हैं वक्त तेरे हिस्सों का
लाजवाब शायरीयां और script..
वृषाली मॅम इन दर्द भरी शायरीयों आप न बहुत ही खस अंदाज में पेश किया है.. बहुत बढिया!!
शुभेच्छा!!
– कल्याणी
लगा था आँखों में मेला अश्कों का
दिया था उसे वास्ता सब रिश्तों का..
शाम का वक्त अब किसी को नहीं देता
तन्हाई में गुज़रता हैं वक्त तेरे हिस्सों का
लाजवाब शायरीयां और script..
वृषाली मॅम इन दर्द भरी शायरीयों आपने बहुत ही खास अंदाज में पेश किया है.. बहुत बढिया!!
शुभेच्छा!!
– कल्याणी
Waah waah!! Superb shayaris ma’am
Wah maam , bohot khoobsurat peshkash , script bhi umda , dard ko bohot gehrai se bayan kiya
Behad khoobsoorat peshkash Ma’am 👌👌👍Script aur shayari bohot hi feeling wali hai 👍👌
Very nice Vrushali ma’am 👌🏻👌🏻👌🏻
Very beautiful ma’am and you expressed also very beautifully in your sweet voice👌👌👌
Regards,
Sameera urf Manpreet
Vrushali Mam ,
Khoob peshkash. Shayariyan behad sundar aur lajawaab . Loved it.😊
Mrudula😊😊
Vrushali Maam,
So beautiful words 💕