Majburi Shayari : आपने देखा होगा कि प्यार में कभी-कभी हालात ऐसे हो जाते हैं कि आपको मजबूरी का सामना करना पड़ सकता है. आपकी मजबूरी इस हद तक बढ़ जाती है कि लोग भी आपके majburi से भरे हालातों का फायदा उठाने लगते हैं.
लेकिन आप अगर अपने महबूब से सच्चा प्यार करते हैं, तो आपको बिल्कुल भी डगमगाने की जरूरत नहीं. क्योंकि मजबूरी भरे हालातों में ही तो इंसान के धैर्य और साहस की परीक्षा होती है. साथ ही आदमी की असली पहचान होती है. मजबूरी का मतलब किसी बात को लेकर आपके मन को आई हुई मन की विवशता या लाचारी.
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kisi ki majburi ka fayda uthana uchit baat nhi
Zindgi me aapko aise kai log milenge jo majburi ka fayda uthate dhikhenge, lekin aap aisa kabhi nhi karna. yaad rakhiye, mushkil haalat kisi par bhi aa sakti hai, aap aaj jiske sath bhi bura kar rahe hai waise kal aapke sath bhi koi kar sakta hai.
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Majburi Shayari – Ritu Roy इनकी आवाज़ में सुनकर अपने दिल के मजबूरी भरे हालात बयां करें!
हमें अक्सर अपनी जिंदगी में majburi भरे हालातों से गुजरना पड़ता हैं. उस समय हमें ऐसा लगता है कि कोई हमारी मजबूरियों को समझते हुए हमारी मदद करें, और इन परिस्थितियों से बाहर निकाले. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब भी आपको किसी के मदद करने की आशा होती है. लेकिन वो भी आपसे मुंह मोड़ लेता है.
Majburi Shayari | मज़बूरी शायरी

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1) ऐसा नही है की वक्त ने मौका नहीं दिया.. हम आगे बढ़ सकते थे पर तूने मजबूर किया.. -Sagar
aisa nahin hai ki
waqt ne mauka nahin diya..
ham aage badh sakte the
per tune majbur kiya..
2) नहीं कर सकता तुम्हारी सारी इच्छाएं पूरी.. जानम जरा समझा करो, तुम मेरी मज़बूरी.. -Anamika
nahin kar sakta tumhari sari ichchaye puri..
jaanam jara samjha karo, tum meri majboori..
3) मजबूरी हैं सांसों की जो चल रही हैं.. वरना ज़िंदगी तो कब की थम गई हैं.. -Vrushali
majburi hai sanson ki jo chal rahi hai..
varna jindagi to kab ki tham gayi hai..
4) हो सकता है, रह जाएगी तमन्नाएं अधूरी.. माफ करना सनम, मेरी है कुछ मजबूरी.. -Santosh
ho sakta hai, rahe jayegi tamannaye adhuri..
maaf karna sanam, meri hai kuchh majburi..
5) लोगों को करने के लिए बहुत कुछ होता है.. लेकिन मजबूरी के हाल में उनसे कुछ नहीं होता है.. -Sagar
logon ko karne ke liye
bahut kuchh hota hai..
lekin majburi ke haal mein
unse kuchh nahin hota hai..

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6) प्यार में सब्र रखना भी होता है जरूरी.. प्रेमी की भी हो सकती है कुछ मजबूरी.. -Sapna
pyar mein sabr rakhna bhi hota hai jaruri..
premi ki bhi ho sakti hai kuch majboori..
7) होगी कोई मजबूरी उसकी जो बिन बताएं चला गया.. वापस भी आया तो किसी और का होकर आया.. -Vrushali
hogi koi majburi uski
jo bin bataayen chala gaya..
wapas bhi aaya to kisi
aur ka hokar aaya..
8) तुम अगर साथ दो तो दूर हो जाए मेरी फकीरी.. मोहब्बत में ना महसूस होगी फिर कोई मजबूरी.. -Anamika
tum agar sath do to
dur ho jaaye meri fakiri..
mohabbat me na mahsus
hogi fir koi majboori..
9) कोई तो हो जो सुने आपके दिल की बात.. ऐसा न हो के वो बताए अपने मजबूरी के हालात.. -Sagar
koi to ho jo sune
aapke dil ki baat..
aisa na ho ke vo bataye
apne majburi ke halaat..
10) प्यार के लिए जानम तुम हो जरूरी.. तुम ही मेरी ताकत, तुम ही हो मजबूरी..! -Santosh
pyar ke liye jaanam tum ho jaruri..
tum hi meri takat, tum hi ho majboori..!

वो हमेशा बात बनाती क्यों थी
Moeen
मेरी कसम झुठी खाती क्यों थी
मजबूरियों का बहाना बना कर
मुझ से दामन छुड़ाती क्यों थी
wo humesha baat banati kyo thi
meri kasam jhuti khati kyo thi
majburiya ka bahana bana kar
mujhe se daaman churati kyo thi
आपको किसी भी तरह की सहायता करने से इंकार कर देता है. उस वक्त हमारे दिल की बेबसी और बेदर्दी को बस आप ही जानते हैं. किसी से आप अपने दिल के हालात ना बता सकते हैं और ना ही समझा सकते हैं. चाहे वो पैसों के बिना आई हुई मजबूरी हो या फिर किसी रिश्ते को लेकर आयी हुई majburi हो.
हम इन चीजों को लेकर हमारे मन की विवशता को छुपा नहीं सकते. आपने भी अपनी जिंदगी में ऐसी मजबूरी का एहसास तो जरूर किया होगा दोस्तों, सही कहा ना मैंने?
Majburi Shayai in Hindi
11) निगाहें मजबूर हैं हमारी जो अश्कों से भीग नहीं सकती.. मोहब्बत तो बहुत हैं तुझसे मगर ये जता नहीं सकती.. -Vrushali
nigahen majbur hai hamari
jo ashqon se bhig nahin sakti..
mohabbat to bahut hai tujhse
magar ye jata nahin sakti..
12) कई लोग बस दिखाते है अमीरी.. समझते नहीं दूसरों की मजबूरी.. -Sapna
kai log bas dikhate hain amiri..
samajhte nahin dusron ki majburi..

13) मजबूरी के हालातों ने तुझे मेरा न होने दिया.. प्यार को मुकम्मल करने हमने क्या क्या नहीं किया.. -Sagar
majburi ke halaton ne
tujhe mera na hone diya..
pyar ko mukammal karne
humne kya kya nahin kiya..
14) जब देखो तुम, किसी की मजबूरी.. समझ लो, मदद करना है जरूरी.. -Anamika
jab dekho tum, kisi ki majboori..
samajh lo, madad karna hai jaruri..
15) मजबूर इस दिल की धड़कन तुम सुनने की कोशिश तो करों.. जा रहा हूं दूर तुम्हारी जिंदगी से मुझे रोकने का दिखावा तो करों.. -Vrushali
majbur is dil ki dhadkan
tum sunane ki koshish to karo..
ja raha hun dur tumhari jindagi se
mujhe rokane ka dikhava to karo..

16) बहुत दर्दनाक होती है लाचारी.. करती है जीना मुश्किल मजबूरी.. -Santosh
bahut dardnaak hoti hai lachari..
karti hai jina mushkil majburi..
17) बता कब तू घर पर अपने बारे में बात करेगी.. मजबूरी में किसी दूसरी से मुझे शादी करनी पड़ेगी.. -Sagar
bata kab tu ghar per
apne bare mein baat karegi..
majburi mein kisi dusri se
mujhe shaadi karni padegi..
18) जिंदगी में तुम चाहे कुछ भी करना.. मजबूर लोगों से मजाक ना करना.. -Sapna
jindagi mein tum chahe kuchh bhi karna…
majboor logon se majaak na karna..

19) मोहब्बत में लाज़मी हैं साथ निभाना.. मगर नहीं चलता मजबूरी का बहाना.. -Vrushali
mohabbat me lazmi hai sath nibhaanaa..
magar nahin chalta majburi ka bahana..
20) उठानी पड़ती है हाथ में कटोरी.. जब इंसान की होती है मजबूरी.. -Anamika
uthani padati hai hath mein katori..
jab insan ki hoti hai majboori..

आए दिन हालातों को देखकर तो हमें यही यकीन होता है कि कुदरत के आगे हमारी एक नहीं चलती. और हमारी मजबूरी तो देखो. कुदरत के आगे मानो हम जैसे बेबस और लाचार हो चुके हैं. हम देख रहे हैं कि एक मामूली से, अपनी आंखों से दिखाई भी ना देने वाले विषाणु ने, इंसानों का जीना जैसे मुश्किल कर दिया है. कई बेगुनाहों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है.
जब कभी तेरा आँसू निकलते देखा
Moeen
आईने में खुद को…जलते देखा
मजबूर हो कर जब लौटूं घर
रात भर खुद को सिसकते देखा
jab kabhi tera aansu niklte dekha
aaine me khudko..jalte dekha
majbur ho kar jab lautu ghar
raat bhar khud ko siskte dekha
इसलिए सब लोग अपनी अपनी जान बचाने के लिए, जितना हो सके अपने घरों में ही बैठे हुए हैं. एक तरह से तो वो जैसे अपने ही घरों में कैदी बने हुए हैं. इस बात से प्रकृति हमें आगाह कर देना चाहती है. प्रकृति का हमें यही अंदेशा है कि चाहे जो भी हो जाए, प्रकृति से बड़ा कोई नहीं है. और उसके साथ खिलवाड़ करने की कोशिश ना करें.
आखिर किस majburi ने आपकी वफ़ा को बेवफा बना दिया?
आपको अपने दिलबर से किए हुए प्यार पर इतना तो यकीन जरूर है. उसके स्वभाव पर आपको इतना भरोसा तो जरूर है कि वो आपसे चाहे कितना कितना भी रूठे. वो चाहे भी नाराज क्यों ना हो, लेकिन वो आपसे बेवफाई नहीं कर सकता.
Majboori Shayari
21) ये मजबूरी मुझे रूला रही है.. तुझे मिलने को रूह बुला रही है.. -Sagar
ye majburi mujhe rula rahi hai..
tujhe milane ko rooh bula rahi hai..
22) चाहे हो अमीर या चाहे हो पहलवान.. बस मजबूरी से हार जाता है इंसान..! -Santosh
chahe ho amir ya chahe ho pahalvan..
bas majburi se haar jata hai insan..!
23) देखते ही तुझे, मेरा ये दिल तेरा हो गया.. मजबूर अपनी हैसियत से बस तुझे ही देखता रहा.. -Vrushali
dekhte hi tujhe, mera
ye dil tera ho gaya..
majbur apni haisiyat se
bus tujhe hi dekhta raha..
24) अपनी ख्वाहिशों से आजाद कर देती है.. मजबूरी अक्सर जिंदगी बर्बाद कर देती है.. -Sapna
apni khwahishon se azad kar deti hai..
majburi aksar jindagi barbad kar deti hai..
25) मजबूरी में करनी पड़ती है मजदूरी.. पढ़ाई न करने से इच्छा रहती अधूरी.. -Sagar
majburi mein karni padati hai majduri..
padhaai na karne se ichcha rahti adhuri..

26) जीवन में किसी से धोखा ना करना.. मजबूरी को तुम मजाक ना समझना.. -Anamika
jivan me kisi se dhokha na karna..
majboori ko tum majak na samajhna..
27) होती है कोई मजबूरी प्यार के रिश्ते में.. जिंदगी कटती है उसे दूर करने में.. -Sagar
hoti hai koi majboori
pyar ke rishte me..
jindagi katati hai
use dur karne me..
28) गरीब को दिल में अपने जगह जरूर देना.. हो अगर मजबूर, तो उसकी मदद जरूर करना.. -Santosh
garib ko dil mein
jagah jarur dena..
ho agar majboor, to
uski madad jarur karna..
29) चैन की सांस न ले सके इतना मजबूर है इंसान.. इस प्रदूषण के हाल में जीना नहीं है आसान.. -Sagar
chain ki saans na le sake
itna majbur hai insan..
is pradushan ke haal me
jina nahin hai aasan..
30) लाचारी लोगों के घर पानी भरवा देती है.. मजबूरी इंसान से कुछ भी करवा लेती है.. -Sapna
lachari logon ke ghar
pani bharva deti hai..
majburi insan se
kuchh bhi karva leti hai..

आपके majburi का फायदा नहीं उठा सकता. लेकिन उसकी राह तकते तकते अब तो इंतेहा हो गई है. एक अरसा बीत चुका है. लेकिन अभी तक आपसे वो ना मिलने आया है, और ना ही उसकी कोई खबर आप तक पहुंची है. आप तो इस बात का अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि आखिर उसकी ऐसी क्या मज़बूरी है. जो उसे आपसे मिलने से रोक रही है.
तुझे खास … खुद को आम लिखा
Moeen
एक कलाम … हम ने बेनाम लिखा
मजबूरियों ने छुड़ाया हैं तेरा शहर
फिर खुद को आशिक नाकाम लिखा
tujhe khas..khud ko aam likha
ek kalaam hum ne benaam likha
majburiyon ne churaya hai tera shahar
fir khud ko aashiq nakam dikha
आखिरकार लोगों ने भी आपको ताने मारने शुरू कर दिए की आप एक बेवफा से वफा चाहते हो. जो आपको मुड़कर देखने तक के लिए तैयार नहीं है, आप उस पर अपनी सारी जिंदगी, अपनी कायनात लुटा देना चाहते हो. लेकिन आपका दिल उन पर इतना विश्वास करता है. आपका भरोसा इतना अडिग है कि आपका दिल सभी लोगों से बार-बार यहीं कहता है की वो बेवफा हरगिज़ नहीं है.

Majburi Status
वो आपका दिल नहीं तोड़ सकता. लेकिन अब आपकी सब्र का बांध टूटने लगा है. आप भी उनसे उनसे ना मिलने की majburi को समझना चाहते हो. आखिर वो आपको ना मिलने का पैगाम भी तो भेज सकता था. आप इस बात को जानते हो कि वो बेवफा तो नहीं है, लेकिन आपके दिल को ये सवाल खाए जा रहा है कि आखिर उसकी ऐसी क्या मज़बूरी थी, जो उसे आपके दिल को ठेस पहुंचानी पड़ी.
31) सुनो तो कैसी है दिल की मजबूरी.. तेरी याद नहीं तो धड़कन है अधूरी.. -Sagar
suno to kaisi hai dil ki majburi..
teri yad nahin to dhadkan hai adhuri..
32) ए दोस्त, खुद पर हमेशा यकीन तुम रखना.. जिंदगी में कभी खुद को मजबूर ना समझना.. -Anamika
aye dost, khud per hamesha
yakin tum rakhna..
jindagi mein kabhi khud ko
majbur na samajhna..
33) खुद भी हंसना और दूसरों को हंसाना.. मजबूरी का ना किसी के फायदा उठाना..! -Santosh
khud bhi hansna aur dusron ko hasana..
majburi ka na kisi ke fayda uthana..!
34) लाचारी में रिश्तों को अपने, खोते देखा मैंने.. इंसानों को अक्सर मजबूर होते देखा मैंने.. -Sapna
lachari me rishto ko
apne, khote dekha maine..
insaanon ko aksar
majbur hote dekha maine..
35) मजबूरी को मेरी समझिए.. सब्र का इम्तिहान ना लीजिए.. -Anamika
majburi ko meri samjhiye..
sabra ka imtihan na lijiye..

36) इस कदर जलील मुझे कर दिया उसने.. मजबूरी को कमजोरी समझ लिया उसने..! -Santosh
is kadar jalil mujhe kar diya usne..
majboori ko kamjori samajh liya usne..!
37) तुम्हारे दिल में खुशियां ना भर सका.. मजबूर था जो तुमसे वफा ना कर सका.. -Sapna
tumhare dil mein khushiyan na bhar saka..
majbur tha jo tumse wafa na kar saka…
38) मजबूरी थी, जो की मैंने बेवफाई.. करार मत देना तुम, मुझे हरजाई.. -Anamika
majburi thi, jo ki maine bewafai..
karar mat dena tum, mujhe harjai..
39) मजबूरी के नाम पर यूं प्यार का सिला.. वो बेवफा हमसे फिर कभी ना मिला.. -Santosh
majburi ke naam par
yun pyar ka sila..
vo bewafa humse
fir kabhi na mila..
40) हो सके तो मुझसे प्यार जताना.. मजबूरी से मेरा दिल ना दुखाना.. -Sapna
ho sake to mujhse pyar jatana..
majburi se mera dil na dukhana..

41) दिल तोड़ जाए कोई, तो कमजोर ना होना.. हो जाना बेवफा, मगर मजबूर ना होना..! -Anamika
dil tod jaaye koi,
to kamjor na hona..
ho jana bewafa,
magar majbur na hona..!
42) प्यार करने वाले होते कभी काफिर नहीं.. मजबूर रास्ते होते हैं, मुसाफिर नहीं..! -Santosh
pyar karne wale hote kabhi kafir nahin..
majbur raste hote hain, musafir nahin..!

कई बार अपने जालिम दिलबर से बेपनाह प्यार करना मजबूरी होती है..
आप जब भी अपने महबूब को प्यार भरी नजरों से देखते हो तो आपको उनकी आंखों में भी एक जाना पहचाना सा इकरार नजर आता है. जैसे कि वो अपने आंखों से ही यही कह रहा हो कि वो भी आपसे बेतहाशा प्यार करता हैं. आप पर जान वार देना चाहता हैं. लेकिन उसी वक्त आप इस बात को भी जानते है कि आपका यार बहुत जालिम है. आप पर बहुत जुल्म करता है.
उसे गैरों से बात करते देखा
Moeen
अपनी हसरतों को खुद मरते देखा
मजबूरियाँ भी क्या शय हैं साहब
तमन्नाओं को अपनी सुली चढ़ते देखा
use gairo se baat karte dekha
apni hasrato ko khud marte dekha
majburiya bhi kya shay hai sahab
tamannao ko apni suli chadte dekha
लेकिन आपकी तो जैसे ये मजबूरी है कि आप अपने यार से दिलो-जान से प्यार करते हो. उस पर अपनी जान निसार करते हो. प्यार में भी कभी-कभी आप मजबूरी के हालात में सही फैसला लेने के बजाय गलत फ़ैसला ले लेते हो. और फिर बाद में पछतावे के सिवा आपके हाथ में कुछ भी नहीं बचता. ऐसी स्थिति हमारेेे मन को कमजोर बना सकती है, है ना?
हम भी आपके लिए जख्मी दिल पर मरहम लगाने वाली शायरियां लेकर आए हैं, जो आपकी मजबूरी को समझते हुए आपके यार तक आपके हालातों का ये पैगाम जरूर भेजेगी.

मजबूरी पर बनी शायरी हिंदी में
कुदरत के आगे कैसी ये
बेबसी और मज़बूरी है..
बेगुनाह होकर भी देखो कैसे
सब अपने ही घर में कैदी है…
kudrat ke aage kaisi yeh
bebasi aur majburi hai..
begunah hokar
bhi dekho kaise
sab apne hi ghar
mein kaidi hai…
बेवफा की मजबूरी शायरी उर्दू
बेवफा तो आप हरगिज नहीं
थक गया दिल ये कहते कहते..
क्या थी आपकी मज़बूरी
इसका पैगाम तो भेज देते…
bewafa to aap hargij nahin
thak gaya dil ye
kahate kahate..
kya thi aapki majboori
iska paigam
to bhej dete…
mohabbat me majburi | lachari hindi urdu shayari
बहोत जालिम है.. और
जुल्म भी बहोत करते है..
मज़बूरी है हमारी जो उनसे
बेपनाह मोहब्बत करते है…
bahut jalim hai aur
julm bhi bahut
karte hain..
majburi hai
hamari jo unse
bepanah mohabbat
karte hain…

Matlabi Duniya Shayari : Best 50+ Selfish Hindi Quotes [NEW]
Summary
इन दर्द भरी, Majburi Shayari को सुनकर और पढ़कर अगर आपके दिल के मजबूरी से भरे हालातों को भी कुछ राहत मिली हो, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए हमें जरूर बताइएगा दोस्तों!
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3 Comments
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बहोत दर्द भरी आवाज है आपकी
आपने सच कहां के ‘बेगुनाह होकर भी देखो कैसे सब अपने ही घर में कैदी है’
बहुत बढिया रितू जी,ऐसे ही अपने आवाज मे हमे शायरिया सूनाते रहियेगा!!
Bahot hard Ha bhai
Mja aavi gayo
Ekdm zakas
Ek kahani mere taraf se bhi
Tuzi first and last choice ti ahe. Fkt tich tula havi ahe. Tila sodun Tu dusrya konakde pahat nahis. Tula kalte ki tichya manat pn Tu ahes
He aikun Kiti Chhan vatt n manala. Kiti changlya feelings ahet n.
Pn jevva tula kelel ki tich first choice konitri veglach ahe ani Tu ek last option ahes. Tevvachya feeling kahi veglach asti tuzyasathi . Ek veglich bhavna ek veglich feeling. Mast vatel. Tevva tula suffer navacha meaning kelel dosta.