Majburi Shayari : आपने देखा होगा कि प्यार में कभी-कभी हालात ऐसे हो जाते हैं कि आपको majburi का सामना करना पड़ सकता है. आपकी majburi इस हद तक बढ़ जाती है कि लोग भी आपके majburi से भरे हालातों का फायदा उठाने लगते हैं.
लेकिन आप अगर अपने महबूब से सच्चा प्यार करते हैं, तो आपको बिल्कुल भी डगमगाने की जरूरत नहीं. क्योंकि मजबूरी भरे हालातों में ही तो इंसान के धैर्य और साहस की परीक्षा होती है. साथ ही आदमी की असली पहचान होती है. मजबूरी का मतलब किसी बात को लेकर आपके मन को आई हुई मन की विवशता या लाचारी.
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ये ब्रेकअप शायरियां Ritu Roy इनकी आवाज़ में सुनकर अपने दिल के मजबूरी भरे हालात बयां करें!
हमें अक्सर अपनी जिंदगी में majburi भरे हालातों से गुजरना पड़ता हैं. उस समय हमें ऐसा लगता है कि कोई हमारी मजबूरियों को समझते हुए हमारी मदद करें, और इन परिस्थितियों से बाहर निकाले. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि जब भी आपको किसी के मदद करने की आशा होती है. लेकिन वो भी आपसे मुंह मोड़ लेता है.
वो हमेशा बात बनाती क्यों थी
Moeen
मेरी कसम झुठी खाती क्यों थी
मजबूरियों का बहाना बना कर
मुझ से दामन छुड़ाती क्यों थी
wo humesha baat banati kyo thi
meri kasam jhuti khati kyo thi
majburiya ka bahana bana kar
mujhe se daaman churati kyo thi
आपको किसी भी तरह की सहायता करने से इंकार कर देता है. उस वक्त हमारे दिल की बेबसी और बेदर्दी को बस आप ही जानते हैं. किसी से आप अपने दिल के हालात ना बता सकते हैं और ना ही समझा सकते हैं. चाहे वो पैसों के बिना आई हुई मजबूरी हो या फिर किसी रिश्ते को लेकर आयी हुई majburi हो.
हम इन चीजों को लेकर हमारे मन की विवशता को छुपा नहीं सकते. आपने भी अपनी जिंदगी में ऐसी मजबूरी का एहसास तो जरूर किया होगा दोस्तों, सही कहा ना मैंने?
कुदरत ने बेगुनाह इंसानों को भी कैदी बना दिया…
आए दिन हालातों को देखकर तो हमें यही यकीन होता है कि कुदरत के आगे हमारी एक नहीं चलती. और हमारी मजबूरी तो देखो. कुदरत के आगे मानो हम जैसे बेबस और लाचार हो चुके हैं. हम देख रहे हैं कि एक मामूली से, अपनी आंखों से दिखाई भी ना देने वाले विषाणु ने, इंसानों का जीना जैसे मुश्किल कर दिया है. कई बेगुनाहों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है.
जब कभी तेरा आँसू निकलते देखा
Moeen
आईने में खुद को…जलते देखा
मजबूर हो कर जब लौटूं घर
रात भर खुद को सिसकते देखा
jab kabhi tera aansu niklte dekha
aaine me khudko..jalte dekha
majbur ho kar jab lautu ghar
raat bhar khud ko siskte dekha
इसलिए सब लोग अपनी अपनी जान बचाने के लिए, जितना हो सके अपने घरों में ही बैठे हुए हैं. एक तरह से तो वो जैसे अपने ही घरों में कैदी बने हुए हैं. इस बात से प्रकृति हमें आगाह कर देना चाहती है. प्रकृति का हमें यही अंदेशा है कि चाहे जो भी हो जाए, प्रकृति से बड़ा कोई नहीं है. और उसके साथ खिलवाड़ करने की कोशिश ना करें.
आखिर किस majburi ने आपकी वफ़ा को बेवफा बना दिया?
आपको अपने दिलबर से किए हुए प्यार पर इतना तो यकीन जरूर है. उसके स्वभाव पर आपको इतना भरोसा तो जरूर है कि वो आपसे चाहे कितना कितना भी रूठे. वो चाहे भी नाराज क्यों ना हो, लेकिन वो आपसे बेवफाई नहीं कर सकता.
आपके majburi का फायदा नहीं उठा सकता. लेकिन उसकी राह तकते तकते अब तो इंतेहा हो गई है. एक अरसा बीत चुका है. लेकिन अभी तक आपसे वो ना मिलने आया है, और ना ही उसकी कोई खबर आप तक पहुंची है. आप तो इस बात का अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि आखिर उसकी ऐसी क्या मज़बूरी है. जो उसे आपसे मिलने से रोक रही है.
तुझे खास … खुद को आम लिखा
Moeen
एक कलाम … हम ने बेनाम लिखा
मजबूरियों ने छुड़ाया हैं तेरा शहर
फिर खुद को आशिक नाकाम लिखा
tujhe khas..khud ko aam likha
ek kalaam hum ne benaam likha
majburiyon ne churaya hai tera shahar
fir khud ko aashiq nakam dikha
आखिरकार लोगों ने भी आपको ताने मारने शुरू कर दिए की आप एक बेवफा से वफा चाहते हो. जो आपको मुड़कर देखने तक के लिए तैयार नहीं है, आप उस पर अपनी सारी जिंदगी, अपनी कायनात लुटा देना चाहते हो. लेकिन आपका दिल उन पर इतना विश्वास करता है. आपका भरोसा इतना अडिग है कि आपका दिल सभी लोगों से बार-बार यहीं कहता है की वो बेवफा हरगिज़ नहीं है.
वो आपका दिल नहीं तोड़ सकता. लेकिन अब आपकी सब्र का बांध टूटने लगा है. आप भी उनसे उनसे ना मिलने की majburi को समझना चाहते हो. आखिर वो आपको ना मिलने का पैगाम भी तो भेज सकता था. आप इस बात को जानते हो कि वो बेवफा तो नहीं है, लेकिन आपके दिल को ये सवाल खाए जा रहा है कि आखिर उसकी ऐसी क्या मज़बूरी थी, जो उसे आपके दिल को ठेस पहुंचानी पड़ी.
कई बार अपने जालिम दिलबर से बेपनाह प्यार करना मजबूरी होती है..
आप जब भी अपने महबूब को प्यार भरी नजरों से देखते हो तो आपको उनकी आंखों में भी एक जाना पहचाना सा इकरार नजर आता है. जैसे कि वो अपने आंखों से ही यही कह रहा हो कि वो भी आपसे बेतहाशा प्यार करता हैं. आप पर जान वार देना चाहता हैं. लेकिन उसी वक्त आप इस बात को भी जानते है कि आपका यार बहुत जालिम है. आप पर बहुत जुल्म करता है.
उसे गैरों से बात करते देखा
Moeen
अपनी हसरतों को खुद मरते देखा
मजबूरियाँ भी क्या शय हैं साहब
तमन्नाओं को अपनी सुली चढ़ते देखा
use gairo se baat karte dekha
apni hasrato ko khud marte dekha
majburiya bhi kya shay hai sahab
tamannao ko apni suli chadte dekha
लेकिन आपकी तो जैसे ये मजबूरी है कि आप अपने यार से दिलो-जान से प्यार करते हो. उस पर अपनी जान निसार करते हो. प्यार में भी कभी-कभी आप मजबूरी के हालात में सही फैसला लेने के बजाय गलत फ़ैसला ले लेते हो. और फिर बाद में पछतावे के सिवा आपके हाथ में कुछ भी नहीं बचता. ऐसी स्थिति हमारेेे मन को कमजोर बना सकती है, है ना?
हम भी आपके लिए जख्मी दिल पर मरहम लगाने वाली शायरियां लेकर आए हैं, जो आपकी मजबूरी को समझते हुए आपके यार तक आपके हालातों का ये पैगाम जरूर भेजेगी.
मजबूरी पर बनी शायरी हिंदी में
कुदरत के आगे कैसी ये
बेबसी और मज़बूरी है..
बेगुनाह होकर भी देखो कैसे
सब अपने ही घर में कैदी है…
kudrat ke aage kaisi yeh
bebasi aur majburi hai..
begunah hokar
bhi dekho kaise
sab apne hi ghar
mein kaidi hai…
बेवफा की मजबूरी शायरी उर्दू
बेवफा तो आप हरगिज नहीं
थक गया दिल ये कहते कहते..
क्या थी आपकी मज़बूरी
इसका पैगाम तो भेज देते…
bewafa to aap hargij nahin
thak gaya dil ye
kahate kahate..
kya thi aapki majboori
iska paigam
to bhej dete…
mohabbat me majburi | lachari hindi urdu shayari
बहोत जालिम है.. और
जुल्म भी बहोत करते है..
मज़बूरी है हमारी जो उनसे
बेपनाह मोहब्बत करते है…
bahut jalim hai aur
julm bhi bahut
karte hain..
majburi hai
hamari jo unse
bepanah mohabbat
karte hain…
इन दर्द भरी, ब्रेकअप शायरियों को सुनकर और पढ़कर अगर आपके दिल के मजबूरी से भरे हालातों को भी कुछ राहत मिली हो, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए हमें जरूर बताइएगा दोस्तों!
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Shayari Sukun – शायरी सुकून एक ऐसा मंच है जहाँ आपको अलग अलग शायर एवं शायरा की नायब और खूबसूरत शायरियां पढ़ने, सुनने और डाउनलोड करने को मिलती है. इन्ही में से कुछ शायरी सुकून फॅमिली के प्रमुख सदस्य है सु. श्री. वृषाली जी, जो की एक उम्दा शायरा है, वौइस् ओवर टैलेंट है और शायरी सुकून की प्रेजिडेंट है. श्रीमान संतोष जी, जो की SEO एक्सपर्ट है, हुनहार शायर है और वौइस् ओवर टैलेंट है. वंशिका नवलानी मैडम Human Administrator पदभार को संभाले हुए है.
बहोत दर्द भरी आवाज है आपकी
आपने सच कहां के ‘बेगुनाह होकर भी देखो कैसे सब अपने ही घर में कैदी है’
बहुत बढिया रितू जी,ऐसे ही अपने आवाज मे हमे शायरिया सूनाते रहियेगा!!
Bahot hard Ha bhai
Mja aavi gayo
Ekdm zakas
Ek kahani mere taraf se bhi
Tuzi first and last choice ti ahe. Fkt tich tula havi ahe. Tila sodun Tu dusrya konakde pahat nahis. Tula kalte ki tichya manat pn Tu ahes
He aikun Kiti Chhan vatt n manala. Kiti changlya feelings ahet n.
Pn jevva tula kelel ki tich first choice konitri veglach ahe ani Tu ek last option ahes. Tevvachya feeling kahi veglach asti tuzyasathi . Ek veglich bhavna ek veglich feeling. Mast vatel. Tevva tula suffer navacha meaning kelel dosta.