Gussa Shayari आपको अपने गुस्सैल महबूब की याद दिलाएगी. कुछ लोग इतना ज्यादा गुस्सा करते हैं कि उनके सामने कोई टिक नहीं पाता. उनके गुस्से के कारण लोग उन्हें अकेला छोड़ देते हैं. आज की हमारी और शायरियां कुछ ऐसे ही उदाहरण आपके सामने ले आई है. जिन्हें पढ़कर आप अपने गुस्सैल यार को यह शायरियां जरूर भेजना चाहोगे.
हमारी आज की Gussa Shayari आपको बेहद पसंद आने वाली है. क्योंकि आपके आसपास ऐसे कई सारे लोग होंगे जो छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करते हैं. कुछ लोग इस कदर गुस्सा होते हैं कि उन्हें मनाना बहुत मुश्किल हो जाता है.
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गुस्सा शायरी पर लिखी गयी इस शायरी पोस्ट को Ashok Prajapati इनकी आवाज़ में सुनकर आप गुस्सा करना भूल जाओगे!
हम चाह कर भी उनका गुस्सा दूर नहीं कर पाते. यह कुछ शायरियां है. हो सकता है यह आपकी मदद कर दे. तो दोस्तों हमारी इन गुस्से से भरी शायारियोंको अपने दोस्तों के साथ जरूर सांझा कीजिए.
Gussa Shayari
गुस्सा लाज़मी था नाराज़गी ज़रूरी थी
Moeen
उस ने समझा नहीं मेरी क्या मजबूरी थी
फैसला मोहब्बत का सिर्फ इतना पढ़ सके
मेरी बरबादी में शामील उस की खुशी थी
Gussa laazmi tha narajagi jaroori thi
Usne samjha nahin meri kya majboori thi
Faisla Mohabbat ka sirf itna padh sake
Meri barbadi mein Shamil uski Khushi thi
Gussa Shayari में यह बताया गया है की, दोस्तों जब हम अपने महबूब के साथ बुरा बर्ताव करते हैं तो वह हम से नाराज हो जाता है. ख़ास कर तब जब हम उसे अपने इस बर्ताव की वजह भी नहीं बताए है. किसी भी बात की वजह से हम अपने महबूब के साथ बुरा बर्ताव नहीं कर सकते है. अगर हम ऐसा करते है तो उसका गुस्सा हो जाना तो जायज है.
अब किसी पर वो कभी गुस्सा नहीं करता
Moeen
अजीब शख्स हैं बयाँ अपना किस्सा नहीं करता
शाम ढले खुद जलता हैं रौशनी के लिए
जुगनू पकड़ कर घर में उजाला नहीं करता
Ab kisi per vah kabhi gussa nahin karta
Ajeeb shaks hai baya apna kissa nahin karta
Sham dhale khud jalata hain Roshani ke liye
Juganu pakad kar ghar main ujala nhi karta
Gussa Shayari में यह बताया गया है की, दोस्तों जब हम बहुत ज्यादा दुखी हो जाते हैं तो किसी पर गुस्सा नहीं कर पाते . किसी के बर्ताव पर हमें गुस्सा नहीं आता. हम इस कदर टूट चुके होते हैं कि कोई और हमें तोड़ नहीं पाता.
जब कोई और हमें नुकसान नहीं पहुंचा पाता तो हम उस पर नाराज कैसे हो सकते हैं. हमें किसी एक इंसान से इस कदर शिकायत हो जाती है कि फिर किसी और से हमें कोई शिकायत ही नहीं रहती.
Gussa Shayari in Hindi
गुस्से में बिछड़ने का फैसला लिया उस ने
Moeen
बरबाद मुझे अपनी चाहत में किया उस ने
हम देते रहे तोहफे हरजाई को वफा के
दाग जुदाई का मोहब्बत में दिया उस ने
Gusse mein bichadane ka faisla liya usne
Barbad Mujhe apni Chahat mein Kiya usne
Ham dete rahe tohfe harjai ko wafa ke
Daag judaai ka Mohabbat mein Diya usne
Gussa Shayari for Girlfriend की मदत से आप समझोगे की, दोस्तों आप तो जानते ही हैं गुस्से में लिया हुआ फैसला कभी भी सही नहीं होता. इसीलिए हमें शांति से फैसले लेने चाहिए.
हम गुस्से में अपने महबूब से अलग होने का फैसला कर लेते हैं. लेकिन बाद में अपने उसी फैसले पर पछताते हैं. हम उसे अपने गुस्से के कारण बर्बाद कर देते हैं. जिसे हम जिंदगी भर भूल नहीं पाते. मोहब्बत में हम उसे जुदाई का गम दे जाते हैं.
Gussa Shayari Image -2
अब सितारों की रौशनी अच्छी नहीं लगती
Moeen
तेरे बाद ये ज़िंदगी अच्छी नहीं लगती
गुस्से में वो मुझे छोड़ गई तन्हा
मुस्कुराना चाहुँ तो हँसी अच्छी नहीं लगती
Ab sitaron ki Roshani acchi nahin lagti
Tere bad yah jindagi acchi nahin lagti
Gusse mein wo Mujhe chod gayi tanha
Muskurana chahu to hasi acchi nahin lagti
Gussa Shayari for Boyfriend में कुछ इस प्रकार से बताया गया है की, दोस्तों जब गुस्से में हमारा महबूब हमें छोड़ कर चला जाता है तो हमें जिंदगी अच्छी नहीं लगती. हम मुस्कुराना चाहे तो भी मुस्कुरा नहीं पाते.
कोई भी खुशी हमें खुशी नहीं लगती. हम इस कदर नाराज हो जाते हैं की कोई हालात हमें बदल नहीं पाते. उसका हमें छोड़ कर चले जाना हमारी जिंदगी में बहुत बुरा हादसा बन जाता है. जो जिंदगी भर हमें दर्द देता रहता है.
Gussa Shayari for Boyfriend
हाल जो पुछा मुद्दतों बाद तो खैरियत बताई
तबीब* ने इलाज में हमें तेरी ज़ियारत* बताई
गुस्से में तोड़ दिए सब आईने कल शब
इन शीशों ने मुझे हैं तेरी ज़रूरत बताई*तबीब : doctor
Moeen
*ज़ियारत : दिदार
Hal Jo poochha muddaton baad to khairiyat batai
Tabib ne ilaaj mein hamen Teri jiyarat batai
Gusse mein Tod diye sab aaine kal shab
In shisho ne Mujhe hain Teri jarurat batai
Gussa Shayari for Girl को पढ़कर आपको महसूस होगा की, दोस्तों कई सालों की तकलीफ सहने के बाद कोई हमें हमारा हाल पूछे तो हम उसे अपनी खैरियत ही बताते हैं. हम कभी उससे अपने असली हालातों के बारे में नहीं बताते. जब हमें बहुत गुस्सा आता है तो हम चीजें तोड़ देते हैं. लेकिन टूटी हुई चीजें भी हमें हमारी गुस्से की वजह बताती है.
हर दम मुझे उन की नज़र देखे
Moeen
वही आए नज़र हम जिधर देखे
गुस्से से मुँह फुलाए बैठी हैं वो
कहाँ जाए अब हम और किधर देखे
Har dam Mujhe unki Nazar dekhe
Vahi aaye najar ham jidhar dekhe
Gusse mein munh fulaye baithi hai vah
Kaha jaaye ab ham aur kidhar dekhen
दोस्तों हमारी महबूबा जब हमसे नाराज हो जाती है तो मुंह फुला कर बैठ जाती है. हम उसे मनाने की हर मुमकिन कोशिश करते हैं. लेकिन वह हमारी कोई भी बात मानने के लिए राजी नहीं होती. बस हमसे गुस्सा होकर दूर बैठ जाती है. ऐसे में हम जिधर भी देखते हैं उधर हमें बस वही नजर आती है.
Gussa Shayari for Girlfriend
ज़िंदगी अब तन्हाई में आँसू बहाती हैं
Moeen
दिन ढले जब तेरी याद आती हैं
मैं गुस्से में फिर चीख पड़ता हुँ
सुनसान सड़कों पर जब तेरी कमी सताती हैं
Jindagi ab tanhai mein Aansu bahati hai
Din dhale jab Teri yad aati hai
Main gusse mein fir chinkh padta Hu
Sunsaan sadkon par jab teri Kami satati hai
दोस्तों जब हम अकेले होते हैं तो हमें बहुत बुरा लगता है. खासकर हमें अपने महबूब के साथ रहने की आदत हो तो हम उसके बिना अकेले नहीं रह पाते. हम बात बात पर गुस्सा करने लगते हैं. गुस्से में किसी पर चिल्लाते हैं.
अकेले रास्तों पर भटकते रहते हैं. हमें उसके साथ घूमना पसंद होता था. लेकिन अब वह हमारे साथ नहीं है तो हमें खाली खाली महसूस होता है. Gussa Shayari for bf यही बात आपको इस शायरी की मदत से समझने में आसानी होगी,
आसमान पर चाँद तन्हा ज़मीं पर मैं
Moeen
खोया रहता हुँ हर दम कहीं पर मैं
गुस्से से उस का मुझ पर चिल्लाना
तेरी यादें हैं और अब वही पर मैं
Aasman per Chand tanha jameen per mein
Khoya rehta hoon har dam kahin per main
Gusse se uska mujh per chillana
Teri yaden hain aur ab vahi per mein
दोस्तों जब हम चांद को देखते हैं तो वह हमें आसमान में अकेला नजर आता है. ठीक वैसे ही कभी-कभी हम जमीन पर अकेले हो जाते हैं. जब हम अकेले हो जाते हैं तो हमें अपने महबूब की यादें सताने लगती है. कैसे हो हम पर गुस्सा करती थी. हम पर चिल्लाती थी. हमसे रूठ जाती थी. हमें सब कुछ याद आ जाता है.
Gussa Shayari for Girl
तेरे बाद फिर कभी मुस्कुराया ना गया
लौट कर उस से वापस आया ना गया
गुस्से से उस का वो बिछड़ना मुझ से
चाह कर भी हम से भुलाया ना गया
Tere bad fir kabhi muskuraya Na Gaya
Laut kar us se wapas aaya Na Gaya
Gusse se uska vah bichad Na Mujh se
Chah kar bhi humse Bhulaya Na Gaya
हमारा महबूब जब हमें छोड़कर चला जाता है तो हम गम में डूब जाते हैं. हमारी मुस्कुराहट गायब हो जाती है. हम मुस्कुराना भूल जाते हैं. गुस्से से उसका बिछड़ना हमें याद आता रहता है. कभी हम उसके गुस्से को भूल नहीं पाते. उस गुस्से के वजह से ही वह दोनों बिछड़ जाते हैं. इसलिए उसे और उसके गुस्से को हम कभी नहीं भूल पाते हैं.
बिछड़ कर तुझ से उदास रहते हैं
Moeen
ज़माने के सितम चुपचाप सहते हैं
रूठ जाता हुँ गुस्से में खुद से
बहते अश्क सदीयों की दास्ताँ कहते हैं
Bichhad kar tujhse udas rehte Hain
Jamane ke Sitam chupchap sahate Hain
Ruth jata hu gusse mein khud se
Baithe Aashiq sathiyon ki Dastan kahate Hain
Gussa Shayari Image -3
दोस्तों अपने महबूब से बिछड़ कर हम उदास रहते हैं. उसके बाद दुनिया के लोग जो ताने हमें देते हैं वह हम चुप चाप सहते हैं. दुनिया के किसी भी जख्म का दर्द हमें नहीं होता.
क्योंकि हमारा महबूब जो कि हमें छोड़कर चला गया है उसने दिया हुआ दर्द सबसे बड़ा दर्द होता है. गुस्से में हम खुद से ही रूठ जाते हैं. जब आंखों से आंसू बहने लगते हैं तो वह भी बीते कल की कहानी बयां करते हैं.
Gussa -1: Sad Shayari खुद के गुस्से को काबू में करना चाहोगे!
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Shayari Sukun – शायरी सुकून एक ऐसा मंच है जहाँ आपको अलग अलग शायर एवं शायरा की नायब और खूबसूरत शायरियां पढ़ने, सुनने और डाउनलोड करने को मिलती है. इन्ही में से कुछ शायरी सुकून फॅमिली के प्रमुख सदस्य है सु. श्री. वृषाली जी, जो की एक उम्दा शायरा है, वौइस् ओवर टैलेंट है और शायरी सुकून की प्रेजिडेंट है. श्रीमान संतोष जी, जो की SEO एक्सपर्ट है, हुनहार शायर है और वौइस् ओवर टैलेंट है. वंशिका नवलानी मैडम Human Administrator पदभार को संभाले हुए है.
वाह अशोक जी
सच कहाँ आपने
हमें बिनावजह किसी पर गुस्सा नहीं होना चाहिए
ताकि हमारा कोई अपना हमसे कभी अलग ना हो जाये👌👌
बेहद खूबसुरत पेशकश अशोक जी!!
आप तो किसी भी शायरी में जान भर देते हो..
चलो माना, आप की आवाज तो कुदरती देन है, लेकीन शायरी पढने का आप का अंदाज, शायरी को हर बार और भी खूबसुरत बनाता है!
अनेक शुभकामनाएं!
– कल्याणी
Very nice Ashok ji and you recorded also very nicely👌👌👌
Regards,
Sameera urf Manpreet
अशोक सर !!! बढिया पेशकष….
👌💐👌💐👌💐
Bohot Badiya shayarana andaz Ashok ji👍😊