Dosto, agar aapko apne premika ka mukhada kisi gulab ke phool jaisa lagta hai to aapko ye Gulab Shayari ki post unke sath share karna chahiye. Hum yakeen ke sath keh sakte hai ke ye Shayari on Gulab ki shayariya unko behad pasand aayegi.
हमारी यह पेशकश भी कुछ ऐसे ही ख़यालों पर बनी है. हमें यकीन है कि आज की हमारी यह गुलाब शायरी आपके महबूब को गुलाब की तरह पसंद आएगी. और उसके जिंदगी में गुलाब के फूल जैसी ही महक जरूर लाएगी.
Table of Contents
Gulab Shayari
1) जब कभी तुझ तक मेरी सदा पहुँचे खुदा करें मेरे सामने तू आ पहुँचे.. भेजे हैं कुछ गुलाब खिलते कँवल को महबूब तक खुदा मोहब्बत की हवा पहुँचे.. -Moeen
jab kabhi tujh tak meri sada pahunche
khuda kare mere samne to aa pahunche..
bheje hain kuchh gulab khilte kamal ko
mehboob tak khuda mohabbat ki hawa pahunche..
आशिक अपने महबूब की जिंदगी को गुलाब की तरह मैं कहना चाहता है. और हमेशा अपने मोहब्बत की मदद से उसे दुआएं देना चाहता है. ताकि उसकी जिंदगी तरह हमेशा महकती रहे. और दुनिया में अपनी खुशबू जरूरी फैलाती रहे. ये गुलाब पर लिखी शायरियां ऐसा ही कुछ हाल बया कर रही है.
2) कायनात को चाहत का हसीन मंज़र बना देंगे हैं जो दीवारें बीच अपने नफरतों की गिरा देंगे.. बेनकाब यूँ टहला ना करों गुलशन में तुम कभी जो देखेंगे तुझे गुलाब ज़िन्दगी की दुआ देंगे.. -Moeen
kaynat ko chaahat ka haseen manzar banaa denge
hai jo deewar bich apne nafraton ki gira denge..
benaqab u tahla na karo gulshan mein tum kabhi
jo dekhenge tujhe gulab jindagi ki dua denge..
गुलाब शायरी को सुनकर राशि का अपनी दिलबर को छुपाना चाहेगा. क्योंकि उसका महबूब हमेशा गुलाब के बगीचे में बेनकाब टहलने जा रहा होता है. लेकिन आशिक के मन में उसे छुपाने की बात होती है.

Voice-Over: Faran Shakeel
यूँ सिमट आती हो तुम मेरी गज़ल में
जैसे रहती हो मलेका किसी महल में..
उस गुलाब सी लड़की पर क्या लिखुँ
पाकबाज़ी हो जैसे गंगा किनारे खिलते कँवल में..
-Moeen
yun simat aati ho tum meri gazal mein
jaise rahti ho malika kisi mahal mein..
us gulab se ladki par kya likhu
paak bazi ho jaise ganga kinare khilte kamal mein..
Gulab Shayari In Hindi
3) आए हो ज़िन्दगी में तुम बन कर मेरी रौशनी जैसे तुम्हें चाहता हुँ मरने वाला चाहता हैं ज़िंदगी जैसे.. तेरे हाथों में इतराता हैं गुलाब किसमत पर तेरे साथ कुछ गुनगुनाती हो फिज़ा भी जैसे.. -Moeen
aaye ho jindagi mein tum
ban kar meri roshani jaise
tumhen chahta hun marne
wala chahta hai zindagi jaise..
tere hathon mein itrata
hai gulab kismat per
tere sath kuchh gungunati ho
fiza bhi jaise..
अपने महबूब को तहे दिल से चाहने वाला आशिक अपनी इस शायरी का अंदाज बयां करता है. उसे अपने दिलबर की यादों का मंजर ही हमेशा नजर आता है. वो तहे दिल से अपने महबूब से प्यार करता है. इसी वजह से उसे यह भी पता है कि दुनिया में उसके महबूब जैसा कोई भी नहीं है. गुलाब के फूल पर शायरी का नज़राना आपको अपने महबूबा के साथ जरूर शेयर करना चाहिए.
4) मैं तरसता धड़कन को और दिल हैं तू मैं भटकता मुसाफिर और मंज़िल हैं तू.. गुलाब देना तुझे तौहीन हैं तेरे हुस्न की मैं हुँ बहकती लहर और साहील हैं तू.. -Moeen
main tarsata dhadkan ko aur dil hai tu
main bhatakta musafir aur manjil hai tu..
gulab dena tujhe tauhin tere husn ki
mai ho bahkti lahar aur sahil hai tu..
Gulab Shayari In Hindi की मदद से अपने यार को याद करोगे. जिस तरह से किसी चमन में गुलाब की खुशबू हमेशा महकती रहती है. कुछ उसी तरह से आशिक के दिल में और जिंदगी में भी एक गुलाब खुशबू देता है.

Gulab Shayari 2 Lines Hindi
5) भेजा था चुपके से हमने एक गुलाब उसे कमबख्त, खुशबू ने शहर में हंगामा मचा दिया..!
6) जब देखा मैंने किताब में रखा हुआ गुलाब.. दिल में तेरी यादों की खुशबू बिखर गई..
jab dekha maine kitab mein rakha hua gulab
dil mein teri yadon ki khushbu bikhar gai..
bheja tha chupke se humne ek gulab use
kambakht, khushbu ne
shahar mein hungama macha diya..!
ये फिज़ाएं बेरंग हैं ज़रा मुस्कुराओ तो सही
चाँद शरमाएँ तुम अपना चेहरा दिखाओं तो सही..
गुलशन के गुलाब मदहोश हो कर झूमेंगे
तुम हवाओं में आँचल अपना लहराओं तो सही..
-Moeen
yeh fizayen berang hai zara muskurao to sahi
chand sharmaye tum apna chehra dikhao to sahi..
gulshan ke gulab madhosh hokar jhumenge
tum hawaon mein anchal apna lahraho to sahi..
7) मौसम गुनगुनाए जब तेरी आँखों में चमक ठहरे हवा मद्धम चले जब ज़ुल्फ़ दे तेरे रुखसार पर पहरे.. गुलाब से नाज़ुक लबों पर कुरबान मेरी जान मुकम्मल हो जो तेरी आँखों में बसे हैं ख्वाब सुनहरे.. -Moeen
mausam gungunaye jab
teri aankhon mein chamak thehre
hawa maddham chale jab julf de
tere rukhsar per pehre..
gulab se naazuk labon per
qurban meri jaan
mukammal ho jo teri aankhon mein
base hai khwab sunhare..
सूरज ढले तारे टुटे तेरे दिलफरेब अंदाज़ से
गिरने वाले सँभलते हैं तेरी मदहोश आवाज़ से..
गुलाब जिसे देख खिलते हैं वो मुझे चाहती हैं
खुदा करें ना उठे परदा कभी इस राज़ से..
-Moeen
suraj dhale tare tute tere dil fareb andaaz se
girne wale sambhalte hain teri madhosh aavaj se..
gulab jise dekh khilte hain vah mujhe chahti hai
khuda kare na uthe parda kabhi is raaz se..
Gulab Shayari 2 Lines Hindi को सुनकर अपने प्यार की याद आ जाएगी. जिस तरह से कोई आशिक कॉलेज के दिनों में भी अपने सुनहरे पल्सर जाता है. उसे अपने यार की पहली नजर से ही प्यार हो जाता है.
Gulab Shayari In English
8) जिसे पाया ना जा सके वह जवाब हो तुम मेरी रातों का हसीन ख्वाब हो तुम.. चाहे दुनिया कुछ भी कहे लेकिन जिंदगी का मेरी हसीन गुलाब हो तुम..
jise paya na ja sake vah jawab ho tum
meri raaton ka haseen khwab ho tum..
chahe duniya kuchh bhi kahe lekin
jindagi ka meri hasin gulab ho tum..
जब कभी वो रातों को करवट बदलती हैं
मौसम रक्स करता हैं बहारें मचलती हैं..
जब से देखा तुझे मुंह मोड़ लिया गुलाबों से
तेरे हुस्न से ये हूरें भी जलती हैं..
-Moeen
jab kabhi woh raaton ko karvat badalti hai
mausam raks karta hai bahare machalti hai..
jab se dekha tujhe muh mod liya gulabo se
tere husn se ye hure bhi jalti hai..
उसे तो लगता है कि जैसे उसका दिलबर जिंदगी के सभी सवालों का जवाब ही है. क्योंकि उसके आने से ही उसकी जिंदगी हमेशा महकती रही है. और उसके दिल को हमेशा ही सुकून मिलता रहा है. इसी वजह से वह अपने महबूब को ही जिंदगी का हसीन ख्वाब मानता है.
Gulab Shayari Image

9) हर खयाल मेरा गुलाब बन जाये हर कली रातों का ख्वाब बन जायें.. हो जाये गर दीदार आपकी मदहोश नजरों का तो बूंदे ओस की, जैसे शराब बन जायें..
har khayal mera gulab ban jaaye
har kali raaton ka khwab ban jaaye..
ho jaye gar didar aapki madhosh najron ka
to bunde os ki jaise sharab ban jaaye..
कितना सुकून हैं तेरी ज़ुल्फ़ों की छाव में
हैं शामे अवध तेरे परदे की अदाओं में..
लिए हाथों में गुलाब चली आओ ज़िंदगी में
बजने लगेगी शहनाइयाँ इन बेरंग फिज़ाओं में..
-Moeen
kitna sukun hai teri julfon ki chhanv mein
hai shame avadh tere parde ki adaon mein..
liye hathon mein gulab chali aao zindagi mein
bajne lagi shehnaiyaa in berang fizaon mein..
आशिक अपने माशूका को हमेशा अपने सर आंखों पर रखना चाहता है. और उसकी हर एक बात को वह अपने दिल में बसा कर रखना चाहता है. वह अपने दिलबर की कोई झूठी तारीफ नहीं करना चाहता है.
10) खूबसूरती और वफ़ा का सबब हो तुम चमन में महकता गुलाब हो तुम.. तुम्हारे जैसा नहीं है कोई नाज़नीन जहाँ में हसीनाओं से भी हसीन हो तुम..
khubsurti aur wafa ka sabab ho tum
chaman mein mehta gulab ho tum..
tumhare jaisa nahin hai koi nazneen jahan mein
hasinaon se bhi haseen ho tum..
आने से आपके जिंदगी मेरी हो गई है खूबसूरत
बस गई जो दिल में, वो है तुम्हारी मूरत..
ना जाना एक पल भी दूर, छोड़कर साथ
हर कदम पर मुझे अब सिर्फ तेरी है जरूरत..
aane se aapke Jindagi meri ho gai hai Khubsurat
bas Gai Jo Dil Mein vo Hai Tumhari Murat..
Na Jana Ek Pal Bhi Dur, chhodkar sath
Har Kadam per Mujhe ab sirf Teri Hai jarurat..
तोड़ लेता मैं अगर तू फूल गुलाब का होती
जवाब मैं बनता अगर तू सवाल होती..
जानती है दुनिया शराब नहीं पीता मैं
लेकिन उठा लेता जाम अगर तू शराब होती..
Tod Leta mein agar tu Phool Gulab Ka hoti
Jawab Mein banta agar tu Sawal hoti..
Janti Hai Duniya Sharab Nahin Pita main
lekin utha leta Jaam agar tu Sharab hoti..
हर फूल को हम गुलाब बना देते
हर एक अदा पर तुम्हारी ग़ज़ल बना देते..
करती नहीं तुम प्यार मुझसे वरना
घर के सामने तुम्हारे ताजमहल बना देते..!
Har Phool Ko Ham Gulab banaa Dete
Har EK Ada per Tumhari Gazal banaa dete..
karti nahin tum Pyar Mujhse Varna
Ghar Ke Samne Tumhare Tajmahal banaa dete..!
देखे जो मैंने ख्वाब, वो सारे पूरे हो जाए
साथ तुम्हारा मिले तो मेरी जिंदगी बन जाए..
तोहफे में दूँ मैं जो गुलाब तुम्हें
खुदा करे, चाहत की हमारे शुरुआत बन जाए..
dekhe jo maine Khwab vah Sare pure Ho Jaaye
Sath Tumhara Mile To Meri Jindagi Ban Jaaye..
Tohfe me dun main jo Gulab Tumhen
Khuda Kare, Chahat Ki Hamare shuruaat Ban Jaaye..
कॉलेज के लिए जब वो घर से नकाब में निकली
जैसे सारी गली भी उसके साथ निकली..
करती थी इनकार वह चाहत का हमेशा
तस्वीर मेरी ही उसकी किताब में निकली..
college ke liye Jab vah Ghar Se nakab Mein Nikali
jaise saari Gali bhi uske sath Nikali..
karti thi Inkaar vo Chahat ka Hamesha
tasvir Meri Hi uski Kitab Mein Nikali..

Gulab Shayari Image अपने हसीन महबूब की तारीफ करना चाहोगे. प्रेमी को अपने दिलबर के चेहरे के सिवा और कुछ भी नहीं दिखता है. क्योंकि उसकी मोहब्बत में हो तहे दिल से अपनी जिंदगी को शामिल कर लेता है.
Top 10 Gulab Shayari by Neha Navin
1)
सुर्ख़ गुलाब सा चेहरा खिला है,
लगता है कोई अपना सा मिला है।
कलियाँ भी दे रही है बहारों में दस्तक,
जैसे उन्हें भी तुम्हारा ख़याल आया है।
2)
खुशबू गुलाब की कुछ ऐसे बिखरी है,
तुम्हारे आने की मानो कहीं आहट-सी है।
इंतज़ार में हैं सारी क़ायनात ऐसे,
जैसे फ़िज़ाओं को भी तुम्हारी कमी-सी है।
3)
अधूरा है तुम बिन ये महकता गुलाब,
अधूरे है तुम बिन दिल के ये जज़्बात।
ज़रा कुछ पल ठहरों तो समझाऊँ,
अधूरे हैं तुम बिन मेरे दिन और रात।
4)
काँटों में ख़िलकर भी मुस्कुराता है,
यह गुलाब का फूल बिल्कुल तुम जैसा है।
बिखेरता है रंगत यह दर्द में भी,
यह गुलाब का फूल बिल्कुल हमदर्द सा है।
5)
गुलाबों की तरह मुस्कुराती रहो,
सदाएँ हमारी हमेशा तुम्हारी है।
काँटों में भी दामन तुम्हारा,
महफ़ूज़ रहे ये दुआ हमारी है।
6)
खिली खिली सी ये रंगत,
दिल को ऐसे महकाती है।
जैसे गुलाब का फूल हो कोई,
ये एहसास जगाती है।
7)
सूखे हुए गुलाब की पंखुड़ियाँ,
उन पुराने दिनों की अधूरी कहानियाँ।
मुझे अक्सर भूलने नहीं देती ,
उन बीते दिनों की सारी नादानियाँ।
8)
खिलें हैं गुलशन में आज गुलाब कईं,
हर एक पर नाम तुम्हारा लिखा था।
लिखने बैठे थे तुम पर इबारत यहीं,
हर एक पर चेहरा तुम्हारा सजा था।
9)
ख़याल और गुलाब दोनों ही,
तुम्हारे एहसासों से महकते हैं।
दोनों रहते हैं क़रीब बस यूँ ही,
तुम्हारे मौजूदगी को तरसते हैं।
10)
इबादत हो तुम इस ज़िन्दगी की,
सज़दे में तुम्हारे सर झुकाना है।
तुम निकलों जिन राहों से,
गुलाबों से उन्हें सजाना है।
Conclusion
हमारी इन बेहतरीन प्रेरणादायी गुलाब पर लिखी शायरियां सुनकर अगर आपको भी गुलाब में अपने महबूब का चेहरा नजर आए. तो नीचे comment area में comments जरूर करें! अगर आपको चाहिये कि अपने Pinterest पर शायरी सुकून अपडेट्स मिले, तो हमें शायरी सुकून अकाउन्ट पर Follow जरूर करें.
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3 Comments
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वाह वा मिलिंद जी
क्या खुब कहां आपने,
कायनात को चाहत का हसीन मंज़र बना देंगे
हैं जो दीवारें बीच अपने नफरतों की गिरा देंगे..
बेनकाब यूँ टहला ना करों गुलशन में तुम कभी
जो देखेंगे तुझे गुलाब ज़िन्दगी की दुआ देंगे..
शायर को भी बहोत बहोत बधाईयां 😊👌👌
Amazing voice Milind ji