Insaniyat Shayari : दोस्तों आज की हमारी Insaniyat shayari यह एक बेहतरीन पेशकश आपके सामने हाजिर है. जो आपके दिल में इंसानियत जरूर जगाएगी. दोस्तों आज के इस दौर में इंसानियत का नामोनिशान मिट ते हुए हमें दिखाई दे रहा है.
जो कुछ लोग बचे हैं जिन में इंसानियत बाकी है ऐसे बहुत ही कम लोग हैं. जिन्होंने बहुत सारे लोगों के लिए अच्छा काम किया हो ऐसे लोग हमें बहुत कम दिखाई देते हैं. हम खुद भी दूसरों के लिए अच्छा काम करना चाहते हैं. लेकिन अपने हालातों की वजह से कभी कभी नहीं कर पाते.
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इन इंसानियत शायरी को Vrushali Suvarna Dnyandev इनकी आवाज़ में सुनकर आपके अंदर असीम इंसानियत जाग उठेगी!
लेकिन आज की हमारी Insaniyat Shayari यह पेशकश आपको इंसानियत जताने की राह दिखाएगी. हम जानते हैं आज के इस दौर में दूसरों की मदद करना बहुत ज्यादा मुश्किल है. लेकिन हमारी शायरियां आपके अंदर वह जज्बा पैदा कर देगी.
क्योंकि आज इंसान ही इंसान की मदद कर सकता है. आप तो जानते ही हैं हर जगह लोग किन हालातों से लड़ रहे हैं. ऐसे में यदि हमें मदद की जरूरत नहीं है तो हम किसी और की मदद जरूर कर सकते हैं. हमें हर हाल में अपनों की और साथ ही दूसरों की भी मदद करनी ही है.
Insaniyat Shayari in Hindi
वो जिन शहरों से गुज़रने लगते हैं
Moeen
गुलशन अमन के वहाँ सुलगने लगते हैं
दगाबाज़ी के बाज़ार में कीमत नहीं बदलती
इंसानियत के सिक्के यहाँ चलने लगते हैं
Vah Jin shahron se gujarne lagte Hain
Gulshan Aman ke vaha sulagne lagte Hain
Dagabaji ke bajar mein kimat nahin badalti
Insaniyat ke sikke ya chalne lagte Hain
Insaniyat Shayari में यह बताया गया है की, कुछ लोगों के दिल में इस कदर इंसानियत भरी होती है कि वह जहां भी जाते हैं बस इंसानियत का सबक दे जाते हैं. ऐसे लोगों को साथ रहकर काम करना भी पसंद आता है. इसलिए हमें उन लोगों के साथ मिलकर इंसानियत के पाठ सभी लोगों को पढ़ाने चाहिए. दगाबाजी के आज के इस दौर में हमें इंसानियत जिंदा रखनी है. भले ही हम कोई और काम ना कर पाए लेकिन अपने अंदर इंसानियत जिंदा रख सकते हैं.
अज़ल* से इंसानियत हैं मज़हब ज़माने का
सारा जहाँ हैं शैदाई* इस तराने का
इंसानियत का गीत हर साज़ पर गाते रहो
कोई वक्त नहीं ख़ास इसे गुनगुनाने का*अज़ल : जब से दुनिया वजूद में आई
Moeen
*शैदाई : चाहने वाला
Ajal se Insaniyat hi Majahab jamane ka
Sara Jahan hai Shaidai is tarane ka
Insaniyat ka geet har saj par gate Hain
Koi waqt nahin khaas ise gungunane ka
Insaniyat Shayari की मदत से आप समझोगे की, जब से दुनिया का निर्माण हुआ है तब से इंसान में इंसानियत को धर्म माना है. पूरी दुनिया इंसानियत को ही चाहती है. हर समय इंसानियत के रास्ते पर ही चलो. इंसानियत को आजमाने का कोई खास समय नहीं है. हर दौर में इंसान में इंसानियत होना ही जरूरी है. इंसान को जिंदा रहने के लिए मन में इंसानियत रखना बहुत जरूरी है. बिना इंसानियत के इस दुनिया में लोग जिंदा नहीं रह सकते.
Insaniyat ki Shayari
इंसानियत के गीत दुनिया को सुनाते रहे
अजीब लोग थे ज़माने के काम आते रहे
जिस ने भुला दी मेरी सूरत तक
उम्र भर उस से अहदे वफ़ा* निभाते रहे*अहदे वफ़ा : वफ़ा का वादा
Moeen
Insaniyat ke Geet duniya Ko sunate rahe
Ajeeb log the jamane ke kaam aate rahe
Jisne bhula di meri Surat Tak
Umra bhar usse aahde Wafa nibhate rahe
जो लोग सारी दुनिया को इंसानियत सिखा गए वह लोग बहुत ही महान थे. पूरे जमाने में उन्होंने अपनी एक गरिमा बनाई. जिस कारण लोगों ने उन्हें सराहा, याद रखना चाहा. Insaniyat Shayari में कुछ इस प्रकार से बताया गया है की, किसी ने उनकी सूरत देखना पसंद नहीं किया लेकिन फिर भी उन लोगों ने उनके लिए उम्र भर किया हुआ वादा निभाया. उन्होंने कभी अच्छे काम करना नहीं छोड़ा. वह इंसानियत के लिए जीते रहे और इंसानियत के लिए ही मरे.
Insaniyat par Shayari
इंसानियत की राह पर तुम्हें चलना होगा
Moeen
ठोकरें खा कर भी तुम्हें संभलना होगा
मैं से आगे नहीं बढ़ती अब सोचे
ज़माने का तानाबाना तुम्हें बदलना होगा
Insaniyat ki raah per tumhen chalna hoga
Thokre kha kar bhi tumhen sambhalna hoga
Main se aage nahin badhati ab soche
Jamane ka tana Bana tumhen badalna hoga
Insaniyat Shayari को पढ़कर आपको महसूस होगा की, दोस्तों आज के इस बुरे दौर में हमें इंसानियत के रास्ते पर चलना है. राह में हमें कितनी ही ठोकरे क्यों ना मिले फिर भी हमें अपनी राह से नहीं भटकना है. जमाना हमें कितनी ही अच्छी बुरी बातें क्यों न सीखा है लेकिन हमें जमाने को बदलना है. और उसे इंसानियत की राह दिखानी है.
बड़ी सादगी से वो लोग रहते थे
Moeen
इंसानियत को बड़ा मज़हब कहते थे
अपनी नींदें और चैन लुटाते रहे वो
दूसरों की खातीर कितना कुछ सहते थे
Badi sadadi se vah log rahte the
Insaniyat ko bada majahab kahate the
Apni neende aur chain Lutate rahe vo
Dusron ki khatir Kitna kuchh kahate the
एक समय था जब लोग सादगी से रहते थे. एक दूसरे की मदद करते थे. अपनी हर खुशियां दूसरों के साथ सांझा करते थे. दूसरों के दुख को अपना मानते थे. दूसरों की परेशानियां दूर करने के लिए अपना सुकून खो देते थे. एक दूसरे पर जान न्योछावर करते थे. Insaniyat Shayari यही बात आपको इस शायरी की मदत से समझने में आसानी होगी
Insaniyat Shayari Hindi
इंसानियत बात हैं कोई बीते ज़माने की
मुझे तारीख* याद हैं इस फ़साने की
वादा कर के फिर दिल तोड़ जाना
अच्छी अदा थी तेरी दिल दुखाने की*तारीख : history
Moeen
Insaniyat baat hai koi beete jamane ki
Mujhe tarikh yad hai is fasane ki
Vada karke fir Dil Tod Jana
Acchi ada thi Teri Dil dukha ne ki
आज की घड़ी में इंसानियत बीते जमाने की बात हो गई है. आजकल इंसानों में इंसानियत की कमी हो गई है. हर जगह हमें इंसानों में छिपे शैतान नजर आते हैं. जो कुछ बचे हुए इंसान है जिन में इंसानियत बाकी है वह बड़ी मुश्किल से मिलते हैं. अक्सर हमें ऐसे ही लोग मिलते हैं जो हमें दुख देते हैं.
Insaniyat Shayari Urdu
ठोकरें खा कर संभल जाता तो अच्छा था
Moeen
वो उम्र भर साथ निभाता तो अच्छा था
मदद करते हुए कुछ तसवीरें ली उस ने
इंसानियत के दीप ना बुझाता तो अच्छा था
Thokre kha kar Sambhal jata to achcha tha
Vah umra bhar sath nibhata to achcha tha
Madad karte hue kuchh tasviren li usne
Insaniyat ke Deep na bujhata to achcha tha
दोस्तों आजकल लोग एक दूसरे की मदद तो कर रहे हैं, लेकिन दिखावे के लिए कर रहे हैं. जब भी वह मदद करने जाते हैं तो कैमरा साथ लेकर जाते हैं. जिस किसी जरूरतमंद इंसान की वह मदद करते हैं उनके साथ फोटो खींचकर सबको दिखाते हैं. इस प्रकार से वह अपनी इंसानियत को खत्म होते हुए सबको दिखाते हैं. खुद को अच्छा साबित करने के प्रयास में वह खुद को बुरा बनाते हैं.इंसानियत के नाते अगर इंसान इंसान की मदद करता है तो उसे फोटो के जरिए लोगों को बताने की जरूरत नहीं है.
Shayari on Insaniyat
देखो आज ये ज़माना कितना बदल गया
Moeen
कयामत की रफ़्तार से वक्त निकल गया
बाज़ार गर्म हैं इन दिनों नफरतों का
इंसानियत के नाम से हर कोई दहल गया
Dekho Aaj ye jamana Kitna Badal Gaya
Kayamat ki raftar se waqt Nikal Gaya
Bajar garam hai in Dinon nafraton ka
Insaniyat ke naam se har koi Dahal Gaya
दोस्तों आज सभी लोग अपने घर में बंद है. वक्त तेजी से बीत रहा है. लोगों के दिल में सरकार के लिए, संकट में साथ ना देने वाले लोगों के लिए नफरत भरी हुई है. इंसानियत के नाम से ही लोग जैसे डर गए इंसानियत के नाम पर अब कोई भी इंसानियत नहीं दिखाता. सब लोग खुद को बचाने में लगे हुए हैं. किसी को भी किसी दूसरों के लिए इंसानियत दिखाने का मन नहीं हो रहा है. ऐसे में इंसानियत खत्म होती दिखाई दे रही है.
छाई हैं अब मातम की काली राते
Moeen
खुशीयाँ हुई अब बीते कल की बाते
इंसानों को अब सिक्कों में तोला जाता हैं
ज़माने को दो तुम इंसानियत की सौगाते
Chai hai ab Matam ki Kali raten
Khushiyan Hui ab beete kal ki baten
Insanon ko ab sikho mein tola jata hai
Jamane Ko do Tum insaaniyat ki sogate
आज के वक्त में हमारी खुशियां कहीं चली गई है. हर जगह भय का वातावरण है. लोग दुखी है. ऐसा लग रहा है खुशियां हमारे बीते कल की बातें हैं. जो आज हमारे साथ नहीं है. ऐसा लग रहा है कई दिनों से हम खुलकर मुस्कुराए भी नहीं. इंसानों की मौत पर इंसान ही पैसों को नापतोल रहा है. लेकिन ऐसे हालातों में भी हमें इंसानियत के साथ रहना है. इस जमाने को भी हमें इंसानियत की सौगात ही देनी है.
एक दिन ज़माना भी तानाबाना बदलेगा
Moeen
दुनिया का एक दिन अंदाज़ पुराना बदलेगा
इंसानियत का चोला ओढ़ कर तो देखो
मतलब का दरिया भी अपना मोहाना बदलेगा
Ek din jamana bhi tana Bana badlega
Duniya ka ek din Andaaz Purana badlega
Insaniyat ka chola odh kar to dekho
Matlab ka dariya bhi apna mohana badlega
Insaniyat Shayari Image 3
हम इंसानियत का साथ देंगे तो 1 दिन यह जमाना जरूर बदलेगा. हर तरफ हमें इंसान में इंसानियत दिखाई देगी. बस एक बार हमें इंसानियत को अपने अंदर जगाना होगा. फिर देखना दुनिया में हमें मतलबी लोग कम नजर आएंगे. हमारे जैसे कई लोग हमारे आस पास होंगे. हमें बस अपनी इंसानियत का रंग पूरी दुनिया में बिखेरना होगा. फिर पूरी दुनिया इंसानियत के रंग में रंग जाएगी.
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Shayari Sukun – शायरी सुकून एक ऐसा मंच है जहाँ आपको अलग अलग शायर एवं शायरा की नायब और खूबसूरत शायरियां पढ़ने, सुनने और डाउनलोड करने को मिलती है. इन्ही में से कुछ शायरी सुकून फॅमिली के प्रमुख सदस्य है सु. श्री. वृषाली जी, जो की एक उम्दा शायरा है, वौइस् ओवर टैलेंट है और शायरी सुकून की प्रेजिडेंट है. श्रीमान संतोष जी, जो की SEO एक्सपर्ट है, हुनहार शायर है और वौइस् ओवर टैलेंट है. वंशिका नवलानी मैडम Human Administrator पदभार को संभाले हुए है.
Very beautiful Vrushali ma’am and so apt recording for today’s scenario the way you record and ur script writing it’s so on point 👍🏻👌🏻👌🏻
Nice Recording…
Amazing Voice….
Bahut hi shandaar…
Fascinating voice ma’am 💕💕💕👌👌and u presenting the truth of life with your truly amazing shayari💕💕👍
Wah! wah !!
Badhiya Shayari.. dil ko chhu jane wali script.. aur apki awaj.. kya baat hai!!
char chand laga diye aapne insaniyat se bhare in shayariyome!!
Mahoul bana diya aap ne Vrushali ma’am..
Best wishes!
Kalyani
Sweet voice 💓 sukun se bhari awaaz mazaa aa gaya👍bahut acha Likha hein so deep
Corona time mein black marketing ke baare me sun ke wakai lagta hai insaaniyat kahi vilupt ho gyi hai..
Aese samay mein ispe charcha krke aap wakai bahuto ko inspire karengi👌kafi achhe se pesh kia aapne ma’am🙏🙂
व्वाह….!!! बहोत बढिया पेशकष वृषाली मॅम
👌👌👌👌💐💐
Very Amazing Vrushali jee…U have very clear voice nd that to beautiful also👌👌👌
Regards,
Sameera urf Manpreet
A perfect presentation full of mtovation towards humanity…👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻