Mannat Shayari -2: को सुनकर आपकी मन्नत जरूर रंग लायेगी

mannat shayari :  दोस्तों, अब तक आप की mannat तो फ़क़त आपकी मां, आपके पिता और आपके घर परिवार तक ही सीमित थी. लेकिन जब से आपके जिंदगी में आपके यार की शिरकत हुई है, तब से जैसे आपकी मन्नतों का सच्चा रंग दिखने लगा है. जब भी आप उनके लिए mannat मांगती हो, तो वो आपके दिल से निकली हुई दुआ होती है.

इस दिल की दुआओं को आपका खुदा भी नहीं नकारता. और इसीलिए खुदा भी आपको नाराज नहीं करना चाहता. उसने आपकी आज तक मांगी हुई सारी मन्नतें पूरी कर दी है. आज तक आपको ये यकीन था कि आपका दिलबर भी खुदा से शायद आपके लिए ही mannat मानता होगा. उसकी दुआओं में हरवक्त आपका ही नाम होगा. और यही तमन्ना करता होगा कि आपकी और उसकी जल्द से जल्द बस मुलाकात हो जाए.

✤ शायरी सुनने के लिए ✤
♫ player लोड होने दें ♫


इन सैड शायरियों को Vrushali Suvarna Dyandev इनकी आवाज़ में सुनकर आपके मन्नत के धागों को जरूर ताकत मिलेगी!

लेकिन शायद इस बार खुदा का यह इरादा नहीं है. ख़ुदा शायद किसी बात से आप पर रुखसत हो गया है. आपकी ये mannat पूरी करने के लिए खुदा अभी राजी नहीं है. खुदा नहीं चाहता है कि आप दोनों का मिलन हो. और इसी वजह से अब आपके इरादों पर भी जैसे पानी फेर गया हो.

आज तक आपकी मन्नतों में अपने मेहबूब के लिए बस प्यार ही प्यार रहा है. उसकी खुशी ही रही है. उसके सलामती की ही दुआ रही है. उसके भले के सिवा आपकी सोच में कुछ और आया भी नहीं. आपका दिलबर भी तो आपसे प्यार की हद से ज्यादा प्यार करता था.  बस आपके लिए ही मन्नत करता था. वो भी तो आपके साथ जीने की कसमें खा चुका था.  उसकी दुआओं में बस आप ही का जिक्र हुआ करता था.

लेकिन आज ऐसा क्या हो गया? उसने आपसे यूं मुंह क्यों फेर लिया? आज वह आपके लिए दुआ नहीं करता. शायद उसकी दुआओं में कोई और शामिल हो गया है. और शायद इसी वजह से आपने मांगी हुई मन्नते भी अब कभी पूरी होने वाली नहीं है. एक तरह से आपकी दुआओं को बहुत गहरी ठेस ही पहुंची है. और इस चोट की गहराई इतनी है कि ये ज़ख्म शायद ही कभी भर सकें.

Mannat Shayari : चाहती हूं कि मन्नत करूं पीर बाबा से, लेकिन नाराज बहुत हूं तुमसे..

जब आप कोई मन्नत करती थी, तो वो आपके प्यार की खुशहाली के लिए ही करती थी. उस मन्नत में आपके जिंदगी की खुशियां ही भरी हुई थी. आपको क्या अच्छा लगता है और किस बात से आपको खुशी मिलती है, बस यही दुआएं और तमन्नाएं उन मन्नतों में थी. आप तो अपने दिलबर की लंबी उम्र के लिए खुदा से दिन में लाखों बार दुआएं करती थी. मन्नते करती थी.

ये भी पढ़िए : Mannat Shayari

अब भी आपको ऐसा लगता है की अपने साथी के लिए ही, उसके नाम से mannat का एक धागा हाजी मलंग बाबा के दरगाह पर बांध दो. अजमेर के पीर बाबा को चद्दर अर्पण करते हुए अपने यार के खुशहाली की मन्नत मांगो. लेकिन आपके मन में कहीं ना कहीं अपने दिलबर के लिए गुस्सा है. आप उससे बेइंतेहा खफा हो. और इसी वजह से आप वह मन्नत का धागा पीर बाबा को बांधने के बजाय आप अपने बाल ही बांध लेती हो.

आप अपने दिलबर से इस तरह रूठ आइ है, जैसे अब वो आपको कितना भी मना ले, लेेेकिन अब आप तो मानने वाली ही नहीं हो. आपकी दुआएं अब उनके लिए कतई नहीं होती. अब आप अपनी जिंदगी उनके यादों के सहारे ही काटना चाहती हो. बस यही आपके हाथ में है. आपका यह बर्ताव ही आपके दिल के हालात बताते हैं.

उसकी खुशी के लिए आपने मन्नत के न जाने कितने धागे बांधे..

अब तक तो खुदा ने आपकी सारी मन्नते पूरी कर दी हैं. इस वजह से आपको यकीन है कि आपके यार के लिए भी मांगी हुई मन्नते जरूर पूरी होगी. लेकिन अब आप उनसे इतने खफा हो, के आपका दिल उनके लिए कोई दुआ मांगने का नहीं हो रहा है. उन्होंने आपके लिए तो कोई दुआ नहीं मांगी थी. शायद उनकी दुआओं में कोई और शामिल हो चुका है.

और इसी वजह से वह आपके दिल को ठेस पहुँचाकर किसी दूसरे के लिए दुआ कर रहा है. लेकिन आपका दिल अब भी यह बात नहीं मानता. आज भी आप सिर्फ उनकी खुशहाली के लिए दुआ करती हैं. आपका दिल तो हमेशा उनकी ही प्यार में डूबा रहा है. अगर वो उनकी दुआओं में, उनकी मन्नत में आपको शामिल नहीं करना चाहते हैं, तो ना सही. लेकिन आप तो उनके खुशहाली के सिवा कोई दूसरी दुआ मांगना ही नहीं चाहते.

अगर आप सिर्फ उनकी खुशी के लिए दुआ करती, तो आप हर दरगाह पर उसके खुशी के लिए मन्नत का धागा जरूर बांध देती थी. माना कि आपके लिए उनके मन में प्यार नहीं है. लेकिन आपके मन में उनके लिए आज भी खुशहाली की दुआ ही निकलेगी. आप उनकी चाहत नहीं है. लेकिन आप तो यही चाहते हैं कि वह हमेशा अपनी चाहत के साथ खुश रहे.

आप उनके खुश होने की दुआ तो खुदा से हर बार करती ही हो. लेकिन उनके जिंदगी की फिक्र भी तो आपको ही करनी पड़ेगी. इसीलिए आप अब उनसे दूर रहकर ही उनके बस खुशहाली की ही दुआ करती हो.

Mannat Shayari | Mannat Quotes Image -2
Mannat Shayari | Mannat Quotes Image -2

मन्नत के धागों में बस तुम्हारे ही सपने संजो कर रखे हैं मैंने..

आप हर वक्त बस उनके ही लिए मन्नत मांगती रहती हो. आप उनके नाम का जैसे कलमा पढ़ती रहती हो. यही बात उन्हें आज तक अपने हर काम में सफलता हासिल करके देती रही. उनके जिंदगी की हर मुश्किलों को आसान करती गई. आज भी आप उनके लिए मन्नत के धागे पर सिर्फ उनका ही नाम लिखकर हर दरगाह पर बांधना चाहती हो.

उस मन्नत के हर धागे में आप बस उनके ही सपने पिरोती हो. और ये बात आपके जेहन में हमेशा रहती है कि चाहे जो कुछ हो जाए, आपका दिलबर आपसे बेवफाई नहीं करेगा. क्योंकि आपकी दुआओं में आपके प्यार की आपकी तमन्नाओं की सच्ची ताकत उतर जाती है. और यही ताकत मन्नत के उस धागे को और भी बल देती है. इसी वजह से आपके दिल को यह यकीन होता है कि वह धागा कभी टूटेगा नहीं.

और आपकी यह दुआ रंग भी लाती है. आप हर रोज बस उनके प्यार के लिए ही तो हर मन्नत मांगती हो. उनकी जिंदगी की खुशहाली की दुआ करते हुए उन पर हर वक्त प्यार बरसाती रहती हो. उनका हर सपना जैसे आपका ही सपना रहता हो. उनके साथ बिताए हुए हर लमहे को आप संजो कर रखना चाहती हो.

हम आपके दिल के दर्द को समझते हुए हम आपके लिए ऐसी ही सैड शायरियां लेकर आए हैं. जो आपके दिल के खुशहाली की मन्नत मांगते हुए मरहम जैसी जरूर साबित होगी.

mannat par shayari status in english urdu 

1)

जी करता है कि उसके
नाम से मन्नत का धागा बांध लूं..

लेकिन नाराज़ हूँ उससे इतना कि
अक्सर मैं मेरी जुल्फें ही बांध देती हूँ..

ji karta hai ki uske naam se 
mannat ka dhaga bandh lu..
lekin naraj hun usse itna ki 
aksar mai meri zulfe hi bandh deti hun…

mannat shayari status in hindi urdu | whatsapp shayari status

2)

बात सिर्फ तेरी ख़ुशी की होती
तो हर दरगाह मन्नत मांगती मैं..

लेकिन तेरी खुशहाली भी तो,
बेइंतेहा बेहिसाब चाहतीं हूँ मैं..

baat sirf teri khushi ki hoti to
har dargah mannat mangti mai..
lekin teri khushhali bhi to  
beinteha behisab chahti hun main..

2 line shayari on mannat in hindi

3)

मन्नत की डोरी में सपनों
को पिरोती हूँ हर रोज..

आपकी हर एक बात को
प्यार से संजोती हूँ हर रोज..

mannat ki dori main sapnon 
ko piroti hoon har roj..
aap ki har ek baat ko 
pyar se sanjoti hun har roj..

mannat-2-sad-shayari-prayer-hindi-quotes-poetry-2

इन दर्द से भरी शायरियों को सुनकर अगर आपके भी दिल को मन्नत मांगने का सुकून मिला हो, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करते हुए हमें जरूर बताएं दोस्तों!

इसी तरह से आप हमारे Telegram channel को भी join कर सकते हैं, ताकि आपको रोज नायाब शायरियां मिल सकें. इसके लिए अपने Telegram में सर्च करें शायरी सुकून या @shayarisukun और हमारे चैनल को तुरंत join करें. 24 घंटो के भीतर आपकी सेवा चालू होगी.

फेसबुक पर शायरी के अपडेट्स पाने के लिए इस शायरी सुकून पेज को Like जरूर करें.

13 thoughts on “Mannat Shayari -2: को सुनकर आपकी मन्नत जरूर रंग लायेगी”

  1. बहोत ही खुब सुरत अंदाज से पेशकश
    #मन्नत
    #सुकुन

  2. वाह वृषाली जी
    आपकी शायरियों में तो आपने शायरी सुकून के लिए ही मन्नत मांग ली..
    बहोत खूब

  3. Hello
    बोहोत अच्छा लग रहा है शायरी सुकून का काम देखकर , ऐसी ही तर्रकी होती रहनी चाहिए शायरी सुकून की ,

  4. वृषाली मॅम तो शायरी सुकून की असली पहचान है , बोहोत खूब

  5. Aapke shayari kehne ke andaz ke baare mein kya hi kahu…aap toh hamare liye inspiration hain 🙂

Leave a Comment