By shayarisukun.com
March 11, 2022
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खूबसूरत आँखें अपनी कभी ना नम रखना फुल से होंठो पर तुम सदा तबस्सुम रखना.. मेरा क्या हैं… तनहा गुज़ार दूंगा ज़िंदगी अपनी खुद को ना मगर कभी उदास तुम रखना.. -Moeen
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झूठी हैं हाथों की लकीरें सब खून रोती हैं मेरी तहरीरें सब.. बहते दरिया में आग लगा दी मैं ने दरिया में फेंक दी तेरी तसवीरें सब.. -Moeen
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तेरी यादों का दीप खयालों में जलता हैं तन्हाइयों में तेरे खयाल का जुगनू चमकता हैं.. बिछड़ कर भी तुझ से रहा ताल्लुक बरकरार तेरे नाम से आज भी मेरा दिल धड़कता हैं.. -Moeen
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तेरे साथ जो देखे… ख्वाब कितने सुनहरे थे मेहमान बन कर वो… मेरे दिल में ठहरे थे.. दो पल रुका था मोहब्बत का काफिला यहाँ चाहत में मिले जो ज़ख्म… बहोत गहरे थे.. -Moeen
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मोहब्बत का अफसाना भी खत्म हुआ तुझ से दिल का रिश्ता भी खत्म हुआ.. तेरी राह तकना पहरों वीरान सड़कों पर रोज़ रोज़ का ये किस्सा भी खत्म हुआ.. -Moeen
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गवारा कब थी तुझ से दूरी हमें घर से बहोत दूर ले आई मजबूरी हमें.. भटका रही हैं शहर शहर मुद्दतों से हिरन की तरह ज़ालीम कस्तूरी हमें.. -Moeen
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वो मोहब्बतों का कर्ज़ कुछ ऐसे उतार गया लम्हों में मेरे साथ कई सदियाँ गुज़ार गया.. मिली अजनबी राहों पर इस तरह ज़िंदगी जीतने वाला जैसे जीती बाज़ी हार गया.. -Moeen
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साथ चलना मगर खामोश रहना मोहब्बत हमारी थी तेरे साथ कुछ पल नहीं ज़िंदगी गुज़ारी थी.. जीत कर भी रकीब उदास रहता हैं अब जो बाज़ी मोहब्बत में हम ने हारी थी.. -Moeen
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अपने ही शहर में परायों जैसा हाल हुआ तुझे याद किया जब शाम का चेहरा लाल हुआ.. तेरे चेहरे पर जम गई निगाहें महफिल में ज़िंदगी किसे कहते हैं? जब ये सवाल हुआ.. -Moeen
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शहर सुसताने लगा जब कभी शाम ढले खुद को पाया फिर तेरी यादों के साये तले.. मोहब्बत बहोत दूर ले आई मंज़िल से हमें उम्र भर तेरी बेवफाई के रहे शिकवे गीले.. -Moeen
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