महकाती है मेरे घर आंगन को गुलाब का इत्र जैसे महकती है गुलकंद का मजा आता है जब वो बाहों में मेरे रहती है.. Rose Day Shayari
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गुलाब के फुल सी तेरी मुस्कान देख मेरा मन हो गया तेरा कायल.. तेरी एक झलक को पाने के लिए कांटों पर चल होता रहा मैं घायल.. Shayari on Rose Day
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गुलाब के फूल सी तेरी महकी एक मुस्कान के लिए तरसता हूं.. सपनों में भी मैं आजकल तेरी छवी को ही गले से लगा लेता हूं..
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तेरा आंचल बिखेर रहा है पवन में खुशबू गुलाब की.. कांटो को छोड़ कर अब पूरी कर लो तुम कमी रंगों की..
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गुलाब का पौधा रूठकर पूछता है एक दिन मुझसे.. आंगन में रंगोली निकालती है वो मुझसे भी खूबसूरत कैसे?
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गुलाब जैसा चेहरा दिखता है मेरी जान तेरा हर इक रोज.. ओठों से गुलाब जल को चखना चाहता हूं मैं हर एक रोज..
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तेरे दीदार का इंतज़ार कितना करना पड़ेगा मुझे? तेरी गुलाबों जैसी खुशबु सपनों में महकाती है मुझे Rose Day Shayari
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गुलाब का फूल अब मुझको नहीं भाता है.. वो शामतक मुरझा जाता है.. तेरा चेहरा सदा खिलखिलाता है.. Join our Free WhatsApp Channel Send "START" on 90495 96834
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गुलाब के पंखुड़ी जैसी कोमल है तेरी काया.. खुदा की रहमत है के उसने तुझे मेरा बनाया.. You may get a chance to listen to these Shayaries on full post
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