Shayari Sukun Presents
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तुझ बिन शहर की गलीयों में नूर नहीं बिन तेरे मेरी साँसें चले मुझे मंज़ूर नहीं.. चाहत की महफिलों में मिले जाम नफरतों के लबों पर लाऊँ शिकायत ये मेरा दस्तूर नहीं.. -Moeen
हम जब मोहब्बत करते हैं तो दुनिया के बारे में सोचते नहीं है.. और जब नफ़रत करते हैं तो अपने बारे में सोचते नहीं है.. -Vrushali
मासूम दिल मेरा जहर लेने के लिए भी तरसा.. नफरत का कहर कुछ इस कदर हम पर बरसा.. -Santosh shayarisukun.com
फूलों की सुगंध जैसी होती है मोहब्बत.. उसे बदबू में तब्दील कर देती है नफ़रत.. -Vrushali Listen on Shayari Sukun Website
नहीं आया तुम्हें कभी मोहब्बत में चाहना.. दुआओं में मेरे लिए नफरत जरूर मांगना.. -Sapna shayarisukun.com
नफ़रत से सीखी मैंने कसमें मोहब्बत की.. दे जाए कोई दगा तो कसम दे आशिक की.. -Vrushali shayarisukun.com
नफ़रत भूल ही जाती है किसी की तमीज.. चाहे कितना भी क्यों ना हो कोई अजीज.. -Santosh Follow us on Gaana
तेरे बाद ज़िंदगी का बोझ उठा रहा हुँ मैं तेरी यादों के निशाँ अब मिटा रहा हुँ मैं.. मुझे हैं अंदाज़ा नफरतों के अंधेरों का फिर तेरे खयालों के दीप जला रहा हुँ मैं.. -Moeen
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nafrat shayari -2
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