By Team Shayari Sukun
April 16 2022
Note Tap the screen for the next slide Or to skip the advertisement
सूरज के निकलने से है सारे जहां की सुबह होती है.. और तेरा दीदार होने से मेरी जिंदगी जाग जाती है.. -Vrushali
सुबह चमकती हैं, तेरी आँखों में जैसे शबनम गुलाबों पर चमकती हैं.. कलीयाँ खिलती हैं तेरी आँखों से हूरें भी सब तुझ से जलती हैं..
सवेरा होता हैं मेरा तेरी प्यारी मुस्कान के साथ.. दिन शुरु होता है मेरा तेरी मीठी आवाज के साथ..
आंखें बंद करूं और हो जब भी सवेरा तो पाऊं तुझे.. जागा है अब जाकर नसीबा मेरा जब से मिली हो तुम मुझे..
रात के दामन से सूरज निकलता हैं तेरी उदास आँखों में सवेरा मचलता हैं.. सुबह की बहारें तुझे करती हैं सलाम तेरी अँगड़ाई का जब ज़िक्र चलता हैं..
दुआ करता हूं मैं बना रहे हाथों में तुम्हारे हाथ.. जैसे होता है रिश्ता मीठी चाय का सुबह के साथ..
Next Web Story
To visit next Web Story, Swipe Up the following button or Click on it 🙏 Thank You!