Waseem Barelvi Shayari

क्या दुख है समन्दर को बता भी नहीं सकता आंसू की तरह आँख तक आ भी नहीं सकता. तू छोड़ रहा है तो ख़ता इसमें तेरी क्या हर शख्स मेरा साथ निभा भी नहीं सकता

TAP SCREEN

यह सोच कर कोई अहदे-वफ़ा करो हमसे, हम एक वादे पे उम्रें गुज़ार देते हैं

shayarisukun.com

Waseem Barelvi Shayari

Waseem Barelvi Shayari

ज़रा सा क़तरा कहीं आज अगर उभरता है समुंदरों ही के लहजे में बात करता है

shayarisukun.com

Waseem Barelvi Shayari

दुख अपना अगर हम को बताना नहीं आता, तुम को भी तो अंदाज़ा लगाना नहीं आता

shayarisukun.com

Waseem Barelvi Shayari

आसमाँ इतनी बुलंदी पे जो इतराता है, भूल जाता है ज़मीं से ही नज़र आता है

shayarisukun.com

Waseem Barelvi Shayari

न पाने से किसी के है न कुछ खोने से मतलब है ये दुनिया है,, इसे तो कुछ न कुछ होने से मतलब है

shayarisukun.com

Waseem Barelvi Shayari

वो झूट बोल रहा था बड़े सलीक़े से, मैं ए'तिबार न करता तो और क्या करता

shayarisukun.com

Waseem Barelvi Shayari

रात के टुकड़ों पे पलना छोड़ दे, शमा से कहना के जलना छोड़ दे ssoftgroup.co.in

shayarisukun.com

Waseem Barelvi Shayari

मुसलसल हादसों से बस मुझे इतनी शिकायत है, कि ये आँसू बहाने की भी तो मोहलत नहीं देते

shayarisukun.com

Waseem Barelvi Shayari

एक चीज़ जो अपनी रसाई से बाहर है कहीं 'ज़फ़र'  सच पूछो तो इसकी हमें ज़रूरत बहुत ज़ियादा है

shayarisukun.com

Rangoli Shayari

Next Web Story

To visit next Web Story,  Swipe Up the following button or Click on it 🙏 Thank You!

Phone