Hindi Poetry

Waqt  Shayari  in Hindi

By Ashish Kale

April 15 2022

Shayari Sukun

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वक्त के सितम देखे भाले हैं जिन के पैरों में छाले हैं ज़ख्म खाते हैं उफ्फ नहीं करते ये किस बस्ती के रहने वाले हैं -Moeen

Waqt Shayari

हमें वक़्त के साथ वक्त से ही लड़ना सीखना है.. और वक़्त के ही खेल में वक़्त से आगे निकलना है.. -Sagar

Shayari on Waqt

मत हो मायूस तू सब्र कर वक्त तुझे भी तेरा तख्त दिलाएगा… और आज जो हस रहा है तुझे झुकते देख.. कल पेट के लिए वो भी सर झुकाएगा… -Reena

Waqt Shayari

यह वक्त मुनासिब नहीं, इसलिए चुप हूं मैं.. जल्द ही बताऊंगी सबको क्या हूं और कौन हूं मैं.. -Reena

Waqt Shayari in Hindi

यह जालिम वक्त भी हमारा दुश्मन हुआ बैठा है जब उनसे बात नहीं होती तो बड़ा देरी से कटता है -Sagar

Waqt Shayari Urdu

ज़माना कहता हैं वक्त मरहम तुझे बता मेरे ज़ख्मों का मुदावा* मुझे बरबादी का मेरी नहीं तू ज़िम्मेदार पता था ज़ालीम तेरा इरादा मुझे [मुदावा = घाव भरना] 

Waqt Shayari Photo

मौत भी इंतज़ार करवा रही हैं हमें.. जिंदगी हमारी इतनी बेज़ार हो चुकी हैं.. -Vrushali

waqt shayari image

Shayari on Waqt

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