अजीज थी खूबसूरती उनकी आज नायाब बन गई.. तारीफ करता रहा मैं तो एक किताब बन गई… Tareef Shayari
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तेरी आंखों से मोहब्बत करते और जुल्फों को छूते रहते.. तेरी सादगी के दीवाने हैं हम तारीफ नहीं करते तो और क्या करते..!
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महकते फूलों से मैंने जब राज पूछा उनकी खुशबू का.. जवाब आया कि उन्हे शौक है आपकी तारीफ़ मैं महकने का… Shayari on Tareef
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बंद करना पड़ेगा मुझे तेरी तारीफ़ पर कुछ लिखना.. कही ऐसा ना हो की हर कोई हो जाये तेरा दीवाना..
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हर एक शायरी लिखते है, हम आपको सोचकर.. अल्फ़ाज़ों की कमी नहीं होती आपकी तस्वीर को देखकर..
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टहला मत करो शामको तुम अपने घर की छत पर.. गलतीसे कोई ईद ना मनाये मेरे खूबसूरत चाँद को देखकर..
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कोमल परी जैसी है तू कैसे ना करू मैं तेरी फ़िकर.. एक तो है ये जालिमों का शहर और उस पर तेरी नज़र का कहर.. Tareef Status
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लबों से छूकर आपने तालाब को मीठा कर दिया.. हमारी बात जाने दो, आपने तो मछलियों को भी बेहोश कर दिया..!
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चाहत होती है, काजल की डिबिया सदा जेब में रखूं.. गलती से बुरी नजर लगे तो, वही के वही काला टिका लगा दूँ..
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