Shayari Sukun Presents
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फिज़ाओं ने फिर तेरी दास्ताँ छेड़ी तू मेरा महबूब तेरी शान बड़ी.. कैसे भला तुझ पर ऐतबार करूँ ज़िंदगी मेरी तू हैं नादान बड़ी.. -Moeen Shayari on Life
मैं अपने ख़्वाब से बिछ्ड़ा नज़र नहीं आता तू इस सदी में अकेला नज़र नहीं आता.. मैं तेरी राह से हटने को हट गया लेकिन मुझे तो कोई भी रस्ता नज़र नहीं आता.. -Moeen
क्या बताऊं कैसे ख़ुद को दर-ब-दर मैंने किया उम्र भर किस-किस के हिस्से का सफ़र मैंने किया.. तू तो नफ़रत भी न कर पाएगा उस शिद्दत के साथ जिस बला का प्यार तुझ से बे-ख़बर मैंने किया.. -Moeen
वक्त के साथ बदले जिंदगी लेकिन अपनों के साथ तुम ना बदलना.. अपनों ने ही दिया है साथ तुम्हें बात यह तुम हमेशा याद रखना.. -Santosh shayarisukun.com
कहाँ तक आँख रोएगी कहाँ तक किस का ग़म होगा मेरे जैसा यहाँ कोई न कोई रोज़ कम होगा.. तुझे पाने की कोशिश में कुछ इतना रो चुका हूँ मैं कि तू मिल भी अगर जाये तो अब मिलने का ग़म होगा.. -Moeen
ज़िंदगी ने जहाँ से ठुकराया हैं वहीं से सँभलने का हुनर आया हैं.. हो सके तो सँभाल लेना हमें भी अपना समझ कर तेरा बोझ बढ़ाया हैं.. -Moeen
जब जब देखोगे तुम जिंदगी को करीब से.. बदले हुए मिलेंगे मंजर और लोग अजीब से… -Santosh Shayari on Zindagi
तुम्हारी राह में मिट्टी के घर नहीं आते इसीलिए तो तुम्हें हम नज़र नहीं आते.. मुहब्बतों के दिनों की यही ख़राबी है ये रूठ जाएँ तो फिर लौटकर नहीं आते.. -Moeen
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शायरियां पढ़ने के लिए शुक्रिया!