Shayari Sukun Presents
by shayarisukun.com
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हमेशा कड़वी बात ही बोलनी हैं तो मीठा बोलते ही क्यों.. जब रुख मोड़ना ही होता है तो हमें खुशियां देते ही क्यों..? -Sagar shayarisukun.com
सुना था आपके शहर की हवा में बड़ा सुकून हैं जरा रुख उसका इस तरफ मोड़ दीजिए, लोग भी तो दिलदार हैं.. -Sagar shayarisukun.com
घटाओं और फिजाओं का रुख मोड़ने की जरूरत नहीं.. खींची चली आती आपके तरफ, हमारे इजाजत की जरूरत नहीं… Rukh Shayari in Hindi
आपने रुख इस कदर मोड़ लिया हमारी निगाहों का.. अब हमारी होकर भी वो इशारा समझ लेती है आपका.. -Sagar shayarisukun.com
इन रोमांटिक शायरियों को Sneha Gupta इनकी आवाज़ में सुनकर हवाएं भी अपना रुख मोड़ लेगी! Swipe Up to Listen
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शायरियां पढ़ने के लिए शुक्रिया!