ज़िंदगी से शायद रूठा हैं कोई साथी अपना पीछे छुटा हैं कोई.. सिसकता हैं कोई अजनबी रातों को राह-ए-मोहब्बत में लुटा हैं कोई..
Welcome to the Shayari Sukun's Web Story
SLIDE 1/10
जिंदगी तू मुझसे नाराज है तो तवज्जो क्यों दूं मैं तुझे.. हंस-हंसकर क्यों रोजाना मजाक बनाती है मुझे..? Zindagi Shayari
More Shayaries are available on our Website
SLIDE 2/10
गुमराह ना होना ज़माने की चाहत में खो ना जाना लम्हों की राहत में ज़िंदगी आवाज़ देंगी तुम्हें हर डगर पर तुम्हें ज़िंदगी अपनी गुज़ारनी हैं इमामत* मे *इमामत: Leadership
SLIDE 3/10
होगा खत्म ज़िंदगी का सफर एक दिन सुहानी होगी ये मुश्किल डगर एक दिन ज़र्रा हुँ मगर तुफानों से लड़ता हुँ ज़माने का बदल दुँगा मंज़र एक दिन
SLIDE 4/10
यह अलग बात है दिखाई ना दे मगर शामिल जरूर होता है.. खुदकुशी करने वाले का भी कोई कातिल जरूर होता है..
Download and Share HD-Quality Images from our Website
SLIDE 5/10
ज़िंदगी का संघर्ष ज़माने से जारी हैं तुफानों से लोहा लेती कश्ती हमारी हैं ज़िंदगी का सर कभी झुकने ना दिया मुश्किल हालात से अपनी पुरानी यारी हैं
SLIDE 6/10
इन आँखों को बरस जाने दो लबों पर मेरा नाम आने दो.. ज़िंदगी लिख दी ज़िंदगी के नाम मुझ में बसते हैं ज़माने दो..
SLIDE 7/10
Join our Free WhatsApp Channel Send "START" on 90495 96834
आपको देख कर देखता रह गया क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया.. आते-आते मेरा नाम-सा रह गया उस के होंठों पे कुछ काँपता रह गया..
SLIDE 8/10
मेरी जिंदगी मुझे क्यो इस क़दर रुला रही हो.. क्यों तुम मुझे नामुमकिन ख्वाब दिखा कर जला रही हो.. Sad Zindagi Shayari
SLIDE 9/10
Join our Free WhatsApp Channel Send "START" on 90495 96834