By Ashish Kale
April 15 2022
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रूखे से ये लम्हें, बेजाँ हुई लहरें.. बेबसी हमारी मौत को पुकारे.. --- बेवफाई में बीत चुकी जवानी है.. अब तो घुट घुट कर मौत आनी है..
वो और होंगे जो मौत से मरते है.. हम तो आशिक है यारों उसके बेवफाई से मरते है.. -Sagar
मिल गई बेवफाई की सजा अब ये काम कर लूंगा.. क्या करूं जी कर जिंदगी, मौत के नाम कर दूंगा..! -Santosh
मौ त के बाद हमारी लाश को वो कफ़न उठाकर देखेंगे.. जगाने की कोशिश करके फिर सुकून की नींद सुलायेंगे.. -Vrushali
तकदीर बदलने की हिम्मत किसमें होती है.. सुना है, मौत हाथों की रेखा में लिखी होती है.. -Anamika
खत्म हो रही है अब मेरी मौत से ये नाराजी.. जब से उसने कहां मुझे शादी करने को नहीं राज़ी.. -Sagar
मौत भी मेरी क्या खूब काम कर रही है.. दूर से ही खुदकुशी का इंतजार कर रही है..! -Sapna
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