हुई है शाम तो आँखों में बस गया फिर तू कहाँ गया है मेरे शहर के मुसाफ़िर तू.. बहुत उदास है इक शख़्स तेरे जाने से जो हो सके तो चला आ उसी की ख़ातिर तू..
shayarisukun.com
साथ रोती थी मेरे साथ हंसा करती थी वो लड़की जो मेरे दिल में बसा करती थी.. बात क़िस्मत की है जुदा हो गए हम वरना वो तो मुझे तक़दीर कहा करती थी..
shayarisukun.com
एक लम्हे का बिछड़ना भी गिरां था उस को रोते हुए मुझ को ख़ुद से जुदा करती थी.. रोग दिल को लगा बैठी अंजाने में मेरी आगोश में मरने की दुआ करती थी..
shayarisukun.com
वो जो आ जाते थे आँखों में सितारे लेकर जाने किस देस गए ख़्वाब हमारे लेकर.. शहर वालों को कहाँ याद है वो ख़्वाब फ़रोश फिरता रहता था जो गलियों में गुब्बारे लेकर..
shayarisukun.com
रातें हैं उदास दिन कड़े हैं ऐ दिल तेरे हौसले बड़े हैं.. अब जाने कहाँ नसीब ले जायें घर से तो हम चल पड़े हैं..
shayarisukun.com
रंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ.. किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम तू मुझ से ख़फ़ा है, तो ज़माने के लिए आ..
shayarisukun.com
तेरी बातें ही सुनाने आये दोस्त भी दिल ही दुखाने आये.. फूल खिलते हैं तो हम सोचते हैं तेरे आने के ज़माने आये..
shayarisukun.com
तड़प उठूँ भी तो ज़ालिम तेरी दुहाई न दूँ मैं ज़ख़्म ज़ख़्म हूँ फिर भी तुझे दिखाई न दूँ.. तेरे बदन में धड़कने लगा हूँ दिल की तरह ये और बात के अब भी तुझे सुनाई न दूँ..
shayarisukun.com
ज़िन्दगी से यही गिला है मुझे तू बहुत देर से मिला है मुझे.. तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल हार जाने का हौसला है मुझे..
shayarisukun.com
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें.. ढूँढ उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती ये ख़ज़ाने तुझे मुम्किन है ख़राबों में मिलें..
Next Web Story
To visit next Web Story, Swipe Up the following button or Click on it 🙏 Thank You!