Shabab Shayari ko share karna jaruri ho jata hai jab hum humare premika ka kaatilaana look dekhte hai. Yis post ke help se aap apne man ki bhavnao ko prakat kar sakte hai.
आप अपने दिलबर के शबाब के एक वार से ही घायल हो गए हो. जब से आपकी नजरों में उनके कातिलाना शबाब की छवि बस गई है तब से मानो आपकी जिंदगी बदल गई है. शबाब का अर्थ होता है यौवनावस्था, जवानी या फिर सौंदर्य कह सकते हैं. ऐसे ही हुस्न को इन शबाब शायरी के जरिये हमने आपके लिए पेश किया है.
होश गवां बैठते है आपका शबाब देखकर.. और दुनिया कहती है कि तू इतना नशा मत कर.. -Sagar
Hosh gavan baithate hain
Aapka shabab dekhkar
Aur duniya kahati hain ki
Tu itana nasha mat kar
भंवरे भी जैसे उन खिलते हुए फूलों पर अपने शबाब की खुशबू फैलाते हुए उड़ते हैं. एक तरह से पूरी फिजा में आपके दिलबर के शबाब की महक ही बिखर चुकी है. और आप भी खुद को उनके शबाब की इस महकती हुई दुनिया में ढालना चाहते हो. उनकी ही चाहत में खुद को फना कर देना चाहते हो.
मासुमियत से देखते है आइने में वो अपना शबाब.. खैर करो कुछ इस आइने की बेचारा बेसब्र होगा बेहिसाब.. -Vrushali
Masumiyat se dekhte hain
Aaine mein woh apna shabab
Khair karo kuchh is aaine ki
Bechara besabr hoga behisab
Shabab Shayari in Hindi
आपके दिलबर को शायद अपने जवानी पर बहुत गुरूर है. वह खुद को अल्लाह ने बनाया हुआ फ़रिश्ता समझता है. उनका मिजाज तो इस तरह से है कि उन्हें लगता है उनकी जवानी उम्र भर टिकने वाला है. और आप भी तो अपने इस हमसफर की आरजू पूरी करने की इल्तिजा करते रहते हो.
आपके कातिलाना अंदाज और उसपर आपका ये प्यारा शबाब.. जन्नत की अप्सरा हो या चांदनी कभी फुर्सत से देना हमें जवाब.. -Vrushali
Aapke katilana andaj aur
Uspar aapka ye pyara shabab
Jannat ki apsara ho ya chandani
Kbhi fursat se dena hame javab
आपको भी तो बस अब उनकी ही इबादत पसंद आती है. और इसी वजह से आप उनकी ही जवानी में पूरी तरह से डूब जाना चाहते हो. आपके दिल में उनके लिए जो चाहत से भरा हुआ इजहार है बस वही तो आपके दिलबर की अमानत है. और आप उनकी इसी अमानत को अपनी जिंदगी भर निभाना चाहते हो. और बस आप की भी यही इल्तिजा है कि वह भी तहे दिल से बस आपको ही चाहती रहे, आपसे ही इकरार करती रहे.
कयामत ढा रहा है आपका हुस्न ए शबाब इस मासूम जवानी का नही है कही जवाब.. -Sagar
Kayamat dha raha hain
Aapka husn e shabab
Is masoom javani ka
Nhi hain koi javab
आपको अपने यार से कितना प्यार है इसी बात का जिक्र आप हमेशा अपनी दुआओं में करते रहते हो. और साथ ही आप अल्लाह से उनके सिर्फ मुस्कान के ही दीवाने ना होने की बात कहते हो. आपको तो उनके रूह के सच्चे सौंदर्य ने पागल बनाया है और उनकी नजाकत भरी अदाओं ने ही घायल कर दिया है.
कोई पर्दा या नकाब से छुपता नही शबाब आपका आप तो आखों से ही करती हो रामबाण इलाज इस आशिक़ का.. -Sagar
Koi parda ya nakab de
Chhupata nahi shabab aapka
Aap to ankhon se hi karati ho
Ramban ilaj is ashiq ka
Shabab Shayari in Urdu
बदन पर शबाब का कहर आपके सुबह शाम होता है.. जब घूमती हो गलियारों में, दीवानों का कतले आम होता है.. -Vrushali
Badan per shabab ka kahar
Aapke subah Sham hota hain
Jab ghumti ho galiyanro mein
Deewanon ka katle aam hota hai
जबसे जवान हुए है हम मरने लगे है आप पर.. मदहोश हो जाते है हम आपकी शबाब देख -Vrushali
Jabase jawan huye hain ham
Marane lage hain aap par
Madhosh ho jate hain ham
Aapki shabab dekh
सामने हमारी आओगी तो बेशक बेनकाब होकर आना.. कैसे डूबता है इश्क में सागर आपकी शबाब से देख लेना.. -Sagar
Samne hamari aaogi to
Beshak benakab hokar aana
Kaise do baithe hai Ishq mein Sagar
Aapki shabab se dekh lena
शबाब शायरी
प्यारे शबाब की अंगड़ाई लेकर हो जाता है मूझपर तेरा खुमार.. ऐसे कातिल अदाओं से हम बेकाबू हो जाते है बेशुमार.. -Vrushali
Pyare shabab ki angdaai lekar
Ho jata hai mujh par Tera Kumar
Aise katil adaon se ham
Bekabu Ho jaate Hain beshumar
मिजाज़ कुछ इस तरह है
मेरे हमराही, मेरे अजीज का,
कर रखा है मेरे लिए खुदा ने
ताउम्र इंतजाम शबाब का..
mijaz kuch is tarah hai
mere humrahi, mere aziz ka..
kar rakha hai mere liye khuda ne
taa umra intejaam shabab ka..
सिर्फ तुम्हारी मुस्कान के
दीवाने नहीं हुए हैं हम..
बल्कि तुम्हारी रूह से झलक रही
शबाब के सच्चे आशिक हैं हम...
sirf tumhari muskan ke
deewane nahin hue hain ham..
balki tumhari rooh se jhalak rahi
shabaab ke sacche aashiq hai ham…
नही है आपको जरूरत किसी मेकअप और पाउडर की.. मिली है आपको तोहफें में शबाब ए हुस्न जिंदगी भर की.. -Sagar
Nahin hai aapko jarurat kisi
Makeup aur powder ki
Mili hai aapko tohafe main
Shabab e Husna jindagi bhar ki
फिलहाल आप हमारी
कातिल-ए-शबाब का नजराना हो..
जब आईने तुझे सताएंगे तो
मेरी नजरों से शबाब को रूबरू हो जाने दो..
filhal aap hamari
qatil-a-shabaab ka nazrana ho..
jab aayine tujhe satayenge to
meri nazron se shabab ko rubaru ho jaane do..
Final words on Shabab Shayari
दोस्तों, हमारी हसीन शबाब शायरी ने, अगर आपके महबूब के प्यार कि शबाब को आपकी नजरों के सामने पेश किया हो, तो नीचे कमेंट सेक्शन में कमेंट करते हुए हमें जरूर बताएं. अगर आपको चाहिये कि अपने Twitter हैन्डल पर शायरी सुकून अपडेट्स मिले, तो हमें शायरी सुकून अकाउन्ट पर Follow जरूर करें.
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वाह रिषभ जी,
आपकी बेहतरीन आवाज़ ने इन शायरियों को इंसाफ़ दिलाया है..
बहोत ख़ूब
व्वाह व्वाह आवाज और अंदाज का बेजोड मिलाप बंधू..
बहोत ही खूब…
Supab
Bahot achhe Rishabh ji…soulful voice and accent…keep it up…
Zaroor hamare azeez ko zaroor sunayenge!!
Rishab, you’ve have excellent voice, flawless efforts
Keep spreading sukun!
Best voice Rishabh jee…apka Andaz hum sabhi ko Pasand aya
Awesome Script n voice
#सुकुन