Mirza Ghalib Shayari In Hindi 2 Lines -3: Emotional Status

Mirza Ghalib Shayari In Hindi 2 Lines : आप जब भी मिर्जा गालिब जी की शायरी सुनते हो. तब आपको इस बात का एहसास होता है की शायरियों में कितनी ताकत होती है. मिर्जा गालिब जी अपनी हर एक शायरी में जैसे अपने ही दिल के किस्से सुनाते हैं.

और साथ ही Mirza Ghalib Shayari In Hindi 2 Lines समझने के लिए भी इतनी आसान होती है. जब भी कोई साधारण इंसान भी उन्हें एक बार पढ़ ले. तो उसे समझने में कोई दिक्कत नहीं होती है. और ऐसी गजब की शायरियां उन्हीं के हाथों से लिखी जा सकती है.

जिनको शायरियों और ग़ज़लों के बारे में इतना ज्ञान होता है. और ऐसा ज्ञान मिर्जा गालिब की को बचपन से ही था. और इसी वजह से वे मुगल सल्तनत के बादशाह के दरबार में भी शायर रह चुके थे. लेकिन जब मुगल साम्राज्य नेस्तनाबूद हुआ था. तब भी मिर्जा गालिब साधारण से लोगों के लिए भी अलग-अलग तरह की शायरियां लिखते थे.

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मिर्ज़ा गालिब साहब की इन इमोशनल शायरीओं को Santosh Salve इनकी आवाज में सुनकर उनके विचारों की गहराई का अंदाजा आएगा!

हम भी आज Emotional Status की मदद से आपको उनकी लिखी हुई बेहतरीन शायरियों से रूबरू करवाना चाहते हैं. हमें यकीन है कि आपको भी हमारी यह पेशकश बहुत पसंद आएगी. और आप भी इन सभी शायरियों को अपने दोस्तों के साथ साझा करना बिल्कुल ना भूलें.

Mirza Ghalib Shayari In Hindi

एक बार और देख कर आजाद कर दे मुझे
मैं अब भी तेरी पहली नजर की कैद में हूं..

ek bar aur dekhkar azad kar de mujhe
main ab bhi teri pahli najar ki kaid mein hoon..

आपको मिर्ज़ा गालिब जी की शायरी सुनकर अपने महबूब की याद ना आए ऐसा नहीं हो सकता. क्योंकि उनकी हर एक शायरी में वह कुछ ऐसा दर्द लिखते हैं. कि आपका दिल ही जैसे दहल जाता है. और आपको उनकी लिखावट पढ़कर उनके विचारों की गहराई जरूर पता चल जाएगी.

वो अपनी इस शायरी की मदद से किसी प्रेमी के दिल की बात बताना चाहते हैं. और प्रेमी अपने महबूब से कह रहा है कि वह उसे अपने नजरों से फिर एक बार देखे. क्योंकि उसने जब पहली बार उसकी प्यार की नजर को देखा था. तो आज तक वह उन्हीं नजरों की कैद में है. और वह उससे बाहर निकलना चाहता है. सचमुच कितनी प्यारी शायरी है ना दोस्तों?

इस कदर तोड़ा है मुझे उसकी बेवफाई ने गालिब
अब कोई अगर प्यार से भी देखें तो बिखर जाता हूं मैं..

is kadar toda hai mujhe uski bewafai ne ghalib
ab koi agar pyar se bhi dekhen to bikhar jata hun main..

Mirza Ghalib Shayari In Hindi 2 Lines की दर्द भरी दास्तान सुनकर आंखों में आंसू आएंगे. क्योंकि मिर्जा गालिब की इस दर्द भरी शायरी ने गम का माहौल बना दिया है.

Mirza Ghalib Shayari in Hindi
Mirza Ghalib Shayari in Hindi

क्योंकि जब से उस प्रेमी का दिल उसके महबूबा ने तोड़ दिया है. उसे आप किसी से दिल लगाने की कोई चाहत नहीं रही है. वह हर किसी प्यार की नजर से भी घबरा जाता है. और सभी हसीनाओं से जैसे दूर ही रहता है.

Mirza Ghalib Shayari In Hindi 2 Lines

इश्क वो नहीं जो तुझे मेरा कर दे..
इश्क वो है, जो तुझे किसी और का ना होने दें..!

ishq wo nahi jo tujhe mera kar de..
ishq vah hai jo tujhe kisi aur ka na hone de..!

दोस्तों मिर्जा गालिब साहब अपनी इस शायरी में प्यार की ताकत की बात बताते हैं. और इश्क का सच्चा मतलब समझाना चाहते हैं. वे कहना चाहती हैं कि मोहब्बत किसी से भी जोर जबरदस्ती से बिल्कुल नहीं की जाती है.

बल्कि मोहब्बत जब होती है. तब दिल में विश्वास का निर्माण होता है. और यही विश्वास दो प्यार करने वालों को बांधे रखता है. और इसीलिए वे एक दूसरे के सिवा किसी और के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं.

तुम मुझे कभी दिल, कभी आंखो से पुकारो ‘गालिब’
यह होठों का तकल्लुफ तो जमाने के लिए है..

tum mujhe kabhi dil, kabhi aankhon se pukaro ghalib
yah hothon ka takalluf to jamane ke liye hai..

Mirza Ghalib Shayari In Hindi 2 Lines की मदद से आपको अपने यार की यादें तड़पाएगी. क्योंकि कोई प्रेमी अपने महबूब की बस नजर की बात भी समझ सकता है. उसे उसके होठों से की गई बातों से कोई लेना देना नहीं होता है.

क्योंकि हो उसकी कातिल नजरों की जुबान पूरी तरह से समझ सकता है. और साथ ही उसके दिल पर लिखे हुई हर एक कलाम को पढ़ सकता है. और उसका मानना होता है कि जुबान से की गई बात सिर्फ दुनिया को बताने के लिए होती है. लेकिन आशिकों की सच्ची जुबान तो दिल और आंखें ही होती है.

Mirza Ghalib Shayari In Urdu

हमको मालूम है जन्नत की हकीकत लेकिन
दिल को खुश रखने को ग़ालिब यह ख्याल अच्छा है..

humko maloom hai jannat ki haqeeqat lekin
dil ko khush rakhne ko ghalib yah khayal achcha hai..

दोस्तों मिर्जा गालिब जी की इस शायरी की गहराइयों को जरूर समझ लीजिए. क्योंकि वह इस छोटी सी शायरी में पूरी जिंदगी की सच्चाई बताना चाहते हैं. यह कहना चाहते हैं कि मरने के बाद जो जन्नत हासिल होती है. उसकी सच्चाई उन्हें भी पता है. वे जानते हैं कि यह तो बस एक ख्याल होता है.

और इस खयाल की मदद से हम अपने दिल को कुछ पल के लिए सुकून जरूर दिला सकती है. लेकिन असल में किसी को जन्नत कैसी होती है, इसका कभी किसी को पता चला है क्या? इस पर आपका क्या विचार है हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं.

जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगा
कुरेदते हो जो अब राख, जुस्तजू क्या है..?

jala hai jism jahan dil bhi jal gaya hoga
kuredte ho jo ab rakh, justuju kya hai..?

Mirza Ghalib Shayari In Urdu की मदद से प्रेमी अपने दिल की आरजू बताना चाहता है. गालिब जी इस शायरी की मदद से कहना चाहते हैं कि जब पूरा शरीर ही जल चुका हो. तो दिल कहां से बाकी रहेगा.

वह तो शरीर के साथ साथ जरूर जल चुका होगा. लेकिन अगर कोई इंसान अपने दिल की पुरानी बातों को और भूली बिसरी यादों को बस सामने ला रहा हूं. इस वजह से दिल में दबी हुई बातों को ही उभर कर लता है. जिससे उसके दिल की तमन्ना का पता चल सकता है.

Mirza Ghalib Shayari

पूछते हैं वो कि गालिब कौन है?
कोई बतलाओ के हम बतलाएं क्या..?

puchte hai wo ki ghalib kaun hai?
koi batlao ke ham batlaye kya..?

दोस्तों दौर कोई भी हो लेकिन ग़ालिब साहब को कौन नहीं पहचानता है! लेकिन वे भी अपनी पहचान शायरी की मदद से बताना चाहते हैं. और इसी वजह से वह खुद ही अपनी शायरी में सवाल करते हैं.

अगर कोई उनके बारे में पूछेगा कि आखिर यह ग़ालिब कौन है? तो उनके पास भी शायद इस बात को कैसे बताएं इसका जवाब नहीं होगा. और यही बात वह अपनी शादी की मदद से बताना चाहते हैं. और यही तो खासियत होती है ऐसे बड़े शायरों की!

गालिब बुरा ना मान जो वाइज़ बुरा कहे
ऐसा भी कोई है की सब अच्छा कहे जिसे..

ghalib bura na man jo vaaij bura kahe
aisa bhi koi hai ki sab achcha kahe jise..

Mirza Ghalib Shayari की मदद से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए. क्योंकि आपने इसे शायरी की मदद से वे बताना चाहते हैं कि अगर कोई भी वाइज आपको बुरा कहें. तो उसकी बात का हमें बिल्कुल भी बुरा मानने की जरूरत नहीं है.

यहां पर वाइज का अर्थ कोई धार्मिक अथवा नैतिक उपदेश करने वाला व्यक्ति होता हैं. या फिर किसी बात की नसीहत देने वाले व्यक्ति को भी हम वाइज कह सकते हैं. लेकिन नहीं पता नहीं होगा कि दुनिया में पूरी तरह से अच्छा इंसान कोई भी नहीं होता है.

Mirza Ghalib Shayari Urdu

सरे राह जो उनसे नजर मिली, तो नक्श दिल के उभर गए
हम नज़र मिला कर झिझक गए, वो नजर झुका कर चले गए..

sare rah jo unse nazar mili, to naksh dil ke ubhar gaye..
ham najar milakar jijhak gaye, vah najar jhuka kar chale gaye..

जब किसी प्रेमी की नजर उसके महबूब की नजरों से मिलती है. तो उसके दिल में उसके लिए हमेशा प्यार ही पैदा होता है. और वह अपने दिल में नई आरजू को पाता है.

लेकिन जब वही उसका यार उसका दिल तोड़ जाता है. और जब उसकी नर्सरी उससे मिलती है. तब प्रेमी की आंखें जैसे झिझक कर रह जाती है. लेकिन उसका दिलबर उसकी आंखों से आंखें भी नहीं मिलाना चाहता है. और वह नजरें झुका कर वहां से चला जाता है.

जिनके पास सिक्के थे वह मज़े से भीगते रहे बारिश में
जिनकी जेब में नोट थे वह छत तलाशते रह गए..

jinke paas sikke the vah maje se maje se bhigte rah gaye barish mein,
jinki jeb me note the vah chhat talaashte rah gaye..

Mirza Ghalib Shayari in Urdu
Mirza Ghalib Shayari in Urdu

Mirza Ghalib Shayari Urdu की मदद से जिंदगी के उसूल की बात सीख सकते हैं. इस बेहतरीन शायरी में मिर्जा गालिब कहना चाहते हैं कि गरीब आदमी हमेशा सुखी रहता है. क्योंकि उसके पास ज्यादा पैसे नहीं होते हैं. तो वह आराम से सभी तरह की परिस्थितियों का आनंद ले सकता है.

लेकिन जो इंसान बहुत ज्यादा पैसे वाला होता है. वह किसी भी परिस्थिति में हमेशा डरा और सहमा हुआ सा ही रहता है. उसे हर वक्त अपनी जिंदगी और पैसों का डर लगा रहता है.


Mirza Ghalib Shayari In Hindi -2: Breakup Status
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4 thoughts on “Mirza Ghalib Shayari In Hindi 2 Lines -3: Emotional Status”

  1. क्या बात है..!! बहुत खूब!!
    मिर्ज़ा ग़ालिब जी की शायरीयां आप की आवाज में सून कर, दिल खुश हो गाया संतोष सर.. script भी बढिया !!
    शुभेच्छा!
    -कल्याणी

  2. मां..!
    मां के लिये..
    मां के तारिफ में..
    जितना भी लिखें कम ही है l
    बहुत उमदा शायरीयां और लाजवाब Script के साथ बहुत खूबसुरत पेशकश !! वृषाली मॅम..

    शुभेच्छा!
    – कल्याणी

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