fiza shayari : दोस्तों, जब हम खुली fiza में घूमने जाते हैं, तो हमें प्रकृति का एक उत्साहपूर्ण नजारा दिखाई देता है. मानो धरती जैसे हमारे मन को रोमांचित कर देने वाला अनुभव प्रदान करती है. फूलों की खुशबू हमें उनके तरफ खींचती है. इंद्रधनुष अपने रंगों की तरह हमें, अपने गुण बिखेरने को कहता है.
पंछियों की चहचहाहट हमें, उनकी तरह प्यार बाटने को कहती है. कुल मिलाकर fiza में बहुत ही आनंददायक वातावरण होता है. फिजा का मतलब तो आप जानते ही होंगे. fiza याने की प्रकृति, धरती पर छाई हुई बहार, या फिर खुली जमीन. फ़िज़ा का अर्थ ही हमारी धरती से जुड़ा होता है. और हम भी तो fiza से अलग कहां है. हमारे मन में भी यह फिज़ा, वातावरण के जैसी बहार उत्पन्न कर देती है.
जब आप अपने महबूब के साथ खुली फिजा में घूमने के लिए चल पड़े थे, तो आपके लिए धरती तो वही थी. रास्ता भी वही था, लेकिन आपके साथी की वजह से, आपके खुशनुमा हमसफर के वजह से, आपका पुराना रास्ता भी एक नई पहचान बना चुका था. आपकी मंजिल को भी एक नया राही मिल चला था. प्रकृति में, फिजाओं में एक अलग सी और नई खुशबू बिखेर चुकी थी.
आपको तो जैसे यह माहौल पहली बार इतना प्यार भरा लग रहा था. प्रकृति की इस fiza को देखने का आपका नजरिया ही बदल गया था. फ़िजा के इस बदलाव के कारण आपके मन को भी एक नया उत्साह मिल रहा था. और इस वजह से आपको ऐसा लग रहा था, मानो ये चीजें हमेशा यूं ही बनी रहे और आपका दिलबर आपसे यूं ही मोहब्बत करता रहे. ताकि आपको भी अपने यार पर और साथ ही साथ इस नई फिजा पर बस प्यार ही आए.. प्यार ही आए..
फिज़ा चाहे कितना भी बहला दे, आपका दिल तो यार पर ही आया है..
आप जब भी अकेले बैठे होते हो, तो आप फिजा का सच्चा अनुभव ले रहे होते हो. अगर आपके साथ आपका यार ना भी हो, तो यह फिजा आपका साथ हरदम निभाती है. वह तो आपको अपने यार की ही हर दम याद दिलाती रहती है. आप फ़िज़ा को देख कर ही तो अपने दिल के अरमानों को सजाते हो.
आपको ऐसे महसूस होता है, जैसे आपका दिलबर यहीं कहीं आपके पास बैठा हो. और आप उसके बालों को सहला रहे हो. उसका हाथ अपने हाथों में लेकर, उसे अपने प्यार का एहसास दिला रहे हो. उसकी आंखों में देखकर अपने प्यार का, अपनी चाहत का इजहार कर रहे हो. और आपका महबूब भी मुस्कुराते हुए, आंखें झुका कर, आपकी हर बात को, आपकी ही तरह महसूस कर रहा हो.
सच में, ऐसी खुली फिजा के सिवा आपके महबूब का एहसास और कहां होगा! एक तरह से फिजा आपके मन को बहका रही होती है. बहला रही होती है. लेकिन आपका दिल तो बस एक ही बात पर आया है. और वह है आपका सनम.. आपका यार.. आपका हमसफर.. आपका दिल हमेशा बस उन्हीं के प्यार में धड़कता रहता है. और उनको ही महसूस करता रहता है.
ये इशारा आपका है, या हम पर असर इन फिजाओं का है..
आप जब भी अपने आप से, कोई बात करते हैं तो आप जैसे अपने यार की यादों से ही बोलते रहते हैं. आपको हर दम उनकी आगोश में होने का ही एहसास होता रहता है. लेकिन आप जब से इस फ़िजा में घूमने लगे हो, तो आपके लफ्ज़ मानो जैसे खामोश से हो गए है.
आप होठों से अपनी दास्तां बयां करने के बजाए इस फिजा को देख कर ही अपना जी बहला ले रहे हो. आप बस यही सोच रहे हो, अगर आपका दिलबर आपके सामने आ जाए, तो आपका इस खुली फ़िज़ा में भी क्या हाल होगा. आपको तो मानो ऐसा लगेगा जैसे, आपके अल्फाज ही कहीं गुम हो गए हो. आप तो बस खुदा से एक ही दुआ करते हो कि, जब आपका यार आपके सामने आ जाए, तो खुदा इस फिजा की खैर करें.
क्योंकि जब वह आपके सामने होगी तो फिजा का भी कुछ असर कम हो जाएगा. आपके अल्फाज मानो जैसे उनके धड़कन में ही बंद हो जाएंगे. आपकी होंठ जैसे सिल जाएंगे. खुली फिज़ा में उनका महका हुआ रूप देखकर आप खुद को संभाल नहीं पाओगे. और फिर आपको कुछ पल के लिए ऐसा लगेगा मानो, जैसे ये असर आपके महबूब का है. या इस फिजा का है. क्या यह इशारा आपके महबूब ने किया है. या फिर इस फिज़ा की वजह से आप में यह बदलाव आया है.
उनके एक इशारे से, आपके दिल की फिज़ा रंगीन हो जाती है..
आपके दिलबर के लिए आप अपने दिल की फिजा भी बदल चुके हो. आपके दिल में आप महफिल सजा कर बैठे हो. आपको अब बस उनके आने का ही इंतजार है. आप उन्हें कुछ इस तरह याद कर रहे हो, जैसे वह कब आएंगे और आपकी इस हसीन फिजा-ए-महफ़िल में उनके आने से चार चांद कब लग जाएंगे.
अब तो बस उन्हीं के दीदार से ही आप की महफिल रंगीन हो जाएगी. आपके दिल की फ़िजा अब कुछ बेरंग हो चुकी है. उसमें अब बस आपके महबूब की शिरकत से ही रंग भर सकते हैं. जब आप की आंखें, आपके महबूब से रूबरू हो जाती है, तो आप दोनों की नज़रें इशारों के कातिलाना खेल खेलती नजर आती है. आपको और आपके महबूब को लबों से बात करने की जरूरत भी नहीं होती.
आप दोनों की आंखें नजरों से ही आपके दिल की दास्तान बयां कर देती है. उनके थरथराते हुए लबों से जब एक लफ्ज़ भी निकलता है, तो फिजा मानो जैसे फिर से एक बार जवां हो उठती है. आपके दिल का माहौल जैसे फिरसे रंगीन हो जाता है.
हमें यकीन है कि, हमारी इन रोमांटिक लव शायरियों की मदद से आप अपने दिल का माहौल फिर से एक बार हसीन और रंगीन करने में जरूर कामयाब होंगे..
यह रोमांटिक शायरियां Mr. Nilesh Saraf (Nillu) इनकी आवाज़ में सुनकर 🎧 आप फिजाओं में एक नई बहार जरूर महसूस करेंगेे ! ▶ PLAY NOW ▶
shayari on fiza | फिजा पर शायरी
यह फिजाएं हमारे
मन को बहला रही है
पर हमारा दिल आपकी
चाहत में धड़क रहा है
yeh fizayen hamare
man ko behla rahi hai..
per hamara dil aap ki
chahat mein dhadak raha hai..

fiza love shayari status | fiza whatsapp shayari status
हमारे अल्फाजों को जैसे
आपकी धड़कनों ने कैद किया..
ये असर इस फिज़ा का है..
या आपने कुछ इशारा किया..?
hamare alfazon ko jaise
aapki dhadkanon
ne kaid kiya..
ye asar is fiza ka hai
ya aapne kuchh ishara kiya..?
fiza par hindi shayari | fiza urdu shayari
इशारों की महफ़िल
कबसे सजके बैठी है..
आपके एक लफ्ज़ से
फिज़ा रंगीन हो चुकी है..
ishaaron ki mahfil
kab se sajke baithi hai..
aapke ek lafz se fiza
rangeen ho chuki hai…

हमारी इन रोमांटिक और love shayri को सुनकर, आपके दिल की फिजा में एक नई बहार आई हो, तो नीचे कमेंट बॉक्स में comment करते हुए हमें जरूर सूचित कीजिएगा दोस्तों.
फेसबुक पर शायरी के अपडेट्स पाने के लिए इस 👉🏼शायरी सुकून पेज को Like 👍🏼 जरूर करें.
बेहतरीन लव शायरियां देखने और सुनने की तमन्ना हैं? तो यहाँ 👉🏼Love Shayari 🥰 पर क्लिक करें.
इसी तरह से आप हमारे Telegram channel को भी join कर सकते हैं, ताकि आपको रोज नायाब शायरियां मिल सकें. इसके लिए अपने Telegram में सर्च करें शायरी सुकून या @shayarisukun और हमारे चैनल को तुरंत join करें. 24 घंटो के भीतर आपकी सेवा चालू होगी.
