Eid Shayari: As you celebrate Eid, your heart fills with happiness and feelings of warmth in unexpected moments. Share these feelings with friends, family and community with Eid Shayari.
दोस्तों Shayari on Eid Mubarak की मदद से आप अपनी ईद को और खास बना सकते है. ईद सबको पसंद है. उस दिन शीर खुरमा जो होता है. सब नए कपड़े पहन कर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं. ईद के दिन सभी लोग बहुत ज्यादा खुश होते हैं. सभी रिश्तेदार एक साथ मिलकर ईद मनाते हैं. एक दूसरे के घर जाते हैं. यह बहुत ही अच्छी बात होती है.
दोस्तों देखा जाए तो हर त्योहार खुशी का त्योहार होता है. ईद भी उन्हीं में से एक है. Eid Shayari आपके लिए ख़ास पेशकश है. ईद का चांद बहुत ही सुंदर दिखता है. उसे देखकर ईद मनाई जाती है.
कितना खास पल होता है वह सभी के लिए. ईद का चांद देखना महबूब को देखने के बराबर है.बहुत सारे आशिक चांद में अपना महबूब देखते हैं. जो अपने महबूब से दूर है वह चांद को देखकर अपनी ईद मनाते हैं.
औरतों को खुदा की अमानत बताया किस ने जिहालत का चिराग ज़माने में बुझाया किस ने.. भटक रही थी दर बदर इंसानियत जहान में बेकरार बंदों को अपने खुदा से मिलाया किस ने.. -Moeen
auraton ko khuda ki amanat bataya kisne
jihalat ka chirag jamane mein bujhaya kisne..
bhatak rahi thi dar badar insaaniyat jahan mein
bekarar bandon ko apne khuda se milaya kisne..
Eid Shayari in Hindi
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1) खुदा फरमान है हम सबका मुर्शीद.. आप सभी को मुबारक हो ये ईद.. मुर्शिद : गुरु, पथप्रदर्शक -Sagar
khuda farman hai ham sabka murshid..
aap sabhi ko mubarak ho ye eid..
पत्थरों ने भी हैं आक़ा कलमा पढ़ा तेरा ऊँची तेरी शान हैं, दरबार हैं बड़ा तेरा.. आते हैं शाह तेरी चौखट पर फ़क़ीरों की तरह नज़र झुकाए दरबार में गुलाम हैं खड़ा तेरा.. -Moeen
pattharon ne bhi hai aaka kalma padha tera
unchi teri shaan hai, darbar hai bada tera..
aate hain shah teri chaukhat per faqiron ki tarah
najar jhukaye darbar mein gulam hai khada tera..
2) हम सबके जीवन में आज खुशियों की सौगात आई.. ईद के त्योहार पर देता हूं आपको ढ़ेर सारी बधाई.. -Smita
ham sabke jivan mein aaj
khushiyon ki saugat aayi..
eid ke tyohar per deta hun
aapko dher sari badhai..
3) सदा हंसते रहो तुम क्योंकि आया हैं ईद का मौसम.. भुला दो इस चांद में आप अपने सभी गम.. -Vrushali
sada haste raho tum
kyunki aaya hai eid ka mausam..
bhula do is chand mein
aap apne sabhi gam..
आस फ़क़त हैं तेरी चौखट से लगी हुई करम हैं तेरा बात हैं अब तक बनी हुई.. तेरी आमद का सदका लुटाता हैं खुदा दो बूंदें इधर भी, झोली हैं फैली हुई.. -Moeen
aas fakat hai teri chokhat se lagi hui
karam hai tera baat hai ab tak bani hui..
teri aamad ka sadka lutata hai khuda
do bunde idhar bhi, jholi hai faili hui..
अल्लाह करें पूरी, मांगे दिल जो दुहाईयां.. सभी को ईद ए मिलाद की ढ़ेरों बधाइयां..! ईद ए मिलाद की मुबारकबाद! -Santosh
allah kare puri, mange dil jo duhaiyan..
sabhi ko eid a milad ki dheron badhaiyan..
4) छोटे बच्चों के साथ-साथ बड़े भी अड़े है जिद पर.. आओ हम सभी एक दूजे के खुशी की दुआ मांगे ईद पर.. -Neha
chhote bacchon ke sath sath
bade bhi ade hai jidd per..
aao ham sabhi ek duje ke
khushi ki dua mange eid per..
5) मुबारक हो आपको अपनी ये ईद.. कुबूल होगी सबकी, मत रहो नाउम्मीद.. -Sagar
mubarak ho aapko apni ye eid..
qubool hogi sabki, mat raho naummid..
काम आ जाए तुम्हारी याद में तड़पना आक़ा मेरा भी नाम अपने गुलामों में लिखवाना आक़ा.. चूमता फिरू मैं तैबा की हर राहगुज़र को मुझ फ़क़ीर की महशर में लाज रखना आक़ा.. -Moeen
kam aa jaaye tumhari yad mein tadapna aaka
mera bhi naam apne gulamo mein likhwana aaka..
choomta phiru main taibaa ki har rahgujar ko
mujh fakir ki mahshar mein laaj rakhna aaka..
ईद ए मिलाद-उन-नबी की सभी को ढेरों शुभकामनाएं.. इस पाक मौके पर पूरी करें अल्लाह तअाला सारी तमन्नायें.. Eid A Milad Mubarak! -Santosh
eid a milad un nabi ki
sabhi ko dheron shubhkamnaen..
is paak mauke per puri karen
allah tala sari tamannaye..
6) हर तरफ खुशहाली छाएं, आप हमेशा सफलता पाएं.. ईद पर देता हूं मैं आपको ढेर सारी शुभकामनाएं.. -Santosh
har taraf khushhali chhaye,
aap hamesha safalta paaye..
eid par deta hun main aapko
dher sari shubhkamnayen..
दरबार में खुदा के हमेशा, बढ़ती रहें दुआओं की आमदनी.. मिलो गले लगा कर सभी से, हो जाए खत्म हर एक दुश्मनी.. -Santosh
darbar mein khuda ke hamesha
badhati rahe duaon ki aamdani..
milo gale laga kar sabhi se
ho jaaye khatm har ek dushmani..
खुशियों की हो बरसात ग़म सारे दूर भाग जाए.. भूल कर सारे शिकवे आओ, ईद पर गले लग जाए.. ईद ए मिलाद उन नबी मुबारक! -Santosh
khushiyon ki ho barsaat
gam sare dur bhag jaaye..
bhul kar sare shikwe aao,
eid par gale lag jaaye..
ज़माने में हैं नाफीज़ तेरा फरमान आज तक किसी की ना हुई तेरी तरह शान आज तक.. तेरी आमद से जो लरज़ उठे थे कभी उन में ना आ सकी आक़ा जान आज तक.. -Moeen
zamane mein hai nafees tera farman aaj tak
kisi ki na hui teri tarah shaan aaj tak..
teri aamad se jo laraj uthe the kabhi
unme na aa saki aaka jaan aaj tak..
7) दुआ करते हैं खुदा से हम ईद के चांद में हमें कोई ऐसा मिल जाएं.. खुशियों की सौगात के साथ हमें अपना प्यारा हमसफ़र मिल जाएं.. -Vrushali
dua karte hain khuda se ham eid ke
chand mein hamen koi aisa mil jaaye..
khushiyon ki saugat ke sath hamen
apna pyara humsafar mil jaaye..
अर्श पर बैठे मौला की इबादत करता हूं मैं.. ईद की खुशी में रसूल को याद करता हूं मैं.. -Santosh
arsh par baithe maula ki ibadat karta hun mai..
eid ki khushi mein rasool ko yad karta hun main..
सूरज को रोशनी मुबारक सितारों को चांद मुबारक.. हमारी तरफ से आप को तहे दिल से ईद मुबारक.. Eid A Milad Un Nabi Mubarak Ho! -Santosh
suraj ko roshni mubarak
sitaron ko chand mubarak..
hamari taraf se aapko
tahe dil se eid mubarak..
अब ईद का चाँद नज़र आए तो क्या
बहारें साथ अपने खुशीयाँ लाए तो क्या
जिस के दिदार से होती थी ईद अपनी
वो छोड़ गया… अब ईद आए तो क्या
Moeen
Ab Eid ka Chand najar aaye to kya
Baharen Saath Apne khushiyan le aaye to kya
Jiske Deedar se Hoti thi Eid apni
Vah chhod gaya ab Eid aaye to kya
Eid Shayari में यह बताया गया है की, दोस्तों हम कोई भी त्योहार अपनों के साथ मनाते हैं. अपनों के अलावा कोई त्योहार मनाना हमें अच्छा नहीं लगता. जिसके साथ हम त्यौहार मनाते हैं वहीं अगर हमें छोड़कर चला जाए तो त्यौहार आने से खुशियां नहीं आती. हम ईद तभी मनाते हैं जब घर में खुशियां हो.
ज़माने को ईद के चाँद का इंतज़ार हैं
कैसी उदास ये चाँद रात की बहार हैं
वो खुश हैं गैरों संग चाँद देख कर
बिछड़ने वाले से अब भी मुझे प्यार हैं
Moeen
Jamane Ko Eid ke Chand ka intezar hai
Kaisi udas ye chand raat ki bahar hai
Vah khush hai gairon sang Chand dekh kar
Bichadne wale se ab bhi Mujhe pyar hai
Eid Shayari की मदत से आप समझोगे की, हमारे घर में दुख हो तो जमाना दुखी नहीं होता. कोई हमें छोड़कर चला जाए तो कोई और क्यों नाराज होगा. बाकी सब लोग तो ईद के चांद का इंतजार करते हैं और ईद भी मनाते हैं. हम अपनों को गैरों के संग खुश देख कर अपनी ईद मना लेते हैं. अपनों के बिछड़ जाने के बाद उनसे प्यार करते हैं.
Eid Shayari Image
Eid Shayari for Lovers
8) दुआ है सारी तमन्नाए हो पूरी अल्लाह के बंदों की.. मुबारकबाद देते हैं हम सभी को इस ईद की.. -Neha
dua hai sari tamannayen ho
puri allah ke bandon ki..
mubarakbaad dete hain ham
sabhi ko is eid ki..
9) चांद को देखकर मनाते है ईद.. खुदा की रहमत है बड़ी फरीद.. फरीद: यूनीक -Sagar
chand ko dekhkar manate hain eid..
khuda ki rehmat hai badi fareed..
10) दुआ करता हूं यह साल आपके लिए समृद्ध हो.. खुशहाली छाए जिंदगी में जो भी मनाता ईद हो.. -Smita
dua karta hun yah saal
aapke liye samriddh ho..
khushhali chhaye jindagi mein
jo bhi manata eid ho..
कौन मक्का की सर ज़मीन पर शाह आया जिस ने ज़माने को हैं पैगामे हक़ सुनाया.. तेरी आमद से हुए रौशन महल शाम के तेरे कदमों में बातील खुदाओं ने सर झुकाया.. -Moeen
kaun mecca ki sar zameen par shah aaya
jisne jamane ko hai paigam a haq sunaya..
teri aamad se huye roshan mahal sham ke
tere kadmon mein baatil khudaon ne sar jhukaya..
11) मिलकर मनाते हैं हम ईद और दीवाली.. यारों, आओ मिलकर गाते हैं हम कव्वाली.. -Vrushali
milkar manate hain
ham eid aur diwali..
yaaron, aao milkar
gaate hain ham kavvali..
मौला, हमें सच्ची राह चलने की हिम्मत अता करें.. ताकि जिंदगी में ईमानदारी की हम कीमत पता करें.. -Santosh
maula, hamen sacchi raah chalne ki
himmat ata karen..
taaki jindagi mein imandari ki
ham kimat pata karen..
दमे आखिर आका सामने मेरे तुम आ जाना मुक़द्दस लबों से अपने कलमा मुझे पढ़ा जाना.. तुम्हारी आमद से छटी थी बदलीयाँ ज़ुल्म की ज़माने को ज़रूरत हैं फिर राह दिखा जाना.. -Moeen
dame aakhir aaka samne mere tum aa jana
muqaddas labon se apne kalma mujhe padha jana..
tumhari aamad se chhati thi badliya zulm ki
zamane ko jarurat hai fir raah dikha jana..
12) अपने दिल के विचार रखना सभी सीध में.. तमन्ना आपकी ना रहेगी अधूरी ईद में.. सीध : शरीफ़, सरल -Neha
apne dil ke vichar
rakhna sabhi sidh mein..
tamanna aapki na
rahegi adhuri eid mein..
13) चाहें बच्चे हो या फिर हो राशिद.. सब मिलकर मनाते है प्यारी ईद.. राशिद: एडल्ट -Sagar
chahe bacche ho ya fir ho raashid..
sab milkar manate hain pyari eid..
तेरी आमद के नारों से गूंजता ज़माना हैं शाह गाते बन कर फ़क़ीर तेरा तराना हैं.. मुझ गुनाहगार को छुपा लो कमली में डरता हुँ मैं, खुदा को मुँह दिखाना हैं.. -Moeen
teri aamad ke naro se gunjta jamana hai
shah gaate bankar fakir tera tarana hai..
mujh gunagaar ko chhupa lo kamli mein
darta hun main, khuda ko muh dikhana hai..
करो इबादत खुदा की, दूर हो जाते सारे वहम.. खुश है जिंदगी में हम, मेरे रसूल का है करम.. हैप्पी ईद ए मिलाद..! -Santosh
karu ibadat khuda ki,
dur ho jaate sare vaham..
khush hai jindagi mein ham,
mere rasool ka hai karam..
14) ईद का चांद जब दिख जाएगा.. खुशियों का रास्ता खुल जाएगा.. -Santosh
eid ka chand jab dikh jayega..
khushiyon ka rasta khul jayega..
ईद का चाँद उसे कुछ याद दिलाता होगा
रात के पिछले पहेर मेरा पैगाम सुनाता होगा
शोहरत मिली तेरे हुस्न को मेरी गज़लों से
वो तन्हाई में मेरी गज़ले गुनगुनाता होगा
Moeen
Eid ka Chand use kuchh yad dilata hoga
Raat ke pichle pehar Mera paigam sunata hoga
Shohrat Mili tere husn ko meri gazalon se
Voh tanhai mein meri gazale gungunata hoga
दोस्तों हम अपने महबूब के साथ बिताया हुआ हर पल याद रखते हैं. जैसे हमें कई बातें बीते हुए पलों की याद दिलाती है वैसे ही उसे भी कई बातें हमारी याद दिला ती होंगी.
Eid Shayari में कुछ इस प्रकार से बताया गया है की, जब हमने साथ में ईद का चांद दिखा तो आज वही ईद का चांद उसे हमारी याद दिलाता होगा. जब वह अकेला होता होगा तो हमारी लिखी गजल भी गुनगुनाता होगा. क्योंकि वह सारी गजलें हमने उसी के हुस्न की तारीफ में लिखी थी.
इस ईद तेरे आशिक फिर तुझे याद करेंगे
तेरे लौटने की रो रो कर फरियाद करेंगे
कभी होती थी ईद उस के दिदार से
किसे खबर थी वो मुझे यूँ बरबाद करेंगे
Moeen
Is Eid tere Aashiq fir tujhe yad karenge
Tere Lautane ki ro ro kar fariyad karenge
Kabhi hoti thi Eid us ke Deedar se
Kise khabar thi vah Mujhe Jo barbad karenge
Eid Shayari को पढ़कर आपको महसूस होगा की, आशिक अपने महबूब का इंतजार हमेशा करता है. त्योहार के दिन तभी उसे देखने का मौका मिलता था हमें इसलिए हम हर रोज ईद का भी इंतजार करते हैं. ताकि ईद के चांद के साथ-सथ हमें अपने महबूब का भी दीदार हो. चांद में अक्सर हम अपना खोया हुआ महबूब देखने की कोशिश करते हैं..
Shayari for Eid
15) ईद के चांद उन तक हमारा सलाम पहुंचा देना.. अपनी रौशनी के साथ ज़रा हमारी मोहब्ब्त भी देना.. -Vrushali
eid ke chand un tak
hamara salam pahuncha dena..
apni roshni ke sath
jara hamari mohabbat bhi dena..
16) जब भी कभी देखूं ये ईद का रोशन चांद मैं.. या अल्लाह, तेरा ही खयाल आता इस दिल में.. -Smita
jab bhi kabhi dekhun ye
eid ka roshan chand main..
ya allah, tera hi
khayal aata is dil mein..
ज़ुल्मों सितम को हम ज़माने से मिटा देंगे पैगाम अमन का सारे जहाँ को सुना देंगे.. तेरे कदमों की धूल पर कुरबान मेरा वजूद ये माल क्या चीज़ हैं आक़ा, हम जान लुटा देंगे.. -Moeen
zulm o sitam ko hum zamane se mita denge
paigam aman ka sare jahan ko suna denge..
tere kadmon ki dhul per kurban mera vajud
yah mal kya chij hai aaka, ham jaan luta denge..
17) अल्लाह को पुकारता है साजिद.. मिले सबको ख़ुशियाँ इस ईद.. साजिद: the one who worships god -Sagar
allah ko pukarta hai saajid..
mile sabko khushiyan is eid..
18) नमाज़ अदा करने जाता हूं मैं मस्जिद.. प्यार से मिलकर मनाएंगे हम ये ईद.. -Santosh
namaz ada karne
jata hun main masjid..
pyar se milkar
manayenge ham ye eid..
19) मुबारक हो आपको ये खुशियां सारी.. ईद के दिन मिल जाएं आपको दुआएं प्यारी.. -Vrushali
mubarak ho aapko
ye khushiyan sari..
eid ke din mil jaaye
aapko duaayen pyari..
कौन हैं इस शान से रसूल आने वाला फरमान खुदा का कायनात को सुनाने वाला.. अक़सा तकती हैं आज तलक रस्ता तेरा वो शाह, फ़क़ीरों को सीने से लगाने वाला.. -Moeen
kaun hai is shan se rasul aane wala
farman khuda ka kaynat ko sunane wala..
aksa takti hai aaj talak rasta tera
vah shah, faqiron ko sine se lagane wala..
20) मेरे दिल में मुकम्मल है प्यार तुम्हारा.. ईद के चांद सा चेहरा है रोशन तुम्हारा.. -Neha
mere dil mein mukammal
hai pyar tumhara..
eid ke chand sa chehra
hai roshan tumhara..
21) तू ही मेरा चांद सनम, तू ही मेरी मांगी हुई दुआ.. तेरे सिवा मेरा कोई भी ख्याल कभी पुरा ना हुआ.. -Santosh
tu hi mera chand sanam,
tu hi meri mangi hui dua..
tere siva mera koi bhi
khyal kabhi pura na hua..
अजीब आशिक हैं खुदा को दुखड़ा सुनाता हैं
ईद की खबर सुन कर आँसू बहाता हैं
कहता था जो सारे ज़माने को ईद मुबारक
अब मोहरम की तरह वो ईद मनाता हैं
Moeen
Ajeeb Aashiq hai khuda Ko dukhda sunata hai
Eid ki khabar sunkar Aansu Bahata hai
Kahata tha Jo sare jamane Ko Eid Mubarak
Ab mohharam ki tarah vah Eid manata hai
दोस्तों जब हम नाराज हो जाते हैं जब अकेले पड़ जाते हैं तो खुदा को याद करते हैं. उसे अपनी दुख भरी कहानी सुनाते हैं. कोई त्यौहार भी आए तो उसे ख़ुशी नहीं होती. वह त्यौहार के दिन भी आंसू बहाता है.
एक आशिक जब अपने महबूब को खो देता है तो उसका यही हाल होता है. वह सब कुछ भूल कर बस उसी की याद में खो जाता है. Eid Shayari यही बात आपको इस शायरी की मदत से समझने में आसानी होगी,
ईद की सुबह हो और तू लौट आए
खुदा मुझे ज़िंदगी में वो दिन भी दिखाए
अब लौट आ तेरे सिवा कुछ नहीं भाता
ये ईद भी ना गुज़र जाए बिन मुस्कुराए
Moeen
Eid ki subah ho aur tu Laut aaye
Khuda Mujhe jindagi mein vah din bhi dikhayen
Ab Laut aa tere Siva kuchh nahin Bhata
Ye Eid bhi na gujar jaye bin muskuraye
Eid Shayari में यह बताया गया है की, दोस्तों ईद की होती है हमारा बिछड़ा हुआ महबूब लौट आए तो हमें कितना सुकून मिलेगा. खुदा ईद के दिन हमें तो फिर मैं हमारा बिछड़ा हुआ महबूब दे दे. ताकि इस साल की ईद पर हम मुस्कुरा सके.
Shayari for Eid Mubarak
Eid Shayari को पढ़कर आपको महसूस होगा की, नहीं तो यह ईद भी बिना मुस्कुराए ही गुजर जाएगी.दोस्तों हम त्योहार के दिन अपनों का इंतजार करते हैं. अपनों के बिना खुशियां नहीं होती.त्योहार कितना भी बड़ा क्यों ना हो उसमें अपने नहीं होंगे तो क्या मजा. हम उसे खुशी-खुशी नहीं मना सकते.
22) मोहब्बत है मुझे तुमसे आखरी खयालात की तरह.. मेरे दिल में बस गई हो तुम ईद के चांद की तरह.. -Neha
mohabbat hai mujhe tumse
aakhri khayalat ki tarah..
mere dil mein bus gai ho
tum eid ke chand ki tarah..
23) मेरे यार का बस एक बार दीद हो जाए.. ख़ुदा कसम, खुशहाल मेरी ईद हो जाए..! दीद : देखना, दर्शन -Santosh
mere yaar ka bus ek
bar deed ho jaaye..
khuda kasam, kushhal
meri eid ho jaaye..!
24) वादा है मेरा तुम ही रहोगे साथ उम्र भर.. मनाएंगे इस बार ईद हम दोनों मिलकर.. -Smita
vaada hai mera tum hi
rahoge sath umra bhar..
manayenge is bar
eid ham donon milkar..
25) मेरे दिल में रखकर हमेशा के लिए जानम, सिर्फ तुम्हारा बनना चाहूं.. ईद के इस पाक मौके पर मैं तुमसे मुलाकात करना चाहूं.. -Santosh
mere dil mein rakhkar hamesha ke liye
janam, sirf tumhara banna chahun..
eid ke is paak mauke per main
tumse mulaqat karna chahun..
26) दिल की हसरत मेरी दुआओं में नजर आई है.. इस ईद के चांद में भी ख़ुदा, तेरी सूरत समाई है.. -Neha
dil ki hasrat meri
duaon mein najar aayi hai..
is eid ke chand mein bhi
khuda, teri surat samayi hai..
27) मेरे महबूब की अदाओं का नज़ारा बड़ा तीखा लगे.. उसके रोशन चेहरे के सामने ईद का चांद भी फीका लगे..! -Santosh
mere mehboob ki adaon ka
najara bada teekha lage..
uske roshan chehre ke samne
eid ka chand bhi fika lage..!
28) महबूब से करते जो सच्चा प्यार, उन्हें अपना यार मुबारक.. जिनके साथ अपना यार ना हो, उन्हें भी ये ईद मुबारक..! -Neha
mehboob se karte jo sachha pyar,
unhen apna yaar mubarak..
jinke sath apna yaar na ho,
unhen bhi ye eid mubarak..!
हम ना होंगे तो हमारी याद सताएगी
हवाएँ मेरे होने का तुझे अहसास दिलाएगी
लौट आ छोड़ कर जाने वाले इस बार
वरना ये ईद भी उदास गुज़र जाएगी
Moeen
Ham Na honge to hamari yad satayegi
Hawaye mere hone ka tujhe ehsas dilayegi
Laut aa chhodkar jaane wale is bar
Varna ye Eid bhi udaas Gujar jayegi
दोस्तों, कोई हमें प्यार करें और हम उसके साथ ना हो तो उसे हमारी याद सताती है. हर चीज उसे हमारे होने का एहसास दिलाती है. हम दुआ करेंगे कि कम से कम आज के इस ईद के मौके पर तो वह लौट आए. ताकि यह ईद हमारी खुशी से भर जाए. ईद खुशी का त्योहार है. लेकिन अपनों के बिना खुशियां नहीं होती.
वो ईद पर मुझे अपनी मेहंदी दिखाती थी
उस की नज़रें मुझ से कुछ छुपाती थी
वो लड़की अपनी शादी में खूब रोई थी
जो मंदिर में मेरे लिए दीप जलाती थी
Moeen
Vo Eid per Mujhe Apni Mehandi dikhati thi
Uski nazre mujhse kuchh chupati thi
Vo ladki apni shaadi mein khoob roi thi
Jo Mandir mein mere liye deep jalati thi
दोस्तों अपने महबूब के हाथों पर लगी मेहंदी देखना तो बहुत खूबसूरत पल होता है. लेकिन वह मेहंदी जब किसी और के नाम की हो तो वहीं पल सबसे दुख भरा पल होता है. हमारी शादी यदि हमारे महबूब के अलावा किसी और से हो जाए तो हम कभी खुश नहीं रह सकते.
Eid Shayari की मदत से आप समझोगे की, जो लड़की हमें अपनी जिंदगी मानती हो वह किसी और से शादी करे तो भला वह खुश कैसे रह सकती है. जिस की सलामती के लिए हम मंदिर में दुआ मांगते हैं वही हमारे साथ में नहीं रहता.
Shayari on Eid Mubarak
29) बस एक ही है हसरत, हर रात में ईद का नज़ारा दिखे.. दुआ है मेरी, हमेशा मुझे यार का चेहरा प्यारा दिखे.. -Smita
bus ek hi hai hasrat, har
raat mein eid ka najara dikhe..
dua hai meri, hamesha mujhe
yaar ka chehra pyara dikhe..
30) ईद के चांद का दीदार हमेशा इस दिल में रखना चाहूंगा.. मेरे दिलबर की एक झलक ख्वाबों में देखना चाहूंगा.. -Santosh
eid ke chand ka deedar hamesha
is dil mein rakhna chahunga..
mere dilbar ki ek jhalak
khwabon mein dekhna chahunga..
31) एहसानमंद रहूंगा, मेरे मन में कोई हसरत ना अधूरी रखना.. मेरे खुदा, मेरे अपनों की सारी तमन्नाएं ईद पर पूरी करना.. -Neha
ehsanmand rahunga, mere man mein
koi hasrat na adhuri rakhna..
mere khuda, mere apnon ki sari
tamannayen eid per puri karna..
32) आंखों में जान उतारी है तेरे एक दीद के लिए.. मिलने के अरमान पाले हैं हमने इस ईद के लिए.. -Smita
aankhon mein jaan utari hai
tere ek deed ke liye..
milne ke armaan paale hain
humne is eid ke liye..
33) ईद के चांद का आज दीदार हो जाए.. नजरों का यह मंजर पूरा हो जाए... -Santosh
eid ke chand ka aaj deedar ho jaaye..
najron ka yah manzar pura ho jaaye..
34) खुदा के दरबार जाकर उसे करीब से देख आए.. चलो यारों, हम मिलकर इस ईद का जश्न मनाए.. -Neha
khuda ke darbar jakar
use kareeb se dekh aayen..
chalo yaro, ham milkar
is eid ka jashn manaye..
35) जिंदगी में रहो हंसते खिलखिलाते आप, खुशहाल ये सारा मौसम रहे.. दुआ है हमारी, किस्मत आपकी ईद के चांद की तरह रोशन रहे.. -Smita
jindagi mein raho hanste khilkhilate
aap, khushhal ye saara mausam rahe..
dua hai hamari, kismat aapki
eid ke chand ki tarah roshan rahe..
36) या खुदा, इस जहां में उसके जैसा कोई नहीं है.. इतना हसीन और खूबसूरत तो ईद का चांद भी नहीं है.. -Neha
ya khuda, is jahan mein
uske jaisa koi nahin hai..
itna hasin aur khubsurat to
eid ka chand bhi nahin hai..
तेरे बाद ना फिर किसी से प्यार हुआ
करार तुझे मिला और मुकद्दर मेरा इंतज़ार हुआ
ज़माने वाले मुझे ना कहे अब ईद मुबारक
ईद उन्हें मुबारक हो जिन्हें तेरा दिदार हुआ
Moeen
Tere baad na fir kisi se pyar hua
Karar tujhe Mila aur mukaddar Mera intezar hua
Jamane wale Mujhe Na kahe ab Eid Mubarak
Eid unhen Mubarak ho jinhe Tera Deedar hua
दोस्तों जिंदगी में प्यार एक ही बार होता है. यू कहो एक ही इंसान से होता है. हम कभी भी एक इंसान को भूल कर दूसरे इंसान से प्यार नहीं कर सकते. हमें किसी और से लगाओ ह सकता है लेकिन प्यार नहीं हो सकता.
नबी की याद में सुबह शाम मैं इबादत करने लगा.. ईद ए मिलाद उन नबी की मुबारकबाद सबको देने लगा.. Happy Eid a Milad Un Nabi..! -Santosh
nabi ki yaad me subah sham
mai ibadat karne laga..
eid a milad un nabi ki
mubarak baad sabko dene laga..
या खुदा, बख्श मुझ पर भी तेरी इनायत.. ताकि भूलूं ना कभी मैं तेरी पाक इबादत.. -Santosh
ya khuda, baksh mujh par bhi teri inayat..
taki bhulu na kabhi main teri pak ibadat..
हमारी याद में हमारा प्यार हमेशा रहता है. उम्र भर हम उस इंसान का इंतजार कर सकते हैं जिस इंसान से हमने प्यार किया है. हमारा महबूब जिसकी किस्मत में लिखा हो उसका तो हर दिन ईद मनाने जैसा होगा. Eid Shayari यही बात आपको इस शायरी की मदत से समझने में आसानी होगी,
ईद का चाँद साथ अपने गम लाता हैं
चाँद रात कोई दर्द रात भर मुस्कुराता हैं
तेरी मेहंदी की महक हैं अब तक फिज़ा में
ईद का पैगाम तुझ बिन बहोत रुलाता हैं
Moeen
Eid ka Chand sath Apne gam Lata hai
Chand raat koi Dard raat bhar muskurata hai
Teri Mehandi ki mahak hain ab tak fiza mein
Eid ka paigam tujh bin bahut rulata hai
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Conclusion
दोस्तों जब हमारा महबूब हमारे साथ नहीं होता है तो वह पल हमारे लिए दर्द भरा पल होता है. हम उसकी यादों में तड़पते रहते हैं. जब चांद आसमान में निकलता है तो हम उसे देख कर भी अपने महबूब को ही याद करते हैं.
चांद के रूप में जैसे महबूब का दर्द ही आसमान में निकल आता है. जो रात भर हमें सोने नहीं देता. महबूब का बिछड़ना हमें पल पल याद आता रहता है. ईद के मौके पर हम उसी चांद को देखते हैं लेकिन ईद का वह चांद भी जो पैगाम लेकर आता है वह हमें बहुत दर्द दे जाता है.
हमारी आजकी ये Eid Shayari पोस्ट को सुनकर एवं पढ़कर अगर आपको ईद मुबारक करने में आसानी हुयी हो, तो हमे निचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करना न भूलियेगा
Eid Shayari by:Amit Kumar
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बेहद खूबसुरत पेशकश वंशिका जी !!
अनेक शुभकामनाएं!
– कल्याणी
व्वाह!!! बढिया पेशकष वंशिका मॅम
👌👌👌👌💐🌼💐🌼🌺💐
Expressive👌
Esp that “kahoge bhi kaise” line
And, third shayari👌🙂
Very Amazing and you expressed also very beautifully Vanshika ji👌👌👌
Regards,
Sameera urf Manpreet
Wow Amazing Voice….
👌👌👍🏻