Love

Kasam Shayari: यार के साथ जीने मरने की कसम खाना चाहोगे

Kasam Shayari: आपने अपने यार से सच्ची मोहब्बत की है. इसी वजह से आप उनके साथ चाहत में खाई हुई किसी भी कसम को कभी तोड़ते नहीं हो और ना ही कभी तोड़ना चाहते हो. और उनके कहने पर किसी भी तरह की कसम को खाने से भी आप जरा भी हिचकीचाते नहीं हो.

क्योंकि आपने पूरी दुनिया का प्यार के प्रति बर्ताव देखा है. लोग प्यार को किस नजरिये से देखते हैं इसका आपको पूरी तरह से अंदाजा आ चुका है. और इसी वजह से आप भी खुद के प्यार को, दुनिया से कभी तोलना नहीं चाहते हो. अपने महबूब को दी हुई हर kasam आपको आज भी याद है.


Listen to Kasam Shayari | Voice-Over: Soumya Navghare


इन कसम शायरियों को Soumya Navghare इनकी आवाज़ में सुनकर आपको आपके प्यार की कस्मे याद आएगी!


Kasam Shayari Photo
Kasam Shayari Photo
1)

जागती आँखों का ख्वाब हैं तू
गँगा किनारे खिलता गुलाब हैं तू

कसम देती हैं मुझे मोहब्बत की
मुझे फख्र हैं मेरा इंतिखाब* हैं तू

*इंतिखाब : selection

-Moeen

jaagti aankho ka khwab khwab hai tu
ganga kinare khilta gulab hai tu
kasam deti hai mujhe mohbbat ki
mujhe fakra hai mera intikhaab hai tu

और इसी तरह से आपका यार भी आपके साथ होने को ही अपनी जिंदगी मान कर चलता है. और शायद सच्चे प्यार की नींव ही ऐसी सच्ची vaada में ही होती है. आइए दोस्तों, हम भी आपके लिए कुछ रोमांटिक और बेहतरीन शायरीयां लेकर आए हैं जिन्हें सुनकर शायद आपके दिल के हालात भी बदल जाएंगे. आप खुद को और अधिक सुकून भरा महसूस करोगे.

Kasam Shayari

आप की कलम से लिखे अल्फाजों की कसम, इस कसम शायरी से उनका नशा हर किसी पर चढ़ जाता है..आपकी महबूबा की दिल चीर कर रख देने वाली अदाओं को देखकर तो आप पहले ही घायल हो. उस पर वह हर रोज आप पर न जाने कई तरह के सितम ढा ती है.

कभी वह आपको तिरछी नजरों से देख कर आपके दिल को नजरों के तीर से छलनी करती है. तो कभी दांतो तले उंगली दबा कर शर्मसार हो जाती है.

2)

तेरे बिन जीना एक सज़ा हैं
बहारों ने सिखी तुझ से अदा हैं

कसम से जो तु नहीं आता छत पर
आसमानों में चाँद लगता बहोत तन्हा हैं

-Moeen

tere bin jeena ek saja hai
baharo ne sikhi tujhse ada hai
kasam se jo tu nhi aata chat par
aasmano me chand lagta bahot tanha hai

आपको पता है कि दुनिया का कोई भी इंसान आपके महबूब की इन अदाओं को देखकर उन पर मर मिटना चाहेगा. उनके लिए दुनिया की सारी खुशियों का जैसे अंबार लगाना चाहेगा. और कुछ इसी तरह की आपके भी जज्बात है. अब तो उसने और भी कहर कर दिया है. इस कसम शायरी की मदद से अपने दिल की खामोशी ही बयां करना चाहोगे.

3)

दिलों में भड़कती आतीश हो तुम
रेगीस्तानों में बरसती बारीश हो तुम

कसम तेरी बलखाती ज़ुल्फों की जानम
ज़िंदगी की आखरी ख्वाहीश हो तुम

-Moeen

dilo me bhadkti aatish ho tum
registano me barasti barish ho tum
kasam teri bakhlati julfo ki janam
jindgi ki aakhri khwahish ho tum

वो जब अपने दांतो के लिए कलम रखती है. और उसी कलम से अल्फाजों को पीरोती है. तब उसके अल्फाजों को मानो एक नया जीवन ही मिलता है. अल्फाजों पर एक अलग सा नशा जग जाता है. और पढ़ने वाला भी नाचीज उस नशे में ही खुद झूम कर रह जाता है.

Kasam Shayari DP

इस Kasam Shayari DP की मदत से, आप की कसम, किसी दूसरे के साथ हम जीना तो क्या, मरना भी नहीं चाहते हैं..आप तो उनके प्यार में खुद को डूबा चुके हो.

और अब तो आप खुद को फिर से उनके प्यार में ढूंढना भी नहीं चाहते हो. बस यूं ही अपनी जिंदगी उनकी ही यादों में काटना चाहते हो. अब और किसी की आपको परवाह भी नहीं है और ना ही किसी की फिक्र है. आपके सपनों में और दामन में फूल खिलते हुए नजर आते हैं.

Kasam Shayari DP
Kasam Shayari Image HD

अब आपकी जिंदगी में और आप के नसीब में जो कांटों से भरे रास्ते थे, अब वह सारे हट गए हैं. और इसी वजह से अब आपकी जिंदगी में अपने महबूब के प्यार के सिवा और कुछ भी नहीं है. आप भी उनके साथ जीने मरने की कसम खा चुके हो.

4)

छिड़ी फिर दिन ढले दास्ताँ मोहब्बत की
याद आई अधुरी कहानी अपनी चाहत की

कसमें दे दे कर मनाता था जिसे
उस ने कदर ना जानी जज़बात की

-Moeen

chidi fir din dhale daastan mohabbat ki
yaad aayi adhuri kahani apni chaht ki
kasame de de kar manaata tha jise
us ne kadar na jaani jazbat ki

और उसी की कसम को पूरा करना आप अपनी जिंदगी समझते हो. और इसी वजह से आप उन्हें यही यकीन दिलाना चाहते हो कि उनके सिवा आपके जिंदगी में और कोई नहीं है. उनके साथ ही आपकी जिंदगी है और आपकी किस्मत भी है.

Kasam Shayari Sad

अब तो बस यही कसम है कि आपकी आवाज सुनकर ही हमारे सवेरे होंगे…इस Kasam Shayari Sad को सुनकर अपने कसम का ही दर्द उसमें पाओगे. आपने उनके साथ जिंदगी गुजारने का फैसला कर लिया है. उनके सिवा एक पल भी अब आप अलग रहना नहीं चाहते हो. और इसके लिए आप चाहे किसी की भी कसम खाने के लिए तैयार हो. दुनिया भी आप पर किसी भी तरह के कोई भी इल्जामात रख दे.

5)

हमारी मोहब्बत के ज़रा आदाब देखो
मेरी खुश्क* आँखों में सैलाब देखो

फिर ना आने की कसम दी मुझे
बिखरे हैं मेरे सारे ख्वाब देखो

 *खुश्क : dry

-Moeen

humari mohabbat ke jara aadab dekho
meri khushk aakho me sailab dekho
fir na aane ki kasam di mujhe
bikhre hai mere saare khwab dekho

लेकिन फिर भी आप दुनिया की किसी भी बात पर बस चुप्पी ही साध लेना चाहते हो. क्योंकि अब आपके मन में अपने दिलबर की बातों के सिवा और कुछ भी नहीं आ रहा है. और अब आप अपने कानों में भी अपने महबूब की आवाज के सिवा और कुछ भी नहीं पड़ने देना चाहते. इस कसम शायरी को सुनकर अपनी आंखों से बहते अश्कों के सागर को रोक नहीं पाओगे

6)

ज़िंदगी तेरे नाम ये कर जाऊँगा
तेरे बिन जाने गज़ल बिखर जाऊँगा

कसमें दे कर ना आज़मा मुझे
तेरी खातीर हर राह से गुज़र जाऊँगा

-Moeen

jindgi tere naam ye kar jaunga
tere bin jaane gazal bikhar jaunga
kasme de kar na aazma mujhe
teri khatir har raah se gujar jaunga

उनकी ही मधुर आवाज से अब आपके सवेरे हो यही आप ही तमन्ना है. और इसी वजह से आपने खुद से एक कसम खाई है कि चाहे कुछ भी हो जाए अब आप बस यही देखना पसंद करोगे. और उनकी ही आवाज सुनने में आपकी दिलचस्पी है.

7)

खुद को हम ये सज़ा देंगे
एक दिन हम तुझे भुला देंगे

कसमें तोड़ी उस ने सारी  
ज़िंदगी अपनी चाहत में लुटा देंगे

khud ko hum ye saja denge
ek din hum tujhe bhula denge
kasme todi us ne saari
jindagi apni chaht me luta denge

Kasam Shayari in Urdu

8)

कोई कह दो उन्हें कि अपने
दांतो तले कलम ना दबाएं..

उन नशीले अल्फाजों की क़सम,
पढ़ने वाला चूर चूर हो जाता है...

koi kah do unhen ki apne 
danto tale kalam na dabaye..
un nashile alfazon ki kasam,
padhne wala choor choor ho jata hai…

9)

फूल ही फूल बरसें है प्यार के,
दामन में काँटे तो नहीं हमारे..

तुम्हारी कसम, हम किसी और के 
नहीं हो सकते, सिवाय एक तुम्हारे...

phool hi phool barse hain pyar ke,
daaman mein kante to nahin hamare..
tumhari kasam, ham kisi aur ke
nahin ho sakte, sivay ek tumhare..

10)

चाहे अब दुनिया लाख कुछ कह दे,
किसी को कुछ ना बोलूंगा..

कसम है तेरे प्यार की मुझे,
तुम्हारी आवाज सुने बगैर अब आंख ना खोलूंगा..

chahe ab duniya lakh kuchh kah de,
kisi ko kuchh na bolunga..
kasam hai tere pyar ki mujhe,
tumhari awaaz sune bagair
ab aankh na kholunga..

kasam-shayari-love-quotes-on-swear-in-hindi-1
Kasam Shayari HD Pic

1)

तुझे ना था प्यार मुझसे मगर
मैंने कभी की तेरी फरियाद नहीं..

ओ दिलरुबा, तुझे मैंने मोहब्बत में
दी हुई कोई कसम शायद याद नहीं..

-Dipti

tujhe na tha pyar mujhse magar
maine kabhi ki teri fariyad nahin..
o dilruba, tujhe maine mohabbat mein
di hui koi kasam shayad yad nahin..

2)

सच्ची चाहत में अपने दिलबर से
प्यार का वादा किया जाता है..

महबूब के साथ रहने के लिए
कसम निभाना जरूरी होता है..!

-Santosh

sacchi chahat mein apne dilbar se
pyar ka vada kiya jata hai..
mehboob ke sath rahane ke liye
kasam nibhana jaruri hota hai..

3)

प्यार करता रहूंगा सिर्फ तुम्हें
चाहे तू रिश्ता किसी से भी जोड़ ले..

तुमसे किए सारे वादे याद रखूंगा,
चाहे तू मेरी कोई भी कसम तोड़ दे..

-Supriya

pyar karta rahunga sirf tumhe
chahe tu rishta kisi se bhi jod le..
tumse kiye sare vade yad rakhunga,
chahe tu meri koi bhi kasam tod de..

4)

मोहब्बत में जानेमन मैं तुम्हें
अपनी कसम देकर मना लूंगा..

तुझे हकीकत में तो क्या ख्वाब में
कभी मुझसे दूर ना जाने दूंगा!

-Dipti

mohabbat mein jaaneman main tumhen
apni kasam dekar mana lunga..
tujhe hakikat mein to kya khwab mein
kabhi mujhse dur na jaane dunga!

5)

तुम ना दिखे तो यारा हर
वक्त हम बेचैन से रहते हैं..

तुम्हारी कसम जानम हम
चाहत बस तुमसे करते हैं..

-Santosh

tum na dikhe to yaara har
waqt ham bechain se rahte hain..
tumhari kasam janam ham
chahat bas tumse karte hain..

6)

शुक्रिया करता हूं या खुदा,
तूने बनाई क्या सूरत है..

उसके सुर्ख लबों की कसम,
वो तो मोहब्बत की मूरत है..!

-Supriya

shukriya karta hun ya khuda,
tune banai kya surat hai..
uske surkh labon ki kasam,
vo to mohabbat ki murat hai..!

7)

अपनी मोहब्बत में मुझे
अब पास बुला लो ना..

जानम, इश्क की कसम
तुम भी खा लो ना..

-Dipti

apni mohabbat mein mujhe
ab paas bula lo na..
janam, ishq ki kasam
tum bhi kha lo na..

8)

मान भी जाओ महबूबा आखिर
कितना तड़पाओगी प्यार के लिए..

खुदा की कसम, तरस रहा हूं
जानम तुम्हारे दीदार के लिए..!

-Santosh

maan bhi jao mehbooba aakhir
kitna tadpaogi pyar ke liye..
khuda ki kasam, taras raha hun
janam tumhare didar ke liye..

9)

जब से हुआ दीदार इन आंखों का,
नशे से रिश्ता तोड़ दिया हमने..

बस तुम्हारी कसम खा ली,
और मैखाना छोड़ दिया हमने!

-Supriya

jab se hua didar in aankhon ka,
nashe se rishta tod diya humne..
bus tumhari kasam kha li,
aur maikhana chhod diya humne!

10)

मोहब्बत में अब तो
जैसे मेरी जान ही ले ली..

महफिल में दिलरुबा ने
यारों मुझे कसम दे दी..

-Dipti

mohabbat mein ab to
jaise meri jaan hi le li..
mahfil mein dilruba ne
yaaron mujhe kasam de di..

11)

कितना चाहूं मैं उसे फिर भी
चाहत में मुझे वो तरसाता रहा..

अब दिलरुबा की किसी भी
कसम पर मुझे भरोसा ना रहा..

-Santosh

kitna chahun main use fir bhi
chahat mein mujhe vo tarsata raha..
ab dilruba ki kisi bhi
kasam per mujhe bharosa na raha..

12)

धोखा जो खाया है, मोहब्बत में
किसी से इजहार नहीं करूंगा..

तेरी कसम लेकर मैं कहता हूं,
जानम अब प्यार नहीं करूंगा..!

-Supriya

dhokha jo khaya hai, mohabbat mein
kisi se izhar nahin karunga..
teri kasam lekar main kahta hun,
janam ab pyar nahin karunga..!

13)

दिलरुबा निगाहों ने
तेरी मुझे नई पहल दी..

इन कसमों और वादों ने
मेरी जिंदगी बदल दी..

-Dipti

dilruba nigahon ne
teri mujhe nai pahal di..
in kasmo aur wadon ne
meri jindagi badal di..

14)

बस एक नजर देखा तुम्हें
तो ये दिल तुम्हारा हो बैठा..

तुम्हारी कसम, जानम देखकर
तुम्हें जैसे मैं होश खो बैठा!

-Santosh

bus ek najar dekha tumhen
to ye dil tumhara ho baitha..
tumhari kasam, janam dekhkar
tumhen jaise main hosh kho baitha!

15)

जिंदगी में होगा हमें कभी प्यार नहीं..

अब चाहे खुदा की कसम दे दें कोई..

-Supriya

jindagi mein hoga hamen kabhi pyar nahin..
ab chahe khuda ki kasam de de koi..

16)

तिरछी नजर से देख कर
मुझसे मेरी धड़कनें चुरा ली..

उस ज़ालिम ने कसम देकर
मेरी तो जुबान बंद करा दी..

-Dipti

tirchhi nazar se dekhkar
mujhse meri dhadkane chura li..
us jalim ne kasam dekar
meri to juban band kara di..

17)

वह नहीं आएगा, न जाने क्यों
उसका इंतजार कर रहा हूं..

दर्द ए जुदाई में अपने यार की
कसमें अब याद कर रहा हूं..!

-Santosh

vah nahin aaega, na jaane kyon
uska intezar kar raha hun..
dard e judai mein apne yaar ki
kasme ab yad kar raha hun..!

18)

ठुकराकर मुझे बेवफा ने
साथ मेरा छोड़ दिया..

तोड़कर मेरी कसम उसने
मुझे तनहा कर दिया..

-Supriya

thukrakar mujhe bewafa ne
sath mera chhod diya..
tod kar meri kasam usne
mujhe tanha kar diya..

19)

आ जाना महबूबा मिलने,
अगर हूं प्यार के काबिल..

तुमसे मिलने की कसम देकर ही
तुम्हें आज देखना चाहता है दिल..

-Dipti

aa jana mehbooba milane,
agar hun pyar ke kabil..
tumse milane ki kasam dekar hi
tumhen aaj dekhna chahta hai dil..

20)

वादा करता हूं जानम
तुम्हें छोडूंगा नहीं मैं..

इश्क की कसम अब
कभी तोडूंगा नहीं मैं..!

-Santosh

vada karta hun jaanam
tumhe chhodunga nahin main..
ishq ki kasam ab
kabhi todunga nahin main..

21)

बरसों बाद मेरे यार से
मिलने की घड़ी आई है..

महबूब से प्यार निभाने की
अब कसम मैंने खाई है..

-Supriya

barso bad mere yaar se
milane ki ghadi aai hai..
mehboob se pyar nibhaane ki
ab kasam maine khai hai..

22)

नादान ये चाहत आज सच्ची
मोहब्बत का रंग लाई है..

मैंने उसके दिल को अपना
बनाने की कसम खाई है..

-Dipti

nadan ye chahat aaj sacchi
mohabbat ka rang layi hai..
maine uske dil ko apna
banane ki kasam khai hai..

23)

वादा करते हैं जानेमन, जिंदगी में
साथ तुम्हारा ना छोड़ेंगे फिर कभी..

एक बार माफ कर दो जाना, चाहत की
कसम अपनी ना तोड़ेंगे फिर कभी..!

-Santosh

vada karte hain jaaneman, jindagi mein
saath tumhara na chhodenge fir kabhi..
ek bar maaf kar do jana, chahat ki
kasam apni na todenge fir kabhi..!

24)

बड़ा रो देती है ये आंखें,
जब तुमसे दूर हो जाता हूं..

खुदा की कसम मैं तुम्हारी
मोहब्बत में ही खुशी पाता हूं..

-Supriya

bada ro deti hai ye aankhen,
jab tumse dur ho jata hun..
khuda ki kasam main tumhari
mohabbat mein hi khushi pata hun..

25)

उसकी चाहत में जलाएं सारे
खत मेरे दिल में दफन है..

सच्चाई रवा है यारों मुझे
उसके प्यार की कसम है..

-Dipti

uski chahat mein jalaye sare
khat mere dil mein dafan hai..
sacchai rawa hai yaaron mujhe
uske pyar ki kasam hai..

26)

तू तोड़ देना दिल दोबारा मेरा,
फिर भी चाहूंगा मैं सिर्फ तुझे..

अब और कितनी झूठी कसमें
देगा यार मोहब्बत में तू मुझे..

-Santosh

tu tod dena dil dobara mera,
fir bhi chahunga main sirf tujhe..
ab aur kitni jhuthi kasme
dega yaar mohabbat mein tu mujhe..

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2 Comments

  1. कोई कह दो उन्हें कि अपने दांतो तले कलम ना दबाएं..
    उन नशीले अल्फाजों की क़सम, पढ़ने वाला चूर चूर हो जाता है..
    वाह!! वाह!!
    वाकइ नायाब शायरीयां.. बहुत खूबसुरती के साथ पेश किया आपने सौम्या मॅम..
    शुभेच्छा!
    – कल्याणी

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